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बेगूसराय में शारदा सिन्हा के लिए हवन
बेगूसराय की बहू और पद्म सम्मान से सम्मानित गायिका शारदा सिन्हा के स्वास्थ्य में तेजी से हो रहे गिरावट से जिले में मायूसी छा गई है। छठ के दौरान जब हर गांव-घर में शारदा सिन्हा के ही गाए गीत बज रहे हैं, तो ऐसे में उनके वैंटिलेटर पर जाने से हर कोई दुखी है।

बेगूसराय में विभिन्न जगहों पर उनके स्वस्थ्य होने की कामना को लेकर हवन और पूजन चल रहा है। शारदा सिन्हा के ससुराल में आज हनुमान मंदिर के पास गांव के लोगों ने सामूहिक रूप से हवन और विशेष पूजन किया। उनके स्वस्थ होने की कामना की।

इस संबंध में स्थानीय निवासी राघव कुमार ने बताया कि हम लोगों के गांव के गौरव, पूरे बिहार के गौरव स्वर कोकिला पद्मश्री शारदा सिन्हा का सेहत बिगड़ते जा रहा है। उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना के लिए हम सभी ग्रामीण विधि-विधान के साथ हवन पूजन कर रहे हैं। इससे वह जल्द से जल्द स्वस्थ होकर हम लोगों के बीच आएं। हम लोगों को कुछ दिन पहले से जानकारी मिली थी कि ब्लड कैंसर से पीड़ित थी। पति के निधन के बाद मानसिक तनाव में चल रही थी। जिसके कारण अधिक परेशान हो गए। वह लगातार 10 दिनों से डॉक्टर की देखरेख में हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि शारदा सिन्हा के सकल कल्याण के लिए ही हमलोग हवन कर रहे हैं। भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि उनकी आयु और बढ़ जाए। सिहमा गांव के लोग, हम सब लोग काफी दुखी हैं। हमारे रिश्ते में चाची लगती हैं, उनके ठीक होने के लिए जो बन पा रहा है कर रहे हैं। जब उनकी तबीयत खराब हुई तो हम लोग पटना मिलने भी गए थे। वह बिहार ही नहीं, पूरे देश की चर्चित लोग गायिका हैं। आज छठ का पहला दिन है और देश में जहां कहीं भी छठ हो रहा है, उन तमाम जगहों पर उनके गाए गीत ही बज रहे हैं। वह सिर्फ हम लोगों ने नहीं पूरे देशवासियों के दिल में बसते हैं।

उल्लेखनीय है कि दियारा में स्थित गांव की बहू से लेकर बिहार कोकिला का सफर तय करने वाली पद्मश्री शारदा सिन्हा आज किसी के लिए नया नाम नहीं है। बिहार कोकिला पद्मश्री शारदा सिन्हा बेगूसराय जिला के सिहमा गांव की बहू है। उनकी आवाज का जादू सुपरहिट फिल्म मैंने प्यार किया के गीत 'कहे तोहसे सजना ये तोहरी सजनियां' से आज तक है। कोई भी पर्व-त्योहार, लोक उत्सव, शुभ घड़ी के मौके पर गूंजने वाली आवाज की मल्लिका शारदा सिन्हा का जन्म 01 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिला के हुलास गांव में हुआ था। पिता सुखदेव ठाकुर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में अधिकारी थे। गायिकी के प्रति रुचि को देखते हुए बचपन में ही इनके पिता ने गाना और नृत्य सिखाने वाले शिक्षक को रखा, जो घर पर आकर शारदा सिन्हा को प्रशिक्षण देते थे।

