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शव दफनाने के नाम पर बस्तर में फिर मचा बवाल, दो पक्षों के बीच हुए सिर फुटौव्वल में 11 लोग घायल, छावनी में तब्दील हुआ गांव…

जगदलपुर- बस्तर में एक बार फिर शव दफनाने के नाम पर दो पक्षों के बीच बवाल मच गया है. मामला बेलर गांव का है, जहां धर्मांतरित महिला के शव को दफनाने को लेकर हुए सिर फुटौव्वल में 11 लोग घायल हो गए. 

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मामले में 21 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर सात लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं घटना के बाद से तनाव की स्थिति को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है.

शव दफनाने को लेकर बस्तर में लगातार विवाद हो रहा है. इसके पहले वर्ष 2024 के अंतिम दिनों में परपा थाना व नानगुर चौकी क्षेत्र के ग्राम बड़े बोदल में ईसाई समुदाय की महिला की मौत के बाद शव दफनाने को लेकर हुए विवाद में आरोपियों ने सरपंच समेत आधा दर्जन लोगों पर हमला कर घायल कर दिया गया था. पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे ग्रामीण: सड़क, शुद्ध पेयजल और बिजली से वंचित 60 परिवार, दिए की रौशनी में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे
कांकेर-  हर साल छत्तीसगढ़ विकास की सीढ़ियां चढ़ रहा है. लेकिन प्रदेश के कांकेर जिले का एक गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. डिजिटलीकरण और विकास के इस दौर में भी आमाबेड़ा तहसील के मानकोट गांव में ग्रामीणों के जीवन में विकास की रौशनी अब तक नहीं पहुंच सकी है. यहां 60 से अधिक परिवार रहते हैं, जिन्हें अब तक बिजली, सड़क और पीने को शुद्ध पानी तक नहीं मिल सका. विकास का ढोल पीटने वाले जनप्रतिनिधि और प्रशासन भी ग्रामीणों की कोई मदद नहीं कर सके. कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी गांव में समस्या जस की तस बनी हुई है.
फोटो: कुएं का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण


गांव में सड़क न होने से यहां मेडिकल इमरजेंसी समेत कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पीने को शुद्ध पानी नहीं मिलने से कई बीमारी का शिकार होने का भी खतरा बना हुआ है. यहां तक की स्कूलों में भी बच्चे भी दिए की रौशनी में पढ़ने को मजबूर हैं.मानकोट के ग्रामीणों के लिए बारिश के दिनों में यह गांव एक टापू बन जाता है.

प्रसव के लिए महिलाओं को खाट पर ले जाते हैं अस्पताल 

गांव में चिकित्सा सेवाओं का भी कोई खास इंतजाम नहीं है, और प्रसव के लिए महिलाओं को खाट या कांवड़ पर लादकर 5 किलोमीटर तक ले जाना पड़ता है. इसके बाद कहीं जाकर किसी गाड़ी से आमाबेड़ा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जा सकता है.

ग्रामीण श्रमदान कर हर साल बनाते हैं सड़क

ग्रामीणों का कहना है कि वे हर साल श्रमदान करके 5 किलोमीटर लंबी सड़क बनाते हैं, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला. 50 वर्षीय ग्राम पटेल ने बताया कि वे कई वर्षों से सड़क, पानी और बिजली की मांग कर रहे हैं, और बीजेपी की रमन सरकार के समय रायपुर तक आवेदन भी भेज चुके थे, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं आया. साथ ही, क्षेत्र में बिजली न होने के कारण जंगली जानवरों का डर भी बना रहता है, जो ग्रामीणों की चिंता का एक और कारण है.

कुएं और झरिया का गंदा पानी को मजबूर ग्रामीण

हालांकि, 2020-21 में नल-जल योजना के तहत 80 लाख रुपये खर्च कर पानी टंकी और पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन अब तक सिर्फ 6 घरों में पानी पहुंच पाया है, जबकि बाकी के 56 घरों को पानी का कोई इंतजाम नहीं हुआ. यह स्थिति इस बात को उजागर करती है कि योजनाएं पूरी तरह से अधूरी और बेकार साबित हो रही हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि 80 लाख रुपये में बोरवेल खोले जाते तो कम से कम 20 घरों को पानी मिल सकता था, और उन्हें कुएं और झरिया का गंदा पानी न पीना पड़ता. सैकड़ों की आबादी आज भी कुएं से पानी की जरूरतें पूरी करती है, लेकिन गर्मी के दिनों में यह कुआं भी सूखने लगता है.

