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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा के पदभार ग्रहण समारोह में हुए शामिल

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के नव नियुक्त अध्यक्ष रामसेवक पैकरा के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और श्री पैकरा को नई जिम्मेदारी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी उपस्थित थे और उन्होंने श्री पैकरा को नए दायित्व की बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि रामसेवक पैकरा वरिष्ठ राजनेता हैं और सामाजिक जीवन का उन्हें लंबा अनुभव है। उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया है। वे हमेशा से आदिवासी और वनवासी समुदायों के प्रति संवेदनशीलता और धरातल से जुड़कर कार्य करने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में उन्हें वन विकास निगम की बड़ी जिम्मेदारी मिलने से जनजातीय समाज को इसका लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की लगभग 44 प्रतिशत भूमि वन क्षेत्र से आच्छादित है, जो न केवल जैव विविधता और पर्यावरण के लिए बल्कि आदिवासी संस्कृति और आजीविका के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने वनवासी समुदायों के हित में सरकार द्वारा की जा रही पहल का उल्लेख करते हुए बताया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक को 4,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष लगभग 4 करोड़ पौधों के रोपण एवं वितरण का लक्ष्य रखा गया है, वहीं बिगड़े वनों के सुधार हेतु 310 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना का जिक्र करते हुए बताया कि राज्य में अब तक 3 करोड़ 50 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं।

इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े, विधायक पुरंदर मिश्रा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल सहित विभिन्न मंडल आयोगों के अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम एवं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

अवैध कब्जों पर चला निगम का बुलडोजर, 53 मकानों पर तोड़ू दस्ते की कार्रवाई जारी…

दुर्ग- भिलाई नगर निगम ने अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए शुक्रवार को खुर्शीपार क्षेत्र के गौतम नगर में कार्रवाई शुरू कर दी है. निगम के तोड़ू दस्ते ने यहां 53 अवैध मकानों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की है. यह कार्रवाई निगम प्रशासन द्वारा पूर्व में जारी किए गए नोटिस के आधार पर की जा रही है. हालांकि कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध किया, लेकिन कई निवासियों ने खुद ही अपने कब्जे खाली कर दिए.

मौके पर जोन 4 के कमिश्नर सहित निगम के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे. किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है. निगम प्रशासन का कहना है कि आगे भी अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.

रायपुर: 6 गायों की संदिग्ध मौत, पुलिस के साथ पहुंचे गौ सेवक… जांच शुरू

रायपुर-  राजधानी के इंडस्ट्रियल एरिया उरला से लगे ग्राम कन्हैरा में शमशान घाट के पास आज 6 गायों के शव मिले हैं. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गौवंशों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. आशंका जताई जा रही हैं कि गौवंशों की मौत वहां फेंके गए औद्यौगिक अपशिष्ट खा लेने से हुई होगी. गायों की संदिग्ध तरीके से मौत को लेकर पशु प्रेमी और गौ-सेवकों समेत ग्रामीणों में आक्रोश है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

कांग्रेस ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार


वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि सरकार के लापरवाही के कारण राजधानी में 50 गायों की मौत हो गई है. शासकीय गोदाम के सड़े गले सामानों को फेंका गया, जिसे गायों ने खा लिया, उससे गायों की मौत हो गई. उन्होंने आगे कहा कि गांव में गौठान हैं, लेकिन बंद कर दिया गया है. गौठानों को बंद नहीं किया जाता, तो गायों के चारा-पानी की व्यवस्था होती. इस मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है.


मंत्री रामविचार नेताम ने पशुपालकों से की अपील

गायों के मौत को लेकर प्रदेश के मंत्री रामविचार नेताम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गर्मियों में चारे और पानी की समस्या बढ़ जाती है, जिससे बेसहारा गायें इधर-उधर भटकती रहती हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिनके पास गायें हैं, वे उन्हें सुरक्षित रखें और उनकी देखरेख करें. मंत्री नेताम ने बताया कि राज्य सरकार ने घुमंतू गायों के संरक्षण के लिए गौ अभयारण्य योजना शुरू की है, जिसके तहत इन बेसहारा पशुओं को शरण दी जाएगी.

