नगर निगम दुर्ग : भाजपा ने कुर्मी तो कांग्रेस ने साहू को बनाया प्रत्याशी, सांसद और पूर्व विधायक की साख दांव पर…
दुर्ग- नगर निगम दुर्ग महापौर के लिए भाजपा-कांग्रेस ने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. भाजपा ने कुर्मी समाज से अल्का बाघमार को अपना महापौर उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने साहू समाज से प्रेमलता पोषण साहू को महापौर के लिए मैदान में उतारा है. माना जा रहा कि इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अल्का बाघमार पर दुर्ग सांसद विजय बघेल और कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता साहू पर दुर्ग के पूर्व विधायक अरुण वोरा की साख दांव पर लगी है.
सांसद विजय बघेल की रिश्तेदार हैं अल्का बाघमार
भाजपा प्रत्याशी अल्का बाघमार दुर्ग सांसद विजय बघेल की रिश्तेदार हैं. दुर्ग निगम क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है. लोगों के बीच अच्छी छवि भी है. 52 वर्षीय अल्का बाघमार ग्रेजुएट हैं. कई सालों से भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता हैं और दुर्ग निगम में वार्ड 7 से निवर्तमान पार्षद भी हैं. अल्का महिला मोर्चा दुर्ग की महामंत्री भी रह चुकी हैं. वर्तमान में दुर्ग जिले से भाजपा की उपाध्यक्ष हैं.
पूर्व विधायक वाेरा की करीबी हैं प्रेमलता साहू
कांग्रेस ने साहू समाज से प्रेमलता पोषण साहू को महापौर का प्रत्याशी बनाया है. वे दुर्ग के पूर्व विधायक अरुण वोरा की करीबी हैं. प्रेमलता साहू लंबे समय से कांग्रेस में सक्रिय हैं. वर्तमान में बोरसी की पार्षद हैं. उनके पति भूषण साहू भी लंबे समय से कांग्रेस के सक्रिय नेता हैं और वो दुर्ग में पार्षद भी रहे हैं.
ACB-EOW का छापा : मोक्षित कारपोरेशन के ठिकानों पर टीम ने दी दबिश, रायपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में चल रही कार्रवाई
रायपुर- छत्तीगसढ़ मेडिकल कार्पोरेशन में हुई गड़बड़ी मामले में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने रायपुर, दुर्ग समेत गवर्मेंट सम्पलायर मोक्षित कारपोरेशन के कई ठिकानों पर दबिश दी है. यह कार्रवाई सीजीएमएसी के अफसरों एवं मेडिकल सप्लायरों के यहां चल रही है.
जानकारी के मुताबिक, ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम पुलगांव चौक दुर्ग स्थित मोक्षित कारपोरेशन के ऑफिस और दुर्ग कोर्ट के पीछे खंडेलवाल कॉलोनी स्थित सप्लायर के घर समेत सभी भाइयों के ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच कर रही. सिद्धार्थ चौपड़ा और उनके तीनों भाइयों के ठिकानों पर कार्रवाई जारी है.
नगर निगम राजनांदगांव : कांग्रेस ने युवा नेता निखिल पर जताया भरोसा, भाजपा ने पूर्व सांसद-पूर्व महापौर मधुसूदन को दिया है टिकट
राजनांदगांव- काफी कश्मकश के बाद कांग्रेस ने राजनांदगांव नगर निगम महापौर उम्मीदवार के रूप में युवा नेता निखिल द्विवेदी के नाम पर मुहर लगाई है. वहीं भाजपा ने पूर्व सांसद व पूर्व महापौर मधुसूदन यादव को मैदान में उतारा है. राजनांदगांव विधानसभा से डॉ. रमन सिंह विधायक हैं. विधानसभा अध्यक्ष भी हैं. इस लिहाज से राजनांदगांव का चुनाव हाईप्रोफाइल माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि राजनांदगांव नगर निगम महापौर का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.
36 साल के युवा निखिल कांग्रेस की युवा ब्रिगेड के नेता रहे हैं. एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर कार्य कर युवाओं में काफी प्रचलित रहे हैं. बीते कांग्रेस कार्यकाल में राज्य पर्यटन मंडल के सदस्य भी रह चुके हैं. वहीं भाजपा प्रत्याशी मधुसूदन यादव सांसद और महापौर रह चुके हैं.
डॉ. रमन सिंह के करीबी है मधुसूदन यादव
मधुसूदन यादव को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का करीबी माना जाता है, जिसका लाभ उन्हें राजनीतिक करियर में मिलता रहा है. वे सांसद और महापौर रह चुके हैं. नगर निगम में सत्ता बरकरार रखने के लिए भाजपा ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है.
विकास का विजन लेकर जनता के बीच जाएंगे : निखिल
कांग्रेस महापौर प्रत्याशी निखिल द्विवेदी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने उन पर भरोसा किया है. वे भरोसे पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे. भाजपा उम्मीदवार मधुसूदन यादव को लेकर उनका कहना है कि पूर्व महापौर पूर्व सांसद का तमगा उनके साथ है, लेकिन पिछला विधानसभा चुनाव हारने के बाद उनकी जननायक की छवि खत्म हो चुकी है. उन्होंने ये भी कहा कि राजनांदगांव में जब भी कोई चुनाव आता है तो सिर्फ मधुसूदन यादव को ही सामने लाया जाता है. इनके पास राजनादगांव में कोई नेता नहीं है, जिसे चुनाव मैदान में मौका दिया जाए. निखिल द्विवेदी का कहना है कि उनके पास राजनादगांव नगर निगम अंतर्गत विकास का एक विजन है. इसी विजन को लेकर वे जनता के बीच जाएंगे.
टिकट न मिलने से BJP के पूर्व पार्षद का झलका दर्द : शैव्या ने पार्टी पर लगाया परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप, कहा – हमारी मेहनत क्या कम थी?
खैरागढ़- नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के ऐलान के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी खुलकर सामने आ रही है. खैरागढ़ जिले के छुईंखदान नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा की सियासी गलियों में भूचाल आ गया है. वार्ड नंबर एक की पूर्व पार्षद और जिला महिला मोर्चा मंत्री शैव्या वैष्णव ने टिकट न मिलने से आहत होकर सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो जारी किया है. वीडियो में शैव्या रोते हुए न केवल पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है, बल्कि राजनीति में महिलाओं के संघर्ष और उनके साथ होने वाले अन्याय पर भी खुलकर अपनी बात रखी है. बताया जा रहा कि शैव्या वैष्णव को अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं, लेकिन पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के करीबी वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख की बेटी शीतल जैन को उम्मीदवार बनाया है.
अपने वीडियो में शैव्या ने कहा, “मैं शैव्या वैष्णव, पूर्व पार्षद यह वीडियो उन सभी महिलाओं के लिए बना रही हूं, जो राजनीति में हैं. महिलाओं के लिए राजनीति करना आसान नहीं है. परिवार और बच्चों को छोड़कर मैदान में मेहनत करनी पड़ती है. मैंने भी दिन-रात मेहनत की थी, लेकिन नतीजा क्या मिला? उन महिलाओं को टिकट दिया गया, जिनके पीछे बड़े नेताओं और परिवार का हाथ है. हमारी मेहनत क्या कम थी? आरक्षण इसलिए आया था कि महिलाएं आगे बढ़ सकें, लेकिन यहां आरक्षण भी परिवारवाद का भेंट चढ़ गया.”
स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शैव्या के प्रति जताई सहानुभूति
शैव्या ने पार्टी पर सीधे-सीधे परिवारवाद और गुटबाजी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि महिलाओं के संघर्ष और योगदान को नजरअंदाज कर दिया गया. उनका यह बयान न केवल छुईंखदान, बल्कि पूरे राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है. शैव्या का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सियासी हलकों में खलबली मच गई. लोगों ने भी इस वीडियो को शेयर कर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया है. वीडियो पर कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी कमेंट कर शैव्या के प्रति सहानुभूति जताई है. कुछ ने पार्टी नेतृत्व के फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह भाजपा की “महिला सशक्तिकरण” के दावे को कमजोर करता है.
कांग्रेस ने कहा – भाजपा में परिवारवाद और गुटबाजी हावी
शैव्या के वीडियो पर विपक्षी दलों ने भाजपा पर हमला बोला है. कांग्रेस नेताओं ने कहा, “भाजपा में परिवारवाद और गुटबाजी हावी है. महिलाओं को सिर्फ दिखावे के लिए आगे बढ़ाने की बातें होती हैं, असल में उनके साथ अन्याय होता है.” BJP नेतृत्व इस पूरे मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि यह विवाद चुनाव में पार्टी को भारी पड़ सकता है. शैव्या का यह बयान और वायरल वीडियो छुईंखदान में BJP के चुनावी समीकरण बिगाड़ सकता है. पार्टी के सामने अब शैव्या को मनाने और कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.
टिकट वितरण के बाद कई जिलों के भाजपाइयों में असंतोष
भाजपा में टिकट वितरण के बाद लगातार असंतोष देखने को मिल रहा है. सक्ती नगर पालिका से चिराग अग्रवाल को टिकट मिलते ही वरिष्ठ भाजपा नेता संजय रामचंद्र ने इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि टिकट वितरण में लेन-देन और वरिष्ठ नेताओं की साजिशें शामिल हैं. इसी तरह रतनपुर नगर पालिका में टिकट काटे जाने पर भाजपा नेता कन्हैया यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. वहीं सुकमा में वर्तमान पार्षदों समेत 19 लोगों ने बीजेपी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस ने पूर्व पार्षद पर जताया भरोसा, भाजपा ने प्रदेश महामंत्री को मैदान में उतारा, जानिए दोनों प्रत्याशियों की क्या है राजनीतिक पृष्ठभूमि..
धमतरी- कांग्रेस ने नगर निगम धमतरी महापौर के लिए विजय गोलछा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं भाजपा ने अपने प्रदेश महामंत्री जगदीश रामू रोहरा को मैदान में उतारा है. यहां भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा. भाजपा-कांग्रेस दोनों ही प्रत्याशी अपनी पहली प्राथमिकता में शहर के रुके विकास कार्यों को गति देने का दावा कर रहे हैं.
जानिए कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी विजय गोलछा
कांग्रेस ने विजय गोलछा को महापौर प्रत्याशी बनाया है. वो कांग्रेस के सक्रिय सदस्य हैं. शहर ब्लॉक अध्यक्ष भी रहे हैं. विजय गोलछा 1998 से 2003 तक पार्षद रहे. सकल जैन समाज के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. जैन स्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के वर्तमान अध्यक्ष हैं. उन्होंने बातचीत में कहा, पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया है उस पर मैं खरा उतरूंगा. मेरा मुख्य उद्देश्य शहर में मूलभूत सुविधाओं पर काम करना होगा. चुनाव में सबकी चुनौती रहती है, मैं अपना काम करूंगा.
भाजपा प्रत्याशी रोहरा के पास 20 सालों का राजनीतिक अनुभव
धमतरी नगर निगम के महापौर पद के लिए भाजपा ने जगदीश रामू रोहरा को प्रत्याशी घोषित किया है. 51 वर्षीय जगदीश रामू रोहरा धमतरी शहर के विवेकानंद नगर के निवासी हैं. उन्होंने बीकॉम स्नातक तक की पढ़ाई की है. राजनीतिक सफर की बात करें तो 2003 से भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं. 2010 से 2015 तक पार्टी के जिला कोषाध्यक्ष रहे. 2015 से 2019 तक भाजपा जिला अध्यक्ष रहे. वहीं 2019 से 2024 तक प्रदेश मंत्री रहे. 2024 से वे भाजपा के प्रदेश महामंत्री हैं. रामू रोहरा के पास 22 सालों का राजनीतिक अनुभव है.
नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण को उतारा मौत के घाट, पर्चा फेंक कर फैलाया दहशत
बीजापुर- कोर नक्सल क्षेत्र बीजापुर के ग्राम केशामुंडी में नक्सलियों ने बीती रात एक ग्रामीण की पुलिस मुखबिरी के आरोप में निर्ममता से हत्या कर दी. मौके से प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन भैरमगढ़ एरिया कमेटी का पर्चा भी बरामद हुआ है. सूचना पर पहुंची भैरमगढ़ थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण की पहचान केशामुंडी निवासी भदरू सोढ़ी, उम्र 41 वर्ष, पिता- हिडमा के रूप में हुई है. बीती रात नक्सलियों ने भदरू के घर घुस कर कुल्हारी से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी. मौके से बरामद पर्चे में लिखा है कि वे उसे पहले ही मार देते, लेकिन वह बच गया. गांव में नक्सलियों की जानकारी देने के आरोप में उन्होंने ग्रामीण की हत्या कर दी है.
