/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz कार्यक्रम के दौरान फेंकी पेट्रोल से भरी बोतल, बाल-बाल बचे भाजपा विधायक… cg streetbuzz
कार्यक्रम के दौरान फेंकी पेट्रोल से भरी बोतल, बाल-बाल बचे भाजपा विधायक…

बेमेतरा-  गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम के दौरान बेमेतरा विधायक दीपेश साहू को पेट्रोल से भरी शराब से मारने का प्रयास किया गया. हालांकि, बोतल विधायक को न लगकर साउंड ऑपरेटर को लगा, जिससे वह लहूलुहान हो गया. घटना से मचे हड़कंप के बीच पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है. 

बता दें कि सोमवार को जिला मुख्यालय से लगभग 7 किमी दूर ग्राम चारभांठा में आयोजित गुरु घासी दास जयंती कार्यक्रम में बेमेतरा विधायक दीपेश साहू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के स्वागत के दौरान मंच के बगल से अचानक किसी अज्ञात उपद्रवी तत्व ने पेट्रोल से भरी बोटल मंच पर फेंककर विधायक दीपेश साहू पर हमले की कोशिश की.

पेट्रोल से भरी बोटल विधायक साहू की बजाए साउंड ऑपरेटर पवन मिर्चे की सिर पर लगी, जिससे वह लहूलुहान हो गया. आनन-फानन में ग्रामीणों ने युवक को उपचार के लिए डॉक्टर के पास ले गए. वहीं कार्यक्रम में मचे हड़कंप के बीच पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई.

गौरतलब हो कि क्षेत्र में घासीदास जयंती उत्सव पूरा महीने भर चलता है. इसी दौरान उक्त गांव में भारी संख्या में भीड़ थी, और मौका देखकर उपद्रवियों का इस हरकत को अंजाम देना कहीं ना कहीं सुरक्षा को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं.

प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज, जानिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने क्या कहा …

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार हरियाणा फार्मूला के तहत किया जाएगा. हालांकि, विस्तार के संबंध में सीएम ने कहा कि ‘वह सब होगा, लेकिन इंतजार करना पड़ेगा.’ आज बैठक हुई जो संगठन को लेकर था.

बता दें कि साय मंत्रिमंडल में इस वक्त मंत्रियों के दो पद रिक्त हैं. संगठन की कोशिश है कि हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू किया जाए. सत्ता और संगठन के अहम चेहरे दिल्ली दौरे पर हैं, जहां एक उच्च स्तरीय बैठक की गई है. हालांकि यह बैठक संगठन चुनाव पर केंद्रित थी, मगर माना जा रहा है कि तमाम आला नेताओं की मौजूदगी में मंत्रिमंडल विस्तार पर भी मुहर लगाई है. इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव समेत कई नेता शामिल थे.

विष्णुदेव साय सरकार को एक साल बीत गए हैं. सरकार ने पहले एक मंत्री पद रिक्त रखा गया था, लेकिन बृजमोहन अग्रवाल के सांसद निर्वाचित होने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त हो गए. बृजमोहन के विभाग मुख्यमंत्री के अधीन आ गए. पहले से ही विभागों का बोझ मुख्यमंत्री पर था. लोक सभा चुनाव के ठीक बाद मंत्रिमंडल विस्तार कर लिए जाने की चर्चाएं थी, लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव खत्म होने तक विस्तार टाल दिया गया. सरकार ने हाल ही में एक वर्ष का जश्न भी मना लिया है. नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव सिर पर है. कई कद्दावर नेता मंत्रिमंडल विस्तार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं. उन्हें उम्मीद है कि विस्तार होने की स्थिति में उनका नंबर लग सकता है.

राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात

दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की है. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की गई है. संगठन सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरों को लेकर रायशुमारी की गई है. पिछले दिनों राज्य सरकार के जनादेश पर्व के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा छत्तीसगढ़ आए थे. उस दौरान भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में राज्य के आला नेताओं के साथ बंद कमरे में उनकी रायशुमारी हुई थी. उस वक्त भी कयास लगाए गए थे कि मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की गई है.

संभावित नामों में कौन-कौन?

