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काशी विश्वनाथ मंदिर में नए साल पर स्पर्श दर्शन पर रोक, 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक झांकी दर्शन ही होंगे।

वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने नए साल के मौके पर स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी है. ये फैसला सनातन से जुड़े लाखों लोगों की बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन से नए साल की शुरुवात करने की धारणा को देखते हुए लिया गया है. इस फैसले के तहत 31 दिसंबर से 3 जनवरी के तक स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी. मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस दौरान श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड संख्या तक पहुंच सकती है.

भीड़ बढ़ने के दौरान किसी को कोई परेशानी ना हो और सुगमता से सबको दर्शन हो जाए इसको ध्यान में रखकर ही ये निर्णय लिया गया है. स्पर्श दर्शन पर पूरे तरीके से रोक रहेगी. इस दौरान झांकी दर्शन ही कर सकेंगे श्रद्धालु. एक जनवरी 2025 को सावन के सोमवार जितनी भीड़ होने का अनुमान है.

2024 में कितने भक्त पहुंचे?

इस साल पहली जनवरी 2024 को विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या 7.35 लाख थी. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्य पालक विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि पिछले तीन सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो 2022 में 5 लाख, 2023 में 5.5 लाख और 2024 में पहली जनवरी को 7.35 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. ये संख्या सावन के सोमवार पर दिखती है.

पिछले कुछ सालों से नए वर्ष की शुरुवात बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के साथ शुरू करने के रुझान में तेजी आई है. देश भर से लोग 31 दिसंबर की रात को ही दर्शन करने के लिए लाइन में लग जाते हैं और एक जनवरी की देर रात तक दर्शन करने वालों का हुजूम उमड़ा रहता है.

लगातार बन रहा रिकॉर्ड

श्रद्धालुओं की संख्या के लिहाज से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में लगातार रिकॉर्ड बनते जा रहा है. कोविड के पहले जहां वर्ष 2019 में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या महज 68 लाख थी तो कोविड के दौरान वर्ष 2020 में 10 लाख ही सिमटकर रह गई थी.

13 दिसंबर 2021 में विश्वनाथ धाम के हुए लोकार्पण के बाद से लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती चली जा रही है. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि 13 दिसंबर 2021 से लेकर इस वर्ष 13 दिसंबर 2024 तक इन तीन सालों में 19 करोड़ 12 लाख 83 हजार 57 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

सीबीआई कोर्ट का बड़ा फैसला: बैंक धोखाधड़ी मामले में 15 आरोपियों को 3-5 साल की सजा।

सीबीआई कोर्ट ने शनिवार को अहमदाबाद के नरोदा रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर और 14 अन्य को जेल की सजा सुनाई है. इलाहाबाद सीबीआई कोर्ट ने शाखा प्रबंधक समेत 15 आरोपियों को 3-5 साल के कठोर कारावास और 1000 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है. साथ ही बैंक धोखाधड़ी मामले के तहत कुल 15.35 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. सीबीआई ने 11 सितंबर, 2001 को आरोपियों के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज किया था.

इसमें आरोप लगाया कि अहमदाबाद के नरोदा रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर बीजे जाला ने अन्य सभी आरोपियों के साथ एक आपराधिक साजिश रची थी. व्यक्तियों और अन्य लोगों के खिलाफ सार्वजनिक आवास वित्त के मामले में एक लोक सेवक के रूप में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया. जाली और झूठे आधार पर 1.62 करोड़ रुपए के होम लोन को मंजूरी देकर धोखा दिया.

ब्रांच मैनेजर समेत इन 15 आरोपियों को सजा

सीबीआई मामलों के विशेष जज कोर्ट नंबर 01 इलाहाबाद ने स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र अहमदाबाद के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर बेचरभाई गणेशभाई जाला और 14 निजी व्यक्तियों समेत 15 आरोपियों को सजा सुनाई है. इसमें मुकेश नटवर ब्रह्मभट्ट, अमित अजीत व्यास, राजेंद्र नटवरलाल ब्रह्मभट्ट, चेतन जगदीश भट्ट, करण विक्रम महिदा, राजेश अरविंद पटेल, महेश मुरलीधर सबनानी, चिन्मय गिरीशचंद्र त्रिवेदी, जयेश श्यामलाल असवानी, रजनीकांत छोटेलाल उपाध्याय, नीलेश सुरेशचंद्र शाह, विमल के मेहता और हेमेंद्र एल शाह के नाम शामिल हैं.