मोबाइल चार्ज करने जाते हैं दूसरे गांव

यहां एक भी बिजली का खंभा नहीं है, और लोग मोबाइल और टॉर्च को चार्ज करने के लिए दूसरे गांवों में जाते हैं. स्कूल जाने वाले बच्चे भी सोलर से बैटरी चार्ज कर एलईडी टॉर्च की रोशनी में पढ़ाई करते हैं. 

इन सभी समस्याओं के बावजूद सवाल यह है कि आजादी के अमृतकाल में भी इन ग्रामीणों को कब तक इन बुनियादी सुविधाओं का इंतजार करना पड़ेगा.

निकाय चुनाव 2025 : गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष समेत 5 नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों का ऐलान, भाजपा ने जारी की सूची, देखें पूरी लिस्ट

गरियाबंद- नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष समेत जिले के 5 नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रभारी और जिले के पदाधिकारियों ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर प्रत्याशियों की सूची जारी की.

भाजपा की ओर से जारी सूची के मुताबिक, गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष के लिए प्रशांत मानिकपुरी को मैदान में उतारा गया है. वहीं राजिम नगर पंचायत में महेश यादव, फिंगेश्वर नगर पंचायत में उत्तम राजवंशी, कोपरा नगर पंचायत में रूपनारायण साहू, छुरा नगर पंचायत में लुकेश्वरी निषाद एवं देवभोग नगर पंचायत में अनिता विकास उपाध्याय को अध्यक्ष प्रत्याशी बनाया गया है.

देखें पूरी लिस्ट –

एसीबी ने राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ पकड़ा, सीमांकन के एवज में किसान से ले रहा था 30 हजार की घूस…

सक्ती- एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सक्ती जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक को 30 हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. राजस्व निरीक्षक बद्री नारायण जांगड़े सीमांकन के एवज में किसान से जमीन सीमांकन के एवज में एक लाख रुपए की मांग की थी, जिसकी दूसरी किस्त लेते समय धरा गया. 

एसीबी की कार्रवाई की जद में आया आरआई बद्री नारायण जांगड़े सक्ती जिले के हसौद तहसील अंतर्गत आने वाले राजस्व मंड़ल कुटराबोर में पदस्थ है. हसौद तहसील अंतर्गत भातमाहुल निवासी भरत लाल चंद्रा ने अपने जमीन की सीमांकन के लिए आवेदन दिया था, जिसके लिए आरआई ने एक लाख रुपए की मांग की थी.

किसान पहली किस्त के तौर पर पचास हजार रुपए का भुगतान कर चुका था, जिसके बाद शेष पचास हजार के लिए आरआई किसान पर लगातार दबाव बना रहा था. परेशान किसान ने एसीबी से शिकायत की. जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद आरआई को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया गया.

तय प्लान के तहत किसान को कैमिकल लगे नोट के साथ राजस्व निरीक्षक के पास भेजा गया. सादे लिबास में एसीबी की टीम भी कार्यालय के आसपास में मौजूद रही. जैसे ही आरआई ने 30 हजार रुपए लिए, एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया. जांच की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया.

पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 2 ईनामी सहित 6 नक्सली गिरफ्तार

सुकमा-   छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल ऑपरेशन से माओवादी अब बैकफुट पर आ रहे हैं. ताबड़तोड़ जारी कार्रवाई के बीच आज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. जगरगुण्डा पुलिस ने 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से दो महिला नक्सली पर इनाम घोषित था. ये कार्रवाई थाना जगरगुण्डा पुलिस बल एवं 165 वाहिनी सीआरपीएफ की संक्युत टीम ने की है.

