/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz बसंत पंचमी पर महाकुंभ में बेहतर व्यवस्था का दावा: प्रशांत कुमार Swarup
बसंत पंचमी पर महाकुंभ में बेहतर व्यवस्था का दावा: प्रशांत कुमार

डेस्क:–महाकुंभ में हुई दुखद भगदड़ के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि 3 फरवरी को आने वाले बसंत पंचमी (तीसरे शाही स्नान) के लिए बेहतर व्यवस्था की जाएगी। दुनिया के सबसे बड़े समारोहों में से एक, चल रहे महाकुंभ में बुधवार को सुबह भगदड़ जैसी स्थिति देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए और कई लोगों की मौत हो गई। कुंभ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने कहा कि नवीनतम अपडेट के अनुसार, भोर से पहले हुई भगदड़ में कम से कम 30 लोग मारे गए और 60 घायल हो गए। उन्होंने कहा कि 25 शवों की पहचान कर ली गई है। यह घटना उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए गंगा और यमुना नदियों के संगम पर एकत्र हुए थे।

यह दिन दूसरे शाही स्नान का भी दिन है। महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग पर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को मिडिया से कहा, राज्य सरकार ने एक न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। वर्तमान में, हम यहां इस बात पर चर्चा करने आए हैं कि हम बसंत पंचमी के अमृत स्नान को कैसे बेहतर तरीके से आयोजित कर सकते हैं और हम बेहतर सुविधाएं कैसे प्रदान कर सकते हैं, डीजीपी कुमार ने यह भी कहा कि उन्होंने प्रयागराज में घटनास्थल का दौरा किया और मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहे लोगों से भी मुलाकात की। डीजीपी कुमार ने कहा, यहां भर्ती किसी की हालत गंभीर नहीं है, उनमें से कुछ के फ्रैक्चर हुए हैं...हम बसंत पंचमी के लिए बेहतर व्यवस्था करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने महाकुंभ में भगदड़ की घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और मामले की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। घटना पर बोलते हुए पाठक ने कहा, प्रयागराज की घटना को सरकार ने बहुत गंभीरता से लिया है। न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि न्यायिक समिति समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। महाकुंभ में शेष अन्य महत्वपूर्ण स्नान तिथियों में 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) शामिल हैं।
महाकुंभ में ड्यूटी के दौरान दारोगा अंजनी राय का निधन

डेस्क:–प्रयागराज महाकुंभ में तैनात उप निरीक्षक अंजनी कुमार राय की मौत बुधवार को ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ने से हुई। वह बहराइच जिले में पोस्टेड थे और महाकुंभ के लिए उनकी ड्यूटी मेला क्षेत्र में लगाई गई थी। उन्हें आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अंजनी कुमार राय मूल रूप से गाजीपुर के रहने वाले थे और बहराइच के बौंडी थाना पर एसओ के पद पर तैनात रह चुके थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि अंजनी कुमार राय की मौत तबीयत खराब होने से हुई है।
महाकुंभ में 31 जनवरी, 1 और 4 फरवरी को वाहन प्रवेश पर प्रतिबंध नहीं

डेस्क:–महाकुंभ 2025 में करोड़ों भक्तों का आना जारी है। भक्तों की भारी भीड़ के प्रबंधन के लिए डीएम प्रयागराज, रवींद्र कुमार मंदार ने स्पष्ट किया कि 31 जनवरी, 1 फरवरी और 4 फरवरी को प्रयागराज में वाहनों के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। डायवर्जन सिर्फ 2 और 3 फरवरी को लागू किया जाएगा। बता दें कि डायवर्जन केवल मौनी अमावस्या के दिन के लिए लागू किया गया था। अब, लगभग सभी श्रद्धालु लौट रहे हैं और डायवर्जन को पुलिस द्वारा हटाया जा रहा है। डीएम रवींद्र कुमार मंदार ने बताया कि पुलिस को बैरिकेड्स हटाने के निर्देश दिए हैं। 31 जनवरी, 1 और 4 फरवरी को किसी भी वाहन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। केवल 2 और 3 फरवरी को बसंत पंचमी के पावन स्नान पर डायवर्जन किया जाएगा।

