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भारतीय क्रिकेट टीम की हार के कारण: अश्विन से लेकर बुमराह तक, कौन हैं जिम्मेदार?"

टीम इंडिया का अभेद किला भी अब टूट गया है. अपने घर में पिछले 12 साल से हर टेस्ट सीरीज जीतने वाली टीम इंडिया का वर्चस्व अब खत्म हो गया है. पिछले 4331 दिन से जो बादशाहत चली आ रही थी, वो खत्म हो गई है. न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट मैच में मिली 113 रन की हार के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज भी गंवा दी. टीम इंडिया की इस हार की बड़ी वजह बल्लेबाजों की नाकामी रही है लेकिन एक ऐसा कारण भी अब सामने आया है, जो चौंका देगा. इसका सीधा-सीधा संबंध 12 साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार से है और ये वजह हैं स्टार ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन. इसके अलावा जसप्रीत बुमराह का भी एक कनेक्शन सामने आया है.

2012 में इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद से ही टीम इंडिया ने घर में लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीती थीं और इसकी एक बड़ी वजह भारतीय स्पिनरों का जबरदस्त प्रदर्शन था, जिसके अगुवा रविचंद्रन अश्विन रहे हैं. रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर उन्होंने टीम इंडिया के किले को अभेद बना दिया था लेकिन इस बार वो टूट गया और इसमें अश्विन का प्रदर्शन भी एक बड़ी वजह बनकर उभरा है. ये कहना गलत होगा कि इस हार के दोषी सिर्फ अश्विन हैं, जबकि उन्होंने लगभग हर टेस्ट सीरीज में कमाल किया लेकिन इस सीरीज में उनका नहीं चल पाना टीम इंडिया के लिए घातक साबित हुआ.

2012 और 2024 की हार का अश्विन से कनेक्शन

आंकड़ों से इसे बेहद अच्छे से समझा जा सकता है, जो चौंकाने वाला है. इस सीरीज की अभी तक हुई 4 पारियों में अश्विन ने सिर्फ 6 विकेट झटके हैं और उनका बॉलिंग एवरेज 43.50 का है. यानि 43.50 रन पड़ने के बाद उन्हें एक विकेट मिला है. अश्विन ने अपने करियर में भारतीय जमीन पर जितनी भी टेस्ट सीरीज खेली हैं, उनमें ये उनका दूसरा सबसे खराब बॉलिंग एवरेज है. घरेलू टेस्ट सीरीज में अश्विन के करियर का सबसे खराब एवरेज 52.64 रहा है. उनका ये प्रदर्शन 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में आया था. संयोग से टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ हार मिली थी और अब वही हालत न्यूजीलैंड के खिलाफ भी हुई है.

इन आंकड़ों से ये तो पता चलता है कि अश्विन का प्रदर्शन इस सीरीज में अच्छा नहीं रहा लेकिन ये इस दिग्गज ऑफ स्पिनर की महानता को भी बताता है कि पिछले 12-13 साल से उन्होंने लगातार घरेलू सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके दम पर ही टीम इंडिया लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही थी. इस सीरीज से ठीक पहले बांग्लादेश के खिलाफ भी अश्विन ने गेंद और बल्ले से कमाल किया था और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए थे. ऐसे में अगर अश्विन की एक खराब सीरीज के कारण सारा ठीकरा उन पर नहीं फोड़ा जा सकता.

बुमराह के साथ जुड़ा अजब संयोग

सिर्फ इतना ही नहीं, स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के साथ भी हार का एक ऐसा संयोग जुड़ गया है, जिस पर यकीन करना मुश्किल है. असल में इस सीरीज से पहले बुमराह ने टीम इंडिया में रहते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 3 टेस्ट मैच खेले थे. इनमें से 2 मैच 2020 के न्यूजीलैंड दौरे पर और तीसरा 2021 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेला गया था. टीम इंडिया ये तीनों ही मैच हारी थी. इसके बाद इस सीरीज में बुमराह ने दोनों ही टेस्ट मैच खेले और दोनों में टीम इंडिया को शिकस्त मिली. यानि न्यूजीलैंड के खिलाफ जिन 5 टेस्ट का हिस्सा बुमराह रहे हैं, वो सभी टीम इंडिया ने हारे हैं. इतना ही नहीं, 2021 में जब न्यूजीलैंड की टीम भारत आई थी, तो बुमराह उस सीरीज का हिस्सा नहीं थे और टीम इंडिया ने 1-0 से सीरीज जीती थी.

ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया का एलान, रोहित शर्मा की कप्तानी में इन 18 खिलाड़ियों को मिली मौका

न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में खस्ता हालत के बीच ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है. बीसीसीआई ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए 18 खिलाड़ियों को चुना है. मौजूदा घरेलू सीरीज में खेल रहे कई खिलाड़ी इस स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं. वहीं पिछले दो दौरों पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा करने में अहम योगदान देने वाले कई खिलाड़ी भी बाहर कर दिए गए हैं. इस बार हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा कुछ नए खिलाड़ियों के साथ ऑस्ट्रेलिया की धरती पर हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरने वाले हैं. इस सीरीज का पहला मुकाबला 22 नवंबर से पर्थ में खेला जाएगा. आइये जानते हैं सीरीज के दौरान टीम इंडिया की प्लेइंग XI कैसी दिख सकती है.

ऑस्ट्रेलिया में कैसी होगी प्लेइंग XI?

भारतीय टीम ने पिछले दो दौरों पर जब ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में मात दी, तब नए खिलाड़ियों ने अहम योगदान दिया था. इस बार भी 18 खिलाड़यों के स्क्वॉड में कई खिलाड़ी पहली बार ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर खेलने वाले हैं. वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्हें सीधे विदेशी धरती पर ही डेब्यू करने का मौका मिल सकता है. ऑस्ट्रेलिया की कंडिशन को देखते हुए टीम इंडिया की प्लेइंग XI में 3 पेसर, 1 स्पिनर, 1 पेस ऑलराउंडर और 1 विकेटकीपर के अलावा 5 मुख्य बल्लेबाजों के रहने की उम्मीद जताई जा रही है.

इन बल्लेबाजों के खेलने की उम्मीद

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच की ओपनिंग जोड़ी कप्तान रोहित शर्मा पर निर्भर करेगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह पहला मैच मिस कर सकते हैं. ऐसे में बैक अप ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन को डेब्यू का मौका मिल सकता है. हालांकि, अगर रोहित मौजूद रहते हैं तो वो यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करते हुए दिखेंगे.

शुभमन गिल ने नंबर 3 पर पिछले कुछ समय में अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अच्छी बल्लेबाजी की थी. वहीं नंबर 4 पर विराट कोहली और नंबर 5 पर ऋषभ पंत नजर आएंगे. नंबर 6 के लिए सरफराज खान और केएल राहुल के बीच जंग है. मौजूदा फॉर्म को देखते हुए सरफराज इसमें बाजी मार सकते हैं. इसके अलावा नंबर 7 पर नीतीश रेड्डी को पेस ऑलराउंडर के तौर पर खिलाए जाने की उम्मीद की जा रही है.

कैसा रहेगा भारत का बॉलिंग अटैक?

जसप्रीत बुमराह पिछले कुछ समय में भारतीय पेस अटैक का लीडर बनकर उभरे हैं. जाहिर तौर पर वह टीम में शामिल रहेंगे. उनके अलावा मोहम्मद सिराज दूसरे मुख्य तेज गेंदबाज के तौर पर खेलते हुए नजर आ सकते हैं. आकाशदीप ने इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू करने के बाद से काफी प्रभावित किया है. अपनी सटीक लाइन-लेंथ और विकेट लेने की क्षमता के कारण तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर उनके खेलने की संभावना ज्यादा है.

वहीं स्पिन डिपार्टमेंट में भारत अनुभवी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन के साथ जा सकता है. वह बल्लेबाजी भी कर लेते हैं. पिछले दौरे उन्होंने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था. हनुमा विहारी के साथ मिलकर एक टेस्ट मैच भी बचाया था. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में संभावित प्लेइंग XI को देखें तो यशस्वी जायसवाल,सरफराज खान, नीतीश कुमार रेड्डी और आकाश दीप 4 खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पहली बार ऑस्ट्रेलिया में खेलने वाले हैं. इन सभी पर ट्रॉफी डिफेंड करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी.

संभावित प्लेइंग XI:

रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, सरफराज खान, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), नीतीश कुमार रेड्डी, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप.

टीम इंडिया का स्क्वॉड

रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, शुभमन गिल, विराट कोहली, सरफराज खान, केएल राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, नीतीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा.

रिजर्व/मुकेश कुमार नवदीप सैनी खलील अहमद

क्रिकेट के मैदान पर दर्दनाक हादसा: पाकिस्तानी खिलाड़ी साजिद खान की ठोड़ी में लगी गेंद , खून बहने के बाद भी खिलाड़ी ने दिखाया हौसला

पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच रावलपिंडी में खेला जा रहा तीसरा टेस्ट मैच रोमांचक स्थिति में है. मैच में दो दिन का खेल होने के बाद पाकिस्तानी टीम जीत की स्थिति में दिख रही है. मैच के दूसरे दिन हालांकि एक हादसा हो गया, जिसमें पाकिस्तानी खिलाड़ी का खून तक बहने लगा.