मंत्रिमंडल विस्तार की हर चर्चा में दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव का नाम सामने आता रहा है. गजेंद्र यादव आरएसएस के पूर्व प्रांत प्रमुख बिसराराम यादव के बेटे हैं. कहते हैं कि साय मंत्रिमंडल के गठन के वक्त भी गजेंद्र यादव के नाम पर चर्चा की गई थी, मगर तब किन्हीं कारणों से उनका नाम अंतिम सूची में नहीं आ सका था. यादव समाज से आने की वजह से भी उनका पलड़ा भारी है. राज्य में ओबीसी वर्ग में साहू समाज के बाद सर्वाधिक संख्या यादवों की है. ऐसे में सामाजिक समीकरण भी गजेंद्र यादव के पक्ष में बनते दिख रहे हैं. इधर बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल का नाम भी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में तेजी से उछला है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. मंत्रिमंडल विस्तार में राजेश मूणत का नाम भी सुर्खियों में है. रमन सरकार में आवास एवं पर्यावरण, ट्रांसपोर्ट, पीडब्ल्यूडी, नगरीय प्रशासन जैसे बड़े विभाग संभाल चुके मूणत की पहचान बड़े से बड़ा टास्क पूरा करने के लिए जाना जाता है. विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह के करीबी माने जाते हैं. मंत्रिमंडल विस्तार के लिए संभावित नामों में अजय चंद्राकर भी एक नाम हैं. तेजतर्रार छवि के अजय चंद्राकर अपने संसदीय ज्ञान और गहरी राजनीतिक समझ के लिए पहचाने जाते हैं. अगर बस्तर संभाग से मंत्रिमंडल में चेहरा लिए जाने की वकालत की गई, तब ऐसी स्थिति में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का नंबर लग सकता है. लोकसभा चुनाव में किरण देव अपने नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन कर चुके हैं. विक्रम उसेंडी भी एक अहम नाम साबित हो सकते हैं. इन संभावित नामों के इतर रायपुर दक्षिण उप चुनाव जीतने वाले सुनील सोनी भी वाइल्ड कार्ड एंट्री पा सकते हैं. सांसद रहते सुनील सोनी की टिकट कट गई थी. उनकी जगह बृजमोहन अग्रवाल को पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ाया था. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बृजमोहन अग्रवाल की खाली हुई रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से सुनील सोनी ने चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की. किन्हीं कारणों से पूर्व मंत्रियों का पत्ता मंत्रिमंडल विस्तार में कटता है, तब ऐसी स्थिति में सुनील सोनी का नंबर लग सकता है.

छत्‍तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई, पटवारी और कोटवार को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

दुर्ग-   जिले के पाटन क्षेत्र में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने पटवारी और कोटवार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रानीतराई निवासी प्रार्थी प्रकाश चन्द्र देवांगन की शिकायत के आधार पर की गई, जिन्होंने एसीबी रायपुर में रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी।

बता दें कि प्रकाश चन्द्र देवांगन ने बताया कि उन्होंने उनकी माता के नाम से ग्राम सुरपा, तहसील पाटन में कृषि भूमि खरीदी थी। इस जमीन के प्रमाणीकरण और ऋण पुस्तिका प्राप्त करने के लिए पटवारी चिन्मय अग्रवाल ने 90,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। जब प्रार्थी ने रिश्वत देने से इनकार किया, तो आरोपी पटवारी ने मोलभाव कर 70,000 रुपये में सहमति जताई। प्रकाश देवांगन ने रिश्वत न देने का निर्णय लिया और आरोपी को रंगे हाथों पकड़वाने के लिए एसीबी से संपर्क किया। प्रार्थी ने 20,000 रुपये की पहली किश्त के लिए व्यवस्था की, जिसे एसीबी की टीम ने ट्रैप किया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों में पटवारी चिन्मय अग्रवाल और कोटवार भूषण लाल शामिल हैं। एसीबी ने दोनों पर धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई के बाद एसीबी ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम लगातार जारी रहेगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के पोस्टर का किया विमोचन

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास रायपुर में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित होने वाले 24वें राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन किया। उन्होंने आयोजकों को इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी और वनवासी समाज के उत्थान और खेल संस्कृति के विकास की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह प्रतियोगिता जनजातीय खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का बड़ा अवसर देगा। इससे विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों के बीच एकता की भावना भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि एक पुनीत उद्देश्य के साथ यह प्रतियोगिता आयोजित हो रही है और इससे वनवासी युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलेगा।

