एस जयशंकर ने फिर ठोका सुरक्षा परिषद में भारत के लिए स्थायी सीट का दावा, ब्रिक्स समिट में बोले-दुनिया में व्यवस्था बदल रही
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर ब्रिक्स प्लस के मंच से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत के लिए स्थायी सीट का दावा ठोका है।रूस के कजान में ब्रिक्स समिट के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि ज्यादा न्यायसंगत वैश्विक व्यवस्था बनाने के लिए स्थापित संस्थानों में सुधार की जरूरत है। ये सुधार तत्काल किया जाना चाहिए।
जयशंकर ने ब्रिक्स के आउटरीच सेशन में कहा, "ब्रिक्स ये दिखाता है कि पुरानी व्यवस्था कितनी गहराई से बदल रही है। साथ ही अतीत की कई असमानताएं भी जारी हैं, बल्कि उन्होंने नए तरीके अपना लिए हैं। ग्लोबलाइजेशन के फायदे बहुत असमान रहे हैं। ऐसे में दुनिया के सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों को हासिल करने में काफी पीछे रह जाने का खतरा है।
एस जयशंकर ने इस दौरान अधिक न्यायसंगत वैश्विक व्यवस्था कैसे बनाने का तरीका भी बताया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले एक स्वतंत्र प्रकृति के प्लेटफार्म को मजबूत और विस्तारित किया जाना चाहिए। दूसरा तरीका ये है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जैसी संस्थाओं में तुरंत सुधार किया जाए। बहुपक्षीय विकास बैंकों की भी बदला जाए, जिनकी कार्य प्रक्रियाएं संयुक्त राष्ट्र की तरह पुरानी हैं। इसके बाद तीसरा तरीका वैश्विक अर्थव्यवस्था का लोकतंत्रीकरण है।
जयशंकर ने आगे कहा कि चौथा तरीका वैश्विक बुनियादी ढांचे में कमियों को ठीक करना है, जो कमियां औपनिवेशिक युग से विरासत में मिली हुई हैं। दुनिया को ऐसे कनेक्टिविटी विकल्पों की आवश्यकता है, जो लॉजिस्टिक्स को बढ़ाएं और जोखिमों को कम कर सकें। वहीं पांचवां तरीका अनुभव और नई पहल एक दूसरे से साझा करने का है।
बता दें कि भारत लंबे समय से सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग कर रहा है। वह स्थायी और अस्थायी सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी करने की जरूरत पर जोर देता है। 1945 में गठित सुरक्षा परिषद के शुरू से 15 सदस्य हैं। इनमें से 5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं। अस्थायी सदस्य हर 2 साल बाद बदले जाते हैं। अमेरिका, रूस, फ्रांस और ब्रिटेन पहले ही सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत के दावे का समर्थन कर चुके हैं। लेकिन चीन वीटो पावर के जरिए इसमें अड़ंगे डालता रहा है।








Oct 25 2024, 09:59
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