कई उधारकर्ताओं की ओर से दिए गए दस्तावेजों ने बीजी जाला पर आरोप लगाया. यह पाया गया कि उन्होंने अहमदाबाद के तत्कालीन शाखा प्रबंधक के रूप में, आपराधिक साजिश के तहत धोखाधड़ी और बेईमानी से उक्त उधारकर्ताओं की लोन पात्रता की पुष्टि नहीं की. उन्होंने एक लोक सेवक के रूप में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके उधारकर्ताओं को होम लोन स्वीकृत किया.

कोर्ट ने 9 आरोपियों के खिलाफ आरोप हटाए थे

जांच पूरी होने के बाद, सीबीआई ने दोषी लोगों सहित आरोपियों के खिलाफ 9 अलग-अलग आरोप पत्र दायर किए. 9 विशेष मामलों में से 5 में फैसला सुनाया जा चुका है. इनमें से 9 आरोपियों के खिलाफ आरोप हटा दिए गए क्योंकि उनकी सजा मुकदमे के दौरान ही समाप्त हो गई थी. वहीं, सुनवाई के बाद अदालत ने उपरोक्त 15 आरोपियों को दोषी पाया और उन्हें सजा सुनाई.

मोहाली में बड़ा हादसा: 6 मंजिली इमारत गिरी, कई लोग मलबे में दबे; राहत कार्य जारी।

पंजाब के मोहाली में शनिवार की शाम बड़ा हादसा हो गया. यहां एक 6 मंजिली इमारत भरभराकर गिर गई. हादसे के वक्त इमारत के अंदर संचालित जिम में 15 से अधिक लोग मौजूद थे. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड और पुलिस ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया है. पुलिस के मुताबिक इस मकान के पास ही बेसमेंट की खुदाई हो रही थी. आशंका है कि इसी दौरान मकान की नींव सरक गई और इतना बड़ा हादसा हो गया.

पुलिस के मुताबिक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी पहुंच गई हैं. मकान के मलबे को तेजी से हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हादसे के वक्त मकान के अंदर संचालित जिम खुला हुआ था और इसमें कई लोग प्रेक्टिस कर रहे थे. चूंकि यह हादसा अचानक से हुआ, इसलिए किसी को भी निकल भागने का वक्त नहीं मिला. आशंका है कि यह सभी लोग उस मकान के अंदर अभी भी दबे हुए हैं.

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इन सभी लोगों को बाहर निकालने के लिए जेसीबी की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है. खुद मोहाली के डीसी और एसपी भी मौके पर मौजूद हैं और राहत कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. डीसी के मुताबिक देर रात इस घटना में एक महिला का शव मलबे से निकाला गया.

10 साल पुरानी इमारत

मोहाली के डीसी आशिका जैन के मुताबिक यह इमारत करीब 10 साल पुरानी थी. उन्होंने बताया कि अभी तक हादसे की वजह साफ नहीं हो सकी है. इसके साथ ही अब तक यह भी नहीं पता चला है कि हादसे के वक्त मकान में कितने लोग मौजूद थे. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मकान के अंदर जिम में कुछ लोग थे. इनकी संख्या 15 से अधिक बताई जा रही है. फिलहाल जिला प्रशासन जिम प्रबंधकों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है.

महाराष्ट्र में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा आज या कल तक होगा: सीएम देवेंद्र फडणवीस।

महाराष्ट्र में सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महायुति सरकार का गठन हुआ है. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार उपमुख्यमंत्री बनाए गए है. 15 दिसंबर को विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले 39 मंत्रियों को शपथ पत्र दिलाई गई थी, लेकिन लगभग एक सप्ताह के बाद भी मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है. महायुति की सहयोगी पार्टियों में विभागों के लेकर खींचतान इस देरी का कारण माना जा रहा है.

शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय का विभागों का बंटवारा या तो आज या रविवार को होगा.

शनिवार को महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शनिवार को अनिश्चितकालीन के लिए स्थगिर कर दिया गया. इस अवसर पर फडणवीस ने कहा कि विभागों का बंटवारा आज रात या कल सुबह तक हो सकता है.