राष्ट्रीय वनवासी क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन 27 से 31 दिसंबर 2024 तक राजधानी रायपुर में किया जा रहा है। प्रतियोगिता का शुभारंभ 28 दिसंबर को साइंस कॉलेज मैदान में होगा, जिसमें अण्डमान, मणिपुर, पंजाब सहित देश भर के विभिन्न प्रांतों और पड़ोसी देश नेपाल से लगभग 800 खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग लेने राजधानी पहुंच रहे हैं। प्रतियोगिता में खिलाड़ी फुटबॉल और तीरंदाजी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

इस अवसर पर वन मंत्री और प्रतियोगिता के स्वागत समिति के अध्यक्ष केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, प्रांताध्यक्ष उमेश कच्छप, सचिव डॉ. अनुराग जैन, रामनाथ कश्यप सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।

स्वास्थ्य मंत्री ने की विभाग के योजनाओं की समीक्षा, मंत्रालय नवा रायपुर में विभागीय सचिव एवं संचालकों के साथ बैठक में दिए आवश्यक निर्देश

रायपुर-     स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज नवा रायपुर स्थित मंत्रालय महानदी भवन में विभागीय कार्यों की समीक्षा की है। स्वास्थ्य मंत्री ने नव पदस्थ स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया की उपस्थिति में विभागीय प्रमुखों एवं सभी अधिकारियों को बेहतर कार्य करने तथा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। बैठक में बीते एक वर्ष के दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए गए कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गयी साथ ही आने वाले समय के लिए भी अधिकारियों को रणनीति बनाकर जनहित में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चर्चा की गयी।

समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा , स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सीजीएमएससी एवं खाद्य एवं औषधि विभाग से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में श्री जायसवाल ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य जनहित से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है और इसमें लगातार सुधार की गुंजाइश है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला , एमडी एनएचएम विजय दयाराम के एवं संचालक सीजीएमएससी पद्मिनी भोई समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव में हंगामा, विधायक मोतीलाल साहू का हुआ विरोध

रायपुर-    भाजपा के मंडल अध्यक्ष चुनाव के दौरान फिर एक बार जमकर हंगामा हुआ है। इस बार माना मंडल अध्यक्ष के चुनाव के दौरान माना स्थित टेमरी साहू भवन में जमकर हंगामा मचा है, जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कांग्रेस से आए भीमवंत निषाद को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मंडल के लिए दो बार का सक्रिय सदस्य और छ:साल का अनुभव जरूरी किया गया था। इसके बावजूद चुनाव प्रभारी ने पैराशूट लैंडिंग अध्यक्ष थोप दिया गया है। जिसके विरोध में भाजपा माना मंडल के सदस्य प्रदेश कार्यालय पहुंचकर चुनाव संचालन समिति के वरिष्ठ नेताओं से शिकायत किया गया। इसके साथ ही विधायक मोतीलाल साहू और चुनाव प्रभारी किशोर महानंद के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई है। जानकारी के अनुसार, रायपुर ग्रामीण विधानसभा के अंतर्गत माना मंडल अध्यक्ष चुनाव में प्रमुख दावेदार में रंजीत सिंह गौतम मंडल उपाध्यक्ष, नरेश पिल्ले ,संदीप सोनी मुख्य रूप से दावेदार थे। इसके बावजूद विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस से भाजपा में आए भीमवंत निषाद का नाम अचानक सामने आने के बाद इसका जमकर विरोध हुआ माना स्थित टेमरी साहू भवन में विधायक मोतीलाल साहू का विरोध किया गया. कई कार्यकर्ता भाजपा विधायक की गाड़ी के सामने लेट गए.

कार्यकर्ताओं ने विधायक और चुनाव प्रभारी पर लगाए आरोप

कार्यकर्ताओं ने विधायक मोतीलाल साहू और मंडल चुनाव प्रभारी किशोर महानंद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कर्मठ मंडल अध्यक्ष को नियुक्त नहीं करके कार्यकर्ताओं का अपमान किया है. इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भाजपा प्रदेश कार्यालय में पहुंचकर अपना विरोध जताए। कार्यकर्ताओ ने कहाँ कि विधायक और चुनाव प्रभारी किशोर महानंद से कहाँ कि कांग्रेस डेढ़ साल पहले आए व्यक्ति को कैसे मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. साथ ही पैनल में 5 लोगों का नाम चल रहा था, ये छठवां आदमी कहां से टपक गया। बता दें, इससे पहले भी भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव को लेकर विरोध की खबरों के साथ वीडियो आती रही है. संगठन में मंडल अध्यक्ष के चुनाव के दौरान कुछ जगहों पर विवाद की स्थिति को BJP प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने स्वीकार करते हुए कहा था कि BJP की पूरे प्रदेश में 400 मंडल है.

अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों ने रचा इतिहास, निकाला फेफड़े और हार्ट से चिपका पांच किलो का ट्यूमर, मरीज स्वस्थ होकर हुई हॉस्पिटल से डिस्चार्ज

रायपुर-     डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के हार्ट, चेस्ट एवं वैस्कुलर सर्जरी विभाग ने 52 वर्षीय महिला के फेफड़े और हार्ट से चिपका लगभग पांच किलोग्राम वजनी मेडिस्टाइनल ट्यूमर को निकालकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सर्जरी इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि सर्जन की टीम इस कैंसरस ट्यूमर को सावधानीपूर्वक बाहर नहीं निकालती तो शरीर के वाइटल ऑर्गन हृदय और फेफड़े में चोट लगने का खतरा हो सकता था। अम्बेडकर अस्पताल के दक्ष सर्जन टीम की बदौलत इस जटिल सर्जरी के बाद मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गई। इस तरह की मुश्किल सर्जरी को सफलता पूर्वक संपन्न करने पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अंबेडकर अस्पताल प्रबंधन को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि बहुत जल्द ओपन हार्ट सर्जरी और कोरोनरी बायपास सर्जरी की सुविधा भी लोगों को मिलने लगेगी।

अम्बेडकर अस्पताल के हार्ट, चेस्ट और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में 52 वर्षीय महिला लेने में तकलीफ की शिकायत के साथ अम्बेडकर अस्पताल पहुंची। सीटी स्कैन एवं अन्य जांच कराने पर पता चला कि मरीज के छाती के अंदर और हार्ट से चिपका हुआ बहुत बड़ा ट्यूमर है। मरीज की हालत इतनी खराब थी कि वह ठीक से सांस भी नहीं ले पा रही थी इसलिए उसको हाईप्रेशर (बाईपेप) वेंटीलेटर में रखा गया। ट्यूमर इतना बड़ा था कि वह हार्ट को दबाकर दूसरे भाग में शिफ्ट कर दिया था एवं फेफड़े के साथ-साथ सांस नली भी दब गई थी। अन्य संस्थानों में मरीज को ऑपरेशन के लिए मना कर दिया गया था। योजना के अनुसार कैंसर सर्जन डॉ. आशुतोष गुप्ता एवं हार्ट और चेस्ट सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू की टीम के संयुक्त प्रयास से यह ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। इस ऑपरेशन के दौरान हार्ट लंग मशीन को भी तैयार करके स्टेंड बाई मोड में रखा गया था क्योंकि यदि किसी कारण से हार्ट या पल्मोनरी आर्टरी में चोट लग जाती है तो मशीन से सपोर्ट मिल जाता।

ट्यूमर लगभग पांच किलोग्राम का था। बाद में बायोप्सी करने पर पता चला कि यह मैलिग्नेंट ट्यूमर है जिसको सार्कोमा कहा जाता है जो कि बहुत भयावह ट्यूमर होता है। ठीक होने के बाद मरीज को कीमोथेरेपी के लिए कैंसर विभाग में भेज दिया गया।

युवाओ को नेतृत्व विकास के लिए NSS शिविर आवश्यक, मानिक प्रकाश पुर में सात दिवसीय शिविर शुरू

अंबिकापुर-    राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओ को जीवन में सीखने का अवसर देता है. यहाँ हम समाज के लिए जीवन जीना सीखते हैं. यह बातें मानिक प्रकाश पुर में मंगलवार को आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के दौरान संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुलपति पीपी सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि आप समाज से गांव को देखने. सीखने आये हैं. स्वयं सेवक ग्रामवासियो को एक प्रेरक सन्देश दे कर जायेंगे. इससे पहले अतिथियों ने NSS के प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ और बैच लगा कर किया.

स्वयं सेवकों का प्रेरित करते हुए शाशी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले ने कहा कि आप सेवा और सीखने के लिए आये हैं. उम्मीद है कि आप शिक्षा का यह जीवन अच्छे से पुरा करेंगे.
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र दास सोनवानी ने सात दिनों की दिनचर्या और कार्यक्रमों से अवगत कराया.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव कहा कि आप परिवार और सुविधाओं से दूर एक नए जीवन का पाठ पढ़ेंगे. आप सभी को सात दिनों के लिए शुभकामना है.
गांव के सरपंच अजीत राम ने स्वयं सेवकों को प्रेरित किया. इस अवसर पर सभी स्वयं सेवकों को महाविद्यालय प्रबंधन की ओर से NSS का बैग वितरित किया गया. कुलपति डॉ. पीपी सिंह स्वयं सेवकों कों उपहार स्वरूप मिष्ठान प्रदान किया.