शादी बेगूसराय के दियारा क्षेत्र सिहमा निवासी ब्रजकिशोर सिन्हा से हुआ, तो ससुराल वालों को उनकी गायिकी से आपत्ति थी। ससुराल वालों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। लेकिन पिता और पति के सहयोग से गायिकी को जारी रखा। आज गीत-संगीत और क्लासिकल गीतों की दुनिया में शारदा सिन्हा सम्मानित नाम है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में मजदूरी के बदले पीने को मिलती थी शराब
बेगूसराय में संदिग्ध परिस्थिति जलेबी साह के बेटे जीवन साह (40) की मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार जीवन गांव में ही ताड़ी खाना चलाने वाली जगतारिणी देवी उर्फ बलिया वाली के घर पर रहता था। उसके घर का काम करता था। बदले में उसे कोई मजदूरी नहीं मिलती थी। बलिया वाली काम के बदले उसे शराब पिलाती थी। जीवन अपने घर नहीं लौटता था। वो बलिया वाली के घर में ही रहता था। रात में भी वो वहीं रहता था।
मृतक के पिता जलेबी साह ने आरोप लगाया है कि शराब में जहर देकर उसे मार दिया गया है। वो रोज शराब पीता था। बलिया वाली और उसके आसपास के लोग शराब बनाते हैं। फिलहाल बलिया वाली व अन्य लोग फरार हैं। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जिनेदपुर वार्ड नंबर-1 और वार्ड नंबर-4 का है।

मृतक की पत्नी दौलती देवी ने बताया कि दीपावली की रात भी मेरा पति वहीं रहा। सुबह में आया और तुरंत भाग गया। शुक्रवार की दोपहर पता चला कि उसके घर पर ही मौत हो गई। जहरीली शराब पिलाकर मार डाला।

वह उसी के यहां रहता था और शराब पीता था। उसके जानवर को खाना-पानी देता था, एक भी रुपया घर में नहीं देता था। न हमको न ही मेरे बच्चों को पैसा देता था। बलिया वाली मजदूरी नहीं देती थी। हम मना करते-करते थक गए, लेकिन सुनने को तैयार नहीं हुआ।

कभी-कभी घर आता था, हमेशा उसके पास ही रहता था। मेरे ससुर जानवर पालकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्हीं के साथ घर-परिवार का काम करके हम जी रहे हैं। चार बच्चा है, बड़ी बेटी जवान है। शादी-विवाह करने वाली हो रही है। पुलिस आई थी पूछताछ करके गई है। हमारे पति नहीं जाते थे तो बलिया वाली का बेटा बुलाने आता था। चार बच्चा अर्चना (15), विशाल (13), रिशाल (7) और बेटी कल्पना (5) है। अब तो भगवान ही मालिक हैं।

शुक्रवार को मौत के बाद रात में शव पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसके बाद शनिवार को उसका अंतिम संस्कार सिमरिया गंगा तट पर किया गया है। नाबालिग बड़े बेटे विशाल ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देने वाला बेटा जहां कुछ सोच नहीं पा रहा है, वहीं विधवा हो चुकी दौलती देवी के सामने भी विकट परिस्थिति हो गई। दौलती देवी को अपने पति के खोने का गम है। वही उसके चारों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।

पुलिस यह नहीं समझ पा रही है कि जीवन की मौत जहरीली शराब से हुई है या नशीला टैबलेट वाली ताड़ी पीने से या फिर साजिश के तहत उसे मार डाला। लोगों का कहना है कि जिनेदपुर के वार्ड नंबर-4 में पासी समाज के 10 से अधिक लोगों का घर है।

सभी लोग सामने ताड़ी बेचते हैं, लेकिन असल में यह लोग बड़े पैमाने पर देसी शराब बनाते और बेचते हैं। जगतानी देवी उर्फ बलिया वाली बड़े पैमाने पर शराब का कारोबार करती है। जिसके कारण बीते 2 महीने में इसके यहां शराब पीने वाले आठ से अधिक लोग बीमार पड़ चुके हैं, वही जीवन साह मौत हो गई है।

स्थानीय लोगों ने कहा कि कुछ साल पहले बलिया वाली के पति की मौत हो गई। इसके बाद इसने जीवन साह को अपनी ओर आकर्षित कर लिया। पहले उसे शराब की लत लगाई, उसके बाद करीब चार-पांच महीने से अपने साथ रखने लगी। जीवन उसी के यहां काम करता था, खाता था और शराब पीता था‌। रात में भी वह उसी के यहां रह जाता था। वह काम करने नहीं आता था तो बलिया वाली का बेटा चंदन, कुंदन और रंजन उसे घर से भी बुला कर ले जाते थे, लेकिन रात में अपने घर में रहना, अच्छा नहीं लगता था। लोगों का कहना है कि संभव है कि इसी के कारण हत्या हुई हो। साजिश रचकर देसी शराब में जहरीली चीज मिलाकर हत्या की गई हो।
ग्रामीण सुमित कुमार ने बताया कि यहां कुछ घर है, जहां शराब मिलती है। जहरीली शराब पीने से शुक्रवार की उसकी मौत हो गई। मौत की यह पहली घटना है, शराब पीकर बहुत बीमार होते हैं।
स्थानीय निवासी राहुल ने बताया कि यहां जहरीली शराब मिलती है, ढ़ेर सारे लोग बीमार होते हैं। यहां चौधरी (पासी) समाज के 10 घर हैं। बहुत दिन से शराब बन रही है, बिक रही है। जीवन साह लंबे समय से यहां रहता था, बलिया वाली के गाय को खाना-पीना देता था, वह नौकर की तरह रखती थी।