जगरगुण्डा थाना क्षेत्रान्तर्गत जवानों ने 6 नक्सलियों को पकड़ा है, जिनमें शामिल दो महिला नक्सली पर 2-2 लाख रुपए का ईनाम घोषित था. सभी गिरफ्तार नक्सली साल 2024 में टेकलगुड़ेम कैम्प हमले की घटना में शामिल थे.

ज्ञात हो कि, शुक्रवार को टेकमेटला, नड़पल्ली, मल्लेमपेंटा की ओर निकले जवानों ने विभिन्न कार्रवाई में 14 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. डीआरजी बीजापुर, थाना उसूर, कोबरा 205, 210, सीआरपीएफ 196 और 229 की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की. पकड़े गये माओवादियो से पूछताछ के आधार पर जंगल से 23 नग लकड़ी के और 08 नग लोहे के स्पाईक, लकड़ी का बेट लगा हुआ गैती (जमीन खोदने का औजार) बरामद किया गया था.

निकाय चुनाव 2025 : भाजपा ने जारी की प्रत्याशियों की सूची, देखें लिस्ट…

रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी की पहली लिस्ट में राजनांदगांव जिले के छुरिया, एलबी नगर और डोंगरगढ़ नगर पालिका के पार्षद प्रत्याशियों का लिस्ट जारी किया है.

बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव की वोटिंग 11 फरवरी को होगी और परिणाम 15 फरवरी को घोषित होंगे. वहीं पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे. 17, 20 और 23 फरवरी को मतदान होगा और इसके नतीजे क्रमश: 18, 21 और 24 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.

देखें लिस्ट ….

सीएम साय से मिले योग गुरु स्वामी रामदेव, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भी की मुलाकात, योग को जन-जन तक पहुंचाने की चर्चा

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से योग गुरु बाबा रामदेव ने आज मुख्यमंत्री निवास में सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय एवं परिजन उपस्थित थे। वहीं स्पीकर हाउस रायपुर में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने स्वामी रामदेव से शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर डॉ. रमन सिंह ने योग के महत्व, शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सार्थक संवाद किया. बातचीत के दौरान दोनों ने योग को जन-जन तक पहुंचाने और समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की.

डॉ. रमन सिंह ने योग गुरु रामदेव बाबा की प्रशंसा करते हुए कहा कि “योग भारतीय संस्कृति का अमूल्य उपहार है, जो न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है. स्वामी रामदेव ने योग को जन-जन तक पहुंचाने का जो कार्य किया है, वह प्रशंसनीय है.” योग ऋषि ने भी छत्तीसगढ़ में योग और आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए सहयोग और समर्थन की बात कही. उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वस्थ नागरिक ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं.

अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघिन की हुई मौत, वन विभाग में मचा हड़ंकप, पीएम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा 
लोरमी-  अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत का मामला सामने आया है. यहां संदिग्ध हालत में बाघिन का शव मिला है, जिसकी उम्र करीब 4 साल बताई जा रही है. वहीं वन विभाग के अफसरों ने बाघिन की मौत की वजह आपसी संघर्ष की आशंका जताई है. 

जानकारी के अनुसार, वन परिक्षेत्र लमनी के ग्राम चिरहट्टा बिरारपानी के बीच ग्रामीण बेंदरा खोंदरा की ओर जा रहे थे. इसी दौरान झाड़ के पास एक बाघिन को मृत देखा. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी. फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा.

जंगल के अंदर बाघ की सुरक्षा पर सवाल ?

अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों में वन्य प्राणी के सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लमनी रेंज के घने जंगल में दो दिन पहले बाघिन की मौत हुई थी. इधर वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को यह तक नहीं पता था कि बाघिन की मौत जंगल में हो गई है. इसकी जानकारी प्रत्यक्षदर्शियों के देने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

बाघिन की मौत के कारण पर अधिकारियों की सफाई 

ATR के डिप्टी डायरेक्टर यू आर गणेश ने बताया कि “आपसी संघर्ष में बाघिन की डेथ हुई है, डॉक्टरों की टीम ने ऐसी आशंका जताई है कि आपसी संघर्ष में बाघिन की मौत हुई है. जिसका वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है.” 

स्थानीय पेट्रोलिंग गार्ड रेशम बैगा ने घटना की सूचना दी. जिसके बाद अधिकारियों को सूचना देने सहित घटना की पुष्टि के बाद 24 जनवरी को डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.