15 दिसंबर को हुआ था फडणवीस मंत्रिमंडल का विस्तार

बता दें फडणवीस की सरकार बनने के बाद 15 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था.कुल 39 कैबिनेट मंत्री ने शपथ दिलाई गई थी. इसमें 33 कैबिनेट मंत्री और 6 राज्य मंत्री थे.

कैबिनेट का विस्तार हो गया, लेकिन विभागों का बंटवारा अभी तक नहीं हो पाया है. कहा जा रहा था कि शीतकालीन सत्र के दौरान विभागों का बंटवारा होगा, लेकिन बंटवारा अभी तक नहीं हुआ है.

मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में देरी

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सहयोगी पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में देरी हो रही है. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल कर महायुति की सरकार बनी है.

प्राप्त जानकारी के अनुसारएकनाथ शिंदे को शहरी विकास और आवास विभाग से मिलने की संभावना है, प्रताप सरनाईक को परिवहन मंत्रालय, भरत गोगवले को रोजगार मंत्रालय मंत्रालय, प्रकाश अभिवक्ता को जल आपूर्ति मंत्रालय, उदय सावंत को उद्योग या स्वास्थ्य मंत्रालय और शभूराज बजाज को उत्पाद शुल्क या राजस्व विभाग मिलने की संभावना है.

बता दें कि इससे पहले, मंत्री भरत गोगावले ने कहा था कि महायुति सरकार के विभागों का आवंटन दिन में होने की उम्मीद है, लेकिन शाम तक मत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर कोई भी घोषणा नहीं हुई है.

दिल्ली शराब नीति घोटाला: अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केस चलाने की अनुमति देने पर AAP ने जताई आपत्ति।

दिल्ली शराब नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कथित आरोपी व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केस चलाने से संबंधित प्रवर्तन निदेशालय (ED) की अर्जी पर सुनवाई टल गई है. राऊज एवेन्यू कोर्ट ने शनिवार को सुनवाई टाल दी. कोर्ट अब 18 जनवरी को ईडी की अर्जी पर सुनवाई करेगा.

एलजी ने ईडी को मुकदमा चलाने की दी अनुमति

इससे पहले शनिवार कोदिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल पर मुकदमा चलाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अनुमति दे दी थी. 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी. उसके मद्देनजर उपराज्यपाल की ओर से यह अनुमति दी गई थी.

इस साल 17 मई को राउज एवेन्यू कोर्ट में 7 मामला दर्ज किया गया था. कोर्ट ने 9 जुलाई को शिकायत का संज्ञान लिया था.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने रिपोर्टों पर आश्चर्य व्यक्त किया और दावा किया कि इस संबंध में कोई अभियोजन स्वीकृति जारी नहीं की गई थी.

उपराज्यपाल की अनुमति पर आप ने जताई आपत्ति

उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं…क्या उन्हें यह बुनियादी जानकारी नहीं है कि किसी मुख्यमंत्री या मंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए अभियोजन स्वीकृति की आवश्यकता होती है? वे कह रहे हैं कि आज उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) के खिलाफ मुकदमा चलाने की स्वीकृति दी है, पिछले दो सालों से भाजपा क्या कर रही थी?

उन्होंने कहा किअगर उनके पास (अरविंद केजरीवाल) के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं थी, तो वे क्या कर रहे थे? हमारे पास जानकारी है कि आज भी अभियोजन स्वीकृति नहीं है. यह राजनीतिक कारणों से की जा रही साजिश का हिस्सा है.

आप के एक अन्य वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की रिपोर्टों को “फर्जी” कहा और एलजी सक्सेना से पत्र सार्वजनिक करें.

उदयपुर के जिस होटल में पीवी सिंधु की होगी शादी, उसके एक कमरे का किराया कितना है?

ओलिंपिक पदक जीतने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु की शादी रविवार को उदयपुर में झील के बीच बने फाइव स्टार होटल में होगी. इस शादी को लेकर दोनों परिवारों के लोग शुक्रवार शाम को ही उदयपुर पहुंचे गए. उदयपुर के उदय सागर झील में बने फाइव स्टार होटल राफेल्स में शादी आयोजित हो रही है. शनिवार शाम को प्री वेडिंग-फंक्शन के तहत संगीत कार्यक्रम होंगे और शादी की रस्में भी शुरू हो जाएगी. रविवार को पीवी सिंधु और वेंकट दत्त साई की शादी होगी..

इस शादी को लेकर पिछले काफी समय से होटल में भी तैयारियां चल रही थी. होटल को पूरी तरह से सजाया गया है साथ ही खेल, राजनीति, फिल्मी दुनिया की मशहूर हस्तियों के शामिल होने के भी संभावना जताई जा रही है. उदयपुर के उदय सागर झील में बने राफेल्स होटल में इससे पहले हार्दिक पांड्या की भी शादी का आयोजन हुआ था और कई फिल्मी जगत की शादियां भी राफेल्स होटल में हुई थी. अब पीवी सिंधु भी इसी होटल में शादी कर रही है.

राफेल्स होटल में हैं 101 रूम

राफेल्स होटल के रूम की बात करें तो इस होटल में कुल 101 रूम है और झील के बीच बने इस होटल का प्रतिदिन का किराया 50 हजार से एक लाख तक है. ऑनलाइन बुकिंग की साइट के अनुसार सीजन के अनुसार होटल के कमरों का रेट बढ़ जाता है..

इस होटल में दो सुइट भी बने हुए हैं. राफेल्स मेनर सुइट जिसका एक रात का किराया 1 लाख 44 हजार रुपए है जिसमें आकर्षक सजावट है और झील के मनोरम दृश्य को काफी पास से निहार सकते है. दूसरा सुइट है, राफेल्स ओएसिस सुइट विथ पुल. इस विशेष सुइट में कैबाना के साथ एक प्लंज पूल, लिविंग रूम, निजी बालकनी, वॉक-इन अलमारी और व्यक्तिगत सुविधाओं के साथ और कई सुविधाएंभीहैं.

इन हस्तियों को मिला निमंत्रण

बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने अपनी शादी के लिए खेल, राजनीति, फिल्मी दुनिया की मशहूर हस्तियों को न्योता दिया है. जानकारी के मुताबिक, शादी में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर, अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, पवन कल्याण सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और फिल्मी सितारों को निमंत्रण दिया गया है.

51 करोड़ रुपये लागत, 176 लग्जरी कॉटेज; प्रयागराज महाकुंभ में डोम सिटी हिल स्टेशन जैसा देगी अहसास

प्रयागराज महाकुंभ में इस बार कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं, जहां परंपराओं के साथ-साथ भव्य और आधुनिक सुविधाओं को भी जगह दी जा रही है. इन सुविधाओं में एक विशेष आकर्षण डोम सिटी है, जो झूंसी क्षेत्र में बनाई जा रही है. इस सिटी का निर्माण पर्यटन विभाग के सहयोग से ईवो लाइफ स्पेस प्रा. लि. की ओर से किया जा रहा है, और यह देश की पहली डोम सिटी होगी.

महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक भव्य और आधुनिक शहर तैयार हो रहा है, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह जाएगा. डोम सिटी का निर्माण त्रिवेणी की रेत पर किया जा रहा है, और इसको लेकर पर्यटन विभाग ने सवा तीन हेक्टेयर जमीन उपलब्ध करवाई है. ईवो लाइफ स्पेस के निदेशक अमित जौहरी का कहना है कि यह डोम सिटी कुम्भ क्षेत्र में एक अद्भुत परियोजना के रूप में तैयार हो रही है, जिसमें आधुनिकता और परंपरा का शानदार संगम देखने को मिलेगा.

महाकुंभ का 360 डिग्री व्यू

डोम सिटी की सबसे खास बात यह है कि यहां से महाकुंभ का 360 डिग्री व्यू मिलेगा, जिससे पर्यटकों को कुम्भ के दृश्य का अवलोकन हिल स्टेशन जैसी जगह से करने का अहसास होगा. इस सिटी का निर्माण 51 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. डोम सिटी को 15 से 18 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है और इसमें बुलेट प्रूफ और फायर प्रूफ पॉली कार्बन शीट का इस्तेमाल किया गया है. पर्यटक यहां अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 24 घंटे रह सकते हैं और महाकुंभ का नजारा ले सकते हैं.

