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MP News : जुगत नहीं आई काम, पहुंचाया वक्फ को नुकसान, बरसों बाद आएंगे कानून के घेरे में, जानें क्या है पूरा मामला


खान आशु 

भोपाल। अध्यक्ष तय है... अधिकारी, कर्मचारी और यहां तक कि चपरासी या चौकीदार भी तयशुदा आदेश के तहत काम कर रहे हैं। लेकिन मप्र वक्फ बोर्ड में हर कार्यालयीन दिवस(कई बार छुट्टियों में भी) पाबंदी से दिखाई देने वाले एक रिटायर्ड सीईओ की मौजूदगी लोगों के लिए जिज्ञासा का विषय बनी हुई है। सेवानिवृत्ति के बरसों बाद भी उनकी दफ्तर आवाजाही को लेकर अब लोगों को जवाब मिलने लगे हैं। दरअसल सेवाकाल में उनके हाथों हुए एक बड़े करोड़ी घोटाले की फाइलें ठिकाने लगाना उनकी वक्फ बोर्ड कार्यालय में पहुंच का कारण बताया जा रहा है। हालांकि उनके इन प्रयासों को अब ठेस लगती नजर आ रही है, जब इस वक्फ नुकसान को लेकर अदालत जाने की तैयारी कर ली गई है।

सूत्रों का कहना है कि मप्र वक़्फ़ बोर्ड क़ी सम्पति पंजीयन क्रमांक-165/192 पर रजिस्टर्ड होकर मध्यप्रदेश असाधारण राजपत्र दिनांक 25/8/1989 में प्रकाशित एवं अधिसूचित 40 खसरो वाली वक़्फ़ सम्पति रकबा 16.235 हेक्टयर वक़्फ़ इस्लामिया मदरसा व स्कूल कुरवाई ज़िला विदिशा क़ी सम्पति सर्वे नंबर कुल 19 किता रकबा 4.633 हैक्टेयर 7 करोड़, 77 लाख, 92 हजार 400 क़ी लागत क़ी वक़्फ़ क़ी ज़रखेज़, सिंचित, उपजाऊ ज़मीन को देकर उसके बदले में बंजर बेकार ऊबड़ खाबड़, असिंचित ज़मीन वक़्फ़ के खाते में डाल दी गई।मुतवल्ली ज़फर अली खान को दिनांक 26/06/2010 को विनिमय का आदेश करते मध्यप्रदेश वक़्फ़ बोर्ड के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी दाऊद अहमद खान

ने अपने कार्यकाल में यह कारनामा किया था। 

 

अधिनियम के खिलाफ फैसला

सूत्रों का कहना है कि दाऊद अहमद खान द्वारा वक़्फ़ अधिनियम 1995 संशोधित अधिनियम 2013 क़ी धारा 51 के अनुसार बोर्ड क़ी अनुज्ञा के बिना वक़्फ़ सम्पति का अन्य संक्रांमण (Alienation) शून्य होगा। धारा-51 के अनुसार वक़्फ़ विलेख में अंतर निहित किसी बात के होते हुए भी किसी अचल सम्पति का हिबा, विक्रय, विनिमय अथवा बंधक जो वक़्फ़ सम्पति है शून्य होगा, जब तक कि ऎसी हिबा, विक्रय, विनिमय अथवा बंधक वक़्फ़ बोर्ड क़ी पूर्व अनुज्ञा के बिना प्रभावी नहीं किया जा सकता। वक़्फ़ अधिनियम क़ी धारा 51 व 32 में विनिमय के सम्बन्ध में स्पष्ट प्रावधान है, जिसके अनुसार ऐसे निर्णय दो तिहाई बहुमत से पारित होना चाहिये व बिना बोर्ड क़ी अनुमति के विनिमय नहीं किया जाना चाहिये। परन्तु इस प्रकरण में प्रथम विनिमय बिना बोर्ड के अनुमति के पद का दुरूपयोग करते और अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर अवैध रूप से कर दिया गया।