प्रयागराज के DM रवींद्र कुमार मंदार ने बताया कि महाकुंभ में प्रवेश की एक बहुत ही अलग प्रक्रिया है मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक के बारे में मेला अधिकारी और डीआईजी सभी को सूचित करेंगे। उन्होंने कहा कि कमिश्नर क्षेत्र में वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उत्तर प्रदेश में यूपी सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दौरान प्रयागराज आने वाले सभी वीआईपी और वीवीआईपी प्रतिनिधिमंडलों को विशेष सुविधाएं नहीं मिलेंगी।

महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हर्ष कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि आयोग ने जांच पूरी कर ली है। आयोग जल्द ही प्रयागराज जाकर स्थिति का जायजा लेगा। वहीं प्रयागराज में यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया।
गणतंत्र दिवस परेड में झांकियों को मिला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का पुरस्कार

डेस्क:–रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने 30 जनवरी2025 को दिल्ली के राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में गणतंत्र दिवस परेड 2025 के सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्तों और झांकियों को पुरस्कार प्रदान किए।  संजय सेठ ने सीपीडब्ल्यूडी की झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को विशष पुरस्कार प्रदान किए, साथ ही ट्रैक्टर कंपनियों के प्रतिनिधियों को छह स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए।

सेवाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी - जम्मू और कश्मीर राइफल्स टुकड़ी

सीएपीएफ/अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता - दिल्ली पुलिस मार्चिंग दस्ता

*शीर्ष तीन झांकियां (राज्य/संघ राज्य क्षेत्र)*

प्रथम - उत्तर प्रदेश (महाकुंभ 2025 - स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास )

दूसरा - त्रिपुरा (शाश्वत श्रद्धा: त्रिपुरा में 14 देवताओं की पूजा - खर्ची पूजा)

तीसरा - आंध्र प्रदेश (एटिकोप्पका बोम्मलु - पर्यावरण-अनुकूल लकड़ी के खिलौने)

*शीर्ष तीन झांकियां (राज्य/संघ राज्य क्षेत्र)*

प्रथम - गुजरात (स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास)

दूसरा - उत्तर प्रदेश (महाकुंभ 2025 - स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास )

तीसरा - उत्तराखंड (उत्तराखंड: सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल )

रक्षा राज्य मंत्री ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शब्दों को याद किया कि गणतंत्र दिवस परेड में व्यक्तियों की भागीदारी राष्ट्र के प्रति लोगों के प्रेम और समर्पण को दर्शाती है।  संजय सेठ ने इस तथ्य पर जोर दिया कि सभी झांकियों ने संरचनाओं के माध्यम से रचनात्मकता को प्रदर्शित किया। 2047 तक विकसित भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति का योगदान नहीं है, बल्कि देश को दुनिया के सबसे मजबूत राष्ट्रों में से एक बनाने के लिए 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प है।
भारत आने वाले महीनों अपना खुद का आधारभूत मॉडल तैयार करेगा: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव

डेस्क:–आज के समय में AI का दौर चल रहा है। कई बेहतर तकनीकें और मॉडल उभर के सामने आ रहें है। अब केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देश की AI महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करते कहा कि भारत आने वाले महीनों अपना खुद का आधारभूत मॉडल तैयार करेगा। भारत स्टार्टअप और शोधकर्ताओं के उपयोग के लिए 18,693 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) द्वारा संचालित सबसे सस्ती कम्प्यूट सुविधा तैयार करेगा, जिसकी मदद से चैटजीपीटी, DEEPSEEK R1 और ऐसे ही दूसरे अन्य AI मॉडल को टक्कर दे सकता है।

भारत का यह साहसिक कदम ऐसे समय में सामने आया है जब चीन खुद का AI Model लेकर आया है। चीन के DEEPSEEK ने अपने AI Model से लोगों का ध्यान 'खींचा है। कुछ ही दिनों DEEPSEEK ने एआई के क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों के प्रभुत्व को चुनौती दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और शेयर बाजार में नई AI DeepSeek की लोकप्रियता जारी है। नए AI मॉडल DeepSeek को लियांग वेनफेंग ने हांग्जो में बनाया था।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ने भरोसा जताया कि भारत एक ऐसा आधारभूत AI Model बनाएगा, जो विश्वस्तरीय होगा और दुनियाभर के सर्वश्रे्ठ मॉडल के साथ मुकाबला कर सकेगा।
भारतीय रेलवे 3 फरवरी को विद्युतीकरण की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा

डेस्क:–भारतीय रेलवे 3 फरवरी को विद्युतीकरण की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा, जिसमें भारतीय रेलवे द्वारा हरित रेल प्रणाली की दिशा में उठाए गए पहले कदमों पर प्रकाश डाला जाएगा। केंद्रीय जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने कहा कि भारत में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन 3 फरवरी, 1925 को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के प्लेटफॉर्म 2 से मुंबई के कुर्ला तक चली थी। रेलवे ने 16 अप्रैल, 1853 को पहली भारतीय ट्रेन शुरू होने के ठीक 72 साल बाद विद्युतीकरण शुरू किया था।

सीपीआरओ स्वप्निल नीला ने कहा कि विद्युतीकरण की शुरुआत के बाद से शताब्दी मनाने के अलावा, मध्य रेलवे ने 100 प्रतिशत विद्युतीकरण भी पूरा कर लिया है। इस विशेष अवधि में, मध्य रेलवे ने अपना 100% विद्युतीकरण भी पूरा कर लिया है, और इसके लिए हम 3 फरवरी से शुरू होने वाले समारोह की शुरुआत कर रहे हैं। शताब्दी समारोह मनाने के लिए कई कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जिसमें कई सेमिनार और 3डी शो शामिल हैं। 

नियोजित कार्यक्रमों में सुबह की दौड़ से शुरू होने वाली कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इसके बाद एक औपचारिक स्मरणोत्सव और उसी दिन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर तकनीकी और अन्य सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन जारी रखेंगे, जिसमें प्रक्षेपण, तीन शो शामिल हैं। मध्य रेलवे ने स्कूली बच्चों के साथ रेलवे के इतिहास और विरासत को दिखाने के लिए विभिन्न सत्रों की भी योजना बनाई है।
छत्तीसगढ़ में कुतुल क्षेत्र समिति के 29 नक्सलियों ने SP प्रभात कुमार के सामने किया आत्मसमर्पण

डेस्क:–छत्तीसगढ़ में कुतुल क्षेत्र समिति के 29 नक्सलियों ने नारायणपुर SP प्रभात कुमार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 22 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं। इस विकास कार्य के प्रभाव के रूप में एक सामाजिक परिवर्तन देखा जा सकता है। हम नक्सलवाद के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं। इसके तहत प्रभावी अभियान चलाए गए हैं और विकास कार्य भी किए गए हैं। कुतुल क्षेत्र में, हम इस विकास कार्य के प्रभाव के रूप में एक सामाजिक परिवर्तन देख रहे हैं। जो लोग नक्सल गतिविधियों में शामिल थे, वे आत्मसमर्पण कर रहे हैं। 29 लोग जो नक्सल गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे, उन्होंने आज आत्मसमर्पण कर दिया है।

इससे पहले, सुरक्षा बलों ने बीजापुर जिले के भट्टीगुड़ा के घने जंगलों में पीएलजीए बटालियन नंबर 01 के मुख्य क्षेत्र में एक माओवादी प्रशिक्षण शिविर पर नियंत्रण कर लिया। शिविर को माओवादियों ने छोड़ दिया था, जो सेना के तलाशी अभियान के दौरान भाग गए थे। संयुक्त अभियान कोबरा इकाइयों 201, 204 और 210 द्वारा मंगलवार को सुरक्षा कर्मियों द्वारा किया गया, जहां सुरक्षा बलों ने उनके शिविरों पर धावा बोला और नक्सल शहीद स्मारक को ध्वस्त कर दिया। नक्सलियों के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण के उद्देश्य से तैयार ऊंचे पेड़, खाइयां और अन्य कई संसाधन थे। इसमें माओवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्थायी बैरक और झोपड़ियां भी थीं।

अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों के लिए एक बड़ा झटका और उनके बुनियादी ढांचे को खत्म करने की दिशा में एक कदम है। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने सुरक्षा बलों की उपलब्धियों और माओवादी खतरे से निपटने में उनकी सफलता पर प्रकाश डाला और राज्य में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की मुलाकात

डेस्क:–उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सीएम धामी ने इस बैठक की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा कीं। उन्होंने लिखा कि उन्होंने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें उत्तराखंड में आयोजित हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया।

सीएम धामी ने पोस्ट में आगे लिखा कि इस अवसर पर उनके साथ उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के सफल क्रियान्वयन और हाल ही में संपन्न निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत सहित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इन खेलों में कई स्वदेशी और पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार के राष्ट्रीय खेलों को "ग्रीन गेम्स" का दर्जा दिया गया है, जहां सभी गेंद और ट्रॉफी ई-कचरे से बनाई गई हैं। साथ ही, जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम पर एक पेड़ लगाया जाएगा। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।

आज पूरी दुनिया मान रही है कि 21वीं सदी भारत की सदी है - पीएम मोदी इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के लिए उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा, "आज पूरी दुनिया मान रही है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। बाबा केदारनाथ के दर्शन के बाद मेरे दिल और जुबान से अचानक निकला था कि यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा। मुझे खुशी है कि उत्तराखंड तेजी से प्रगति कर रहा है। यह देश का पहला राज्य बना है जिसने यूसीसी लागू किया है। मैं इसे कभी-कभी 'सेकुलर सिविल कोड' भी कहता हूं। यूसीसी हमारी माताओं और बहनों के गरिमापूर्ण जीवन का आधार बनेगी और लोकतंत्र एवं संविधान की मूल भावना को और मजबूत करेगी।"
NIA का एक्शन, गैर स्थानीय हत्या मामले में जम्मू-कश्मीर के 6 स्थानों पर छापेमारी

डेस्क:–राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने को गैर-स्थानीय लोगों की हत्या के लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े मामले में जम्मू और कश्मीर के तीन जिलों में व्यापक तलाशी ली। NIA के एक बयान में कहा गया है कि यह मामला अमृतसर (पंजाब) के चम्यारी से जुड़ा है जहां दो नागरिकों की आतंकवादियों द्वारा हत्या कर दी गई थी। आतंकवादियों ने 7 फरवरी, 2024 की शाम को श्रीनगर के शहीद गंज इलाके के शल्ला कदल में उन पर गोलियां चलाईं थी। गृह मंत्रालय के निर्देश पर NIA द्वारा 15 जून, 2024 को दर्ज किए गए मामले में श्रीनगर, बडगाम और सोपोर जिलों में छह स्थानों पर मंगलवार को तलाशी ली गई।

NIA की टीमों ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर और उसके सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ('टीआरएफ') के समर्थकों, कार्यकर्ताओं और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के आवासीय परिसरों से कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। संदिग्ध आतंकवादियों को शरण देने और रसद सहायता प्रदान करने में शामिल थे। बयान में कहा गया है कि मामले में अब तक की एनआईए जांच से पता चला है कि लश्कर और टीआरएफ के मास्टरमाइंड भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश के तहत गैर-स्थानीय लोगों पर हमले करने के लिए कश्मीर घाटी में युवाओं के संपर्क में थे।

कथित तौर पर एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया एप्लिकेशन का उपयोग करके आपराधिक साजिश की योजना शारीरिक रूप से और साइबरस्पेस दोनों के माध्यम से बनाई गई थी। NIA तलाशी के दौरान जब्त की गई सामग्रियों की जांच कर रही है और मामले की जांच जारी रखे हुए है।
प्रयागराज के हर कोने में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, आज मौनी अमावस्या पर टूटेंगे रिकॉर्ड

डेस्क:–महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर, संगम नगरी प्रयागराज एक बार फिर श्रद्धालुओं के अटूट विश्वास और भक्ति का केंद्र बन गई है। मौनी अमावस्या, जिसे महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र स्नान पर्व माना जाता है, मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से अधिक लोगों के गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने की संभावना है। यह दिन सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है, जब श्रद्धालु मौन धारण कर पवित्र स्नान के जरिए आत्मशुद्धि और मोक्ष की कामना करते हैं।

मौनी अमावस्या हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास की अमावस्या तिथि को आती है। इसे मौन रहकर आत्मचिंतन और तपस्या का दिन माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन संगम में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से महाकुंभ के दौरान इस तिथि का महत्व और भी बढ़ जाता है। यही कारण है कि करोड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से संगम नगरी पहुंचते हैं।

महाकुंभ 2025 के अब तक के 17 दिनों में 15 करोड़ से अधिक लोग पवित्र स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या पर इस संख्या में बड़ा इजाफा होने की संभावना है। प्रशासन का अनुमान है कि बुधवार को 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा और संगम में डुबकी लगाएंगे। संगम क्षेत्र में भक्तों की भीड़ सुबह से लेकर देर रात तक बनी रहेगी।

प्रदेश सरकार के मुताबिक, मकर संक्रांति (14 जनवरी) को 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं, संतों और कल्पवासियों ने अमृत स्नान में हिस्सा लिया। वहीं आगामी मौनी अमावस्या के लिए आठ से 10 करोड़ लोगों के 28 से 30 जनवरी तक स्नान करने की संभावना है। अकेले मंगलवार को 4.80 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया। यह संख्या मकर संक्रांति को अमृत स्नान में डुबकी लगाने वाले 3.5 करोड़ लोगों से भी अधिक है।