बिजली वितरण कंपनी में वर्षों से जमे अधिकारियों को हटाने की मांग, सीएम को पत्र

रायपुर-  छत्तीसगढ़ बिजली वितरण कंपनी में वर्षों से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों को हटाने की मांग को लेकर यूनियन के पदाधिकारी लामबंद होने लगे हैं. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर कहा गया है कि बिजली कंपनी में स्थानांतरण नीति का पालन नहीं किया जा रहा है. छोटे अधिकारियों का दो से तीन साल के भीतर तबादला कर दिया जाता है, लेकिन बड़े अधिकारी सालों तक एक ही स्थान पर जमे हुए हैं.

बिजली कंपनी से सेवानिवृत्त सेक्शन अधिकारी अविनाश जायसवाल ने मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में बताया है कि बिजली वितरण कंपनी के अंतर्गत अब तक तीन एमडी बदल चुके हैं, लेकिन पिछले छह वर्षों से एक ही स्थान पर ईडी और जीएम (फाइनेंस विंग) पद पर अधिकारी जमे हुए हैं. वहीं, फाइनेंस विंग के छोटे अधिकारियों और कर्मचारियों का तबादला किया जा रहा है. कंपनी में तीन वर्षों के भीतर सभी का तबादला करने के नियमों को अधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं.

छह वर्ष पहले तत्कालीन प्रबंध निदेशक केसर हक ने स्थानांतरण नीति का पालन किया था. उनके बाद से कंपनी में मनमानी चल रही है. पूरे प्रदेश में क्रय, निर्माण कार्य एवं जनरेशन के अंतर्गत करोड़ों रुपये की खरीदी का अनुमोदन बिना गहन जांच के वित्त विभाग से किया जा रहा है. इससे बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने के साथ-साथ कंपनी को आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया जा रहा है.

पत्र में कहा गया है कि यदि जांच कराई जाए तो बड़ी अनियमितताएं उजागर हो सकती हैं. इन गड़बड़ियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाना जरूरी है.

रायपुर में IDFC फर्स्ट बैंक पर फर्जीवाड़े का आरोप, फर्जी दस्तावेजों से बेची गैर-मौजूद जमीन, FIR दर्ज

रायपुर-  IDFC फर्स्ट बैंक के अधिकारियों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गैर-मौजूद जमीन बेचने का गंभीर आरोप लगा है. रायपुर के नवनीत चौरसिया ने डीडी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि बैंक ने समाचार पत्र में विज्ञापन देकर दो अचल संपत्तियों की ई-नीलामी कराई. नवनीत ने 5.52 लाख रुपये जमा कर बोली जीती, लेकिन बाद में पता चला कि खसरा नंबर 364/5 और 364/21 की जमीन विज्ञापन में बताए स्थान पर नहीं है और मालिक भी अन्य व्यक्ति हैं.

नवनीत ने पुलिस को बताया कि बैंक ने 28 फरवरी 2023 को सौदा पत्र जारी किया, लेकिन जमीन के कब्जेदार और राजस्व रिकॉर्ड में अन्य लोगों के नाम सामने आए. बैंक अधिकारियों ने दस्तावेज देने से इनकार कर दिया और गुमराह किया. अब न्यायालय के आदेश पर डीडी नगर थाने में बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (मुंबई), ऋण वसूली प्रभाग अधिकारी (चेन्नई), स्वपनील पाण्डेय (नागपुर), विनय सोनी (रायपुर) सहित अन्य के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471/34, 120बी भादवि के तहत FIR दर्ज की गई. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

बता दें कि नवनीत ने रायपुरा में 1000 और 850 वर्ग फीट की दो संपत्तियों के लिए 1,17,000 और 1,10,000 रुपये डीडी के जरिए तथा 3,25,000 रुपये बैंक खाते में जमा किए. सौदा पत्र मिलने के बाद 5 मार्च 2023 को समाचार पत्र में सूचना प्रकाशित करने पर आलोक महावार ने आपत्ति जताई. जांच में पाया गया कि जमीन अशोक चंद बैद और राहुल अवधिया के नाम दर्ज है. नवनीत ने बैंक से दस्तावेज मांगे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

