शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों की कविताओं को प्रकाशित करेगा अंग्रेजी विभाग
गोरखपुर। शब्द एंड स्टैंजा कविता संग्रह में होंगी हिंदी एवं अंग्रेजी में कविताएँ अध्यक्ष के साथ शोधार्थियों की बैठक में जमा की गई प्रविष्टियां
अंग्रेजी विभाग ने एक नई और अनूठी पहल करते हुए विभाग के शोधार्थियों और स्नातकोत्तर छात्रों की काव्यात्मक रचनाओं पर आधारित पुस्तक शब्द एंड स्टैंजा: वॉइसेज आॅफ बडिंग पोएट्स फ्रॉम द इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रकाशन का निर्णय लिया है। यह पुस्तक छात्रों द्वारा रचित कविताओं का एक संकलन है, जिसमें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कविताएं शामिल होंगी।
विभागाध्यक्ष प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इस पुस्तक का उद्देश्य छात्रों की छिपी हुई साहित्यिक प्रतिभा को उजागर करना है। अब तक 25 से अधिक छात्रों ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की हैं, जो सामाजिक मुद्दों और विविध विषयों पर आधारित हैं। इन रचनाओं की गुणवत्ता को सराहा गया है।
प्रो. शुक्ला ने कहा, यह पुस्तक छात्रों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगी और उनकी काव्य प्रतिभा को एक नई पहचान देगी। इसे जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा और विश्वविद्यालय की कुलपति के कर-कमलों द्वारा विमोचित किया जाएगा। उन्होंने बताया की अभी तक चालीस कविताएँ प्राप्त हो चुकी हैं ।
कुलपति प्रो पूनम टंडन ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक न केवल छात्रों की सृजनशीलता को प्रोत्साहित करेगी बल्कि उनके भीतर साहित्यिक अभिव्यक्ति के प्रति आत्मविश्वास भी बढ़ाएगी। ऐसे प्रयास छात्रों के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होते हैं।
प्रो शुक्ला नें बताया कि यह पहल न केवल उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहन देगी बल्कि साहित्य के क्षेत्र में विभाग की अग्रणी भूमिका को भी रेखांकित करेगी।
गौरतलब है कि अंग्रेजी विभाग हर महीने अपनी पत्रिका साहित्य विमर्श का भी प्रकाशन करता है, जिसमें छात्रों की रचनात्मक अभिव्यक्तियां प्रकाशित होती हैं। बैठक में श्रेया पांडे, नितेश सिंह, अंकित पाठक, आयुषी कुशवाहा, हर्षिता, रोहिणी सिंह, ऋचा पल्लवी, सौरभ, जगदंबा, नंदिनी, अंबिका, स्मृति, सुरभि, अंजलि, राजेश आदि उपस्थित रहे।
Nov 21 2024, 19:42