प्रशासन के एक्शन का दिखने लगा असर, प्रदूषित शहरो़ की सूची में 5 वें स्थान पर खिसका हाजीपुर
हाजीपुर
एक सप्ताह पहले हाजीपुर शहर का एक्यूआइ जहां 433 था और पूरे देश के प्रदूषित शहरों में यह पहले स्थान पर था, वहीं शनिवार को यह घटकर 367 पर आ गया। इस गिरावट से प्रदूषित शहरों की सूची में हाजीपुर पांचवे स्थान पर चला गया है, जो कि अच्छी खबर है। हालांकि यह अभी भी रेड जोन में ही है।इसकी सेहत सुधारने के लिए जिला प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर परिषद प्रशासन भी पिछले कई दिनों से एक्शन मोड में दिख रहा है।वायु प्रदूषण को रोकने के लिए इसके कारणों की पड़ताल के साथ-साथ समाधान के लिए कई स्तर पर कदम उठाये गये हैं।
धूल के गुबार से बढ़ रहा प्रदूषण :
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर की जा रही पहल का पिछले दो-तीन दिनों में मामूली सुधार देखने को मिला है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) व नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार हाजीपुर की हत्या अभी भी सांस लेने लायक नहीं हैं। शनिवार को हाजीपुर का एक्यूआई 367 रिकॉर्ड किया गया।
शहर में वायु प्रदूषण के कई कारण हैं। उनमें से प्रमुख कारणों में खुले में कचरा जलाना व सड़क निर्माण कार्य के दौरान उड़ने वाले धूल के गुबार हैं। अभी शहर में कई सड़क परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा हैं ।
सड़क निर्माण कार्य के लिए रखे गये मिट्टी व रेत के ढेर, रेत व मिट्टी की ढुलाई की वजह से काश हाजीपुर-पटना मार्ग पर तेरसिया के समीप हर वक्त धूल का गुबार छाया लगा रहता है। हालांकि, जिला प्रशासन की भी पहल पर यहां सड़क तथा रेत व मिट्टी के ढेर पर लगातार पानी का छिड़काव कराया जा रहा है।
प्रदूषण को लेकर डीएम-एसपी ने की बैठक
हाजीपुर में वायु प्रदूषण को प्रभावी तरीके से कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों का पिछले दो-तीनों दिनों में असर दिखने लगा है। शहर को 14 सेक्टर में बांट कर वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए दर्जनों मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी तैनात किये गये हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आज जारी आंकड़े के अनुसार देश भर में सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली है। इसका एक्यूआइ 412 है। पानीपत, हापुड़, कटिहार के बाद हाजीपुर पांचवें स्थान पर है।
शनिवार को डीएम यशपाल मीणा तथा एसपी हर किशोर राय ने हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में सभी संबंधित पदाधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी तथा निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। डीएम ने कहा कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए हमें समग्र प्रयास करना होगा, प्रदूषण के मानव निर्मित कारण को चिह्नित करते हुए पहले समझाया जायेगा, फिर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी फैक्ट्री मालिक अपनी फैक्ट्री के सामने वाली सड़क पर रोजाना तीन बार पानी का छिड़काव करेंगे, ताकि धूल कण न उड़े।
एसडीएम को निर्देश दिया गया की आवश्यकतानुसार संबंधित पक्ष को नोटिस जारी करें। कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया में सघन पौधारोपण किया जाये। फैक्ट्री ल परिसर के अंदर या बाहर कूड़ा जलाने वाले पर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। अग्निशमन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे नगर परिषद के साथ समन्वय स्थापित कर लगातार पानी का छिड़काव सुनिश्चित करें।
डीटीओ को निर्देश दिया गया कि सभी प्रकार के वाहनों का शत प्रतिशत प्रदूषण जांच करें। बियाडा के पदाधिकारी फैक्ट्री से कूड़ा उठाने वाले वेंडर्स को वीसी से मीटिंग कर कूड़ा प्रबंधन की जानकारी देने को कहा ।
वायु प्रदूषण नियंत्रण में लगाये गये अधिकारियों और पुलिस पदाधिकारी के साथ डीएम-एसपी ने ज्वाइंट ब्रीफिंग की भी की। उन्हें उनके स्तर से किये जा रहे कार्य और प्रयास का प्रतिदिन रिपोर्ट व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करने, जो भी कूड़ा फेंक रहा हो या कूड़ा जला रहा हो, उसकी तस्वीर लेने, नाम का पता पूछने को कहा। उनपर कड़ी कार्रवाई होगी। बैठक में विधायक अवधेश सिंह भी थे।
Nov 26 2024, 13:26