दीपावली की रात से ही जीवन साह शराब पी रहा था। शुक्रवार को दो बार घर गया, लेबलिया वाली के यहां शराब पी और उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद हम लोगों ने जब खोजबीन की तो 10-15 लीटर देसी शराब मिली थी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बिहार का पहला सिक्स लेन पुल अप्रैल में होगा शुरू,बेगूसराय DM ने सभी प्रोजेक्ट का किया निरीक्षण
बेगूसराय में डीएम तुषार सिंगला ने आज अधिकारियों को सिमरिया में गंगा नदी पर बन रहे बिहार के सबसे पहले सिक्स लेन सड़क पुल के काम को पूरा करने का आदेश दिया है। राजेन्द्र सेतु के मरम्मत कार्य, बीहट नगर क्षेत्र में बन रहे दो आरओबी और शहर में बन रहे फ्लाई ओवर के कार्यों का निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने का निर्देश है।

डीएम ने बताया कि जिले में राजेन्द्र सेतु सिमरिया से लेकर बेगूसराय तक NHAI के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिसमें राजेन्द्र सेतु के समानांतर नया सिक्स लेन ब्रिज बन रहा है। बीहट नगर क्षेत्र में दो आरओबी बन रहा है। पुराना जो राजेन्द्र सेतु है, उसकी मरम्मत का कार्य रेलवे कर रही है।

बेगूसराय नगर क्षेत्र में फ्लाई ओवर का काम चल रहा है। आज हमने NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सहित अधिकारियों के साथ सभी कार्यों की निरीक्षण किया है। राजेन्द्र सेतु का मरम्मत और नया जो पुल बन रहा है, वह काम मार्च पूरा हो जाएगा। अप्रैल से दोनों पुल पर परिचालन शुरू हो जाएगा।

निरीक्षण के दौरान राजेन्द्र सेतु के पश्चिम भाग व नव निर्माणाधीन सिमरिया सिक्स लेन पुल के पूर्वी भाग के क्षेत्र का भूमि सर्वेक्षण कराते हुए पर्यटन विभाग के तहत जीर्णोद्धार का प्रस्ताव तैयार करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश सदर एसडीओ को दिया गया। बीहट में दोनों आरओबी NTPC और HURL के समीप बनकर तैयार हो जाएगा।

शहर में जो फ्लाई ओवर का काम चल रहा है, यह जून 2025 तक काम पूरा हो जाएगा। फ्लाई एक्सटेंशन का प्रोजेक्ट पेंडिंग है, उसका फाइनल डिसीजन हो जाता है, तो उसे पर भी काम किया जाएगा। 600 मीटर फ्लावर और बढ़ेगा, जो लोहिया नगर नगर आरओबी तक जाएगा। इन सभी कामों की समीक्षा हमने आज पूरी टीम के साथ की है। फ्लाइओवर निर्माण कार्य कर रहे संबंधित एजेंसी को मैनपावर बढ़ाते हुए निर्धारित समय सीमा से पहले निर्माण काम पूरा करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही कहा गया है कि काम में प्रगति लाने के लिए किसी प्रकार के प्रशासनिक सहयोग की आवश्यकता हो, तो सदर एसडीओ से समन्वय करें।

सिमरिया धाम में चल रहे कल्पवास मेला को लेकर भी हमने निरीक्षण किया है। वहां पुल के दोनों तरफ निरीक्षण किया है और आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिया है। सिमरिया धाम के वैसे सभी स्थल जिसका जीर्णोद्धार लंबित है, उन स्थलों का भूमि सर्वेक्षण कराते हुए उसके जीर्णोद्धार से संबंधित प्रस्ताव तैयार करने का आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश सदर एसडीओ को दिया गया है।

पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को सिमरिया धाम में जो शौचालय कार्यरत नहीं हैं व उनकी मरम्मती सम्भव नहीं है। उस पर नए शौचालय निर्माण का निर्देश दिया गया है। सिमरिया धाम में सीढ़ी घाट का निर्माण कार्य करा रहे बाढ़ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को सीढ़ी घाट पर रोशनी की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए आवश्यकता के अनुसार हाई मास्क लाइट लगवाने का निर्देश दिया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में शौचालय की टंकी में गिरने से पति-पत्नी की मौत
बेगूसराय में शनिवार को शौचालय की टंकी में गिरने से पति-पत्नी की मौत हो गई। पैर फिसलने से महिला का पति टंकी में गिर गया। पति को बचाने के लिए गई पत्नी की भी दम घुटने से मौत हो गई है। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।

मामला छौड़ाही थाना क्षेत्र के परोड़ा पंचायत स्थित महेशपुरा गांव का है। मृतक की पहचान स्थानीय निवासी‌ शंभू सहनी (35) और शंभू सहनी की पत्नी मुन्नी देवी (32) के रूप में की गई है। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि शनिवार की दोपहर पैर फिसलने से शंभू सहनी शौचालय के टैंक में गिर गए।

सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान पैर फिसलने से पति शंभू सहनी गिर गए। पति को गिरता देखकर उसे बचाने पत्नी मूर्ति देवी भी शौचालय टैंक में गिर गई। जिसमें दम घुटने से दोनों की मौत हो गई। थोड़ी देर बाद टंकी सफाई करने वाले ट्रैक्टर के चालक ने दोनों को गिरा देखा।

सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान पैर फिसलने से पति शंभू सहनी गिर गए। पति को गिरता देखकर उसे बचाने पत्नी मूर्ति देवी भी शौचालय टैंक में गिर गई। जिसमें दम घुटने से दोनों की मौत हो गई। थोड़ी देर बाद टंकी सफाई करने वाले ट्रैक्टर के चालक ने दोनों को गिरा देखा।

चालक के हल्ला करने पर लोग मौके पर पहुंचे। लेकिन, तब-तक मौत हो चुकी थी। मृतक के बेटे विशाल ने बताया कि सफाई के दौरान एक ट्रैक्टर मलवा निकालकर ट्रैक्टर चालक फेंकने चला गया था। इसी बीच पिता टैंक देख रहे थे कि अचानक पैर फिसल गया। पैर फिसलने से शौचालय के टंकी में गिर गए। पिता को गिरता देख बेटे ने हाथ पकड़ कर बाहर खींचना चाहा। लेकिन, वह भी शौचालय की टंकी में जा गिरी। घर के पीछे में शौचालय बनाया गया है। गिरने के समय कोई देख नहीं सका। सफाई करने वाला ट्रैक्टर आया, तो ड्राइवर ने देखा कि दोनों शौचालय के टैंक में गिरे पड़े हैं।

हल्ला होने पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। दोनों बाहर निकालकर छौड़ाही पीएचसी लाए गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने परिवार को सांत्वना दी। सूचना मिलते ही पहुंची छौड़ाही पुलिस शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।

थानाध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर ने बताया कि परोड़ा पंचायत के महेशपुरा गांव में शौचालय के सेप्टिक टैंक में गिरने से पति-पत्नी के मौत होने की सूचना मिली थी। परिजन और ग्रामीण दोनों को इलाज के लिए छौड़ाही पीएचसी लाए, लेकिन दोनों की मौत हो गई थी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 40 विधायक बनाकर सरकार में मंत्री बनाने का संकल्प मुकेश सहनी
बेगूसराय के सीतारामपुर में काली पूजा में आज वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी पहुंचे। यहां इन्होंने भाजपा पर हमला बोला है। साथ ही वन नेशन वन इलेक्शन का भी विरोध किया। उन्होंने 2025 के विधानसभा चुनाव में अपने पार्टी के 40 विधायक बनाकर सरकार में मंत्री बनाने का संकल्प दोहराया है।