बता दें, प्रदेश में भाजपा सरकार के आते ही छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान तेजी से चल रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री ने 2026 तक नक्सलियों का सफाया करने का लक्ष्य रखा है. इसके बाद से लगातार सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों की मांद में घुस कर उनका सफाया कर रहे हैं. इसके अलावा माओवादियों के कोर क्षेत्र में नवीन सुरक्षा बलों के कैंप निर्माण से माओवादियों का आधार क्षेत्र सिमट रहा है. इस बात की खीझ वे आम निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों पर निकाल रहे हैं.
नक्सली कभी गद्दारी, कभी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर भय का माहौल बनाने के लिए ग्रामीणों की नृशंस हत्या कर अपने जनविरोधी, आदिवासी विरोधी, विकास विरोधी होने का परिचय दे रहे हैं. वहीं कुछ माओवादी सरकार की पुनर्वास नीति योजना का लाभ लेने समाज की मुख्य धारा से जुड़ने के लिए सरेंडर भी कर रहे हैं. इससे से भी नक्सलियों की परेशानी बढ़ने लगी है.
नगर पालिका लोरमी : भाजपा ने दो बार के पार्षद सुजीत को मैदान में उतारा, कांग्रेस ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल दास पर खेला दांव
लोरमी- मुंगेली जिले के लोरमी नगर पालिका चुनाव को हाई प्रोफाइल सीट माना जा रहा है. दरअसल लोरमी विधानसभा से प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव विधायक भी हैं. इसके चलते भी यह चुनाव अहम माना जा रहा है. जिले के लोरमी नगर पालिका सीट से भाजपा ने अध्यक्ष के लिए दो बार के पार्षद सुजीत वर्मा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल दास को मैदान में उतारा है.
प्रत्याशी के घोषणा होने के बाद चुनावी हलचल लोरमी नगर पालिका क्षेत्र में तेज हो गई है. दोनों ही पार्टी के समर्थक सहित अध्यक्ष प्रत्याशी जनसंपर्क कर रहे हैं. वहीं आज डिप्टी सीएम एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी के नगर पालिका अध्यक्ष सहित सभी पार्षद प्रत्याशी नामांकन दाखिल करेंगे.
बिलासपुर नगर निगम : कांग्रेस ने प्रमोद नायक और भाजपा ने पूजा विधानी को दिया महापौर का टिकट, जानिए कौन हैं दोनों प्रत्याशी…
बिलासपुर- कांग्रेस ने बिलासपुर नगर निगम से महापौर के लिए प्रमोद नायक को उम्मीदवार बनाया है. नायक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी और महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक के रिश्तेदार हैं. वहीं भाजपा ने नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी की पत्नी पूजा विधानी को मैदान में उतारा है.
जानिए कौन है प्रमोद नायक
57 वर्षीय प्रमोद नायक ने एमकॉम की पढ़ाई की है. वे वर्तमान में छग कुर्मी चेतना मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. प्रदेश युवा कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री रह चुके हैं. शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में प्रमोद नायक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के भी अध्यक्ष रह चुके हैं. मेयर प्रत्याशी के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद प्रमोद नायक ने बताया कि वे पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे. शहर के हर वर्ग, हर क्षेत्र के विकास पर उनका फोकस होगा. शहर विकास को वे गति देने का काम करेंगे. बिलासपुर को विकसित शहर बनाने की दिशा में उनका प्रयास होगा. बीजेपी व बीजेपी कैंडिडेट कांग्रेस के सामने कोई चुनौती नहीं होगा.
भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष की पत्नी को मैदान में उतारा
भाजपा ने बिलासपुर नगर निगम महापौर के लिए 54 वर्षीय पूजा विधानी को प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने एमए तक की पढ़ाई की है. पूजा विधानी नगर निगम नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी की पत्नी हैं. 1996 से भाजपा की सक्रिय सदस्य हैं. 1998 में पहली बार पार्षद बनीं थी. महिला मोर्चा में 2 बार प्रदेश महामंत्री रही हैं.
निकाय चुनाव 2025 : कांग्रेस ने दीप्ति दुबे को दिया रायपुर महापौर का टिकट, जानिए कौन हैं दीप्ति, क्या है सामाजिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि…
रायपुर- प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में देर रात तक मंथन करने के बाद निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है. रायपुर नगर निगम पर पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे को महापौर प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं भाजपा ने तीन बार की पार्षद रह चुकीं मीनल चौबे को मैदान में उतारा है.
जानिए कौन हैं दीप्ति दुबे
कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम परदीप्ति दुबे को मेयर प्रत्याशी बनाया है. दीप्ति दुबे वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी है. वे साइकोलाजिस्ट हैं. उनका मेंटल हेल्थ क्लीनिक है. वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं. दीप्ति दुबे ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है. वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं. पत्रकारिता में डिप्लोमा होने के साथ-साथ वह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में काम कर रही हैं.
सामाजिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि
दीप्ति दुबे का जीवन समाजसेवा और शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक है. शिक्षा के क्षेत्र में उनकी गहराई ने उन्हें समाज की समस्याओं को समझने और उनका समाधान खोजने में निपुण बनाया है. दीप्ति दुबे ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है. वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं. वह एक काउंसलर के रूप में कार्यरत हैं और अपने मेंटल हेल्थ क्लीनिक के जरिए मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनमोल योगदान दे रही हैं. दीप्ति दुबे ने सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न समुदायों में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. उनकी भागीदारी न केवल ज़रूरतमंदों की मदद तक सीमित रही है, बल्कि उन्होंने समाज में जागरूकता फैलाने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी सक्रिय प्रयास किए हैं।
राजनीति में 20 सालों का अनुभव
कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य के रूप में दीप्ति दुबे ने पिछले 20 वर्षों में पार्टी के विभिन्न अभियानों और कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा और कार्यक्षमता ने उन्हें रायपुर महापौर पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाया है. रायपुर महापौर पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए दीप्ति दुबे ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट की है. उन्होंने कहा, “रायपुर को शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाना मेरा लक्ष्य है. हर नागरिक को बुनियादी सुविधाओं के साथ एक समृद्ध और सुरक्षित वातावरण देना मेरी प्राथमिकता होगी.”
भाजपा ने मीनल चौबे को दिया टिकट, तीन बार रह चुकी हैं पार्षद
बीजेपी ने रायपुर नगर निगम महापौर का टिकट मीनल चौबे को दिया है. वह नगर निगम परिषद में नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं. पार्षद, जिला और प्रदेश महिला भाजपा मोर्चा में कई पदों पर काम कर चुकी हैं. वे तीन बार बीजेपी पार्षद रह चुकी हैं. संगठन में भी सक्रिय है. इसी के साथ ही वे रायपुर नगर निगम के सीनियर पार्षदों में से एक हैं. मीनल चौबे की छवि तेज तर्रार महिला नेत्री के रूप में है. वह सभी गुटों से तालमेल रखती हैं.
पूर्व भाजपा विधायक भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी ने की आत्महत्या, मुख्यमंत्री साय ने जताया शोक
रायपुर- छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी की बेटी दीपा मंडावी ने उत्तराखंड के देहरादून में आत्महत्या कर ली है. इस दुखद घटना से पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है. वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है.
सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक स्व. भीमा मंडावी और राज्य महिला आयोग की सदस्य ओजस्वी मंडावी की बिटिया दीपा मंडावी के आकस्मिक निधन की खबर अत्यंत दुःखद है. ओजस्वी जी से फोन पर बात कर इस दुःखद घटना पर शोक संवेदना व्यक्त की और ढांढस बंधाया. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.
बता दें कि दीपा मंडावी उत्तराखंड के देहरादून में एक पीजी में रहकर फिजियोथेरेपी की पढ़ाई कर रही थी. उसकी पढ़ाई का यह अंतिम वर्ष था, लेकिन दीपा ने 26 जनवरी रविवार को आत्महत्या कर ली. दीपा हाल ही में अपने घर दंतेवाड़ा आई थी और कुछ दिन बाद देहरादून लौटी थी. इस आत्मघाती कदम के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार के सदस्य तुरंत देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं.
Jan 27 2025, 15:56