*योगी सरकार की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था, एडीजी, डीआईजी और एसएसपी ने संभाली कमान*
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महाकुम्भनगर। महाकुम्भ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम देखने को मिले। पूरे मेला क्षेत्र में डेप्लॉय किए गए 50 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मी पूरी तरह मुस्तैद रहे तो वहीं एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली।
महाकुम्भ की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। पहले दिन इसकी झलक भी देखने को मिली, जब पूरे मेला क्षेत्र में पुलिसकर्मी मुस्तैदी से ड्यूटी करते नजर आए। वहीं आला अधिकारी भी हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ग्राउंड पर दिखाई दिए। एडीजी वैभव कृष्ण ने पूरे मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया और जगह-जगह पर श्रद्धालुओं से बातचीत की कि कहीं उन्हें कोई समस्या तो नहीं आ रही।
यही नहीं, उन्होंने संगम नोज पर वॉच टॉवर पर चढ़कर ऊंचाई से श्रद्धालुओं के लिए किए गए प्रबंधों और सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना किया। वहीं दूसरी तरफ, डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी घोड़ों पर सवार होकर काफी देर तक सुरक्षा का मुआयना करते रहे। यही नहीं, एसएसपी राजेश द्विवेदी तो सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए संगम नोज पर गंगा में ही उतर गए। सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में अधिकारियों ने खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालकर महाकुम्भ के पहले दिन श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बना दिया।
बटालियन लेकर निकले मेलाधिकारी
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद भी पूरी तरह मुस्तैद नजर आए। वो खुद एक बटालियन को लीड करते हुए संगम नोज पहुंचे और वहां तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यही नहीं, उन्होंने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने-अपने सेक्टर में बने घाटों पर सभी तरह की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पूरी मेला टीम को लगातार 45 दिन तक पूरी मुस्तैदी से कार्य करने के लिए इंस्पायर किया और सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी श्रद्धालु को कहीं भी कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।















महाकुम्भ नगर, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित 'मां की रसोई' का उद्गाटन किया। मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए संस्थान की ओर से शुरू की गई इस सेवा पर प्रसन्नता जाहिर की और खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता के साथ ही यहां दी जा रही सुविधाओं की भी सराहना की। यही नहीं उन्होंने थाली परोसकर सेवा भी की और मां की रसोई के किचन का भी अवलोकन किया। स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे सीएम प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्होंने फीता काटकर नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित मां की रसोई का शुभारंभ किया। शुभारंभ करने के बाद सीएम डाइनिंग रूम में भी पहुंचे, जहां लोगों को बैठाकर खाना खिलाने का प्रबंध किया गया है। यहां मुख्यमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से थाली लगाकर वहां उपस्थित लोगों की सेवा की। इसके बाद औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी उन्हें लेकर सीधे किचन पहुंचे, जहां खाना तैयार किया जाता है। मुख्यमंत्री ने रसोई का किया निरीक्षण यहां उन्होंने खाने की गुणवत्ता से लेकर अन्य सभी प्रबंधों के विषय में सीएम योगी को जानकारी दी।मुख्यमंत्री ने रसोई का निरीक्षण करते हुए वहां साफ-सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सेवा भाव से शुरू की गई इस रसोई की सीएम योगी ने भूरि भूरि प्रशंसा की। इस दौरान पूरे प्रांगण में जय श्री राम का उद्घोष भी होता रहा। 9 रुपए में मिलेगी थाली आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नंदी सेवा संस्थान द्वारा यह सेवा शुरू की गई है। इसमें मात्र ₹9 में लोगों को भरपेट भोजन मिलेगा। थाली में दाल, 4 रोटी, सब्जी, चावल, सलाद और मिठाई दी जाएगी। इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और जगदगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) उपस्थित रहे।