मुकेश सहनी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी भारत जलाओ पार्टी है। उनके साथ जाएंगे तो आने वाला नस्ल बर्बाद हो जाएंगे। हम लोग समाजवादी सोच के लोग हैं, सभी के साथ मिलकर रहना चाहते हैं। वे लोग देश को जोड़ने वाले लोग नहीं, देश को तोड़ने वाले लोग हैं।

सहनी ने आगे कहा कि लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि तोड़ने वाले के साथ रहेंगे या जोड़ने वाले के साथ रहने वालों के साथ रहेंगे। हम लोग को जोड़ने वाले से हैं। सभी जाति-धर्म के लोगों का सम्मान करते हैं। सभी के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। यह देश सभी का है इसलिए सभी को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ रहने की आवश्यकता है।

हमने देखा कि भाजपा वाले गरीब के लिए नहीं हैं। हम गरीब, दलित, पिछड़ा का बेटा हैं, हमने चार विधायक बनाए और हमारे विधायक को खरीद लिया। नीतीश कुमार की सरकार हमने बनाई। यह लोग सामाजिक न्याय के साथ नहीं हैं, यह लोग सिर्फ सत्ता में रहना चाहते हैं। आरएसएस के साथ रहकर यह लोग सिर्फ देश को बर्बाद करते हैं।

हम दूसरे लोगों का हक अधिकार सुनने का काम करते आए हैं। हाल ही में मोहन भागवत ने कहा कि गरीबों पिछड़ों के साथ लोग 2000 साल से पशु जानवर के समान व्यवहार करते थे। उनको कहना पड़ा कि गरीबों को इंसान समझिए। आरएसएस के साथ रहने वाले नहीं चाहते हैं कि गरीब दलित आगे बढ़े।

आरएसएस के साथ रहने वाले चाहते हैं कि जैसा उनका पूर्वज गुलाम था, यह भी गुलाम रहे। हम लोग गुलामी की जंजीर को तोड़ चुके हैं, हमने संघर्ष करना सीखा है। हम संघर्ष करेंगे, किसी को तकलीफ नहीं देंगे। वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर मुकेश साहनी ने कहा कि सरकार जो चीज जरूरी है, वह काम नहीं कर रही है। वन नेशन वन इलेक्शन से क्या हो जाएगा। समाज को क्या फायदा होने वाला है, आप फायदा तो बताइए। 4 साल हो जाए और चुनाव हो, फिर 1 साल के बाद चुनाव कराया जाए। एक चुनाव में हजार-दो करोड़ रूपया खर्च होता है। 5 साल में चुनाव नहीं होकर 1 साल में चुनाव हो, इससे जनता को क्या फायदा होगा। जिसमें जनता का फायदा नहीं है तो वह काम नहीं होना चाहिए।

आरसीपी सिंह के पार्टी बनाए जाने पर मुकेश सहनी ने कहा कि पार्टी बनाई है, लोकतंत्र में सभी स्वतंत्र हैं। जब उनको मौका था, तो उन्होंने कुछ किया नहीं, अब रिटायरमेंट के समय में 70 साल की उम्र में पार्टी बना रहे हैं। वह जब पार्टी में थे पावर में थे, कुछ नहीं किया। सबको अपना दल बनाने का अधिकार है, अपनी बात रखने का अधिकार है। दल बनाई है दल चलाएं, हमारी शुभकामनाएं।

मुकेश सहनी ने कहा कि हम महागठबंधन में हैं, पिछली बार चार विधायक बने थे, इस बार 40 विधायक बनाने का लक्ष्य है। बड़ी संख्या में लोग हमारे साथ खड़े हैं। हम अधिक से अधिक विधायक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। जब हमारे अधिक विधायक होंगे तो मंत्री बनेंगे। जब सरकार में हमारी जगह होगी तो सभी दलित-पिछड़ों को उनका अधिकार मिलेगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में जहरीली शराब पीने से एक की मौत
बेगूसराय में 1 नवंबर(शुक्रवार) को जहरीली शराब पीने से युवक की मौत हो गई। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जिनेदपुर गांव की है। मृतक की पहचान जिनेदपुर वार्ड नंबर-1 निवासी जिलेबी साह के बेटे रामजीवन साह(35) के रूप में की गई है।

