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भाजपा के अंदर घमासान, टिकट नहीं मिलने पर कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़ा, कई सीट पर बागी उम्मीदवार होंगे खड़े, भाजपा के लिए बड़ी चुनौती


झारखंड डेस्क 

झारखंड में बीजेपी के टिकट का एलान होते हीं पार्टी में घमासान मच गया है, कई नेता बगावत की मूड में आ गए. कई जिलों में बीजेपी के दिग्गज नेता पार्टी का दामन छोड़कर या तो निर्दलीय या दूसरी पार्टी में शामिल होकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे है. 

अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को टिकट देने के विरोध में मेनका सरदार पहले ही पार्टी छोड़ चुकी हैं. रविवार को भाजपा नेता गणेश महली और मलखान सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी. उधर बड़ी खबर है कि भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लुईस मरांडी ने बरहेट सीट से चुनाव लड़ने के ऑफर को ठुकरा कर स्पष्ट कर दिया है कि वह अब भाजपा में नहीं रहेंगी. सूत्रों के अनुसार वह जल्द ही झामुमो में शामिल होंगी. वे जामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी.

हुसैनाबाद के भाजपा नेता विनोद सिंह और प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य संदीप वर्मा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. संदीप वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि वे रांची से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. ईचागढ़ सीट आजसू के खाते में जाने के बाद से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए मलखान सिंह ने भी बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. मलखान सिंह ने कहा कि वे 24 अक्टूबर को नामांकन करेंगे. गणेश महली सरायकेला में चंपाई सोरेन के खिलाफ भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते रहे हैं.

मधुपुर के पूर्व विधायक राज पलिवार और पूर्व मंत्री बाटुल झा भी पार्टी के रवैये पर नाराज हैं. पूर्व मंत्री राज पलिवार ने सोशल मीडिया में लिखा है कि मधुपुर में उस भाजपा कार्यकर्ता को टिकट देना चाहिए था, जिसने सालों से बिना स्वार्थ खून-पसीने से पार्टी को सींचा है.यह बेहद दुखद है कि समर्पित कार्यकर्ता की जगह एक धनवान व्यक्ति को चुना गया. खबर है कि राज पलिवार जल्द बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते है. भाजपा नेता शिवशंकर सिंह ने भी पार्टी से बगावत कर दी है. शिवशंकर सिंह जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. शिवशंकर भाजपा से टिकट के बड़े दावेदार थे.

आजसू ने विधानसभा चुनाव के लिए किये प्रत्याशियों की घोषणा, जानिए किन्हें कहाँ से मिला टिकट...?

झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो की अध्यक्षता में 20 अक्टूबर को हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में नामों इन नामों को फाइनल किया गया।

 पार्टी ने आठों उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। जानिए पार्टी अध्यक्ष समेत सभी उम्मीदवारों के नाम कि कौन किस सीट से चुनाव लड़ रहा है।

उम्मीदवारों के नाम और उनकी विधानसभा सीट-

सिल्ली विधानसभा से आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो चुनाव लड़ने वाले हैं। इनके अलावा अन्य सातों नाम और उनकी विधानसभा सीटों के नाम इस प्रकार हैं। 

रामगढ़ से सुनीता चौधरी, 

लोहरदगा से नीरु शांति भगत, 

गोमिया से लम्बोदर महतो, 

जुगसलाई से रामचंद सहिस, 

माण्डू से निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो, 

ईचागढ़ से हरेलाल महतो

 पाकुड़ से अजहर इस्लाम

ये सभी प्रत्याशी एनडीए द्वारा आवंटित सीट से आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे चुनाव लड़ेंगे। आठ नामों की इस लिस्ट में दो सीटें एसटी हैं। इनके नाम लोहरदगा और जुगसलाई है।

2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन

ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) झारखंड की एक क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी है। इसको संस्थापित करने वाले नेता निर्मल महतो थे।

 अभी इसकी अध्यक्षता सुदेश कुमार महतो के हाथों में है। आपको बता दें कि इस पार्टी की स्थापना साल 1986 में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के बाद की गई थी। बीते विधानसभा चुनाव (2019) में आजसू ने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें से केवल 2 सीटों को ही जीत पाई थी। इनके नाम सुदेश महतो और सुनीता चौधरी थे। 

सुनीता चौधरी ने ये बाजी 2023 में हुए रामगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में मारी थी।

जेएलकेएम के आधा दर्जन कार्यकर्ताओं ने पार्टी से दिया इस्तीफा

धनबाद : जेएलकेएम (जयराम महतो) की पार्टी झारखण्ड लोकतान्त्रिक क्रान्तिकारी मोर्चा के केंद्रीय संगठन महासचिव शंकर महतो समेत सिंदरी विधानसभा क्षेत्र के आधा दर्जन कार्यकर्ताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं पद से इस्तीफा दे दिया है।

पार्टी के अंदर अंदरूनी विवाद के कारण यह इस्तीफा देने की बात सामने आ रही हैं, पिछले कुछ दिनों से कई लोग जयराम महतो का साथ छोड़ रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप हैं कि जिस मुद्दा और उद्देश्य को लेकर यह संघठन बनी उस से भटक गयी हैं जिसके कारण लोग इस्तीफा दे रहे हैं.

स्टेशन पर विधायक राज सिन्हा का हुआ जोरदार स्वागत


झारखंड डेस्क 

धनबाद :धनबाद विधानसभा क्षेत्र से टिकट देकर भाजपा ने राज सिन्हा पर फिर भरोसा जताया हैं, जिसके कारण भाजपा के उनके समर्थक कार्यकर्ता में ख़ुशी हैं.

इस बीच टिकट मिलने के बाद राज सिन्हा सोमवार को दिल्ली से धनबाद पहुँचे। धनबाद पहुँचने पर उनके समर्थकों ने स्टेशन पर जोरदार उनका जोरदार स्वागत किया। वही स्टेशन पर राज सिन्हा के समर्थकों ने फूल माला पहनाया और जिंदाबाद के नारे लगाए।

विदित हो कुछ लोग लोबिंग कर रहे थे कि राज सिन्हा को टिकट नहीं मिले. इसके लिए पिछले कुछ दिनों से लगतार सोशल मीडिया पर ब्यान बाजी चल रही थी. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने ऐसे लोगों को यह सन्देश दिया हैं कि पार्टी को कमजोर करने वाले लोगों के अनर्गल ब्यान को शीर्ष नेतृत्व बर्दास्त नहीं करेगी.

अब चुकी राज सिन्हा को पार्टी ने टिकट दे दिया तो अब कार्यकर्त्ता चुनावी तैयारी में जुट गए हैं.

झारखंड विंधानसभा चुनाव 2024: कल्पना सोरेन की भाजपा को खुली चुनौती,अगर भाजपा को हिम्मत है तो सरना धार्मिक कोड का समर्थन करे.


झारखंड डेस्क 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और राजनीतिक पार्टियां चुनावी अखाड़े में जमकर पसीना बहा रही हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से एक-दूसरे पर जमकर प्रहार किए जा रहे हैं.

इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने बीजेपी को चुनौती दी है कि अगर उसमें हिम्मत है तो वह सरना धार्मिक कोड का समर्थन करे. 

यही नहीं, उन्होंने बीजेपी को भर्ती नीति, आदिवासी अधिकारों और ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण का समर्थन करने को लेकर भी चुनौती दी है.

कल्पना सोरेन ने धनबाद जिले के टुंडी में रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी झूठे वादे करती है, जिसे झारखंड के लोग समझ गए हैं. इसके लिए भगवा पार्टी को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. जेएमएम विधायक का कहना है कि सीएम हेमंत सोरेन आदिवासियों, ओबीसी और महिलाओं के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करते आ रहे हैं.

दरअसल, झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री रहते हुए चंपई सोरेन सरना धर्म को लेकर आवाज उठा चुके हैं. यह राज्य की आदिवासी आबादी के बीच लंबे समय से लंबित और भावनात्मक मांग है. चंपई सोरेन अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. प्रकृति की पूजा पर केंद्रित सरना आदिवासी धर्म मुख्य रूप से झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल में आदिवासी समुदायों की ओर से मनाया जाता है. 

अभी इस धर्म को लेकर कोई अलग कोड नहीं था. केवल हिंदू, इस्लाम, ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के पास अपना खुद का कोड है. 2011 की जनगणना में लगभग 50 लाख लोगों ने अपना धर्म सरना के रूप में दर्ज किया था.

सरना धर्म क्या है?

झारखंड में आदिवासी खुद को एक अलग धार्मिक समूह से संबंधित मानते हैं और प्रकृति की पूजा करते हैं. सरना धर्म का पवित्र ग्रंथ जल, जंगल, जमीन है और इसके मानने वाले वन क्षेत्रों की रक्षा करने में विश्वास करते हैं. साथ ही पेड़ों और पहाड़ियों की पूजा करते हैं. सरना धर्म के लोग मूर्ति पूजा नहीं करते हैं, न ही वे वर्ण व्यवस्था, स्वर्ग-नरक आदि की अवधारणा का पालन करते हैं.

आदिवासियों की क्या रही है मांग?

आदिवासी कहते आए हैं कि वे अपने लिए एक अलग सरना धार्मिक कोड की लगातार मांग कर रहे हैं. इसके लिए वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य को पत्र भी लिख चुके हैं. झारखंड के मूल निवासी प्रकृति की पूजा करने वाले हैं और हिंदू, मुस्लिम या ईसाई नहीं हैं. कई सर्वे और रिपोर्ट में सामने आया था कि पूरे देश में 50 लाख से अधिक आदिवासी लोगों ने 2011 की जनगणना में अपना धर्म सरना बताया था, जबकि ये कोई कोड नहीं था.

झारखंड सरकार ने वर्ष 2025 के लिए छुट्टी का कैलेंडर आचार सहिंता के कारण राज्य्पाल के आदेश से किया घोषित

झारखंड डेस्क 

झारखंड सरकार ने वर्ष 2025 के लिए छुट्टी कैलेंडर घोषित कर दिया है। आचार संहिता के बीच राज्य कर्मियों की मिलने वाली छुट्टियां राज्यपाल के आदेश से जारी किए गए है। वर्ष 2025 में राजपत्रित अवकाश के रूप में सबसे पहले 26 फरवरी की महाशिवरात्रि की दी गई है।जबकि सरकारी कार्यालय में 14 जनवरी को वर्ष की पहली बंदी होगी। 

इन अवकाश में वर्ष भर में पड़ने वाले त्यौहार पर छुट्टी कलेंडर के अनुरूप राज्य कर्मी उसका उपभोग कर सकेंगे। इसमें राजपत्रित अवकाश, कार्यपालक आदेश के साथ तहत अवकाश की लिस्ट जारी की गई है।

चांद के दृष्टिगोचर के अनुरूप पड़ने वाले मुस्लिम त्यौहार के मामले में तिथि बदलने की अनुमान्यता दी गई है ताकि समय और तिथि की देखते हुए इसमें आवश्यक बदलाव किए जा सकेंगे। बैंक के वार्षिक बंदी की छुट्टी अलग से घोषित की गई है। 

यहां देखें लिस्ट...

चुनाव तिथि घोषणा के बाद गिरीडीह के छह विधानसभा सीटों पर अब नामांकन की तैयारी शुरू , 22 से शुरू होगा प्रत्याशियों का नामांकन

झारखंड डेस्क 

गिरिडीह : जिले के छह विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर नामांकन की तैयारी शुरू कर दी गयी है. राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के अलावा प्रशासनिक स्तर से भी आवश्यक तैयारी की जा रही है. 

छह विधानसभा सीटों के लिए अलग-अलग नामांकन केंद्र बनाये गये हैं. ये सभी केंद्र उन पदाधिकारियों के कार्यालयों में बनाया गया है, जिन्हें निर्वाची पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है. गिरिडीह समाहरणालय परिसर के अंदर गांडेय व जमुआ के लिए नामांकन केंद्र बनाये गये हैं. जबकि, गिरिडीह एसडीओ के कार्यालय में गिरिडीह विधानसभा का नामांकन होगा.

 इन सभी नामांकन केंद्रों के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी जा रही है. समाहरणालय और एसडीओ कार्यालय के आसपास बांस-बल्ले से बैरिकेडिंग की जायेगी. बैरियर भी लगाये जा रहे हैं.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: जेएमएम द्वारा तैयार की गई झारखंड विंधानसभा के उम्मीदवारों की सूची,जल्द होगी जारी

यूं तो इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारा को लेकर घटक दलों में रार जारी है।लेकिन इसके वाबजूद जो सोशल मीडिया पर झमुमो का फाइनल टिकट माना जा रहा है उसका सूची इस प्रकार है:.

1.राजमहल- एमटी राजा

2.बोरियो- हेमलाल मुर्मू

3.बरहेट- हेमंत सोरेन

4.लिट्टीपाड़ा- दिनेश विलियम मरांडी

5.महेशपुर- स्टीफन मरांडी 

6.शिकारीपाड़ा- आलोक सोरेन

7.नाला- रविंद्रनाथ महतो

8.दुमका- बसंत सोरेन

9.जामा- लुईस मरांडी

10.मधुपुर- हफीजुल हसन

11. सारठ- चुन्ना सिंह

12. गांडेय- कल्पना मुर्मू सोरेन

13. गिरिडीह- सुदिव्य सोनू

14. डुमरी- बेबी देवी

15. गोमिया- योगेंद्र महतो

16. चंदनक्यारी- उमाकांत रजक

17. टुंडी - मथुरा महतो

18. बहरागोड़ा- समीर मोहंती या अन्य 

19. घाटशिला- रामदास सोरेन

20. पोटका- संजीब सरदार

21. जुगसलाई- मंगल कालिंदी

22. सरायकेला- गणेश महली या बास्को बेसरा

23. चाईबासा- दीपक बिरुआ

24. मनोहरपुर- जगत मांझी

25. मंझगांव- नीरल पुर्ति

26. चक्रधरपुर- सुखराम उरांव

27. खरसावां- दशरथ गगराई

28. तमाड़- विकास मुंडा

29. तोरपा- सुदीप गुड़िया

30. खूंटी- अमरनाथ मुंडा (संभावित)

31. रांची- महुआ माजी

32. सिसई- जिग्गा सुशरन होरो

33. गुमला-भूषण तिर्की

34. विशुनपुर- चमरा लिंडा

35. लातेहार- बैजनाथ राम

36. गढ़वा- मिथिलेश ठाकुर

37. जमुआ- केदार हाजरा

38. भवनाथपुर- अनंत प्रताप देव

39. सिमरिया- मनोज चंद्रा

40. सिल्ली- अमित महतो

41. ईचागढ़- सविता महतो या उनकी बेटी स्नेहा महतो

झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 12 महिला प्रत्याशी को उतरा चुनावी समर में जानिए कौन है कहाँ से...?

* झा.डेस्क भाजपा ने शनिवार को अपने 66 उम्मीदवारों की घोषणा की जिसमे 12 महिलाएं हैं. कुछ पहले से राजनीति में रहीं हैं, तो कुछ नई महिलाओं को राजनीति में कदम रखने और विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है. *ये 12 महिलायें होगी भाजपा की ओर से मैदान में.....!* उम्मीदवार का नाम विधानसभा क्षेत्र का नाम सीता सोरेन जामताड़ा नीरा यादव कोडरमा डॉ मंजू देवी जमुआ (एससी) मुनिया देवी गांडेय तारा देवी सिंदरी अपर्णा सेनगुप्ता निरसा रागिनी सिंह झरिया मीरा मुंडा पोटका(एसटी) पूर्णिमा दास साहू जमशेदपुर पूर्वी गीता बलमुचू चाईबासा (एसटी) गीता कोड़ा जगन्नाथपुर (एसटी) पुष्पा देवी भुइयां छतरपुर (एससी) *कई महिलाएं पूर्व में भी रह चुकी है विधायक* सीता सोरेन, डॉ नीरा यादव, डॉ मंजू देवी, मुनिया देवी, तारा देवी, अपर्णा सेनगुप्ता, रागिनी सिंह, मीरा मुंडा, पूर्णिमा दास साहू, गीता बलमुचू, गीता कोड़ा और पुष्पा देवी भुइयां इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. इसमें सीता सोरेन, डॉ नीरा यादव, अपर्णा सेनगुप्ता, गीता कोड़ा पहले विधायक रह चुकीं हैं. *सीता सोरेन जामताड़ा से लड़ेंगी इस बाऱ चुनाव* सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं हैं. उन्होंने दुमका से लोकसभा का भी चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था. जामा की विधायक रहीं सीता सोरेन को इस बार भाजपा ने जामताड़ा से टिकट दिया है. *पूर्व मंत्री डॉ नीरा यादव भी रह चुकी है मंत्री* कोडरमा की विधायक डॉ नीरा यादव को फिर से विधानसभा का टिकट मिला है. वह झारखंड की शिक्षा मंत्री रह चुकीं हैं. वर्तमान में कोडरमा की विधायक हैं. जमुआ से डॉ मंजू देवी को टिकट मिला है, तो गांडेय से मुनिया देवी चुनाव लड़ेंगी. इंद्रजीत महतो की पत्नी पहली बार लड़ेंगी विधानसभा का चुनाव सिंदरी विधानसभा के विधायक इंद्रजीत महतो लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. उनकी जगह उनकी पत्नी तारा देवी को इस बार चुनाव लड़ने का मौका मिला है. निरसा की विधायक अपर्णा सेन को एक बार फिर भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है. अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा भी मैदान में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा भी इस बार चुनाव के मैदान में उतरीं हैं. भाजपा ने उन्हें पोटका विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. रघुवर दास की पुत्रवधु जमशेदपुर पूर्वी से उम्मीदवार जमशेदपुर के एक और कद्दावर भाजपा नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री की पुत्रवधु को झारखंड विधानसभा चुनाव का टिकट मिल गया है. रघुवर दास की पुत्रवधु पूर्णिमा दास साहू अपने ससुर की विरासत को आगे बढ़ाएंगी. भाजपा ने उन्हें जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है. *गीता कोड़ा लड़ेंगी विधानसभा चुनाव* झारखंड के एक और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को भाजपा ने जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया है. गीता कोड़ा इसके पहले झारखंड विधानसभा और लोकसभा की सदस्य रह चुकीं हैं. लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा ने उन्हें सिंहभूम से लोकसभा का टिकट दिया. चुनाव हारने के बाद अब उनको जगन्नाथपुर से विधानसभा का टिकट दिया गया है. *इन महिलाओं को भी भाजपा ने बनाया अपना प्रत्याशी* धनबाद के सिंह मैनसन की uपुत्रवधु और भाजपा नेता रागिनी सिंह को झरिया से, गीता बलमुचू को चाईबासा से, तो पुष्पा देवी भुइयां को छतरपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका भाजपा ने दिया है.
भाजपा द्वारा टिकट की लिस्ट जारी करते हीं पार्टी के अंदर विरोध, पोटका के विधयाक मेनका सरदार के जगह मीरा मुंडा को टिकट दिए जाने से नाराज मेनका ने

झा. डेस्क भाजपा द्वार झारखंड में 66 विधायकों के लिस्ट जारी करने के बाद से ही पार्टी के नेताओं में नाराजगी का दौर भी शुरू हो गया है. प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के बाद ही पोटका से बीजेपी की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने इस्तीफा दे दिया. अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं. मेनका सरदार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट पोटका से तीन बार विधायक रह चुकी हैं. उन्होंने पोटका विधानसभा सीट पर साल 2000, 2009 और 2014 में चुनाव जीता था. मेनका सरदार के नाराजगी की वजह भी सामने आ रही है. माना जा रहा है कि वह मारी मुंडा के प्रत्याशी बनाए जाने से खफा हैं. हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को दिए गए इस्तीफे में उन्होंने अपनी नाराजगी का जिक्र नहीं किया है. अब माना जा रहा है कि मेनका निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं. इस पर भी अभी तक उनकी तरफ से आधिकारिक बयान नहीं आया है. मात्र 25 शब्दों में दिया इस्तीफा मेनका सरदार ने बीजेपी आलाकमान को जो इस्तीफा दिया है, उसमें ज्यादा कुछ न लिखते हुए बस इतना लिखा है, "मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही तमाम पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देती हूं. कृपया स्वीकार करने का कष्ट करेंगे. सधन्यवद, मेनका सरदार. पूर्व विधायक पोटका." मीरा मुंडा को पोटका से मिला टिकट झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जो कैंडिडेट लिस्ट जारी की है, उसमें 66 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है. इस लिस्ट में चंपाई सोरेन और बाबूलाल मरांडी आदि की सीट का ऐलान हो गया है. वहीं, अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका से टिकट दिया गया है. मेनका सरदार इसी बात से नाराज बताई जा रही हैं. कब हैं झारखंड विधानसभा चुनाव? चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के अनुसार, झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न कराए जाएंगे. झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 43 पर पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को होगा. वहीं, दूसरा चरण 20 नवंबर को 38 सीटों पर कराया जाएगा. इसके बाद 23 नवंबर को मतगणना के बाद राज्य में नई सरकार का ऐलान हो जाएगा.