लग्जरी कॉटेज का अनुभव

डोम सिटी में 176 लग्जरी कॉटेज भी बनाए जा रहे हैं, जहां ठहरने की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. हर कॉटेज में एसी, गीजर और सात्विक आहार की व्यवस्था की जाएगी. स्नान पर्व के दिन कॉटेज का किराया 81 हजार रुपये होगा, जबकि सामान्य दिनों में इसका किराया 41 हजार रुपये होगा. इसी तरह, डोम का किराया स्नान पर्व के दिन 1 लाख 10 हजार रुपये और सामान्य दिनों में 81 हजार रुपये रखा गया है. डोम की ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू हो चुकी है.

इस पूरी डोम सिटी का वातावरण आध्यात्मिक बनाने के लिए यहां धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों की व्यवस्था भी की जाएगी. इस परियोजना से महाकुंभ में अंतरराष्ट्रीय स्तर की पर्यटन सुविधाएं उपलब्ध होंगी और यह एक कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाएगा.

दरभंगा में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई: 8 मगरमच्छों के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार।

बिहार के दरभंगा में वन विभाग की टीम ने 8 मगरमच्छ के साथ 3 तस्करों को गिरफ्तार किया. वन विभाग की टीम को स्थानीय लोगों से जानकारी मिली थी कि कुछ लोग मगरमच्छ की तस्करी करने वाले हैं. जिसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए लोगों को गिरफ्तार किया है. तस्करों ने मगरमच्छ के बच्चे को एक घर में छिपाकर रखा हुआ था और वह उससे जल्द ही दूसरी जगह भेजने वाले थे.

दरभंगा की मनीगाछी थाने की पुलिस ने तीन तस्करों मगरमच्छ की तस्करी के मामले में रंगे हाथ अरेस्ट किया, जिसमें एक महिला भी शामिल है. गिरफ्तार तस्करों की पहचान सुपौल जिले में रहने वाले विजय बंजारा, गोविंद बंजारा और किरण देवी के तौर पर हुई हैं. मिथिला वन प्रमंडल पदाधिकारी भास्कर चंद्र भारती ने बताया कि मनीगाछी में रहने वाले लोगों ने वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल की टीम को सूचना दी थी कि कुछ लोगों ने अपने घर में मगरमच्छ को रखा हुआ है, जो उसकी तस्करी करते है.

छापेमारी कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया

मामले की जानकारी होते ही टीम एक्टिव हो गई और उन्होंने मानीगाछी में छापेमारी पर 8 मगरमच्छ के बच्चों को रेस्क्यू कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान वन विभाग की टीम को बड़े मगरमच्छ की खाल भी मिली है. बताया जा रहा है कि मगरमच्छ को तस्करी के लिए लाकर एक मकान के कमरे में रखा हुआ था. मामले की जानकारी होते स्थानीय लोगों भी भीड़ मगरमच्छ को देखने के लिए जुट गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि संरक्षित वन्य प्राणियों की लगातार तस्करी की जा रही है.

तस्करों को भेजा जेल

यह पूरी कार्रवाई स्थानीय लोगों की जानकारी के बाद की गई है. पुलिस ने तस्करों के खिलाफ केस दर्ज करके उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. साथ ही मगरमच्छ को सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया है. इस कार्रवाई के बाद वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल की चारों ओर खूब प्रशंसा हो रही है.

संजय राउत के घर के बाहर संदिग्ध गतिविधि: पुलिस ने 4 लोगों से की पूछताछ, बाद में छोड़ा

महाराष्ट्र पुलिस ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत के बंगले के बाहर संदिग्ध रेकी (टोह लेने) के सिलसिले में चार लोगों से पूछताछ की और बाद में यह साफ होने पर उन्हें छोड़ दिया कि वे एक दूरसंचार नेटवर्क सेवा कंपनी के कर्मचारी हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी थी कि ये लोग दूरसंचार नेटवर्क सेवा कंपनी इंस्टा आईसीटी सॉल्यूशन के कर्मचारी है और क्षेत्र में नेटवर्क के संबंध में शनिवार को निरीक्षण कर रहे थे.

निरीक्षण करते समय उन पर शक हुआ, तो पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि चार लोगों से पूछताछ की गई और कंपनी में उनकी भूमिका एवं पद की पुष्टि किए जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है.

