प्रथम स्नान पर्व 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू हो जाएगा कल्पवास
प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज में जनवरी - 2025 में लगने वाले महाकुंभ के तैयारियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है जबकि कार्यदाई विभाग दिन-रात कार्यों में लगे हुए है। पहले स्नान पर्व 13 जनवरी 2025 पौष पूर्णिमा से कल्पवास शुरू हो जाएगा, ऐसे में देश और विदेश से लाखों कल्पवासी संगम नगरी 10 जनवरी से कल्पवास के लिए पहुंचने लगेंगे।
महाकुंभ का पहला मुख्य स्नान पर्व 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा है । ऐसे में प्रथम स्नान पर्व अब सिर्फ 80 दिन शेष हैं, इसमें सभी विभागों को शेष तैयारियां पूरी करनी है। सबसे ज्यादा कार्य नगर निगम, प्रयागराज विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग और सिंचाई विभाग को करना है जबकि रेलवे, स्वास्थ्य विभाग, पावर कारपोरेशन सहित अन्य विभागों की तैयारियों से महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद संतुष्ट हैं। उनका कहना है कि सभी विभागों के कार्यों की मानीटरिंग सुबह-शाम हो रही है ऐसे में सभी विभागों के कार्य समय से पूरे होंगे और उसका लाभ स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं को मिलेगा।
महाकुंभ - 2025 में छह प्रमुख स्नान पर्व है। पहला मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2015, दूसरा मुख्य स्नान पर्व मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025 को शाही स्नान, तीसरा मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को दूसरा शाही स्नान,चौथा मुख्य स्नान पर्व बसंत पंचमी का स्नान तीन फरवरी 2025 को तीसरा शाही स्नान, पांचवां मुख्य स्नान पर्व माघी पूर्णिमा का स्नान 12 फरवरी 2025 को और छठवां एवं अंतिम मुख्य स्नान पर्व महाशिवरात्रि का स्नान 26 फरवरी 2025 को है। इस प्रकार से इस बार का महाकुंभ 45 दिन का होगा। शासन और मेला प्रशासन के अफसरों ने महाकुंभ में देश और विदेश के 40 करोड़ श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों के तीर्थराज प्रयागराज आने की संभावना को देखते हुए मेला क्षेत्र एवं शहर में व्यापक स्तर पर सभी विभागों की तैयारियां चल रही है।
महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि सभी विभागों के कार्यों का निरीक्षण मेला प्रशासन के वरिष्ठ अफसर दिन-रात कार्य कर रहे है। उन्होंने बताया कि विभागों के कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि बारिश की वजह से लोनिवि, नगर निगम और पीडीए का कार्य शिथिल हुआ था लेकिन समय से महाकुंभ की सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि शहर और मेला क्षेत्र में वाल पेंटिंग का कार्य शुरू हो गया, जो 15 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा । उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र के फाफामऊ पुल से लेकर दारागंज तक और बदरा सोनौटी से लेकर छतनाग तक गंगा की तरफ से बोल्डर की सड़क का निर्माण तेजी से चल रहा है, बाढ की वजह से कार्य थोड़ा प्रभावित हो गया था।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि लोक निर्माण विभाग और नगर निगम सहित सभी विभागों का कार्य 30 नवम्बर तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अमित कुमार शर्मा सभी कार्यो की स्वयं मानीटरिंग कर रहे हैं, ऐसे में शहर और आसपास के चौराहो के सुंदरीकरण का कार्य शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि रेलवे के फ्लाईओवर बेगमसराय, चौफटका से कालिंदीपुरम तक, अलोपीबाग फ्लाईओवर सहित अन्य कार्य प्रगति पर है जबकि मजार चौराहे से लेकर सलोरी तक का फ्लाईओवर शुरू हो गया है।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि बड़े हनुमान मंदिर, अलोपीबाग मंदिर और भारद्वाज आश्रम में निमार्णाधीन कारीडोर के कार्यों में प्रगति है। उन्होंने बताया कि सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि वह प्रत्येक दशा में 30 नवंबर तक सभी विभाग अपने कार्यो को पूरा करें। उन्होंने कहा कि गंगा और यमुना के बाढ़ का पानी तेजी से घट रहा है ऐसे में मेला क्षेत्र में जमीन समतलीकरण का कार्य शुरू हो गया है।
Oct 23 2024, 20:13