पिंडी क्रिकेट स्टेडियम में मैच के दूसरे दिन पाकिस्तानी टीम अपनी पहली पारी में बल्लेबाजी कर रही थी और उसके लिए स्पिनर साजिद खान अपने बल्ले से कमाल दिखा रहे थे लेकिन तभी लेग स्पिनर रेहान अहमद की एक गेंद पर शॉट खेलने में नाकाम रहे और गेंद उनकी ठोड़ी (चिन) में लग गई

जैसे ही गेंद उनके हेल्मेट को भी भेदते हुए ठोड़ी में लगी, तुरंत वहां एक घाव हो गया और खून की धार बहने लगी. उनकी सफेद जर्सी खून से लाल हो गई और वो उसे रोकने की कोशिश करने लगे.

इसी दौरान अंपायर ने तुरंत समझदारी दिखाते हुए रुमाल से उनके घाव को ढकते हुए खून को रोकने की कोशिश की, जिसके बाद टीम के फिजियो मैदान पर आए और टांके लगाकर साजिद के घाव को बंद किया

वैसे ये घाव भी साजिद के हौसले को नहीं डिगा सका और उन्होंने रेहान के अगले ओवर में शानदार छक्का जमाया. साजिद ने 10वें नंबर पर आकर टीम के लिए 48 गेंदों में 48 रन की बेहद अहम पारी खेली और फिर दूसरी पारी में इंग्लैंड को एक झटका देकर टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया.

शमी की वापसी से भारतीय क्रिकेट टीम को मिलेगी मजबूती: ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तैयार

टीम इंडिया के लिए पुणे टेस्ट एक बुरे सपने में बदलता जा रहा है. पहले ही बेंगलुरु टेस्ट हारकर सीरीज में पिछड़ चुकी भारतीय टीम पुणे टेस्ट में भी न्यूजीलैंड के सामने हार की कगार पर दिख रही है. ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टीम इंडिया का ये प्रदर्शन न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि टेंशन देने वाला भी है. पुणे में टीम इंडिया के इस पस्त हाल के बीच बेंगलुरु से एक राहत देने वाली खबर आई है. ये राहत वाली खबर है स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लेकर, जो पिछले एक साल से चोट के कारण क्रिकेट एक्शन से दूर हैं. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि शमी जल्द ही मैदान पर वापसी करने वाले हैं और इसके लिए वो रणजी ट्रॉफी का रुख कर रहे हैं, जहां वो अगले महीने बंगाल के लिए 2 मैच खेलते हुए दिख सकते हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले उनकी मैच फिटनेस और प्रैक्टिस भी हो जाएगी.

6 नवंबर को खत्म होगा इंतजार

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मोहम्मद शमी जल्द ही बेंगलुरु में ही अपनी घरेलू टीम बंगाल से जुड़ सकते हैं. बंगाल क्रिकेट टीम के हेड कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला के हवाले से इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि 6 नवंबर से शुरू हो रहे मैच से शमी की वापसी हो सकती है. ये मैच बंगाल और कर्नाटक के बीच खेला जाएगा और बेंगलुरु में ही होगा. शुक्ला ने उम्मीद जताई कि स्टार भारतीय पेसर इस मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे और फिर इसके बाद मध्य प्रदेश के खिलाफ होने वाले मैच में भी खेल सकेंगे. अगर ऐसा होता है तो शमी को ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले लय हासिल करने के लिए 2 मैच मिल जाएंगे.

ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए टीम

इंडिया का सेलेक्शन पुणे टेस्ट मैच के बाद होने की संभावना है. रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई में तीसरा टेस्ट मैच खत्म होने के तुरंत बाद ही टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो जाएगी. ऐसे में अगर शमी इन रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में हिस्सा लेते हैं तो वो टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलिया नहीं जा पाएंगे. हालांकि, टीम इंडिया उनके मैच फिट होने को ज्यादा प्राथमिकता देगी ताकि वो बाद में ऑस्ट्रेलिया पहुंचकर टीम के साथ जुड़ सकें. भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगी. इस सीरीज में 5 टेस्ट मैच खेले जाएंगे.