क्या है पूरा मामला?

भांडुप इलाके में सुबह करीब साढ़े नौ बजे शिवसेना (उबाठा) नेता के बंगले मैत्री के बाहर मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग देखे गए. इसे संदिग्ध पाते हुए बंगले के बाहर इंतजार कर रहे कुछ लोगों ने राउत के छोटे भाई विधायक सुनील राउत को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया.

पुलिस ने बताया था कि दोपहिया वाहन पर आए दो लोग वहां से गुजरते समय कुछ देर तक वहां रुके थे. जिसके बाद लोगों को उन पर शक हुआ और पुलिस को बुलाया गया. कांजुरमार्ग थाने से पुलिस की एक टीम इसके कुछ ही देर बाद घटनास्थल पर पहुंची और उसने जांच शुरू की. संदिग्धों को गिरफ्तार कर पुलिस ने पूछताछ की और पाया कि ये लोग दूरसंचार नेटवर्क सेवा कंपनी इंस्टा आईसीटी सॉल्यूशन के कर्मचारी है और क्षेत्र में नेटवर्क के संबंध में शनिवार को निरीक्षण कर रहे थे.

पुलिस ने की थी 8 टीमें गठित

इस मामले में पुलिस ने तत्पर्ता दिखाते हुए, इसकी जांच के लिए 8 टीमों का गठन किया था. पहले भी महाराष्ट्र में कई नेताओं और नामी लोगों को धमकी मिल चुकी है. कुछ महीने पहले ही बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद महाराष्ट्र पुलिस सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरत रही है.

टेलीकॉम विभाग लॉन्च करेगा सुपर ऐप: एक ही जगह पर दर्ज होंगी टेलीकॉम सेक्टर की सभी शिकायतें।

मोबाइल यूजर्स को इस समय अनचाहे कॉल्स और साइबर फ्रॉड जैसी कॉल के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी शिकायत भी यूजर्स को अलग-अलग जगहों पर करनी होती है, लेकिन अब ऐसा नहीं करना होगा. टेलीकॉम विभाग एक सुपर ऐप लेकर आ रहा है. जिसमें टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी सभी शिकायतें एक ही जगह पर दर्ज कराईं जा सकेंगी.

टेलीकॉम विभाग बहुत जल्द सुपर ऐप की शुरुवात करने जा रहा है. इस पर टेलीकॉम सेवाओं से जुड़ी सभी शिकायतें एक ही जगह पर की जा सकेंगी. इस ऐप को टेलीकॉम विभाग नए साल पर लॉन्च करने वाला है.

मोबाइल गुम और साइबर फ्रॉड की शिकायतें होंगी दर्ज

अब तक मोबाइल यूजर्स को मोबाइल गुम होने की शिकायत अलग से और साइबर फ्रॉड की शिकायतें अलग से दर्ज करवानी पड़ती थीं. लेकिन अब टेलीकॉम विभाग के नए ऐप के आने से ऐसी सभी शिकायतें आसानी के साथ इस ऐप पर दर्ज की जा सकेंगी.

चाहे व्हाट्सऐप, टेलीग्राम के जरिए होने वाले फ्रॉड की शिकायत हो या फिर विदेशों से आ रही फ्रॉड और स्पूफ कॉल की शिकायत हो यूजर अब लॉन्च होने वाले ऐप पर शिकायत कर सकेंगे. इसके अलावा यूजर गलत बिल की शिकायत भी इसी ऐप पर दर्ज करा सकते हैं.

आज के समय में लगातार फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं, इन्हीं सब को देखते हुए टेलीकॉम विभाग ने ये ऐप तैयार किया है. ताकि यूजर्स को शिकायत के लिए अलग-अलग जगहों पर परेशान न होना पड़े.

पता कर पाएंगे शिकायत पर क्या हुई कार्रवाई

इस ऐप के जरिए ही आप अपने नाम पर कितने सिम हैं, इसकी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे. जब किसी यूजर्स की तरफ से कोई शिकायत इस ऐप पर दर्ज की जाएगी तो उसे उस शिकायत का एक ट्रैकिंग नंबर दिया जाएगा. जिसकी मदद से यूजर शिकायत पर हुए डेवलपमेंट और आगे होने वाली कार्रवाई के बारे में पता कर सकेगा.