किया पद का दुरुपयोग

तत्कालीन वक़्फ़ बोर्ड सीईओ दाऊद अहमद खान द्वारा पत्र क्रमांक 10/4777-78 भोपाल दिनांक 22/6/2010 को उपरोक्त वक़्फ़ इस्लामिया मदरसा स्कूल कुरवाई के मुतवल्ली ज़फर अली खान वल्द नवाब सरदार अली खान को अच्छी और घटिया दोनों किस्म क़ी भूमियों क़ी अदला-बदली क़ी स्वीकृति प्रदान करते हुए अपने पदीय हैसियत का दुरूपयोग किया। उन्होंने क्षेत्रधिकार से बाहर जाते वक़्फ़ अधिनियम क़ी धारा 51-(1) एवं धारा 32 (जे) के सुसंगत प्रावधानो का उल्लंघन करते हुए वक़्फ़ सम्पति को खुर्द -बुर्द करते वक़्फ़ बोर्ड को 8 करोड़ क़ी राजस्व हानि पंहुचाई है।

  

जारी हुई विभागीय जांच

इसी श्रृंखला में पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, मंत्रालय वल्लभ भवन पत्र क्रमांक-एफ- 4-3/2014/54-1 भोपाल दिनांक 09 जून 2014 को अपर सचिव मध्यप्रदेश शासन द्वारा दाऊद अहमद खान को वक़्फ़ बोर्ड को 8 करोड़ रुपये क़ी भारी भरकम राशि का नुकसान पहुँचाने पर विभागीय जाँच का आरोप पत्र जारी करते हुए जहां पर मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम 12 (2) एवं 13 (1) के अधीन अनुशासनिक प्राधिकारी यथा राज्य शासन उक्त नियमों के नियम 14 (3) के अन्तर्गत आरोप अधिरोपित करने के साथ साथ पत्र में निर्देशित किया गया है। दाऊद अहमद खान के उपरोक्त अवैध एवं क्षेत्रधिकार विहीन कृत्य से मध्यप्रदेश वक़्फ़ बोर्ड को गंभीर आर्थिक हानि पहुंची, जिसके लिये आपने अपने आप को मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण नियम) 1965 के नियम -3 के विपरीत कदाचरण करते हुए मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम, 1966 के नियम 14 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही का भागी बना लिया है।

   

मामला EOW में लंबित

वक़्फ़ भूमि क़ी अदला-बदली कर वक़्फ़ बोर्ड को 8 करोड़ का नुक्सान पहुँचाने के मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा जाँच उपरांत यह प्रकरण मध्यप्रदेश शासन क़ी मंज़ूरी न मिलने से अभी प्रतीक्षारत है। 22 दिसम्बर 2014 को अपर मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने सामान्य प्रशासन विभाग से अभियोजन चलाने की स्वीकृति हेतु पत्र लिखा था। इसकी अभियोजन क़ी मंज़ूरी में रूकावट इसलिए भी आ रही है कि दाऊद अहमद के साथ इस प्रकरण में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और तत्कालीन विदिशा कलेक्टर योगेंद्र शर्मा के साथ साथ मरहूम गुफरान ए आज़म पूर्व वक़्फ़ बोर्ड अध्यक्ष एवं मोईन खान सहित तत्कालीन वक़्फ़ बोर्ड संचालक मंडल पर आरोप कारित किये गये है। अभियोजन क़ी स्वीकृति 10 साल से प्रतीक्षारत है।  

दाखिल हुई पिटिशन

वक़्फ़ के जानकार 10 साल से रुके इस प्रकरण में अभियोजन क़ी स्वीकृति करवाने माननीय मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के समक्ष पिटीशन दायर करते वक़्फ़ को 8 करोड़ का नुकसान पहुँचाने वाले आरोपियों क़ी जल्द से जल्द सलाखो के पीछे जेल भेजनें योजना क़ी अमली जामा पहनाते इसी माह में अमल में लाते पिटीशन दायर करने क़ी तैयारी में जुट गए हैं।