दुष्कर्म के आरोपी मामा-भांजा गिरफ्तार, पीड़िता ने धमकी से डरकर किया था आत्महत्या का प्रयास…

बिलासपुर- दुष्कर्म के बाद फिर से मिलने के लिए परेशान करने पर पीड़ित युवती ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की. लेकिन इसके बाद भी आरोपी ने जब परेशान करना नहीं छोड़ा, तो पीड़िता ने थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई. मामले में रतनपुर पुलिस आरोपी मामा-भांजा को गिरफ्तार कर कार्रवाई कर रही है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अमेरी निवासी सोनराज बंजारे उर्फ सोनू की बिलासपुर की रहने वाली एक युवती की से पहचान हुई, दोनों आपस में मोबाइल में बातचीत करने लगे, फिर मुलाकात भी हुई. इसी दौरान सोनराज को उससे प्रेम हो गया, लेकिन युवती ने इनकार कर उससे बातचीत करना बंद कर दिया था.

मार्च 2024 को सोनराज बंजारे अपने भांजा चचेड़ी निवासी राजेश्वर बघेल के साथ युवती को बहला-फुसलाकर बाइक से घुमाने के लिए रतनपुर लेकर गए, और खंडोबा मंदिर के आसपास सुनसान जगह में बलपूर्वक सोनराज बंजारे ने युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाया और लौट गए. युवती ने घटना की जानकारी किसी को नहीं दी. उसके बाद सोनराज बंजारे युवती को फोन कर फिर से मिलने के लिए बुलाने लगा.

युवती के मना करने पर युवक ने युवती के मोबाइल में वीडियो काल किया और नहीं मिलने पर हंसिया से गला काटकर आत्महत्या कर लेने की धमकी दी. जिससे युवती डर गई, और उसने जहर खा लिया, परिजनो ने उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया.

युवती ने ठीक होने पर घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी. जिसके बाद 25 मार्च 2025 को पीड़िता ने रतनपुर थाने रिपोर्ट लिखाई. जुर्म दर्ज होने के बाद आरोपी फरार था. इसके बाद पतासाजी करते हुए 4 अप्रैल को पुलिस ने फरार आरोपी सोनराज बंजारे व सहयोगी भांजा राजेश्वर बघेल को गिरफ्तार कर लिया है.

कांग्रेस की न्याय यात्रा पर सीएम साय ने कसा तंज, कहा- इनका पूरे छत्तीसगढ़ में हो चुका है सूपड़ा साफ, पहले घर-परिवार संभालें, फिर…

रायपुर- दुर्ग में छह साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या मामले में कांग्रेस की न्याय यात्रा पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि ये लोग कुछ भी करें, इनका पूरे छत्तीसगढ़ में सूपड़ा साफ हो गया है. सभी चुनावों में यह बुरी तरह से हारे हैं. ये पहले अपना घर-परिवार संभाल ले, थोड़ा ठीक से अपने पैर पर खड़ा हो जाएं, फिर बात करें. 

वहीं कांग्रेस के संविधान को लेकर लगाए गए आरोप पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वैसे कांग्रेस देश की जनता का विश्वास खो चुकी है. यह संविधान की बात करते हैं, जिन्होंने देश में इमरजेंसी लगाई, लाखों लोगों जेल के अंदर ठूस दिया. इन्होंने अपने स्वार्थ के कारण संविधान के साथ खिलवाड़ किया है, गलत तरीके से संशोधन किया है. ऐसे लोगों के मुख से इस तरह की बात शोभा नहीं देती है.