1.30 बजे के करीब रामजीवन ने शराब पी थी। 2 बजे तक उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। आक्रोशित लोगों ने देसी शराब बनाने और पिलाने वाले आरोपी के घर में तोड़फोड़ की। आरोपी के घर से देसी शराब भरा डब्बा और बड़े पैमाने पर खाली डब्बे बरामद किए गए हैं। फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले की छानबीन कर रही है।

इस संबंध में कोई पुलिस पदाधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि रामजीवन साह स्थानीय निवासी चंदन चौधरी और कुंदन चौधरी के मवेशी को खाना खिलाता था। उसके घर का कामकाज करता था। वह शराब पीने का आदी था।

लोगों का आरोप है कि चंदन और कुंदन की मां बलिया बाली सहित आसपास के 10 से अधिक घरों में पासी खाना(ताड़ी खाना) बनाया जाता है। देसी शराब भी बनाया जाता है। हर दिन की तरह रामजीवन ने आज भी दोपहर में शराब पिया। इसके बाद उसके दरवाजे पर से निकलते ही गिरकर मौत हो गई। मौत होते ही देसी शराब बनाने वाले सभी चौधरी परिवार के लोग मौके से फरार हो गए। वहीं, आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ भी किया। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। थानाध्यक्ष फैजल अहमद, अंसारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।

बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। घटना के संबंध में स्थानीय सरपंच अरुण सिंह और मुखिया प्रतिनिधि सुबोध सिंह ने बताया कि यहां धड़ल्ले से शराब बनाया जा रहा है। बनाए गए जहरीली शराब के पीने से रामजीवन शाह की मौत हुई है।

घटना की सूचना मिलते ही सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल कर रहे हैं। डीएसपी ने बताया कि आज रामजीवन साह के संदिग्ध हालात में मौत की सूचना मिली थी। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घटनास्थल पर मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। अभी कोई साक्ष्य नहीं मिला है कि शराब पीने की पुष्टि की जा सके। अभी तक के जांच में सामने आया है कि रामजीवन साह आरोपी के घर पर गाय दूहता था। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय मे एक साथ याद किए गए तीन महापुरुष
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को 149वीं जयंती और आचार्य नरेंद्र देव को 135वीं जयंती पर आज श्रद्धा पूर्वक याद किया गया। इस अवसर पर सुखदेव सिंह समन्वय समिति द्वारा पटेल चौक पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी शहादत दिवस पर नमन किया गया। इस अवसर पर विभूतियों को नमन करते हुए विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि सरदार पटेल 600 से अधिक देसी रियासतों का एकीकरण करने वाले देश के अद्वितीय नेता थे। उनका विचार था कि किसी काम को दायित्व पूर्वक किया जाए, जिससे देश एकता के सूत्र में बंधकर रह जाए।

सरदार पटेल और आचार्य नरेंद्र देव हमेशा देश के साथ रहे। सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के प्रथम गृह मंत्री रहते हुए अद्वितीय काम किया। नगर निगम के उप मेयर अनीता राय ने कहा कि सरदार पटेल सपनों का भारत बनाने के लिए हम भारतवासियों के ऊपर छोड़ चले गए।वहीं, आचार्य नरेंद्र देव आचार्यतत्व की परिभाषा थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की सरदार पटेल राष्ट्रीय हिंसा, घृणा, वैमनस्य, अशांति और अराजकता के स्थान पर अहिंसा, सहानुभूति, सम्मानजनक शांति, स्थापित करने के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे। ऐसे महान नेता देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती एक साथ मनाया सुखद है।

नगर निगम के प्रथम मेयर आलोक कुमार अग्रवाल एवं फिल्म अभिनेता अमिय केशव ने कहा की भारत के दो महापुरुष की जयंती और प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का शहादत दिवस हम लोगों ने एकसाथ मनाया, तीनों नेताओं को नमन। इस अवसर पर जेपी सेनानी राजेंद्र महतो, नगर पार्षद उमेश राय, संजय शास्त्री, रोटी बैंक के पवन कुमार सिंह एवं जदयू नेता जुल्फकार अली सहित अन्य उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में करंट लगने से युवक की मौत,घर की सफाई कर कचरा फेंकने के दौरान हुआ हादसा
बेगूसराय में दीपावली की खुशियां उस समय मातम में बदल गई, जब घर की सफाई के बाद कचरा फेंकने के दौरान करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के रचियाही कचहरी गांव की है। मृतक की पहचान स्व. महेश्वर यादव के पुत्र अरविंद यादव (32) के रूप में की गई है। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और मामले की छानबीन कर रही है। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि अरविंद बरौनी रिफाइनरी में के कंस्ट्रक्शन कंपनी में प्राइवेट मजदूरी करता था।