लगे हैं बचने की जुगत में 

कई वर्षों पहले सेवानिवृत्त हो चुके पूर्व सीईओ दाऊद अहमद मप्र वक्फ बोर्ड गठन में अहम भूमिका निभा चुके हैं। शुरुआती दौर में उन्हें इस चुनाव के लिए रिटर्निंग अफसर भी बनाया गया था, लेकिन इस पर उठी आपत्ति के बाद अदालत ने उन्हें इस जिम्मेदारी से हटा दिया था। सूत्रों का कहना है कि बोर्ड गठन के बाद से ही दाऊद अहमद लगातार बोर्ड दफ्तर में सेवाएं दे रहे हैं। बिना किसी अधिकृत आदेश या स्वीकृत पद के वे बोर्ड के जरूरी फैसलों में दखल रखने के अलावा कई विशेष फाइलों की ड्राफ्टिंग में भी भूमिका निभा रहे हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि वे बिना अधिकार कई फाइलों पर मौजूदा सीईओ के फर्जी हस्ताक्षर करने से भी नहीं चूक रहे हैं। सेवानिवृत्त अधिकारी के बोर्ड में बैठने और कामों में दखल रखने को लेकर बोर्ड जिम्मेदारों के पास भी कोई माकूल जवाब मौजूद नहीं है। हालांकि उनकी मौजूदगी को उनके कार्यकाल में हुए घोटालों की फाइलों को ठिकाने लगाने की जुगत माना जा रहा है।

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भोपाल से खान आशु की रिपोर्ट

गौवर्धन पूजा के सरकारी आदेश पर किलकिल, मसूद ने जताया ऐतराज, जानें क्या बोले कांग्रेस विधायक

खान आशु

भोपाल। त्योहारी खुशियों में भी सियासी घालमेल होता दिखाई देने लगा है। मप्र सरकार द्वारा जारी किए गए गौवर्धन पूजा को सरकारी तौर पर मनाए जाने के आदेश पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि सरकार को ऐसे आयोजन करने की बजाए उन गाय की फिक्र और व्यवस्था करना चाहिए, जो सड़कों पर भटक रही हैं।

राजधानी भोपाल की मध्य विधानसभा के कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सरकारी तौर पर गौवर्धन पूजा किए जाने पर ऐतराज जताया है। मसूद ने कहा कि त्यौहारी व्यवस्थाएं करना सरकार का काम है, न कि इस तरह सरकारी खर्च पर त्यौहार मनाना।

मसूद ने कहा कि प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार इवेंट करने में इतनी व्यस्त है कि वह विकास और मूलभूत सुविधाओं को भूल गई है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई त्यौहारों का सरकारीकरण और इससे बढ़कर भाजपाकरण किया जा चुका है। लेकिन न तो यह सरकार की संवैधानिक व्यवस्था के अनुकूल है और न ही इस तरह की कोई जरूरत आमजन को है। मसूद ने कहा कि गौवर्धन पूजा के लिए मंत्रियों को निर्देशित करने की जरूरत नहीं थी। इससे बेहतर तो यह होता कि सड़कों पर परेशान हो रहीं गौ माता के लिए उचित प्रबंधन किए जाते।

करोड़ों का अनुदान, गौमाता फिर भी परेशान

विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि प्रदेश में मौजूद दर्जनों गौ शालाओं के लिए करोड़ों रुपए का सरकारी अनुदान दिया जा रहा है। लेकिन चंद लालची लोगों के हाथों में मौजूद इस व्यवस्था का नतीजा यह है कि पैसा लोगों की जेब में है और गौवंश सड़कों पर हैं। इसका असर यह है कि गौमाता भी परेशान हैं और आमजन भी। विधायक मसूद ने कहा सड़कों पर खुलेआम विचरण कर रहे पशुओं की वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं। कई एजेंसियों से जारी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा भी हो चुका है, लेकिन सरकार इस तरफ से आँखें बंद किए बैठी है।