राज्य सरकार ने कहा कि उसने मौनी अमावस्या के अवसर पर बुधवार को सुबह पौने सात बजे श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की योजना बनाई है।

अमृत स्नान (पूर्व में शाही स्नान), महाकुंभ मेले का सबसे पवित्र और सबसे बड़ा स्नान पर्व होता है जिसमें दुनियाभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए आते हैं। अमृत स्नान का मुख्य आकर्षण विभिन्न अखाड़ों के साधुओं का स्नान होता है।

अमृत स्नान की तिथियां सूर्य, चंद्र और बृहस्पति के ज्योतिषीय मेल पर आधारित होती हैं और माना जाता है कि इनके योग से पवित्र नदियों की अध्यात्मिक शक्ति बढ़ जाती है। यह भी माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों का जल अमृत में परिवर्तित हो जाता है। मौनी अमावस्या का स्नान पारंपरिक रूप से मौन रहकर किया जाता है।

उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ को संभालने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। मेला क्षेत्र के हर हिस्से में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन की मदद से श्रद्धालुओं की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। साथ ही, कुंभ मेला क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसें, विशेष ट्रेनें, और ट्रैफिक डायवर्जन की योजनाएं लागू की गई हैं। वाहनों को पार्किंग स्थलों तक ही सीमित रखा गया है, जिससे मेले में अव्यवस्था न हो।

उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने मंगलवार को बताया कि उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने अपने-अपने स्टेशनों से ट्रेनें चलाने की व्यवस्था की है। इस दौरान 150 से अधिक ट्रेनें चलाने का लक्ष्य रखा गया है और आवश्यकता पड़ने पर और अधिक ट्रेनें चलाई जाएंगी ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को सुरक्षित और त्वरित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।

उन्होंने बताया कि अयोध्या-वाराणसी के लिए प्रयागराज जंक्शन की बजाय झूसी, रामबाग, फाफामऊ, प्रयाग जंक्शन से ट्रेनें उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, रेलवे ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्लेटफॉर्म पर न सोएं और न ही लेटें, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। मौनी अमावस्या के दिन कुछ ट्रेनें कैंसिल भी की गई हैं। साथ ही, राज्य सरकार के सहयोग से आठ हजार बसों के संचालन की भी तैयारी की गई है।

*स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाएं*

मेला क्षेत्र में 24/7 चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है।

*साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाएं*

गंगा की स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया गया है। साथ ही, श्रद्धालुओं के लिए शौचालय, पेयजल, और भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है।

*तकनीक का उपयोग*

महाकुंभ 2025 में सुरक्षा और प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीकों का भरपूर उपयोग हो रहा है। एआई-आधारित कैमरे न केवल भीड़ प्रबंधन में मदद कर रहे हैं, बल्कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना भी दे रहे हैं। वहीं, ड्रोन की तैनाती से मेला क्षेत्र का व्यापक सर्वेक्षण किया जा रहा है।

*धार्मिक और सांस्कृतिक आकर्षण*

महाकुंभ के दौरान स्नान के साथ-साथ श्रद्धालु विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हिस्सा बन रहे हैं। कथा-वाचन, भजन-कीर्तन, और साधु-संतों के प्रवचन से मेला क्षेत्र में भक्ति और आध्यात्मिकता का अनूठा माहौल बना हुआ है।

*आर्थिक और सामाजिक प्रभाव*

महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह प्रयागराज और आस-पास के क्षेत्रों के लिए एक आर्थिक अवसर भी है। स्थानीय व्यापारियों, होटलों, और परिवहन सेवाओं को इससे बड़ा लाभ मिलता है। इसके अलावा, यह आयोजन भारतीय संस्कृति और विरासत का वैश्विक स्तर पर प्रचार करता है।

*महाकुंभ 2025 इस बार भी करोड़ों भक्तों की भक्ति और समर्पण का गवाह बनेगा*

मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान करना श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत है। महाकुंभ 2025 इस बार भी करोड़ों भक्तों की भक्ति और समर्पण का गवाह बनेगा। प्रशासन और श्रद्धालु मिलकर इसे एक सुरक्षित, स्वच्छ और स्मरणीय आयोजन बनाने की दिशा में तत्पर हैं।