आज वह दीपावली के कारण छुट्टी में अपने घर पर था। घर की साफ-सफाई कर कचरा फेंकने बाहर गया था। तभी वह बिजली के पोल में सट गया और उस बिजली के पोल में करंट आ रहा था। जिससे उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल पहुंचे जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष नंदलाल राय सहित अन्य लोगों ने कहा है कि इस वर्ष आई गंगा नदी के बाढ़ में रचियाही गांव पूरी तरह से प्रभावित हो गया था। जिसके कारण बिजली के तार और पोल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी आई है।

लेकिन बाढ़ खत्म होने के बावजूद बिजली विभाग उस पर ध्यान नहीं दे रहा। पोल के एस्ट्रेक ताल में करंट आ रहा था। जिससे मौत हुई है। आज की मौत के लिए पूरी तरह से बिजली विभाग जिम्मेदार है। घटना के संबंध में सिंघौल थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज कर मामले की छानबीन की जा रही है। परिजनों के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में युवक की पीट-पीटकर हत्या,सड़क किनारे मिली लाश,
बेगूसराय में बुधवार रात एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक की लाश एक खेत से मिली है। शरीर पर कमर से लेकर सिर तक ईंट-पत्थर से मारे जाने के निशान मिले हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों का पता लगाने में जुटी है।
मृतक की पहचान रतनपुर थाना क्षेत्र के तेलिया पोखर निवासी महेश साह के बेटे नवीन कुमार साह (40) के रूप में हुई है। मामला बखरी थाना क्षेत्र के सलौना गांव का है।
सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नवीन के साढ़ू सलौना निवासी सुबोध स्वर्णकार की 3 महीने पहले मौत हो गई थी। वो जेवर की दुकान चलाते थे। उनकी मौत के बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या थी। इसको देखते हुए नवीन दो दिन पहले तेघड़ा निवासी अपने साले राजा कुमार के साथ सलौना पहुंचा। दोनों की योजना थी कि सुबोध स्वर्णकार के आभूषण दुकान में रखी उनकी तिजोरी ले जाएंगे ताकि उसमें रखे पैसे और गहनों से परिवार का पालन किया जा सके। पर इससे पहले ही कुछ लोगों ने पैसा बकाया रहने की बात कहकर उन्हें रोक दिया।
रात में नवीन और राजा सलौना चैती दुर्गा मंदिर के पास तीन-चार लोगों के साथ बैठे हुए थे। करीब 10:30 बजे रात में जब डायल-112 की गाड़ी वहां गुजर रही थी तो संदिग्ध स्थिति में युवकों को बैठा देखकर पुलिस ने सभी को खदेड़ा। इसमें राजा और नवीन अलग-अलग दिशा में भाग गए।

दोनों रात में जब घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। इस दौरान सुबह करीब 4 बजे राजा को घायल हालत में महादेवचक जाने वाली सड़क के किनारे से मिला। जबकि, वहां से थोड़ी दूर ही स्थित सड़क किनारे नवीन की लाश पड़ी हुई थी। शव होने की सूचना मिलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई, इसके बाद पुलिस भी पहुंची।

बखरी थानाध्यक्ष विकास कुमार राय ने बताया कि 'सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत पहुंची। FSL की टीम ने भी जांच किया है। उसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। परिजनों के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।'

