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*माह के अंत तक 282 ग्राम पंचायतें होंगी टीबी मुक्त*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ‌। माह फरवरी के अंत तक कुल 282 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो जाएगी। विभागीय सक्रियता टीबी रोगियों में कमी आ रहा है। जिले में कुल 546 ग्राम पंचायतें है‌। इनमें 51 ग्राम पंचायतें सितंबर माह वर्ष 2024 में ही टीबी मुक्त हो चुके हैं। फरवरी माह तक टीबी से 232 गांव मुक्त हो जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो फरवरी माह तक 282 गांव टीबी मुक्त होने की उम्मीद है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आरबी पाठक ने बताया कि गत वर्ष सितंबर माह में 51 गांव टीबी मुक्त हो ग‌ए है। फरवरी माह तक 282 गांव टीबी मुक्त हो जाएंगे। दोनों चक्र को मिला दी जाए तो फरवरी माह तक कुल 333 गांव टीबी मुक्त होंगे। जिले में टीबी रोगियों को एक हजार रुपया प्रति माह पोषाहार के रुप में दिया जा रहा है। बीमारी का लक्षण दिखते ही मरीज तत्काल जांच कराकर उचित इलाज कराएं। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल भदोही समेत छह सामुदायिक केंद्र एवं 16 प्रथामिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी का निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
*13 को आएगी राज्य महिला आयोग की सदस्य*




नितेश श्रीवास्तव

भदोही। राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रतिभा कुशवाहा 13 फरवरी को सुबह 10 बजे राजकीय गेस्ट हाउस ज्ञानपुर में आएंगी। वह महिला अपराध से जुड़े मामले की समीक्षा करेगी। जिले में राज्य महिला उत्पीड़न समेत अन्य मामलों की पीड़ितों से मुलाकात करेंगी। उसके बाद महिला बंदी गृह एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के लिए भी जाएगी।‌
*सौ शैय्या अस्पताल में खुद के भवन में संचालित होगा टीबी अस्पताल* *फरवरी अंत से मुख्यालय पर ही टीबी मरीजों को मिलेगा उपचार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मुख्यालय मार्ग सरपतहां स्थित सौ शैय्या अस्पताल में करीब एक दशक बाद खुद के भवन में टीबी अस्पताल संचालक होगा। यहां फरवरी के अंत तक अस्पताल का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। अभी जिला चिकित्सालय में टीबी अस्पताल संचालित है। जिले में 1553 टीबी मरीज उपचाराधीन है। अब स्थायी भवन में अस्पताल चलने से उन्हें एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिल जाएंगी। सौ शैय्या अस्पताल की नींव 2008 में पड़ी थी‌। मानकों में अनदेखी और क‌ई कार्यों के कारण अस्पताल के क‌ई भवन अब भी अधूरे पड़े हैं। परिसर में 2014 में ही टीबी अस्पताल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका था। स्वास्थ्य विभाग के पास ड्रेग वेयर हाउस न होने के कारण टीबी अस्पताल को ही दवा का गोदाम बना दिया गया था। यहां सारी दवाएं रखी गई थी। अब इसे खाली करा दिया गया है। भवन का रंग- रोगन और मरम्मत कार्य पूरा कराकर जिला अस्पताल से टीबी अस्पताल को यहां स्थानांतरित किया जाएगा। इसके पहले टीबी मरीजों को एक्स - रे इत्यादि के लिए जिला अस्पताल से सौ शैय्या का चक्कर लगाना होता है, लेकिन अब सौ शैय्या स्थित अपने भवन में ही अस्पताल संचालित होने से मरीजों को भागदौड़ नहीं करनी होगी। सारी जांच, उपचार सौ शैय्या के टीबी अस्पताल में होगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आरबी पाठक ने बताया कि करीब 1553 मरीजों को नियमित हर महीने दवा दी जाती है। सात दिसंबर से 100 दिवसीय टीबी अभियान चल रहा है,जो मार्च तक चलेगा। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी घर - घर टीबी मरीजों की पहचान कर रहे हैं। लक्षण मिलने वाले व्यक्तियों की टीबी की जांच हो रही है। पाॅजिटिव आने पर दवा चलाई जाती है।