वहीं उन्होंने बताया कि शुक्रवार 24 जनवरी 2025 को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के SOP अंतर्गत वन्यप्राणी चिकित्सक डाॅ. पी.के. चन्दन और मुंगेली जिला के शासकीय पशु चिकित्सकों ने एनटीसीए के प्रतिनिधि, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) रायपुर के प्रतिनिधि के समक्ष पोस्टमार्टम कराया गया और नियमानुसार कार्यवाही की गई.

डॉक्टरों के मुताबिक पोस्टमार्टम के दौरान गर्दन पे दांत के निशान, श्वासनली के फटने, फेफड़े की श्रृंकिंग, पूरे शरीर में खरोच का निशान पाया गया है.

निचले स्टाफ के भरोसे वन्यप्राणियों की सुरक्षा

ATR के जंगलों में अधिकारी से लेकर वनरक्षक भी शाम होते जंगल से निकलकर मैदानी इलाके में निवास करते हैं. जानकारी के अनुसार पूरा जंगल स्टाफ पैदल बेरियल और फॉरेस्ट गार्ड के भरोसे वन्यप्राणियों की सुरक्षा का जिम्मा है. जहां उच्च अधिकारी जंगल निहारने तक नहीं जाते और जब निकलते भी हैं, तब शाम ढलने के पहले ही वापस लौट जाते हैं. जिसका फायदा वनरक्षक सहित निकले स्टाफ भी जमकर उठा रहे हैं. 

प्रति वर्ष करोड़ो रुपए खर्च करती है सरकार

ATR में बाघ की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए NTCA के गाइडलाइन अनुसार राज्य और केंद्र सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च करते हैं ताकि एटीआर टाइगर को सुरक्षा प्रदान किया जा सके. लेकिन इसमें विभाग के अधिकारियों के द्वारा पलीता लगाने का काम किया जा रहा है. वहीं एटीआर के अफसर बाघों की निगरानी करने के लिए बड़े-बड़े दावा करते हैं लेकिन इस बाघिन की मौत से सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. अब सवाल यह उठ रहा है कि इतनी बड़ी राशि कहां खर्च की जा रही है, बावजूद इसके लगातार जंगली जानवरों की मौत हो रही है

सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच विवाद : घर के बाहर मचाया हंगामा, पुलिसकर्मियों पर रिपोर्ट लिखाने गए छात्र के साथ मारपीट का आरोप

बिलासपुर-  न्यायधानी स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी के बीटेक छात्रों के बीच विवाद का मामला सामने आया है. घर के बाहर छात्रों ने जमकर हंगामा मचाया. इस मामले की रिपोर्ट लिखाने गए छात्र के साथ पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पीड़ित छात्र एसपी ऑफिस पहुंचे हैं. पूरा मामला कोनी थाना क्षेत्र का है

जानकारी के मुताबिक, मारपीट को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ छात्रों की बहस भी हुई है. पीड़ित पक्ष ने एसपी से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों और हंगामा करने वाले छात्रों पर कार्रवाई की मांग की है.

अवंती विहार में पार्किंग विवाद पर युवक का फोड़ा सिर, फिर जख्म में भर दिए लाल मिर्च…

रायपुर-  पार्किंग को लेकर अवंती विहार में देर रात जमकर बवाल हुआ, जिसमें दो पक्षों के बीच सुबह चार बजे तक लाठी-डंडे चले. घटना की सूचना मिलने पर विधानसभा थाना सीएसपी के साथ कई थानों के प्रभारी मौके पर पहुंच गए थे. 

घटना खम्हारडीह थाना क्षेत्र की है. अवंती विहार में पार्किंग विवाद पर चार युवकों ने मिलकर पहले युवक का सिर फोड़ दिया, फिर जख्म में लाल मिर्च पाउडर डाल दिया.

जानकारी मिलने पर युवक के पक्ष के 40-50 लोग मौके पर पहुंचे, जिनसे बचने के लिए आरोपी घर में घुस गए. इसके बाद शुरू हुआ हंगामा सुबह लगभग चार बजे तक चला.