क्या है आदेश

प्रदेश की डॉ मोहन सरकार के दौर में त्यौहारों के सरकारी आयोजन की नई परम्परा शुरू की गई है। जन्माष्टमी से लेकर गौवर्धन पूजा तक के लिए सरकारी व्यवस्था की जा रही हैं। इस गौवर्धन पूजा के लिए भी सभी मंत्रियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने अपने क्षेत्र की गौशाला में विशेष पूजन व्यवस्था करें। इस आयोजन को सरकारी स्वरूप में मनाने के लिए कहा गया है।

एसडीएम शर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही सुनी जनसमस्याएं ।

जीतेन्द्र सेन 

बैरसिया::: बैरसिया के नवागत एसडीएम आशुतोष शर्मा ने मंगलवार को बैरसिया अनुभाग का पदभार ग्रहण करने के बाद प्रति मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई भी नवागत एसडीएम आशुतोष शर्मा ने की जिसमे प्राप्त शिकायतों का समय सीमा में निराकरण के निर्देश सम्बन्धित विभागो के अधिकारी कर्मचारी को दिए जहां जनसुनवाई के दिन धनतेरस दीपावली पर्व होने के कारण कम ही लोग जनसुनवाई में आए नवागत एसडीएम शर्मा ने जनसुनवाई के वाद उपस्थित कर्मचारियों से औपचारिक चर्चा की ओर परिचय किया।

इस दौरान तहसीलदार करुणा दंडोतिया तहसीलदार अर्जुन मुरलीधरण महिला एवं बाल विकास के परियोजना1/2 के अधिकारी पंकज लाहोटी प्रियंका दीवान बिजली कंपनी के सहायक प्रबंधक हेमंत कुमार डेहरिया नगर पालिका परिषद प्रभारी सीएमओ जाहिद अली सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी आदि मौजूद रहे।

MP News : देवा शरीफ में "अदब अवार्ड" से नवाजे गए भोपाल के डॉ अंजुम, जानें पूरा आयोजन


भोपाल। करीब सौ बरस पुराना हो चुके देवा शरीफ(उप्र) के सालाना उर्स आयोजन में इस बार भी भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ऑल इंडिया मुशायरा हुआ। इसमें मप्र के अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी को "अदब अवार्ड" से नवाजा गया। कार्यक्रम के मेहमानों में खासतौर से फिल्म अभिनेता राज बब्बर मौजूद थे।

सारे विश्व में अपने अनुयाई रखने वाले मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के आस्ताने पर वर्ष 1924 से लगातार उर्स मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस सालाना कार्यक्रम के 100वें आयोजन पर ऑल इंडिया मुशायरा आयोजित किया गया। महफिल ए अदब सजने से पहले मंच द्वारा अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मेहमानों में फिल्म अभिनेता राज बब्बर, उप्र के पूर्व कार्यवाहक मुुख्यमंत्री  डॉ अम्मार रिजवी, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, न्यायमूर्ति फैज आलम, चौधरी तालिब, चौधरी वकार आदि ने डॉ अंजुम बाराबंकवी को अदब अवार्ड से नवाजा। महफिल ए मुशायरा में दुनिया के मशहूर और अदब की महफिलों की रौनक माने जाने वाले शायर मौजूद थे। इनमें प्रो वसीम बरेलवी, मंजर भोपाली, ताहिर फराज, इकबाल अशहर, अजहर इकबाल, शबीना अदीब, नदीम शाद, खुर्शीद हैदर, आयशा अय्यूब, अकील नोमानी, फैज खुमार , उस्मान मिनाई, बिलाल सहारनपुरी, मकसूद पयामी, अकरम वारसी आदि शामिल थे। 