फरवरी के अंत तक सौ शैय्या अस्पताल परिसर में बने टीबी अस्पताल को संचालित कर दिया जाएगा। कार्पोरेशन की दवाएं ड्रेग वेयर हाउस में शिफ्ट कर दी गई है और ड्रग वेयर हाउस का संचालन हो चुका है। अपने भवन में टीबी अस्पताल संचालित होने से मरीजों को सहूलियत मिलेगी। डॉ संतोष कुमार चक मुख्य चिकित्साधिकारी भदोही
*कचरा डंप होने पर हर तरफ बदबू* *संक्रामक रोगों के चपेट में आ रहे लोगों में बढ़ रहा आक्रोश*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर पंचायत ज्ञानपुर और पुलिस लाइन के पास मनमाने ढंग से कचरा का डंप होना परेशानी का सबब बना हुआ है। नगर में क‌ई स्थानों से निकला कूड़ा-कचरा ट्रैक्टर से जगह - जगह डंप कर दिया जा रहा है। इतना ही नहीं दुकानदार भी घर से निकला कूड़ा सड़क की पटरी पर फेंक दे रहे हैं। ऐसा ही दृश्य इन दिनों पटेल नगर एवं पुलिस लाइन के पास देखने को मिल रहा है। पुलिस लाइन के पास जगह-जगह कचरा फेंका जा रहा है। वहीं, पटेल नगर में सड़क से सटाकर कूड़ा गाड़ी कचरा डंप कर दे रहे हैं। गंदगी से उठ रहा दुर्गंध लोगों का इधर से गुजरना दुभर कर दिया है। इधर से गुजरने वाले लोग नाक पर कपड़ा रखकर चलने पर विवश हो रहे हैं। आए दिन इस परेशानी से संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। खासतौर पर स्वांस की समस्या से लोग इससे जूझ रहे हैं। क‌ई बार इस समस्या से लोगों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन समस्या के समाधान के प्रति कोई कदम नहीं उठाया गया। इस उपेक्षात्मक रवैए को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने क‌ई बार कचरा डंप करने के दौरान संबंधित को रोका,इस दौरान क‌ई बार विवाद भी होते - होते बचा। इस समस्या की ओर कभी भी विभाग और जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं जाता है। सिर्फ मिलने पर आश्वासन मात्र ही दिया जाता है। लोगों ने चेताया कि अगर इसका समाधान शीघ्र नहीं कराया गया तो वह आंदोलन के बाध्य होंगे।
*फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराने वाले किसान सम्मान निधि से होंगे वंचित* *अब तक केवल 34.1 फीसदी किसानों की हो सकी है फार्मर रजिस्ट्री*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। फार्मर रजिस्ट्री न कराने वाले किसानों की पीएम सम्मान निधि फंस सकती है। अगर वे फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराते हैं तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित होना पड़ सकता है। जिले में अब तक केवल 34.1 फीसदी किसानों ने ही फार्मर रजिस्ट्री कराया है। अब भी 65.9 फीसदी किसान फार्मर रजिस्ट्री नहीं करा सके हैं।जिले में एग्री स्टैक योजना के तहत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की रफ्तार सुस्त है। बीते साल 18 नवंबर से 31 दिसंबर तक विशेष अभियान के तहत किसान रजिस्ट्री बनाने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी फार्मर रजिस्ट्री का कार्य पूरा नहीं हो सका है। जिले में कुल दो लाख 46 हजार 899 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनाई जानी है, लेकिन अब तक 84 हजार 851 किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री तैयार हो सकी है। इस लिहाज से देखा जाए तो अब तक केवल 34.1 फीसदी किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री तैयार हो सकी है। जिले में किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की संख्या एक लाख 86 हजार के आसपास है। इसमें भी कई किसान ऐसे हैं, जो अब तक फार्मर रजिस्ट्री नहीं करा सके हैं। ऐसे में अब विभाग ने इसे लेकर सख्त रुख अपनाया है। उप निदेशक कृषि अश्वनी सिंह ने बताया कि जिले में फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति धीमी है। इसे लेकर अब सख्त रुख अपनाया जाएगा। जो भी किसान फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराएंगे। उन्हें शासन की ओर से संचालित योजनाओं से वंचित होना पड़ेगा। वहीं सम्मान निधि के जो भी लाभार्थी हैं। अगर उनकी फार्मर रजिस्ट्री नहीं होती है तो उन्हें अगली किस्त नहीं मिलेगी।
*प्रयागराज से सीतामढ़ी तक श्रद्धालुओं की भीड़: देश - विदेश से पहुंचे लोग वाल्मीकि आश्रम, भक्तों ने किया गंगा घाट पर स्नान*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। प्रयागराज महाकुंभ का आध्यात्मिक प्रभाव अब आसपास के तीर्थ स्थलों तक फैल गया है। सीतामढ़ी में स्थित महर्षि वाल्मीकि आश्रम में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है। बिहार, बंगाल, गुजरात और दक्षिण भारत साथ - साथ श्रद्धालु भी यहां पहुंचे रहें।‌ गंगा तट पर स्थित सीतामढ़ी में सीता माता का भव्य मंदिर है, जिसे सीता समाहित स्थल के नाम से जाना जाता है। जहां 108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। अलौकिक गंगा घाट पर स्नान कर भक्त पावन हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है। कोइरौना थाना प्रभारी राम सरीख गौतम अपनी टीम के साथ गंगा घाट से लेकर सीता समाहित स्थल तक लगातार निगरानी कर रहे हैं। प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। महाकुंभ में देश - विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डूबकी लगा रहें हैं। संगम तट पर उमड़ रहे विशाल जनसैलाब के बीच साधु-संत और आम कुंभ की पावन धारा में स्नान कर रहे हैं। यह आस्था का प्रवाह भारतीय संस्कृति की अद्भुत झलक प्रस्तुत कर रहा है।
*एक माह से अनुपस्थित डॉक्टर की सेवा समाप्त,22 का रोका वेतन* *भानीपुर सीएचसी पर 17 स्वास्थ्यकर्मी मिले अनुपस्थिति, सीएमओ ने अधीक्षक को फटकार*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सीएमओ डॉ. एसके ने लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों पर सख्त नजर आए। बीते एक महीने से अनुपस्थित चल रहे भानीपुर सीएचसी के चिकित्सक डॉ. राजीव गौतम की सेवा समाप्त कर दी। वहीं अनुपस्थित 17 स्वास्थ्यकर्मियों के सात दिन का वेतन रोक दिया।इसके अलावा सीएमओ ने विभागीय लापरवाही बरतने वाले तीन का एक दिन और दो का एक सप्ताह का वेतन रोक दिया। सीएमओ ने भानीपुर सीएचसी के निरीक्षण के दौरान यह कार्रवाई की। सीएमओ की कार्रवाई से विभागीय कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा।जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार को लेकर विभागीय उच्चाधिकारी जहां सख्त तेवर अपनाए हुए हैं। वहीं स्वास्थ्यकर्मी लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। भानीपुर सीएचसी में बेपटरी हो चुकी स्वास्थ्य सुविधाओं की लगातार मिल रही शिकायत को देखते हुए सीएमओ डॉ. एसके चक सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंच गए। निरीक्षण के दौरान उन्हें 17 स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित मिले। जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए सभी का एक सप्ताह का वेतन रोक दिया। इसके अलावा बीते एक माह से गायब चल रहे डॉ. राजीव गौतम के सेवा समाप्ति की संस्तुति कर दी। सीएमओ ने सीएचसी पर सबसे पहले रजिस्टर का अवलोकन किया। वे करीब एक घंटे तक सीएचसी पर रुके रहे। मरीजों से बातचीत की। परिसर का निरीक्षण किया। गंदगी दिखने पर सीएचसी अधीक्षक को फटकार लगाई। वहीं सीएचसी से हेमंत गुप्ता, जय कृष्ण यादव, डॉ. देवजनी सरकार, डॉ. अर्शी नोमानी, डॉ. सीमा पंत, अजय कुमार, विजय कुमार, शिवनाथ, मनीषा पाल, अभय कुमार, रितिक कुमार, रामनाथ, अरुण अग्निहोत्री, अनिल कुमार राणा, भीम जैसवार, संजीत शुक्ला, अजीत कुमार आदि कर्मचारी अनपुस्थित मिले। सभी के सात दिन का वेतन रोक कर स्पष्टीकरण मांगा।
-गोपीगंज में प्रशासन ने जब्त की 2 किलो प्रतिबंधित पाॅलीथीन :1700 रुपए जुर्माना वसूला, सर्विस लेन से अवैध अतिक्रमण भी हटाया*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। गोपीगंज में बुधवार को पुलिस और नगर पालिका प्रशासन ने संयुक्त अभियान चलाकर अवैध अतिक्रमण और प्रतिबंधित पाॅलीथीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। चौकी प्रभारी दिनेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने राजमार्ग बड़ा चौराहा से मिर्जापुर रोड काली देवी तक क्षेत्र में छापेमारी की। अभियान के दौरान टीम ने सड़क की पटरी और सर्विस लेन से अवैध अतिक्रमण हटाया। साथ ही, करीब दो किलो प्रतिबंधित पाॅलीथीन जब्त कर 1700 रुपए का जुर्माना वसूला। अधिकारों ने दुकानदारों को चेतावनी दी कि दोबारा अतिक्रमण या प्रतिबंधित पाॅलीथीन के उपयोग पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी के साथ नगर पालिका के कर्मचारी आशीष कुमार यादव, रामानंद यादव और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। यह अभियान शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
*सड़क किनारे अतिक्रमण हटाने से यातायात व्यवस्था में सुधार: दुकानदारों पर की गई कार्रवाई, बढ़ रही थीं जाम की समस्या*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही - ज्ञानपुर मार्ग पर लंबे समय से चली आ रही यातायात की समस्या का बुधवार को समाधान किया गया। ज्ञानपुर ईओ राजेन्द्र दूबे और ज्ञानपुर थानाध्यक्ष विष्णु प्रभा ने संयुक्त अभियान चलाकर सड़क किनारे अवैध रूप से लगी दुकानों को हटवाया। यह कार्रवाई काफी समय से आवश्यक थी, क्योंकि पटरी व्यवसायियों द्वारा सड़क के किनारे अवैध रूप से लगाई गई दुकानों के कारण आए दिन जाम की स्थिति बनती थी। इससे आम नागरिकों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। कार्रवाई के दौरान नगर पंचायत के कर्मचारियों ने अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों का पूरा विवरण भी दर्ज किया। प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यवसायी दोबारा अतिक्रमण करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई से नगर में हड़कंप मच गया और क‌ई दुकानदारों ने स्वयं ही अपनी दुकानें हटा ली। यह कार्रवाई स्थानीय प्रशासन की ओर से नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए की गई है, जिससे सड़क पर यातायात सुचारू रूप से चल सके और आम जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े।
*भारत टेक्स : भदोही से 78 कालीन निर्यातक लेंगे हिस्सा* *14 से 17 फरवरी को न‌ई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा आयोजन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नई दिल्ली के भारत मंडपम में 4 से 17 फरवरी तक होने वाले भारत टेक्स पर टिक गई हैं। इसमें भदोही के 78 कालीन निर्यातक हिस्सा लेंगे। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के पदाधिकारी भारतटेक्स की सफलता को लेकर आशान्वित हैं। वर्ष 2024 में भारतटेक्स की शुरूआत प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर हुई थी। पहला साल काफी सकारात्मक रहा। निर्यातकों ने काफी सराहना की। उनका कहना था कि आयोजन विश्व स्तरीय था। फरवरी में होने वाले दूसरे संस्करण में बुकिंग समाप्त हो चुकी है। कुल 78 कालीन निर्यातकों ने स्टाॅल की बुकिंग की है।निर्यातकों का मानना है कि भारत को ऐसे एक्सपो की दरकार थी, जिसका नाम सुनते ही आयातक खीचे चले आएं। निर्यातकों का कहना है कि पहला भारत टेक्स में किसी के लिए अच्छा रहा था, तो किसी के लिए सामान्य। वह इसलिए कि वह पहला आयोजन था। उन्हें पूरी उम्मीद है कि दूसरे संस्करण में पहले में हुई कमियां दूर कर ली जाएगी और अच्छा कारोबार होगा। सीईपीसी चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने बताया कि बुकिंग बंद हो चुकी है। 78 कालीन निर्यातक इसमे स्टाॅल लगाएंगे। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय और वस्त्र मंत्रालय दुनिया भर में इसका प्रचार कर रहे हैं।