कार्यक्रम का संचालन अल्पना तिर्की ने किया. अतिथियों का आभार डॉ. अजय कुमार तिवारी ने किया. इस अवसर पर गाँव के सचिव विजेंद्र चौधरी. फिजिकल साइंस विभाग के अध्यक्ष शैलेश देवांगन. लाइफ साइंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी. शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य. कंप्यूटर विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता. कृष्णा राम चौहान. आकांक्षा श्रीवास्तव. डॉ. जगमीत कौर आदि उपस्थित रहे.

छत्तीसगढ़ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में पहचान
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास को लेकर दृढ़संकल्पित हैं। मुख्यमंत्री का प्रयास है कि नवा रायपुर अटल नगर में प्रदेश वासियों को एक ही स्थान पर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों। इसी कड़ी में नवा रायपुर अटल नगर को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं । इन्हीं में से एक प्रोजेक्ट है नवा रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मेडिसिटी की स्थापना करना। इसके लिए वित्त मंत्री ओपी चौधरी के मार्गदर्शन में नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने अपनी तरफ से प्रयास करना शुरू कर दिया है।यह आधुनिकतम मेडिसिटी लगभग 200 एकड़ में विकसित की जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण द्वारा नवा रायपुर के सेक्टर 37 में भूमि का चिन्हांकन किया गया है। इस प्रोजेक्ट में निजी निवेश की सहायता से लगभग 5,000 बिस्तर क्षमता की स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया जाना प्रस्तावित है।राज्य शासन द्वारा इस परिकल्पित मेडिसिटी प्रोजेक्ट को भविष्य में प्रधानमंत्री मेडिसिटी योजना से जोड़े जाने की योजना प्रस्तावित है। मेडिसिटी की स्थापना के लिए हाल ही में केंद्र सरकार के उपक्रम इंफ्रांटेक सर्विसेस लिमिटेड के साथ नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने प्रारंभिक समन्वय बैठक की है । बैठक में मेडिसिटी परियोजना को साकार किये जाने हेतु महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई है। यह सर्व सुविधायुक्त मेडिसिटी न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि निकटवर्ती राज्यों के नागरिकों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगी। उक्त मेडिसिटी में कई अग्रणी मल्टीस्पेसिलिटी अस्पताल, मेडिकल कालेज, छात्रावास, डायग्नोस्टिक्स सेंटर, धर्मशाला, होटल तथा वाणिज्यिक एकीकृत विकास करना प्रस्तावित है। इसके लिए स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन हेतु भी राज्य सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। नवा रायपुर अटल नगर में एयरपोर्ट के निकट इस मेडिसिटी के विकास से छत्तीसगढ़ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की संसद सदस्यता समाप्त करने की मांग, सर्व समाज संगठन ने उपराष्ट्रपति धनखड़ को लिखा पत्र…

कांकेर- राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर दिए बयान को लेकर कई जगहों पर विरोध जारी है. अब उनके संसद सदस्यता समाप्त करने की मांग उठी है. दरअसल, सर्व समाज संगठन ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की संसद सदस्यता समाप्त करने की मांग की है.

सर्व समाज संगठन ने पत्र में लिखा कि 17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर को लेकर उपेक्षापूर्ण शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा था आजकल अंबेडकर का नाम फैशन बन गया है और अगर इतना नाम भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता. इतना ही नहीं उन्होने संविधान निर्मात्री समिति के कुल सदस्यों को गिनती में बताया साथ ही तीन नामों का उल्लेख करते हुए अंतिम नाम उपेक्षा भाव से अम्बेडकर जी का लिया. गृहमंत्री अमित शाह का यह भाव स्वयं स्पष्ट है कि उनका भाव. बीजेपी का भाव, आर.एस.एस. का भाव अम्बेडकर और संविधान के प्रति अत्यंत उपेक्षा का है.

वहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर पुनर्विचार की बात को भी दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के विरोध में बताया गया. संगठन ने चेतावनी दी कि ऐसे बयान देश में अराजकता फैला सकते हैं और संविधान और डॉ. अंबेडकर के अनुयायियों में आक्रोश पैदा कर सकते हैं.