*मिशन भारतीयम और आसरा के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं को किया गया जागरूक*
बस्ती /गोंडा। मिशन भारतीयम संस्था द्वारा एसोसिएशन एलायंस फॉर सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (आसरा) के दिशा-निर्देश में ग्राम पंचायत दसौती, विकास खंड-साउं घाट, जिला बस्ती में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के विषय पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों, सशक्तिकरण और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना था।
इस कार्यक्रम में आसरा के अध्यक्ष अनिल कुमार लाल, कार्यक्रम सलाहकार सुमन मिश्रा, समूह सखी अंजनी, वंदना, आंगनवाड़ी कार्यकत्री पूनम चौधरी, कृषि सखी अनीता और ग्राम पंचायत की महिलाएँ प्रमुख रूप से उपस्थित रही। इस अवसर पर महिलाओं ने अपने विचार साझा किए और सामुदायिक विकास में उनकी भूमिका पर गहन चर्चा की गई। महिलाओं ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए यह बताया कि किस प्रकार वे अपने समुदाय की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
कार्यक्रम में महिलाओं के आत्मविश्वास और सशक्तिकरण के बारे में व्यापक चर्चा हुई। विभिन्न सत्रों में महिलाओं को अपनी आवाज़ उठाने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही, महिलाओं को इस बात का अहसास दिलाया गया कि वे केवल अपने परिवार या घर की नहीं, बल्कि समाज की भी महत्वपूर्ण कड़ी हैं। समाज की उन्नति और प्रगति में महिलाओं का योगदान अवश्य मान्य होना चाहिए।
आसरा के अध्यक्ष अनिल कुमार लाल ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व न केवल महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए है, बल्कि यह समाज में समानता, सम्मान और महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने मिशन भारतीयम और आसरा द्वारा महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन प्रयासों के तहत महिलाओं को न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जा रहा है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण और संसाधन भी प्रदान किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान सुमन मिश्रा ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिलाओं से कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए खुद को शिक्षित करना और अपने अधिकारों को जानना बहुत जरूरी है। सुमन ने यह भी कहा कि समाज में महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा। यदि महिलाएं अपने अधिकारों को जानती हैं और उनका प्रयोग करती हैं, तो वे न केवल अपने परिवार, बल्कि समाज और देश की दिशा भी बदल सकती हैं।
मिशन भारतीयम और आसरा के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे एक महत्वपूर्ण पहल बताया। महिलाओं ने कार्यक्रम के दौरान सामूहिक रूप से एक संकल्प लिया कि वे अपने समुदाय में महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में कार्य करेंगे। यह आयोजन महिलाओं के सम्मान और उनके योगदान को रेखांकित करने का एक प्रभावी प्रयास था, जो समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम उन्हें न केवल सशक्त बनने की प्रेरणा देते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि समाज में महिलाओं का स्थान महत्वपूर्ण है। यह आयोजन महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक प्रयास था, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने अधिकारों का पूरा लाभ उठा सकें।
इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार से संबंधित विषयों पर भी महत्वपूर्ण चर्चाएँ हुई। महिलाओं को बताया गया कि वे किस प्रकार से अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें, सही खानपान अपनाएं, और शिक्षा के महत्व को समझें। इसके साथ ही, उन्हें अपने समुदाय में छोटे व्यवसाय या स्वरोजगार शुरू करने के बारे में जानकारी दी गई, ताकि वे आर्थिक रूप से भी स्वतंत्र हो सकें।
इस कार्यक्रम ने महिलाओं के लिए समान अवसरों की आवश्यकता और उनके योगदान को समाज में स्वीकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया। मिशन भारतीयम और आसरा ने यह सुनिश्चित किया कि महिलाएं ना केवल अपने घरों की सीमा में बंधकर रहें, बल्कि समाज में उनका योगदान महत्वपूर्ण हो और उन्हें समान अधिकार प्राप्त हों।
मिशन भारतीयम ने पहले भी महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से स्वच्छता संबंधी एवं पोषण संबंधी कार्यक्रमों को प्रधानता दी है।
Mar 20 2025, 18:28
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