डॉ अंजुम की खिदमत 

डॉ अंजुम बाराबंकवी शिक्षा जगत का पुराना और पहचाना नाम है। मंच से भी उनका इतना ही गहरा नाता है। अपने फन ओ कलाम से उनको अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सतत सम्मान मिलता रहा है। डॉ अंजुम के दस से अधिक गजल संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। मूलतः उप्र के बाराबंकी शहर से ताल्लुक रखने वाले अंजुम पिछले कई दशक से मप्र की कर्मभूमि पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

45 से ज्यादा विधाओं पर काम करेगा संस्कार भारती, आयोजन में दिखाई देगा पंच परिवर्तन

भोपाल। संस्कार भारती संगठन की जयपुर में हुई अखिल भारतीय साधारण सभा में विधाओ और संगठनत्मक ढांचे में बदलाव करने के साथ कार्यक्षेत्र को बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस बारे में आज भोपाल स्थित संस्कार भारती के योगेंद्र सभागार में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। पत्रकारों को संबोधित करते हुए लोक कला विभाग के राष्ट्रीय संयोजक निरंजन पांडा ने बताया की नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने के लिए संस्कार भारती कई नए क्षेत्रों में भी अपने कार्य का विस्तार करने जा रहा है।

पंडा ने बताया कि संस्कार भारती के संगठन में अब केंद्रीय प्रांतीय और जिला स्तर पर समितियां गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले 8 विधाओं में संगठन काम करता था लेकिन अब लगभग 45 विधाओं को पांच विभागों में बांटकर काम किया जाएगा। सभी विभागों के लिए अलग टोली बनाकर विभिन्न विधाओं के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे यह कार्यक्रम प्रदेश से जिला और तहसील स्तर तक होंगे।

पंडा ने बताया कि अखिल भारतीय साधारण सभा की बैठक में निर्णय लिया गया कि अप्रैल 2025 से कार्यकर्ताओं के लिए नई सदस्यता व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि भरत मुनि स्मरण दिवस नटराज पूजन और 26 जनवरी को भारत माता पूजन उत्सव मनाया जाएगा। राष्ट्रीय संयोजक पांडे ने बताया कि संस्कार भारती के बैनर पर आयोजित सभी कार्यक्रमों में कुटुंब प्रबोधन सामाजिक समरसता पर्यावरण रक्षा स्वदेशी जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य का भाव समाहित होगा। इसके साथ ही विभिन्न विधाओं के कलाकारों को उनके हुनर को निखारने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और शैक्षणिक संस्थाओं के साथ मिलकर संस्कार भारती युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगी। लोक कला के राष्ट्रीय संयोजक पंडा के मुताबिक भारतीय संविधान की मूल प्रति में बने 22 चित्र देश की संस्कृति मूल्य इतिहास और आदर्श को प्रकट करते हैं जिन्हें पिछले कुछ साल में हटा दिया गया था लेकिन अब फिर से इन चित्रों का समावेश कर संविधान की नई प्रतियां प्रकाशित की जा रही हैं। पत्रकार वार्ता में भोपाल जिला संस्कार भारती की अध्यक्ष अरुणा शर्मा के अलावा कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश गलगले और महामंत्री नीरव प्रधान मौजूद रहे।

Bhopal News : MLB कॉलेज में हुआ "कहो कहानी" आयोजन, पशु पक्षियों की हुई चिंता, जानें क्या था आयोजन


भोपाल। चाहे वह खरगोश, बिल्ली, गाय, श्वान हो या तोता, पशु-पक्षी मनुष्य से कुछ बहुत ज़्यादा नहीं माँगते, एक रोटी, कुछ दाने, पानी, थोड़ी-सी जगह और स्नेह-बस, लेकिन आज इंसान की सोच इतनी सिकुड़ गई है कि वह अपने अलावा और किसी के बारे में सोचना ही नहीं चाहता।