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में समृद्धि का आधार बना दीपावली का त्योहार, NSS ने चलाया विशेष अभियान
14 वर्ष के वनवास और लंका विजय कर प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली और लक्ष्मी-गणेश पूजन में गांव की समृद्धि को एक नया आधार दे दिया है। वैसे तो कोई भी पर्व-त्योहार गांव की समृद्धि का आधार बनता है।
इस साल की दीपावली में हुए धन की बरसात ने गांव को समृद्ध किया है। पहले के मुकाबले मिट्टी के दीप की ब्रिकी बढ़ी है। इसकी ब्रिकी के लिए एनएसएस विशेष कार्यक्रम चला रहा है।
दीपावली को लेकर बेगूसराय में जब दो सौ करोड़ से भी अधिक का कारोबार हुआ है, तो इसमें से करोड़ों रुपए गांव भी पहुंचे। गांव में बसे कुम्हार के बनाए गए मिट्टी के दीप और कलश की जहाज की जमकर बिक्री हुई। संठी उत्पादक किसानों को भी काफी फायदा हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक बेगूसराय में 30 लाख अधिक के सिर्फ कलश, दीप, मूर्ति और संठी की बिक्री हुई हैं।
जिले के विभिन्न गांवों में बसे कुम्हार परिवारों के बनाए गए दीप, कलश और चौमुख और मंसूरचक की प्रसिद्ध मूर्ति की बिक्री ना केवल उनके घर और स्थानीय बाजार में हुई। बल्कि बेगूसराय में भी मुख्यालय में दूर-दूर से आए दो सौ से अधिक लोगों ने सड़क किनारे अस्थाई दुकान लगाया था। जहां कि दो दिनों से जमकर बिक्री हुई। धनतेरस के बाद आज छोटी दीपावली को भी सुबह से ही बाजार सज गया है।

मिट्टी के बने दीप, चौमुख और कलश पहले तो खूब दिखते थे। बीच के समय में इनकी बिक्री में कमी आई। लेकिन अब जब कोरोना ने लोगों को गांव की याद दिलाया व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील किया तो बाजार में इसका जबरदस्त असर देखा गया। सभी लोगों ने कुछ ना कुछ मिट्टी के बने दीप जरूर खरीदे हैं। जिससे इसे बनाने वाले परिवारों में नई आशा का संचार हुआ है।
कचहरी रोड में लगे एक अस्थाई दुकान पर मिट्टी के दिए दीप और कलश खरीद रही ललिता देवी ने बताया कि हमारे पूर्वजों के समय से मिट्टी के बने दीए जलाने की परंपरा रही है। बीच के दौर में आधुनिकता की चकाचौंध से प्रभावित लोगों ने सिंथेटिक दीपों का उपयोग करना शुरू किया। लेकिन अब एक बार फिर लोग पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय स्तर पर बनाए गए मिट्टी के बर्तन की ओर आकर्षित हुए हैं।
मिट्टी के बने दीप और कलश ना केवल सस्ते और पर्यावरण अनुकूल होते हैं। बल्कि हमारी ओर से खर्च किया गया पैसा हमारे समाज में ही रह जाता है, समाज के लोगों को जब फायदा होता है तो वह किसी ना किसी रूप में आगे बढ़ते हैं। हम बाजार से चमक-धमक वाले दीप खरीदने हैं तो उसमें पैसे भी अधिक खर्च होते हैं। वह चला जाता है कॉर्पोरेट के हाथ या चीन जैसे देश में। अपने जान पहचान वाले, रिश्तेदारों और समाज के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया है। इधर, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के जीडी कॉलेज राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के पूर्ववर्ती स्वयंसेवकों ने हर चौक-चौराहों पर अपने देश की सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक मिट्टी का दिया खरीदने और अपने घर को मिट्टी के दीया से ही सजाने की अपील की जा रही है।
एनएसएस के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी-सह-जीडी कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष अंजनी कुमार व एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी सहर अफरोज इसका नेतृत्व कर रहे हैं। दीपावली के दिन मिट्टी का दीया जलाना हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति को सहेजना चाहिए। मिट्टी का दीया खरीदने से उन सभी गरीब लोगों के घर में दीया जलेगा, जो दिन रात मेहनत करके इस मिट्टी के दीया को बनाते हैं। संकल्प लें अब हर दीपावली पर मिट्टी का दीया ही जलाएंगे।
मुंबई में रह रहे स्वयंसेवक अभिषेक झा बेगूसराय के सभी सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से लोगों से मिट्टी का दीया खरीदने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से हम समाज को गरीब के घर में दीया कैसे जले, इसके लिए लोगों को मिट्टी का दीया जलाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। गौरव, अर्जुन, राहुल, धीरज, नीरज, रजत, विवेक, विशाल, मोहित, प्रियांशु, राजकुमार और चुनचुन सहित सभी स्वयंसेवक भी लगातार अभियान चला रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट