आजमगढ़। लोक आस्था और सूर्य उपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने अंबारी, खांजहापुर, प्राचीन शिवमंदिर पल्थी, पलिया, भेड़िया, दीदारगंज, बेलसिया, बिलारमऊ, गोधना, मैगना आदि भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया।माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा पोखरे पर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हुए उन्होंने संतान और पति के सुख समृद्धि और मंगल की कामना किया।
रंगीन झालरों से सजे सिद्धपीठ काली चौरा पोखरे पर शाम चार बजे से माथे पर फल फूल आदि से लदे दऊरी और सूप लेकर गाजे बाजे के साथ ब्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं का क्षेत्र के विभिन्न गावों से आना शुरू हुआ।कुछ देर बाद काली चौरा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।इस दौरान छठ मैया के गीतों से पूरा इलाका गूंज उठा।
उसके बाद अपनी अपनी वेदियों के पास ब्रतियो द्वारा धूप दीप प्रज्वलित कर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की गई।तत्पश्चात पानी में खड़े होकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुजीत जायसवाल आशू माहुल में छठ में श्रद्धालुओं के सहयोग में लगे रहे। दिलीप सिंह बघेल ,विष्णु कांत पांडेय,मोहन सोनकर आदि रहे।
Nov 08 2024, 08:05