पिछले 1 साल से बाहर हैं शमी

शमी को पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के दौरान टखने में चोट लगी थी और इसके बाद से ही वो मैदान से बाहर हैं. शमी ने इस साल लंदन में टखने की सर्जरी कराई थी और उसके बाद से घर के साथ-साथ नेशनल क्रिकेट एकेडमी में अपने रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. हालांकि शमी के इस महीने की शुरुआत में ही रणजी ट्रॉफी से वापसी की उम्मीद की जा रही थी, जिसके बाद वो न्यूजीलैंड सीरीज में खेल सकते थे लेकिन इसी दौरान उनके बाएं घुटने में सूजन हो गई, जिसके चलते उन्हें इंतजार करना पड़ा. हाल ही में बेंगलुरु टेस्ट मैच के दौरान वो नेट्स में टीम इंडिया के खिलाड़ियों को गेंदबाजी करते दिखे थे.

IPL 2025: राजस्थान रॉयल्स ने संजू सैमसन को पहले नंबर पर रिटेन करने की बनाई योजना ,जानें

IPL 2025 के लिए खिलाड़ियों को रिटेन करने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर है. लेकिन, उससे पहले कुछ फ्रेंचाइजियों के इरादे समझ में आने लगे हैं. राजस्थान रॉयल्स की बात करें तो वो संजू सैमसन को पहले नंबर पर रिटेन करने की सोच रही है. मतलब, संजू सैमसन को 18 करोड़ रुपये देकर रोकने का फ्रेंचाइजी का पूरा प्लान तैयार दिख रहा. बेशक, इसे लेकर अभी हम कोई दावा नहीं कर सकते . लेकिन, सामने आई राजस्थान रॉयल्स के अंदर की एक तस्वीर उसी ओर सैमसन के रिटेंशन की ओर इशारा करती दिख रही है.

ये तस्वीर बहुत कुछ कहती है!

अब पहले तो ये जान लीजिए कि जो तस्वीर राजस्थान रॉयल्स के दफ्तर से बाहर निकलकर आई है, उसमें है क्या? इस तस्वीर को राजस्थान रॉयल्स ने खुद शेयर किया है, जिसका कैप्शन है ‘बिग वीक’ मतलब बड़ा हफ्ता. इस तस्वीर की खास बात ये है कि इसमें वो सारे चेहरे नजर आ रहे हैं जिन्हें राजस्थान रॉयल्स का थिंक टैंक कहा जाता है. उन्हीं में से एक चेहरा टीम के कप्तान संजू सैमसन का भी दिख रहा है. तस्वीर में सैमसन की इसी मौजूदगी को देखकर हम ये कयास लगा रहे हैं कि वो रिटेंशन में राजस्थान फ्रेंचाइजी की पहली पसंद होंगे.

इन वजहों के चलते भी सैमसन पहले होंगे रिटेन!

वैसे सिर्फ ये तस्वीर ही नहीं, इसके अलावा और भी दूसरी कई वजहें हैं, जिसकी वजह से राजस्थान रॉयल्स संजू सैमसन को सबसे पहले रिटेन करने के बारे में सोच सकती है. वो कौन सी वजहें हैं आइए जानते हैं.

नंबर 3 पर बेस्ट बल्लेबाज

IPL इतिहास में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए अगर किसी बल्लेबाज की तूती बोली है तो वो संजू सैमसन हैं. इस नंबर पर 2000 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों के बीच उनका औसत और स्ट्राइक रेट सबसे बेहतर है. सैमसन ने IPL में नंबर 3 पर 92 इनिंग खेलने के बाद 143.63 की स्ट्राइक रेट और 39.41 की औसत से 3035 रन बनाए हैं.

नंबर 3 पर सिक्सर किंग

IPL इतिहास में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए संजू सैमसन सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने अब तक 117 छक्के जड़े हैं. वहीं निकोलस पूरन 113 छक्कों के साथ दूसरे नंबर पर हैं.

राजस्थान रॉयल्स का ‘सच्चा साथी’

सैमसन अपनी फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के प्रति इतने ईमानदार और वफादार हैं कि दूसरी फ्रेंचाइजी में जाने की सोचते ही नहीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक CSK, MI, RCB जैसी टीमों ने उन्हें अप्रोच किया पर सैमसन ने RR का साथ नहीं छोड़ा. अब जब सैमसन पीछे नहीं हटे तो RR उन्हें रिटेन करने से पीछे कैसे हट सकती है?

संजू सैमसन की कप्तानी

संजू सैमसन की कप्तानी भी एक बड़ा प्लस पॉइंट है जो राजस्थान रॉयल्स को उन्हें बनाए रखने पर मजबूर करती है. राजस्थान की टीम उन्हीं की कप्तानी में 14 साल बाद दूसरा फाइनल खेल सकी. कप्तान होते हुए वो कई नए चेहरे भी टीम में ले आए.

संजू सैमसन का फैन बेस

संजू सैमसन के फैन बेस जबरदस्त है और राजस्थान फ्रेंचाइजी इस बात को जानती है. राजस्थान रॉयल्स को भारत के कई शहरों में मिलने वाले सपोर्ट की एक बड़ी वजह संजू सैमसन का फैन बेस है.

लखनऊ सुपर जायंट्स ने केएल राहुल को रिटेन नहीं करने का फैसला किया, जानें क्यों?

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल के लिए इन दोनों मैदान के अंदर या बाहर का वक्त अच्छा नहीं चल रहा है. टीम इंडिया में उनके सेलेक्शन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में वो फेल हुए थे जबकि दूसरे टेस्ट मैच से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया. इन सबसे अलग लगातार खबरें आ रही हैं कि आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स उन्हें रिटेन नहीं करेगी, जिसके वो 3 साल तक कप्तान थे. ये बात अब लगभग तय मानी जा रही है कि राहुल इस बार मेगा ऑक्शन में उतरेंगे लेकिन उससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फ्रेंचाइजी के फैसले से पहले ही राहुल ने LSG मैनेजमेंट से रिटेंशन को लेकर किसी तरह के कमिटमेंट से इनकार कर दिया था.

राहुल ने नहीं किया रिटेंशन को लेकर वादा

ईएसपीएन-क्रिकइंफो की रिपोर्ट में बताया गया है कि राहुल का LSG से अलग होना अब लगभग तय है. इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ वक्त पहले राहुल की फ्रेंचाइजी के मालिक संजीव गोयनका से मुलाकात हुई थी, जिसमें रिटेंशन को लेकर चर्चा हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, इस मीटिंग के दौरान राहुल से पूछा गया कि अगर उन्हें रिटेन करने का फैसला किया जाता है तो क्या वो इसे स्वीकार करेंगे तो स्टार बल्लेबाज ने इस पर किसी भी तरह का वादा नहीं किया. यानि राहुल ने भी संकेत दे दिए थे कि वो फ्रेंचाइजी छोड़ने को तैयार हैं.

राहुल 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के डेब्यू सीजन से ही टीम के कप्तान थे. इस दौरान टीम के पहले और दूसरे सीजन में लखनऊ ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी लेकिन पिछले सीजन में वो ऐसा नहीं कर सकी. हालांकि इस दौरान लगातार राहुल की कप्तानी और खास तौर पर उनकी धीमी बल्लेबाजी आलोचना के केंद्र में रही. पिछले सीजन में ही एक बार टीम की करारी हार के बाद फ्रेंचाइजी मालिक गोयनका ने खुले आम मैदान पर राहुल को जमकर फटकार लगाई थी, जिसके बाद से ही दोनों के अलग होने की अटकलें तेज हो गई थीं. हालांकि, अगस्त में ही गोयनका और राहुल की कोलकाता में एक मीटिंग हुई थी.

कोच-मेंटॉर ने तैयार की रिपोर्ट

इन सबके अलावा बताया जा रहा है कि टीम के हेड कोच जस्टिन लेंगर और नए मेंटॉर जहीर खान ने हाल ही में राहुल के प्रदर्शन की एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें उनकी धीमी बल्लेबाजी के कारण कई मैचों में टीम के प्रदर्शन पर असर को हाईलाइट किया गया था. इस रिपोर्ट के आधार पर ही राहुल को फ्रेंचाइजी से रिलीज करने की बातें सामने आने लगी थीं. पिछले 2 सीजन के प्रदर्शन को देखते हुए साफ हो गया है कि लखनऊ का पहला रिटेंशन वेस्टइंडीज के स्टार निकोलस पूरन होंगे. रिटेंशन घोषित करने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर है.

भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच में बड़ा बवाल: पुणे में फैंस को पानी की बोतलें नहीं मिलीं, एमसीए के खिलाफ लगाए नारे

भारत और न्यूजीलैंड की टीमों के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच पुणे में खेला जा रहा है. दोनों टीमें महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड में भिड़ रही हैं. इस मुकाबले का पहला दिन भारतीय टीम के नाम रहा. टॉस हारने के बाद भी टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड की पहली पारी को 259 रनों पर ढेर कर दिया. लेकिन पुणे में खेल के साथ-साथ एक बवाल भी देखने को मिला. दरअसल, महाराष्ट्र क्रिकेट संघ की एक गलती के चलते मैदान में मौजूद फैंस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

भारत-न्यूलीलैंड मैच में हुआ बड़ा बवाल

दअसल, इस मुकाबले के दौरान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड में पानी की बोतलें देरी से पहुंची थीं, जिसके बाद एमसीए स्टेडियम में अफरा-तफरी मच गई और कुछ फैंस ने एमसीए के खिलाफ नारे लगाए. जिसके चलते महाराष्ट्र क्रिकेट संघ को फैंस से माफी भी मांगनी पड़ी. बता दें, इस मुकाबले को देखने के लिए खेल के पहले दिन 18000 फैंस मैदान में पहुंचे थे और ये घटना मुकाबले के पहले ही सेशन में घटी.

दरअसल, इस मैदान के अधिकांश हिस्से में छत नहीं है और धूप में बैठे फैंस जब पहले सेशन के खेल के बाद पानी लेने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि पानी की बोतलें उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में पानी के लिए बूथ पर भीड़ बढ़ती गई और कुछ देर इंतजार करने के बाद फैंस एमसीए के खिलाफ नारे लगाने लगे. तब तक सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को शांत करने के लिए पानी की बोतलें बांटनी शुरू कर दी थीं. यह सब स्टेडियम के हिल एंड में मीडिया और कमेंट्री सेंटर के पास हुआ. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शहर के बाहरी इलाके में स्थित स्टेडियम में पानी लाने वाले वाहनों को सुबह के समय भारी ट्रैफिक के कारण देरी हो गई.

MCA के सचिव ने मांगी माफी

एमसीए सचिव कमलेश पिसल ने मीडिया से कहा, ‘हम सभी फैंस से असुविधा के लिए माफी मांगते हैं. हम सुनिश्चित करेंगे कि आगे सब कुछ ठीक रहे. हमने पानी की समस्या का समाधान पहले ही कर लिया है. इस बार हमने फैस को ठंडा पानी उपलब्ध कराने का फैसला किया है और इसमें कुछ दिक्कतें आईं क्योंकि लंच ब्रेक के दौरान कुछ स्टॉल पर पानी खत्म हो गया था क्योंकि वहां बहुत भीड़ थी. पानी के कंटेनरों को भरने में हमें 15 से 20 मिनट लगे और इसमें देरी हो गई थी इसलिए हमने उन्हें मुफ्त में बोतलबंद पानी देने का फैसला किया.’

पुणे टेस्ट से पहले विराट कोहली को बड़ा झटका: नदीम शेख ने नेट्स पर किया क्लीन बोल्ड

बेंगलुरु में पहला टेस्ट हारने के बाद पुणे टेस्ट में अब टीम इंडिया से जीत की उम्मीदें हैं. भारतीय टीम इस उम्मीद पर खरी उतरे, इसके लिए विराट कोहली के बल्ले का चलना बहुत जरूरी हो जाता है. पर क्या इस बार विराट वाकई बड़ी पारी खेलने के लिए तैयार हैं? पुणे की नेट्स पर जो होता दिखा, उसे देखकर तो उम्मीद कम ही लगती है, जहां नदीम शेख नाम के एक नेट बॉलर ने उनकी कमजोरी का पर्दाफाश कर दिया. उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया. और, पूछने पर बताया कि कोहली के खिलाफ वो पहले भी अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुका है. मतलब, उन्हें आउट कर चुका है.

शोएब अख्तर के ‘फैन’ ने विराट कोहली को किया क्लीन बोल्ड!

अब आप सोच रहे होंगे कि ये नदीम शेख है कौन? नदीम शेख ने बताया कि वो एक तेज गेंदबाज हैं, जो कि महाराष्ट्र में सोलापुर जिले से क्रिकेट खेलते हैं. तेज गेंदबाजी में वो शोएब अख्तर, ब्रेट ली, डेल स्टेन को फॉलो करते हैं. नदीम ने आगे बताया कि वो खुद को खुशनसीब मानते हैं कि उन्हें विराट कोहली को गेंदबाजी करने मिला और उन्होंने उनका विकेट भी निकाला. विराट कोहली का विकेट लेना दुनिया भर के गेंदबाजों का ड्रीम होता है. ऐसे में उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है.

विराट कोहली को आउट करने का क्या था प्लान?

नदीम शेख से जब विराट कोहली को आउट करने के प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ये कोई पहली बार नहीं जब उन्होंने टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज को गेंदबाजी की है. इससे पहले मुंबई में CCI में भी वो उनके खिलाफ गेंदबाजी कर चुके हैं. नदीम ने बताया कि प्लान यही था कि ऑफ स्टंप पर गेंद डालना है और उसमें अपना बेस्ट देना है. उन्होंने बताया कि वो अपने प्लान पर टिके रहे और अंत में विकेट मिल गया.

नदीम ने बताया कि जब पैरों पर उन्होंने गेंद डाली तो विराट ने उसे अच्छे से खेल दिया. लेकिन ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर वो काफी बार बीट हुए. उन्होंने बताया कि मुंबई में प्रैक्टिस के दौरान 3-4 बार वो स्लिप में उन्हें आउट कर चुके हैं. वहीं पुणे में उन्होंने विराट को क्लीन बोल्ड किया है.

विराट की कमजोरी की खोली पोल!

साफ है कि नदीम शेख ने पुणे की नेट्स पर विराट कोहली की सबसे बड़ी कमजोरी को फिर से उजागर कर दिया है. उन्होंने बता दिया है कि ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदें विराट कोहली की परेशानी हैं. जहां तकनदीम शेख के फ्यूचर प्लान की बात है तो वो पहले महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं. उसके बाद वो टीम इंडिया के लिए खेलना चाहते हैं. IPL में नदीम शेख की फेवरेट टीम CSK है.

सरफराज खान की शानदार फॉर्म जारी, आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में केएल राहुल को छोड़ा पीछे

सरफराज खान को एक हफ्ते के अंदर चौथी बड़ी खुशखबरी मिली है. 19 अक्टूबर को अपने पहले इंटरनेशनल शतक का जश्न मनाने वाले सरफराज ने 21 अक्टूबर को पिता बनने की खुशी पूरी दुनिया के साथ बांटी. वहीं 22 अक्टूबर 2024 को उन्होंने अपने 27वें बर्थडे का जश्न मनाया. और, अब उन्हें चौथी खुशखबरी मिली है. पुणे में न्यूजीलैंड से टेस्ट मैच शुरू होने से एक दिन पहले यानी 23 अक्टूबर को ही सरफराज खान को ये अच्छी खबर मिल चुकी थी, जिसके मुताबिक उन्होंने केएल राहुल को पीछे कर दिया है.

सरफराज पड़े केएल राहुल पर भारी

अब आप सोच रहे होंगे कि सरफराज खान से जुड़ी ये बिग न्यूज है क्या? आखिर कहां और किस मामले में उन्होंने केएल राहुल को पीछे किया? तो इसका जवाब ICC की ताजा टेस्ट रैंकिंग से जुड़ा है. टेस्ट बल्लेबाजों की लेटेस्ट रैंकिंग में अब तक सिर्फ 4 टेस्ट मैच खेलने वाले सरफराज, केएल राहुल से आगे हैं. उन्होंने लंबी छलांग लगाते हुए उन्हें पीछे छोड़ दिया है.

टेस्ट रैंकिंग में सरफराज ने राहुल को कैसे छोड़ा पीछे?

न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले तक केएल राहुल की टेस्ट रैंकिंग 49 थी. वहीं सरफराज खान उनसे काफी पीछे 84वें स्थान पर थे. लेकिन, जैसे ही बेंगलुरु में पहला टेस्ट मैच खत्म हुआ, बाजी पलट गई. अब पुणे टेस्ट से पहले 21 स्थान की लंबी छलांग लगाकर सरफराज 53वें स्थान पर पहुंच चुके हैं. वहीं केएल राहुल 10 स्थान और खिसककर 59वें नंबर पर चले गए हैं.

साफ है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 150 रन की पारी खेलने के बाद सरफराज खान का लोहा ICC ने भी माना है. वहीं केएल राहुल को दोनों पारियों में बड़ी पारी खेलने में मिली नाकामी का खामियाजा भुगतना पड़ा है. जहां तक टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में दोनों को शामिल करने या दोनों में से किसी एक को खिलाने का सवाल है तो इसका फैसला टीम मैनेजमेंट को करना है.

बाकी भारतीय बल्लेबाजों का क्या है हाल?

न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल रहे भारतीय बल्लेबाजों में सबसे बेहतर ICC टेस्ट रैंकिंग यशस्वी जायसवाल की है, जो नंबर 4 की पोजिशन पर बरकरार हैं. वहीं कोहली 7वें से 8वें नंबर पर खिसक गए हैं. ऋषभ पंत की रैंकिंग में भी उछाल है जो नंबर 9 से 6 पर चले गए हैं. वहीं कप्तान रोहित शर्मा भी 2 स्थान खिसककर 13वें से 15वें स्थान पर फिसल गए हैं.

जोगिंदर शर्मा की अनोखी कहानी: टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाले हीरो से डीएसपी तक का सफर, जानें

टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीतने का सपना हर एक भारतीय खिलाड़ी देखता है. भारत ने इसी साल 17 साल के इंतजार के बाद टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता है. इससे पहले भारत ने साल 2007 में इस ट्रॉफी को अपने नाम किया था. तब एमएस धोनी की कप्तानी ने एक युवा भारतीय टीम ने ये कारनामा किया था. उस टीम में जोगिंदर शर्मा भी शामिल थे. जोगिंदर शर्मा आज यानी 23 अक्तूबर को 41 साल के हो गए हैं. उनका जन्म 1983 को हरियाणा के रोहतक जिले में हुआ था. जोगिंदर शर्मा वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2007 के फाइनल मैच का आखिरी ओवर फेंका था और टीम इंडिया को जीत दिलाई थी.

एक ओवर ने जोगिंदर शर्मा को बनाया हीरो

जोगिंदर शर्मा के इंटरनेशनल करियर की शुरुआत साल 2004 में हुई थी. लेकिन उनका करियर काफी उतार चढ़ाव से भरा रहा. उन्हें देश के लिए कम ही क्रिकेट खेलने का मौका मिला. धोनी और जोगिंदर दोनों का इंटरनेशनल करियर एक ही दिन में शुरू हुआ था. दोनों ने बांग्लादेश के खिलाफ साल 2004 में डेब्यू किया था. लेकिन इस सीरीज के बाद वह 3 साल तक अपनी जगह नहीं बना सके थे. इसके बाद उन्होंने साल 2007 में टीम इंडिया में वापसी की और टी20 वर्ल्ड कप 2007 में भी अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे.

जोगिंदर शर्मा ने टी20 वर्ल्ड कप 2007 के दौरान ही टी20 में अपना डेब्यू किया था. इस टूर्नामेंट में उन्हें कुल 4 मैच खेलने को मिले, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया फाइनल मैच भी शामिल है. उन्होंने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन ओवर में 37 रन देकर 2 विकेट लिए थे. जिसके बाद फाइनल मैच में पाकिस्तान के खिलाफ धोनी ने जोगिंदर को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए मैच का आखिरी ओवर करने का मौका दिया था. इस ओवर ने ही उन्हें पूरे भारत में मशहूर कर दिया था.

पाकिस्तान के खिलाफ भारत को दिलाई जीत

जोगिंदर शर्मा ने फाइनल मैच के आखिरी ओवर में 13 रन का बचाव करके टीम इंडिया को जीत दिलाई थी. उन्होंने ओवर की चौथी गेंद पर मिस्बाह उल हक को आउट करके पाकिस्तान की वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद तोड़ दी थी. इस ओवर ने उनकी जिंदगी बदलकर रख दी. भारत में हर जगह जोगिंदर शर्मा की ही बात हो रही थी, लेकिन चौंकाने वाली बात है कि इस मैच के बाद उन्हें फिर से टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका नहीं मिला.

कार एक्सीडेंट के चलते बदल गई जिंदगी

जोगिंदर शर्मा ने टीम इंडिया में जगह ना मिलने पर घरेलू क्रिकेट में खेलना जारी रखा. लेकिन साल 2011 में जोगिंदर शर्मा का एक्सीडेंट हो गया था. पश्चिम दिल्ली में यह दुर्घटना हुई जब उनकी कार एक कॉल सेंटर से टकरा गई थी. इस एक्सीडेंट में उनके सिर पर गंभीर चोट आई थी और वह लंबे समय तक आईसीयू में रहे थे. लंबे समय तक बिस्तर पर रहने के बाद उन्होंने मैदान में वापसी की थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने बड़ा फैसला लिया और क्रिकेट छोड़कर पुलिसवाले बन गए. दरअसल, टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद हरियाणा सरकार ने जोगिंदर शर्मा को हरियाणा पुलिस में डीएसपी की पोस्ट पर नियुक्ति दी. वह इस समय डीएसपी के तौर पर देश की सेवा कर रहे हैं.

जोगिंदर ने भारत के लिए कुल 4 वनडे और 4 टी20 मैच ही खेले हैं. इन मैचों में उन्होंने 5 विकेट हासिल किए. वहीं, जोगिंदर घरेलू क्रिकेट में हरियाणा के लिए खेला करते थे. उन्होंने अपने घरेलू करियर में 77 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 2804 रन बनाने के साथ 297 विकेट लिए. 80 लिस्ट ए मैचों में भी उनके नाम 1040 रन और 115 विकेट दर्ज हैं.