वहीं जय भीम पदयात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल 14 अप्रैल है, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती है. आज खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा जय भीम पदयात्रा का आयोजन किया गया. इसमें हम सभी लोग शामिल हुए हैं. सभी छत्तीसगढ़ वासियों को भीमराव जयंती की बहुत-बहुत बधाई. बाबा साहब को नमन करते हैं, जिन्होंने संविधान का निर्माण किया है. इसके माध्यम से विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत चल रहा है. संविधान हमें स्वतंत्रता से जीने का अधिकार देता है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जलियांवाला बाग के अमर शहीदों को किया नमन

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग के अमर शहीदों को श्रद्धापूर्वक नमन किया है। उन्होंने कहा कि यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में साहस और बलिदान का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में शांतिपूर्ण ढंग से रॉलेट एक्ट के विरोध में एकत्रित निहत्थे नागरिकों पर जब ब्रिटिश जनरल डायर के आदेश पर गोलियां बरसाई गईं, तब सैकड़ों निर्दोष बच्चे, महिलाएं और पुरुष शहीद हो गए। यह घटना पूरे देश को झकझोर देने वाली थी, जिसने आज़ादी की लड़ाई को और अधिक तीव्र और व्यापक बना दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जलियांवाला बाग हमारे आत्मसम्मान, आज़ादी और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए दी गई असंख्य कुर्बानियों की यादगार है। उन्होंने कहा कि हमें वीर शहीदों के बलिदानों से मिली हुई स्वतंत्रता के मूल्य को समझते हुए सशक्त भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय युवाओं के साथ ‘जय भीम पदयात्रा’ में हुए शामिल

रायपुर- भारत का संविधान हर नागरिक के लिए पवित्र ग्रंथ है, जो हमें गरिमापूर्ण जीवन का अधिकार देता है। हमारा विशाल लोकतंत्र संविधान की मजबूत नींव पर खड़ा है और बाबा साहब इस ग्रंथ के शिल्पकार थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब से ‘जय भीम पदयात्रा’ का शुभारंभ करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री युवाओं के साथ हुए पदयात्रा में शामिल

मुख्यमंत्री स्वयं इस पदयात्रा में युवाओं के साथ शामिल हुए और पदयात्रा के अंतिम पड़ाव में अंबेडकर चौक स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस दौरान उन्होंने युवाओं के साथ संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया और संविधान की मूल भावना के प्रति निष्ठा और प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए प्रिएम्बल वाल पर अपने हस्ताक्षर किए। उल्लेखनीय है कि ‘जय भीम पदयात्रा’ का आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग और नेहरू युवा केंद्र संगठन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।

बाबा साहब की दूरदर्शिता को बताया लोकतंत्र की नींव

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मध्यप्रदेश के मऊ में जन्म लेकर कठिन संघर्षों के बाद बाबा साहब ने उच्च शिक्षा प्राप्त की और भारत जैसे विशाल लोकतंत्र को एक समावेशी और शक्तिशाली संविधान दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब के जीवन से जुड़े पांच प्रमुख स्थलों को 'पंचतीर्थ' के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है, जिससे नई पीढ़ी उनके विचारों से प्रेरणा ले सके। साथ ही संविधान दिवस की घोषणा कर देशवासियों को संविधान के प्रति समर्पण का संदेश दिया है।

लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण

श्री साय ने कहा कि बाबा साहब की दूरदर्शिता की वजह से आज भारत जैसा विशाल देश अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को लगातार समृद्ध कर रहा है, वहीं भारत के साथ आज़ाद हुए अन्य देश लोकतंत्र को साथ लेकर नहीं चल पाए। उन्होंने युवाओं से भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और उन्हें मजबूत करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का पूरा जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायी है। उनके अगुवाई में ही देश के संविधान का निर्माण किया गया। उनके आदर्शों एवं बताए गए रास्तों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

युवाओं को किया गया सम्मानित

इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समाज में विशिष्ट योगदान देने वाले युवाओं को मुख्य मंच से सम्मानित किया। इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक खुशवंत साहेब, विधायक अनुज शर्मा, विधायक मोतीलाल साहू, युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, नगर निगम आयुक्त विश्वदीप सहित बड़ी संख्या में युवा, स्कूली बच्चे और आमजन उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बैसाखी पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैसाखी पर्व के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि बैसाखी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हमारी गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह दिन सिख समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आज ही के दिन गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बैसाखी का पर्व हमें मेहनत, समर्पण और परिश्रम के मूल्यों की याद दिलाता है।