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के पहले दिन साधु संतों के साथ रात्रि भोज किया और उन्हें उपहार भी भेंट किया। इस रात्रि भोज में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के पूज्य संत उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री की ओर से आयोजित इस भोज के बाद सभी संतों को उपहार भी भेंट किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी संतों का भोज में सम्मिलित होने के लिए आभार भी जताया। इस अवसर पर सभी साधु संतों ने सीएम योगी को धन्यवाद दिया और महाकुम्भ के सकुशल और भव्य संपन्न होने की कामना की। संतों का सीएम योगी ने शॉल ओढ़ाकर किया सम्मान प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित रेडियो ट्रेनिंग हॉल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आयोजित इस रात्रि भोज कार्यक्रम में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा समेत प्रयागवाल के कुल 20 साधु संत सम्मिलित हुए। इनमें जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल,तीनों वैष्णव अखाड़े (निर्मोही, दिगंबर, निर्वाणी), अग्नि, आवाहन, अटल, आनंद, निरंजनी अखाड़े के पूज्य संत शामिल रहे। खाकचौक से महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) भी उपस्थित रहे। सीएम योगी के आग्रह पर आए इन साधु संतों को सात्विक भोजन परोसा गया। भोज में सम्मिलित संतों के अनुसार, निर्धारित जिसमें मूंग और अरहर की दाल, चने का साग, पनीर की सब्जी, आलू-मेथी सोया, मलाई कोफ्ता, मटर निमोना एवं मूंग का हलवा था। भोज के बाद मुख्यमंत्री ने सभी साधु संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनका आभार जताया। सीएम योगी के दौरे के बीच भी श्रद्धालुओं की सुविधा का रहा पूरा ध्यान महाकुम्भ की तैयारियों का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दो दिनी दौरे पर महाकुम्भनगर पहुंचे। सीएम के दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह चौकस नजर आईं। हालांकि, इस दौरान श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और बिना किसी समस्या के जारी रही। मुख्यमंत्री के दौरे के बावजूद संगम स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के न सिर्फ जाने दिया गया, बल्कि ये भी ख्याल रखा गया कि उन्हें किसी तरह की समस्या न हो। प्रशासन और पुलिस ने महाकुम्भ क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही प्रशासन और पुलिस ने महाकुम्भ क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी। डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने पुलिसकर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। साथ ही श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी ध्यान रखने के लिए कहा गया था। इसी को देखते हुए सीएम योगी के दौरान सुरक्षा और सुगमता दोनों का ख्याल रखा गया। सुरक्षा इंतजामों के बावजूद श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने पाई। जगह-जगह पुलिस की टीम ने निगरानी रखी पुलिस अफसरों ने यह पहले ही सुनिश्चित कर लिया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए और वे सहज रूप से अपनी यात्रा पूरी कर सकें। जगह-जगह पुलिस की टीम ने निगरानी रखी और लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा, ताकि उनका महाकुम्भ अनुभव यादगार बने। सिर्फ उन्हीं स्थानों पर बैरीकेडिंग की गई, जहां से सीएम का काफिला निकलना था। इसके बाद सभी को उनके गंतव्य तक जाने के लिए छूट दी गई, जिससे श्रद्धालु अपनी तीर्थ यात्रा पूरी कर सके। बैरिकेडिंग और पुलिस की कड़ी निगरानी महाकुम्भ के दौरान पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है। बाहर से आने वाले वाहनों की जांच के लिए पुलिस ने विशेष चेक पोस्ट लगाए हैं। सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए बैरिकेडिंग पर पुलिस टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है। पुलिस यहां हर संदिग्ध गतिविधि और व्यक्ति पर नजर रख रही है, ताकि किसी भी तरह की असामान्य घटना को रोका जा सके। खुफिया एजेंसियों की तैनाती और हाई अलर्ट खुफिया एजेंसियों को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में विशेष रूप से अलर्ट किया गया है। संदिग्ध गतिविधियों और संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की अनहोनी से पहले उसे रोका जा सके। पुलिस और खुफिया एजेंसियों के समन्वय से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। साथ ही इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
Jan 14 2025, 12:10
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