राजधानी भोपाल के महारानी लक्ष्मीबाई स्वशासी कन्या महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने यह विचार व्यक्त किए। करुणा-क्लब, हिंदी विभाग और साहित्यिक समिति के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 

'कहो कहानी' नामक इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने अपने पालतू और आसपास के पशु-पक्षियों से जुड़े हुए प्रसंग साझा किए। कार्यक्रम में 16 छात्राओं ने सहभागिता की। इस अवसर पर पाठ्यक्रम में सम्मिलित महादेवी वर्मा के 'गिल्लू गिलहरी' संस्मरण पर आधारित एनीमेशन फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर क्लब प्रभारी डॉ. संगीता सक्सेना, डॉ. अणिमा खरे एवं डॉ. विजयलक्ष्मी राय उपस्थित थीं।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 65 स्वास्थ्य संस्थाओं में हुई गर्भवती महिलाओं की जांच


 प्राइवेट चिकित्सकों और अस्पतालों ने दी स्वैक्षिक निशुल्क सेवा

गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविरों का आयोजन 25 अक्टूबर को जिले की 65 स्वास्थ्य संस्थाओं में किया गया।  शिविर में ई रूपी मॉडल के तहत महिलाओं की निशुल्क सोनोग्राफी की गई । जांच हेतु महिलाओं को शिविर में लाने एवं घर छोड़ने की सुविधा 108 एंबुलेंस के माध्यम से निशुल्क दी गई। गर्भवती महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य परामर्श भी दिया गया।

इन शिविरों के द्वारा पूर्व में सिजेरियन द्वारा प्रसव होने , गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गंभीर एनीमिया, हैबिचुअल अबॉर्शन , पूर्व में मृत शिशु जन्म, ग्रैंड मल्टीपैरा, माल प्रेजेंटेशन जैसी विभिन्न जटिलताओं वाली महिलाओं का चिह्नांकन कर विशेष चिकित्सकीय देखभाल एवं परामर्श की सेवाए प्रदान की जाती है। शिविरों में विशेषज्ञीय चिकित्सकीय परामर्श के साथ हीमोग्लोबिन, यूरिन एल्ब्युमिन, शुगर, मलेरिया, टीबी,हेपेटाईटिस, ओरल ग्लूकोज़ टेस्ट, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस की जांच की गई। 

25 अक्टूबर को आयोजित शिविर में निजी क्षेत्र के चिकित्सकों द्वारा शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में आकर स्वैक्षिक निशुल्क परामर्श दिया गया। शिविर में पीपल्स मेडिकल कॉलेज, चिरायु मेडिकल कॉलेज , आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज, सागर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , अपोलो सेज, बीड़कर क्लिनिक, अशोका आईवीएफ सेंटर, यूनिक हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने सहभागिता दी। एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 21 निजी सोनोग्राफी केंद्रों में ई रूपी मॉडल के तहत निशुल्क सोनोग्राफी की जा रही है।

  

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए हाई रिस्क गर्भवतियों को विशेष सेवाएं दी जा रही हैं। इन शिविरों में चिह्नित की गई महिलाओं को चिकित्सकीय आवश्यकता के अनुसार बर्थ वेटिंग रूम में भर्ती करवाया जा रहा है।

पटाखा बाजार पर रहेगी प्रशासन की पैनी नजर।


भोपाल:- म.प्र.की राजधानी भोपाल में दीपावली पर्व के त्योहार को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जहां पटाखा बाजार पर पैनी नजर रहेगी। इसके लिए भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने पटाखा मार्केट की निगरानी के लिए टीम बनाई है। जो अलग-अलग क्षेत्र के एसडीएम को निगरानी टीम का प्रभारी बनाया गया है। इस दल में पुलिस नगर निगम और विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को शामिल किया गया है। बैरागढ़ एसडीएम आदित्य जैन को बैरागढ़ और बैरसिया वृत्त की जिम्मेदारी दी गई है।

वही एसडीएम रवि श्रीवास्तव गोविंदपुरा लक्ष्मीकांत खरे एमपी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा टीटीनगर एसडीएम विनोद सोनकिया हुजूर एसडीएम रविशंकर राय कोलार एसडीएम आशुतोष शर्मा शहर वृत्त की निगरानी करेंगे।_

Bhopal News : याद ए अर्जुन सिंह... देसी विदेशी शायर कवियों की महफिल, अवार्ड से नवाजे जाएंगे मंजर भोपाली समेत कई

 

भोपाल:- प्रदेश में गरीबों को मकानों के पट्टे और विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन जैसे नायाब तोहफे देने से चर्चित रहे पूर्व मुख्यमंत्री स्व अर्जुन सिंह की याद में हर साल सजने वाली मुशायरा महफिल इस बार भी सजाई जाएगी। 5 नवंबर की शाम सजने वाली इस महफिल ए खास में देश विदेश के नामवर शायर और कवि अपना कलाम पेश करेंगे। इस मुशायरा आयोजन के दौरान शहर की शान कहे जाने वाले अंतरराष्ट्रीय शायर मंजर भोपाली का नागरिक सम्मान भी किया जाएगा। उनके अलावा शहर को खास सौगात और सुविधा देने वाले कई व्यक्ति भी सम्मान से नवाजे जाएंगे।

कार्यक्रम आयोजक संस्था 

अर्जुन सिंह सद्‌भावना मंच, मध्यप्रदेश का यह आयोजन सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड में किया जाएगा। आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम में बहरीन और मिस्र से आए शायर भी अपना कलाम पेश करेंगे। इनमें अनवर कमाल,बहरीन और डॉ वला जमाल मिस्र शामिल हैं। इनके अलावा देश के नामवर शायर

प्रोफ़ेसर वसीम बरेलवी लखनऊ, अरुण जैमिनी (हास्य) हरियाणा, डॉ. नवाज़ देवबंदी देवबंद, जौहर कानपुरी कानपुर, चरण सिंह "बशर" लखनऊ, प्रोफ़ेसर "शहपर" रसूल दिल्ली, मंज़र भोपाली भोपाल, शबीना अदीब कानपुर, सबा बलरामपुरी लखनऊ, "कलीम" समर टुन्न (मिज़ाह) बदायूँ, डॉ ज़िया टोंकी राजस्थान, कपिल जैन (हास्य) यवतमाल, सतलज राहत इंदौर, क़ाज़ी मलिक नवेद भोपाल अपने कलाम के साथ कार्यक्रम की रौनक बनेंगे। कार्यक्रम की निजामत मुजफ्फर नगर के शायर रियाज़ साग़र करेंगे। कार्यक्रम में उप्र के पूर्व मंत्री जफर नकवी, चरणदास महंत, डॉ गोविंद सिंह, आरिफ मसूद, आतिफ अकील, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के अलावा कई मेहमान मौजूद रहेंगे। 

 होगा कई का सम्मान

अर्जुन सिंह सद्भावना मंच के संयोजक डॉ महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान 

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शहर, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने वाले शायर मंजर भोपाली का नागरिक सम्मान भी इस आयोजन के दौरान किया जाएगा। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान से नवाजे जा चुके मंजर भोपाली के लिए अपने शहर में होने वाला यह एजाज कुछ खास माना जा रहा है। उनके अलावा ढाई लाख से अधिक हार्ट सर्जरी कर चुके डॉ वायके मिश्रा, एवरेस्ट विजेता मेघा परमार, कन्हैया कुमार आदि को भी इस मंच पर सम्मानित किया जाएगा।

राहत की जगह सरलज

याद ए अर्जुन सिंह के बरसों पुराने आयोजन में मरहूम शायर डॉ राहत इंदौरी अपने जीवनकाल में सतत मौजूदगी बनाए रहे हैं। वे इस आयोजन की शिरकत के लिए अपने बड़े आयोजनों की तारीखों को छोड़ने में भी कोताही नहीं करते थे। उनके दुनिया से विदा होने के बाद अब उनकी विरासत बेटे सरलज राहत के हाथों में है। राहत तो नहीं, लेकिन याद को मंच पर जिंदा और ताजा रखने की काबिलियत सतलज में है। इसी धारणा के साथ आयोजकों ने सतलज को कार्यक्रम का हिस्सा बनाया है।

इकबाल मैदान से सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड तक...

