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वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य कौशिक ने हिंदू समाज एवं संत समाज से भावुक होकर मांगी माफी, वीडियो भी हो रहा वायरल, पढ़िए, खबर

वृंदावन के एक प्रसिद्ध कथावाचक, आचार्य कौशिक ने हाल ही में हिंदू समाज एवं संत समाज से भावुक होकर माफी मांगी है। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे रेल की पटरियों के बीच बैठकर शिवलिंग का अभिषेक करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में गंदी पटरियों के बीच शिवलिंग का जलाभिषेक करने पर कुछ लोगों ने आपत्ति व्यक्त की तथा सोशल मीडिया पर आचार्य कौशिक के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की।

वीडियो के वायरल होने के पश्चात्, आचार्य कौशिक ने अपनी इस कार्रवाई पर खेद जताते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि यह सब उन्होंने एक भावनात्मक स्थिति में किया था। आचार्य कौशिक ने बताया कि वे स्वयं शिवभक्त हैं तथा जब तक महादेव का अभिषेक नहीं कर लेते, अन्न ग्रहण नहीं करते। उनका यह भी कहना है कि उन्हें वृंदावन धाम छोड़ने की धमकी दी जा रही है। आचार्य कौशिक का आरोप है कि कुछ लोग उनसे वृंदावन छोड़ने को कह रहे हैं। इस सिलसिले में, उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए इसे भावनात्मक प्रतिक्रिया बताया तथा सभी भक्तों व ब्रज के संतों से क्षमा मांगी है। माबली स्थित तुलसी वन गौशाला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वे शिव अभिषेक किए बिना जलपान तक नहीं करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोग उनके पुण्य कार्यों को नजरअंदाज कर, सिर्फ इस वीडियो के आधार पर उन्हें वृंदावन छोड़ने की बात कह रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस वीडियो से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो वे सभी भक्तों एवं धर्माचार्यों से क्षमा प्रार्थी हैं। उनका कहना है कि कुछ लोग उन्हें डराने का प्रयास कर रहे हैं, पर वे निडर थे तथा निडर रहेंगे। आचार्य कौशिक ने कहा कि वे अन्न त्यागकर सच्चे हृदय से गौवंश की सेवा में लगे हैं एवं हिंदू सनातनी धर्म को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कोरोना काल में लाखों लोगों को अन्न प्रदान कर उनकी सेवा की थी। उनका आरोप है कि कुछ हिंदू विरोधी ताकतें उन्हें बदनाम कर सनातन धर्म को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रहा हैं।

सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा, महाकुंभ मेले के चलते मुस्लिमों पर प्रतिबंध लगा, तो मुस्लिम समुदाय भी हिंदुओं को दरगाहों में प्रवेश...

उत्तर प्रदेश के संभल से सपा के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अग़र आगामी महाकुंभ मेले के चलते मुस्लिमों पर प्रतिबंध लगाया गया, तो मुस्लिम समुदाय भी हिंदुओं को दरगाहों में प्रवेश करने से रोक सकता है। बर्क ने कहा कि यदि महाकुंभ में मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें लगाने या अन्य गतिविधियों में शामिल होने से रोका गया, तो मुस्लिम समुदाय भी अपने धार्मिक स्थलों पर गैर-मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगाने के विकल्प पर विचार कर सकता है।

बर्क का यह बयान अखाड़ा परिषद की उस मांग के पश्चात् आया, जिसमें परिषद ने महाकुंभ मेले के चलते मुस्लिम व्यापारियों को मेले में दुकान लगाने से प्रतिबंधित करने की मांग की थी। इस मांग का समर्थन प्रसिद्ध कथा वाचक एवं धार्मिक गुरु पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, जिन्हें ‘बागेश्वर बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है, ने भी किया है। शास्त्री और अखाड़ा परिषद का तर्क है कि हिंदू धर्म के सबसे बड़े पवित्र आयोजन के चलते गैर-हिंदू समुदाय के लोगों का व्यापार करना अनुचित हो सकता है।

इस मामले में, कुछ धार्मिक एवं सामाजिक विद्वानों का कहना है कि जैसे सऊदी अरब में हज के चलते मक्का और मदीना जैसे पवित्र स्थलों पर गैर-मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाता है, उसी प्रकार मुसलमानों को भी हिंदू धर्म के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए और महाकुंभ के चलते दूरी बनाए रखनी चाहिए। इन विद्वानों का मानना है कि इससे धार्मिक आयोजन के पवित्र माहौल को बनाए रखने में मदद प्राप्त होती है तथा धार्मिक भावनाओं का सम्मान होता है।

7 स्विंग स्टेट्स के पास व्हाइट हाउस की चाबीःनॉर्थ कैरोलिना के बाद जॉर्जिया पर भी ट्रंप का कब्जा, जीत को ओर डोनाल्ड

#us_presidential_election_and_result

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप काफी आगे चल रहे हैं।डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की रेस में लगातार पीछे होती जा रही हैं।अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव लगातार डोनाल्ड ट्रंप की ओर झुक रहा है। नॉर्थ कैरोलिना के बाद अब रिपब्लिकन उम्मीदवार ने दूसरा स्विंग राज्य जॉर्जिया भी जीत लिया है। यहां जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप को 16 इलेक्टोरल वोट हासिल होंगे। 2020 में इस राज्य में डोनाल्ड ट्रंप को जो बाइडन से हार मिली थी और उनका दोबारा राष्ट्रपति बनने का सपना भी अधूरा रह गया था। 

अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए उम्माीदवार को 270 इलेक्टोरल वोटों की जरूरत होती है। अभी डोनाल्ड ट्रंप के पास 246 वोट हैं, जबकि हैरिस 210 वोटों के साथ पीछे चल रही हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दिशा तय करने में सबसे अहम माने जा रहे स्विंग स्टेट्स में डोनाल्ड ट्रंप ने दबदबा दिखाया है। स्विंग स्टेट्स में कुल 93 सीटें हैं। इनमें से 2 स्विंग स्टेट नॉर्थ कैरोलिना और जॉर्जिया में नतीजा आ गया है। दोनों में ट्रम्प ने जीत हासिल की है। इसके अलावा ट्रम्प ने बाकी सभी स्विंग स्टेट्स में बढ़त बना ली है। अगर ट्रम्प इन राज्यों में जीत हासिल करते हैं तो वे चुनाव जीत जाएंगे।

अमेरिका में 50 राज्य हैं, जिनमें से ज्यादातर राज्य डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के बीच बंटे हुए हैं। जो राज्य डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन करते हैं वे ब्लू और जो रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन करते हैं वो रेड स्टेट कहे जाते हैं।वहीं, कुछ ऐसे भी राज्य हैं जो दोनों ही पार्टियों का समर्थन करते हैं। इन राज्यों के वोटर्स किसी भी पार्टी की तरफ स्विंग कर सकते हैं, यानी पलट सकते हैं। इस चुनाव में कुल 7 स्विंग स्टेट्स हैं। पिछली बार डेमोक्रेटिक पार्टी को पेंसिलवेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, नेवाडा, एरिजोना में जीत मिली थी। वहीं, ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी को सिर्फ नॉर्थ कैरोलिना में जीत हासिल हुई थी।

स्विंग स्टेट्स में क्या है स्थिति?

1. नॉर्थ कैरोलिना- ट्रम्प को 3.6% के अंतर से जीत मिली

2. एरिजोना- 54% काउंटिंग हुई- 0.72% से ट्रम्प आगे

3. मिशिगन- 63% काउंटिंग हुई- 6% से ट्रम्प आगे

4. विस्कॉन्सिन- 86% काउंटिंग हुई- 4% से ट्रम्प आगे

5. पेन्सिलवेनिया- 88% काउंटिंग हुई- 3% से ट्रम्प आगे

6. जॉर्जिया- ट्रम्प को 2.5% के अंतर से जीत मिली

7. नेवाडा- 68% वोटिंग हुई- ट्रम्प 5% से आगे

जम्मू-कश्मीर में 6 घंटे में दो एनकाउंटर, बांदीपोरा के बाद कुपवाड़ा में भी क आतंकी ढेर

#jammu_kashmir_encounter_between_security_forces_and_terrorists_in_kupwara 

जम्‍मू-कश्‍मीर से आतंक घटनाओं में बढ़ोतरी के बाद भारतीय सुरक्षा बल आतंकियों का सफाया करने में जुटे हैं। इस बीच सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। बताया जा है कि मुठभेड़ लोलाब के जंगलों में हो रही है। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। इससे पहले मंगलवार को बांदीपोरा के जंगल क्षेत्र में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में भी एक आतंकी मारा गया था।

मंगलवार देर रात करीब 11.30 बजे कुपवाड़ा जिले के लोलाब वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। इसके बाद वहां सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जानकारी के मुताबिक आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मार्गी, लोलाब, कुपवाड़ा के सामान्य क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान शुरू किया है। इस दौरान आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया गया और गोलीबारी शुरू हो गई।

इससे पहले मंगलवार को आतंकवादियों से मुठभेड़ के बाद भारतीय सेना, जम्मू और कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने ज्‍वाइंट ऑपरेशन बांदीपोरा के चुंटावाड़ी कैतसन क्षेत्र में शुरू किया था। पुलिस ने कहा कि मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले में मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया, जबकि दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर बांदीपोरा के चुंटापथरी वन क्षेत्र में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। चारों तरफ से घिरा पाकर आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने के बाद गोलीबारी शुरू की गई। अधिकारी ने कहा कि गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया, जबकि सेना का एक जवान और सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया।

इससे पहले सेना ने 2 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था। 29 अक्टूबर को सुरक्षा बलों ने सेना के काफिले पर हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के अखनूर में एक बड़ी मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया। 20 अक्टूबर को गंदेरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा हमला किए जाने पर एक डॉक्टर और छह निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई। जिसका बदला लिया गया।

हैदराबाद में शर्मनाक घटना, पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा के मुंह में रखकर फोड़ा पटाखा, अब तोड़ दिया सिर

#hyderabad_broken_head_of_mahatma_gandhi_statue 

हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में प्रगति नगर झील के पास एक शर्मसार कर देनी वाली घटना सामने आई है। यहां देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है। सोमवार रात अज्ञात लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वीडियो में देखा जा रहा है कि महात्मा गांधी की प्रतिमा का सिर तोड़ दिया गया है और वहीं नीचे रखा हुआ है।

सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इस घटना का काफी विरोध किया। शरारती तत्वों की इस हरकत से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। बाचुपल्ली पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया है और कार्रवाई की जाने की बात कही है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें जल्द पकड़ने का आश्वासन लोगों को दिया है। यह मामला सोमवार, 4 नवंबर की रात का बताया जा रहा है, जिसकी जांच में पुलिस जुट गई है।

इससे पहले दिवाली के मौके आतिशबाजी के बीच भी एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर पहले सामने आया था, जिसमें महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की जा रही थी। यह मामला ठीक दिवाली की रात का है, जहां शहर के बोवेनपल्ली इलाके में कुछ बच्चों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के मुंह में पटाखा रखकर फोड़ा था। हालांकि पुलिस ने वीडियो वायरल होने के मामले का संज्ञान लिया था और सभी बच्चों को पकड़ लिया था।

जंग के बीच नेतन्याहू ने अपने रक्षा मंत्री गैलेंट को क्यों हटाया, क्या इजराइल में सब ठीक नहीं?

#why_israel_pm_benjamin_netanyahu_sacked_his_defence_minister 

गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह सहित एक साथ कई मोर्चों पर इजराइल युद्ध लड़ रहा है। जंग के इस मुश्किल हालात के बीच इजरायल से चौंकाने वाली खबर आई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को बर्खास्त कर दिया है। उनकी जगह पूर्व विदेश मंत्री इजरायल काट्ज को रक्षा मंत्री बनाया गया है। नेतन्याहू ने याव गैलेंट को हटाने के लिए 'विश्वास के संकट' को वजह बताई जो 'धीरे-धीरे गहराता जा रहा था।' इसके पीछे पीएमओ की ओर से तर्क दिया गया है कि युद्ध प्रबंधन को लेकर दोनों नेताओं के बीच लगातार मतभेद बढ़ रहे थे।

बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “इजरायल के प्रधानमंत्री के रूप में मेरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी इजरायल की सुरक्षा को सुनिश्चित करना और हमें निर्णायक जीत की ओर ले जाना है। युद्ध के समय में, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के बीच पूर्ण विश्वास होना बेहद जरूरी है। दुर्भाग्यवश, जबकि शुरुआती महीनों में हमारे बीच यह विश्वास था और हमने बहुत कुछ हासिल किया, हाल के महीनों में मेरे और रक्षा मंत्री के बीच यह विश्वास कम हो गया है।”

बेंजामिन नेतन्याहू ने आगे कहा, “गैलेंट और मेरे बीच ऑपरेशन के मैनेजमेंट को लेकर गंभीर मतभेद उत्पन्न हो गए। ये मतभेद सरकार और कैबिनेट के फैसलों के विपरीत बयानों और कार्यों के साथ सामने आए। मैंने इन मतभेदों को सुलझाने के लिए कई बार प्रयास किए, लेकिन ये और बढ़ते गए। ये मुद्दे सार्वजनिक रूप से सामने आए, जो कहीं से भी मंजूर नहीं था, और इससे भी बुरा यह कि हमारे दुश्मनों को इसका फायदा मिला और उन्होंने इसके मजे लिए।

योआव गैलेंट पूर्व इजरायली जनरल हैं, जिन्हें सुरक्षा के प्रति उनके व्यवहारिक और सीधे नजरिए के लिए जाना जाता है। गैलेंट की इजरायल के 13 महीने के गाजा अभियान के दौरान भूमिका के लिए तारीफ की जाती रही है। उन्होंने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन समेत अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मजबूत संबंध बनाए। गैलेंट के रक्षा मंत्री रहते इजरायली सेना ने ईरान पर सफल हमला किया, जिसमें उसकी मिसाइल सुविधाओं को निशाना बनाया गया।

गाजा में जारी युद्ध के दौरान नेतन्याहू और गैलेंट के बीच कई बार मतभेद उभरे हैं। हालांकि, बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें बर्खास्त करने से परहेज किया। लेकिन इस बार उन्होंने ऐसा नहीं किया। नेतन्याहू ने पिछले साल मार्च में जब गैलेंट को बर्खास्त करने की कोशिश की थी, तो उनके इस कदम के खिलाफ देश में प्रर्दशन हुआ था। इस बार भी नेतन्याहू के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं। नारेबाजी कर रहे हैं। इजराइल के पीएम और उनके घर के आसपास सभी सड़कें बंद कर दी गई हैं।

अमेरिका में अबकी बार ट्रंप सरकार! बहुमत के करीब पहुंचे, जानें कमला हैरिस का हाल*
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अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इस बार अमेरिका में मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिप्बलिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है।कई राज्यों में मतदान खत्म होने के बाद ही मतगणना शुरू हो गई है और नतीजे भी आने लगे हैं।अमेरिकी मीडिया ने अलबामा, फ्लोरिडा, इंडियाना, केंटकी, मिसौरी, ओक्लाहोमा, साउथ कैरोलिना, टेनेसी और वेस्ट वर्जीनिया में ट्रंप की जीत का अनुमान लगाया है। हैरिस ने मैरीलैंड, मैसाचुसेट्स, वर्मोंट और अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन, डीसी सहित कई राज्यों पर कब्जा कर लिया है। *इन 22 राज्यों में जीत की तरफ ट्रंप* डोनाल्ड ट्रंप को जिन 22 राज्यों में बढ़त मिली है, उनमें व्योमिंग, पश्चिमी वर्जीनिया, टेक्सास, टेनेसी, साउथ डकोटा, साउथ केरोलाइना, ओक्लाहोमा, ओहायो, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, मिसिसिप्पी, लुइसियाना, केंटकी, इंडियाना, फ्लोरिडा, आरकैंसस, एलाबामा, आईओवा, मिजूरी, यूटाह, वेस्ट वर्जिनिया और मोंटाना शामिल हैं। इन राज्यों से ट्रंप को 210 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिल रहे हैं। *ट्रंप ने रुझान आने पर मार-ए-लागो में समर्थकों को संबोधित किया* अमेरिका में आ रहे चुनावी नतीजों के बीच सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को फ्लोरिडा के पाम बीच में अपने मार-ए-लागो क्लब में एकत्रित समर्थकों से संक्षिप्त बातचीत की। चमकदार झूमर और एक बड़ी टेलीविजन स्क्रीन के नीचे खड़े होकर, ट्रंप ने भीड़ को संबोधित किया, जिसमें ट्रंप को चंदा देने वाले लोग, परिवार के सदस्य और करीबी सहयोगी शामिल थे। अपनी खास लाल टाई और गहरे रंग का सूट पहने हुए, ट्रंप को अक्सर अपडेट के लिए अपनी अभियान टीम से सलाह लेते देखा गया। इसमें उनके साथी सीनेटर जेडी वेंस के साथ-साथ संभावित बदलाव में शामिल प्रमुख हस्तियां शामिल थीं, जिनमें हॉवर्ड लुटनिक और लिंडा मैकमोहन शामिल थे। अन्य उल्लेखनीय उपस्थित लोगों में व्यवसायी डेविड सैक्स, उद्यमी विवेक रामास्वामी और कैसीनो मोगुल स्टीव व्यान शामिल थे।
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में एनकांउटर, 1 आतंकी ढेर, सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी

#encounterbetweensecurityforcesandterroristinbandiporajammu_kashmir

हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में इजाफा हुआ है। लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबल भी चौकस हो गए हैं और आतंकियों के सफाए में जुट गए हैं। इसी बीच सुरक्षाबलों की ओर से बांदीपोरा के जंगलों में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान चला रहे हैं। बांदीपोरा के केटसुन फॉरेस्ट एरिया में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें एक आतंकवादी मारा गया।

अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षाबलों को बांदीपोरा के चूंटपाथरी फॉरेस्ट में आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी। जिसके बाद इलाके की घेराबंदी की गई और तलाशी अभियान शुरू किया गया। पुलिस बांदीपोरा और 26 असम राइफल्स की संयुक्त टीम इस अभियान में शामिल है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कुछ और आतंकी इस क्षेत्र में हो सकते हैं।

इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक और आतंकी हमले की घटना सामने आई थी, जब आतंकियों ने संडे बाजार के एक भीड़-भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड से हमला किया था। इस हमले में 12 लोग घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों ने टीआरसी के पास एक भरे बाजार में ग्रेनेड फेंका था, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।

पांच दिनों में चौथा एनकाउंटर

नवंबर महीने की शुरुआत के पांच दिनों में ये चौथा एनकाउंटर है। इससे पहले सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच श्रीनगर, बांदीपोरा और अनंतनाग में 3 एनकाउंटर हो चुके हैं। इनमें 4 जवान घायल हुए थे और 3 आतंकी मारे गए थे। 2 नवंबर को मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान जाहिद राशिद के रूप में हुई। वहीं दूसरा अरबाज अहमद मीर था। दोनों को पाकिस्तान से ट्रेनिंग मिली थी। बांदीपोरा में चौथा एनकाउंटर चल रहा है।

अक्टूबर में हुए आतंकी हमले

-28 अक्टूबर: अखनूर में 3 आतंकी ढेर हुए। LoC के पास आतंकियों ने आर्मी एंबुलेंस पर फायरिंग की थी। इसके बाद वे जंगल की ओर भाग गए थे। 5 घंटे तक चले एनकाउंटर में सेना का कोई जवान घायल नहीं हुआ।

-24 अक्टूबर: बारामूला में सेना की गाड़ी पर आतंकियों के हमले की जिम्मेदारी PAFF संगठन ने ली थी। पुलिस ने बताया था आतंकी हमला करके जंगल की ओर भाग गए थे।

-24 अक्टूबर: दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के बटगुंड में आंतकवादियों ने मजदूर पर गोलीबारी की। हमले में मजदूर घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है।

-20 अक्टूबर: गांदरबल के सोनमर्ग में कश्मीर के डॉक्टर, MP के इंजीनियर और पंजाब-बिहार के 5 मजदूरों की जान गई थी। इसकी जिम्मेदारी लश्कर के संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली।

-16 अक्टूबर: शोपियां में आतंकियों ने गैर-स्थानीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमले के बाद इलाके में आतंकियों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया।

अमेरिका में मतदान शुरू, ट्रंप और कमला हैरिस में कांटे की टक्कर, वोटिंग के बीच 7 स्विंग स्टेट्स पर सबकी नजर

#americauspresidentelectionvoting

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। भारतीय समय के मुताबिक शाम 6 बजे से मतदान शुरू हो गया है। जहां डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है।ट्रंप अगर जीत हासिल करते हैं तो वो दूसरी बार राष्ट्रपति बनेंगे। वहीं, अगर कमला हैरिस को जीत मिलती है तो वो पहली बार राष्ट्रपति बनेंगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कई राज्यों में मतदान जारी है। वैसे तो मतदान की तारीख आज यानि कि 5 नवंबर है. लेकिन इससे पहले ही करोड़ों लोग वोटिंग कर चुके हैं. यह सुविधा में अमेरिका में है, इसे अर्ली वोटिंग कहते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के इलेक्शन लैब के मुताबिक, अमेरिका के कई हिस्सों में हो रही अर्ली वोटिंग में अब तक लगभग आठ करोड़ लोग वोट डाल चुके हैं। वहीं, आज फ्लोरिडा, जॉर्जिया, इलिनॉइस, लुइसियाना, मैरीलैंड, मैसाचुसेट्स, मिशिगन, मिसौरी, पेंसिल्वेनिया, रोड आइलैंड, साउथ कैरोलाइना और वॉशिंगटन में वोटिंग हो रही है।

अमेरिका के पेन्सिलवेनिया राज्‍य पर दुनिया की नजरें

इस चुनाव में जॉर्जिया, मिशिगन, और पेंसिल्वेनिया जैसे महत्वपूर्ण स्विंग स्टेट्स का खास महत्व है। विशेष रूप से पेंसिल्वेनिया को चुनावी परिणामों के लिहाज से अहम माना जा रहा है। यह राज्‍य अमेरिका के स्विंग स्‍टेट का हिस्‍सा है। अमेरिका में 7 स्विंग स्‍टेट हैं और यही फैसला करते हैं कि अगला राष्‍ट्रपति कौन होगा। पेन्सिलवेनिया में कुल 19 इलेक्‍टोरल वोट हैं जो किसी अन्‍य राज्‍य की तुलना में ज्‍यादा है। यहां अब तक कमला हैरिस की डेमोक्रेटिक पार्टी का दबदबा था।

किस 'स्विंग स्टेट' में कौन आगे?

अमेरिका चुनाव से पहले ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक नेवादा में ट्रंप को 51.2 प्रतिशत समर्थन मिला जबकि हैरिस को 46 प्रतिशत। इसी तर्ज पर नॉर्थ कैरोलिना में ट्रंप को 50.5 प्रतिशत और हैरिस को 47.1 प्रतिशत समर्थन मिल रहा है। उधर, जॉर्जिया की बात की जाए तो यहां डोनाल्‍ड ट्रंप को 50.1% से 47.6% के अंतर से कमला हैरिस से आगे हैं। मिशिगन में ट्रंप को 49.7 प्रतिशत तो हैरिस को 48.2 प्रतिशत लोग पसंद कर रहे हैं। ऐसे ही पेंसिल्वेनिया में ट्रंप को 49.6 प्रतिशत के मुकाबले हैरिस को 47.8 प्रतिशत लोग पसंद कर रहे हैं। उधर, विस्कॉन्सिन में ट्रंप 49.7 प्रतिशत और कमला हैरिस 48.6 प्रतिशत लोगों की पहली पसंद हैं।

स्विंग स्टेट क्या हैं और वे महत्वपूर्ण क्यों हैं?

जैसा कि उनके नाम से पता चलता है, स्विंग स्टेट - जिन्हें बैटलग्राउंड स्टेट भी कहा जाता है - राष्ट्रीय चुनाव के नतीजे को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। अमेरिकी राजनीति में, राष्ट्रपति चुनाव एक वेटेज वोटिंग सिस्टम द्वारा तय किए जाते हैं जिसे इलेक्टोरल कॉलेज के रूप में जाना जाता है, न कि लोकप्रिय वोट द्वारा। इस वजह से, स्विंग स्टेट नतीजे तय करने में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। 50 राज्यों में से प्रत्येक को उनकी जनसंख्या के अनुपात में एक निश्चित संख्या में इलेक्टोरल कॉलेज वोट आवंटित किए जाते हैं। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को जीतने के लिए 270 इलेक्टर हासिल करने होंगे।

25 नवंबर से शुरू हो रहा संसद का शीतकालीन सत्र, वन नेशन वन इलेक्शन और वक्फ संशोधन विधेयक हो सकते हैं पेश

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18वीं लोकसभा का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हो रहा है। शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। 26 नवंबर को संविधान दिवस के मौके पर संयुक्त सेशन होगा। ये सेशन पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित किया जाएगा। संविधान दिवस के कार्यक्रम का आयोजन संविधान की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर होगा।संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने ये जानकारी दी।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हो रहा है और 20 दिसंबर 2024 तक चलेगा। उन्होंने लिखा, माननीय राष्ट्रपति महोदय ने भारत सरकार की संस्तुति पर संसद के दोनों सदनों को शीतकालीन सत्र 2024 के लिए 25 नवंबर से 20 दिसंबर, 2024 तक (संसदीय कार्य की अनिवार्यताओं के अधीन) बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। 26 नवंबर, 2024 (संविधान दिवस) को संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम मनाया जाएगा।

18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार कई महत्वपूर्ण बिल पेश करने वाली है। जिनमें वन नेशन वन इलेक्शन और वक्फ विधेयक जैसे बिल शामिल हैं।इसी के साथ-साथ जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव भी पास होने की संभावना है। हाल ही में जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं और इन प्रस्तावों को लेकर विपक्ष का तीखा रुख देखने को भी मिला था।

इससे पहले दो नवंबर को आई सूचना के मुताबिक संसद के शीतकालीन सत्र में 'वन नेशन वन इलेक्शन' और वक्फ कानून में संशोधन के लिए पेश विधेयक पर चर्चा के आसार हैं। विपक्ष के आक्रामक तेवरों को देखते हुए आगामी शीतकालीन सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं। गौरतलब है कि 'वन नेशन वन इलेक्शन' के प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। अब शीतकालीन सत्र में विधेयक पारित कराने पर जोर दिया जाएगा।