याद ए अर्जुन सिंह का आयोजन बरसों तक पुराने शहर के स्थापित मंच इकबाल मैदान पर सजता रहा है। लेकिन पिछले कुछ समय से प्रशासनिक तौर पर इस मैदान में सार्वजनिक आयोजन की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसके चलते शहर के बड़े आयोजन यहां वहां बिखर गए हैं। याद ए अर्जुन सिंह ने अपने लिए नया ठिकाना सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड को बनाया है।

MP News : प्रदेश की कला फिर अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर, जापान में सराही गई बाग प्रिंट कला, जानिए क्या है नई उपलब्धि

भोपाल। आदिवासी अंचल से जुड़ा एक छोटा सा कस्बा बाग...! पांडव गुफाओं वाले इस ऐतिहासिक गांव से निकली प्रिंट कला प्रदेश के मंचों को नापते हुए देशव्यापी हुई। फिर इसने अंतरराष्ट्रीय छलांग लगाई। बरसों का यह सिलसिला अब भी कायम रहते हुए और अधिक निखार की तरफ बढ़ा हुआ है। नई उपलब्धि इसके हिस्से समंदरों के पार जापान में मिली है। जहां इस बाग प्रिंट को दिल से लगाया जा रहा है और मन से सराहा भी जा रहा है।

मध्य प्रदेश के धार जिले की पारंपरिक बाग प्रिंट हस्तकला इन दिनों जापान में आयोजित "इंडिया मेला-2024" में अपनी छाप छोड़ रही है। कुशल कारीगर मोहम्मद यूसुफ खत्री यहां जापानी दर्शकों को बाग प्रिंट की कला से रूबरू करा रहे हैं।

प्राकृतिक रंगों की रंगत

बाग प्रिंट की अनूठी कलाकारी

बाग प्रिंट की खासियत इसकी जटिल पैटर्न और प्राकृतिक रंगों में है। खत्री ने जापान के विभिन्न शहरों, जैसे ओसाका, क्योटो और साकाई में, वर्कशॉप और प्रदर्शन आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में उन्होंने स्थानीय लोगों को बाग प्रिंट की बारीकियों को सिखाया और उन्हें स्वयं रूमाल बनाने का अवसर दिया।

जापान वासियों ने दिखाई गहरी रुचि

जापानी लोग बाग प्रिंट की कला से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने न केवल इसकी सुंदरता की प्रशंसा की, बल्कि इसके पीछे की परंपरा और कारीगरी में भी गहरी रुचि दिखाई। कई लोगों ने बाग प्रिंट के उत्पाद खरीदे और सीखने के लिए वर्कशॉप में भाग लिया।

भारत और मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रदर्शन

बाग प्रिंट की जापान में सफलता मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का एक जीवंत प्रदर्शन है। यह हस्तकला पीढ़ियों से चली आ रही है और स्थानीय कारीगरों के लिए रोज़गार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। मोहम्मद यूसुफ खत्री की जापान यात्रा ने न केवल बाग प्रिंट हस्तकला को वैश्विक मंच पर प्रमोट किया, बल्कि भारत और मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मान दिलाया। उन्होंने जापान के भौगोलिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक और परंपरागत परिधानों को डिजाइन किया, जिन्हें जापान वासियों ने ख़ूब सराहा। मोहम्मद यूसुफ खत्री का जापान दौरा न केवल बाग प्रिंट को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाया, बल्कि भारत और मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दिया। यह प्रदर्शन भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा।