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पाकिस्तान ने 1348 दिन बाद घरेलू जमीन पर टेस्ट मैच जीता, इंग्लैंड को 152 रन से हराया"

पाकिस्तान की टीम को आखिरकार जीत नसीब हो ही गई. घरेलू जमीन पर टेस्ट मैच जीतने का उसका इंतजार आखिर थम गया. बाबर आजम को जिस मैच में पाकिस्तान ने बाहर किया, उसी में उसने 152 रन से बड़ी जीत दर्ज की. मुल्तान में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को सिर्फ 4 दिन में चित कर दिया. पाकिस्तान की इस जीत में हीरो उसके स्पिनर रहे, जिन्होंने सभी 20 विकेट अपने नाम किए. इस शानदार जीत के साथ पाकिस्तान के 1338 दिन से चले आ रहे इंतजार पर भी विराम लग गया.

पाकिस्तानी स्पिनर्स का कमाल, 4 दिन में इंग्लैंड चित

मुल्तान में खेले दूसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 297 रन का लक्ष्य रखा था. इस लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने मुल्तान की पिच पर पाकिस्तानी स्पिनरों के सामने सरेंडर कर दिया. अकेले नोमान अली ही इंग्लैंड के 8 बल्लेबाजों पर भारी पड़ गए. नतीजा ये हुआ कि पूरी टीम मिलकर 150 रन भी नहीं बना सकी. लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 144 रन ही बना सकी और मुकाबला हार गई.

मुल्तान में कैसे जीत की ओर बढ़ा पाकिस्तान?

मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी की थी. उसने अपनी पहली पारी में बाबर आजम की जगह लेने और टीम में डेब्यू करने वाले बल्लेबाज कामरान गुलाम के शतक के दम पर 366 रन बनाए. कामरान गुलाम ने 118 रन की पारी खेली. इसके बाद इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 291 रन का स्कोर खड़ा किया. पाकिस्तान के लिए सलमान आगा ने दूसरी पारी में 63 रन बनाए. पाकिस्तान की दूसरी पारी 221 रन पर खत्म हुई. इस तरह इंग्लैंड को 297 रन का लक्ष्य मिला.

नोमान और साजिद की फिरकी इंग्लैंड समझ नहीं पाया

इंग्लैंड के पास 297 रन के लक्ष्य को हासिल करने का पूरा समय था, लेकिन, समय होने के बावजूद वो मंजिल तक नहीं पहुंच सके क्योंकि पाकिस्तानी स्पिनरों का बुना माया जाल उनकी समझ से बाहर रहा. नोमान अली और साजिद खान ने मिलकर दोनों पारियों में इंग्लैंड के बल्लेबाजों की नाक में दम कर दिया. पहली पारी में साजिद खान ने 7 विकेट और नोमान अली ने 3 विकेट लिए तो दूसरी पारी में नोमान अली ने 8 विकेट जबकि साजिद ने 2 विकेट अपने नाम किए. यानी 20 में से 11 विकेट नोमान अली ने अपने नाम किए तो वहीं 9 विकेट साजिद खान ने झटके.

1348 दिन का इंतजार खत्म

मुल्तान में खेला पहला टेस्ट इंग्लैंड ने जीता था. वहीं दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हरा दिया. इसी के साथ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ खड़ी हो गया है. मुल्तान में खेला दूसरा टेस्ट जीतकर पाकिस्तान ने घरेलू जमीन पर 1348 दिन से टेस्ट मैच ना जीत पाने का अपना इंतजार भी खत्म किया. उसने आखिरी टेस्ट घरेलू जमीन पर फरवरी 2021 में जीता था.

बेंगलुरु टेस्ट: रोहित शर्मा का एक फैसला पलट सकता है 36 साल का इतिहास

बेंगलुरु टेस्ट में पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और दूसरे दिन के खेल में टीम इंडिया घरेलू जमीन पर बनाए अपने सबसे लोएस्ट टोटल 46 रन पर ढेर हो गई. ऐसे में सवाल ये है कि क्या रोहित शर्मा का उठाया एक कदम 36 साल का इतिहास पलट सकता है. क्योंकि, आसार तो इसी के जगे दिख रहे हैं. और, अगर ऐसा हो गया तो फिर हेड कोच गंभीर के लिए ये कभी ना भूला सकने वाला टेस्ट मैच साबित हो सकता है. अब आप सोच रहे होंगे कि रोहित शर्मा का उठाया कदम क्या है? और, क्या है उसका 36 साल के इतिहास से कनेक्शन?

रोहित शर्मा ने उठाया कौन सा कदम?

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के उठाए कदम से यहां मतलब उनके टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से है. भारतीय कप्तान के उस फैसले का ही नतीजा रहा कि टीम 46 रन पर लुढ़क गई. दूसरे दिन के खेल के बाद रोहित शर्मा ने अपनी गलती मानते हुए कहा भी कि उनसे पिच को पढ़ने में चूक हुई. उन्होंने टॉस जीतकर गलत फैसला कर लिया.

रोहित का कदम पलट सकता है 36 साल का इतिहास

इसमें कोई दो राय नहीं कि टॉस जीतकर रोहित शर्मा का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला टीम इंडिया के लिए आत्मघाती रहा. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेने जैसा रहा. उनके उसी फैसले ने अब 36 साल के इतिहास को पलटने की उम्मीद जगा दी है. यहां 36 साल के इतिहास से मतलब न्यूजीलैंड के भारत में टेस्ट मैच जीतने से है.

न्यूजीलैंड ने भारतीय जमीन पर आखिरी बार टेस्ट मैच 36 साल पहले यानी 1988 में जीता था. वो मुकाबला मुंबई के वानखेड़े मैदान पर खेला गया था. उसके बाद कीवी टीम भारत में एक टेस्ट मैच जीतने को तरस रही है. अब जिस तरह से उसने बेंगलुरु टेस्ट को मजबूती से जकड़ा है, उसे देखकर लगता है कि रोहित शर्मा के उठाए कदम के चलते 36 साल का इतिहास पलट सकता है. मतलब, न्यूजीलैंड जीत सकती है.

गौतम गंभीर नहीं भूल सकते फिर ये टेस्ट मैच!

अब एक तो अपने ही देश की जमीन पर टेस्ट मैच में 46 रन पर लुढ़कने का रिकॉर्ड बना. अब ऊपर से 36 साल बाद भारत में न्यूजीलैंड ने टेस्ट मैच भी जीत लिया तो हेड कोच गौतम गंभीर की कोचिंग में वो सब होता दिखेगा, जो पहले नहीं दिख रहा था. जाहिर है कि अगर ऐसा हुआ तो गौतम गंभीर के कोचिंग करियर में कभी ना भूला पाने जैसा होगा बेंगलुरु टेस्ट.

बहरहाल, टीम इंडिया के पास अभी भी एक पारी है. बेंगलुरु टेस्ट मेंं अभी काफी खेल भी बचा है. और, सबसे बड़ी बात की क्रिकेट अनिश्चताओं का खेल है. हो सकता है कि टीम इंडिया ये टेस्ट मैच बचा भी ले. लेकिन, ताजा समीकरण में जो दिख रहा है, उसके मुताबिक इतिहास पलटने का पलड़ा ज्यादा भारी है.

भारत vs न्यूजीलैंड: टीम इंडिया की शर्मनाक हार के बाद रोहित शर्मा ने दी बड़ी प्रतिक्रिया

बेंगलुरु में गुरुवार 17 अक्टूबर की सुबह जो हुआ, उसे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए याद रखा जाएगा. टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के हाथों पहली पारी में ऐसी जिल्लत झेलनी पड़ी, जिसका जरा भी अंदाजा शायद ही कभी किसी ने लगाया होगा. पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया पहली पारी में सिर्फ 46 रन पर ढेर हो गई. उसके बल्लेबाजों ने पूरी तरह सरेंडर कर दिया. टीम इंडिया की इस हालत के लिए अब खुद कप्तान रोहित शर्मा ने जिम्मेदारी ली है और माना कि उनका एक फैसला गलत साबित हुआ. दिन का खेल खत्म होने के बाद कप्तान रोहित ने माना कि उन्होंने पिच को समझने में गलती की, जिसके कारण टीम इंडिया का ये हाल हुआ.

चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच का पहला दिन तो पूरी तरह बारिश से धुल गया था. फिर दूसरे दिन सुबह भी स्थिति बारिश वाली ही बनी थी लेकिन फिर भी मुकाबला शुरू हुआ और यहां भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीत लिया लेकिन सबको चौंकाते हुए पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. जल्द ही इसका असर दिखा और टीम इंडिया दूसरे सेशन की शुरुआत में ही सिर्फ 46 रन पर ढेर हो गई. टॉप ऑर्डर के 4 बल्लेबाज अपना खाता तक नहीं खोल सके. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने कहर से भारत के धुरंधर बल्लेबाज ढेर हो गए.

पिच पढ़ने में हुई बड़ी गलती

टॉस के बाद से ही लगातार ये सवाल उठ रहे थे कि टीम इंडिया ने पहले बॉलिंग क्यों नहीं चुनी? पूरे दिन भर सोशल मीडिया पर भी फैंस यही चर्चा करते रहे. आखिर दिन का खेल खत्म होने के बाद कप्तान रोहित खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए और उनके सामने पत्रकारों ने ये सवाल रख दिया. रोहित ने बिना कोई बहाना बनाए सीधे मान लिया कि उन्होंने पिच को पढ़ने में गलती की. भारतीय कप्तान ने कहा कि उन्हें लगा था कि पिच फ्लैट होगी, क्योंकि उसमें ज्यादा घास नहीं दिख रही थी और इसलिए ही उन्होंने पहले बैटिंग का फैसला किया.

रोहित ने कहा कि उनकी इस गलती के कारण टीम इस हाल में फंसी है. उन्होंने टीम के 46 रन पर ऑल आउट होने को दिल दुखाने वाला कहा क्योंकि उनकी गलती के कारण ऐसा हुआ था. रोहित ने हालांकि ये भी कहा कि पूरे साल में एक या दो गलती फिर भी चलती है.

इस वजह से नहीं लिया तीसरा पेसर

वहीं पिछली टेस्ट सीरीज में 3 तेज गेंदबाजों के साथ उतरने के बाद इस मुकाबले में सिर्फ 2 पेसर शामिल करने के फैसले पर रोहित ने कहा कि स्पिनर कुलदीप यादव को इसलिए शामिल किया गया था क्योंकि पिच फ्लैट नजर आ रही थी और ऐसी पिच पर वो विकेट लेने में माहिर हैं. लेकिन सारे दांव उल्टे पड़ गए और न्यूजीलैंड ने सिर्फ 3 विकेट खोकर 180 रन बना लिए. हालांकि कुलदीप को एक विकेट जरूर मिला लेकिन कीवी बल्लेबाजों ने उन पर अटैक भी किया और 4.75 की औसत से रन बटोरे.

न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को दिया बड़ा झटका, पहले 10 ओवर में गिरे 3 विकेट

बेंगलुरू टेस्ट के दूसरे दिन बारिश रुकी तो खेल शुरू हुआ और लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने खतरनाक गेंदों की बरसात कर दी. न्यूजीलैंड ने पहले 10 ओवर इतने बेहतरीन फेंके कि टीम इंडिया का बुरा हाल हो गया और उसके फैंस को 18 साल बाद ऐसा दिन देखना पड़ा.

 टीम इंडिया ने बेंगलुरू टेस्ट के पहले 10 ओवर में सिर्फ 12 रन बनाए और उसके 3 विकेट भी गिर गए. ये टीम इंडिया का पिछले 18 सालों में अपने घर पर पहले 10 ओवर में सबसे कम स्कोर है. इससे पहले साल 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में पहले 10 ओवर में 10 रन ही बनाए थे और उसका एक विकेट गिरा था. मतलब पिछले 23 सालों में टीम इंडिया के साथ अपने घर पर दूसरी बार इतना बुरा हाल हुआ है.

टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर ढेर

बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में पहले 10 ओवर में ही टीम इंडिया के तीन टॉप बल्लेबाज आउट हो गए. सबसे पहले कप्तान रोहित शर्मा का विकेट निकला. वो 2 रन बनाकर टिम साउदी की गेंद पर बोल्ड हुए. इसके बाद विराट कोहली ने विलियम ओरौर्के को अपना विकेट दिया. विराट तो खाता भी नहीं खोल पाए. इसके बाद सरफराज खान का भी यही हाल हुआ. ईरानी कप में दोहरा शतक जमाने वाले सरफराज खान तीसरी गेंद पर खाता खोले बिना आउट हो गए. उनका विकेट मैट हैनरी ने झटका.

टीम इंडिया का इतना बुरा हाल कैसे हुआ?

अब सवाल ये है कि टीम इंडिया का इतना बुरा हाल कैसे हुआ? क्या भारतीय बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेले या न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने कमाल गेंदबाजी की. वैसे सच बात ये है कि इसमें पिच का बेहद अहम रोल रहा . बेंगलुरु में पिछले दो दिन से बारिश हो रही थी और पिच को कवर्स से ढका गया था. इसके बावजूद टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी. पिच की नमी से गेंदबाजों को फायदा मिला और उन्हें एक्स्ट्रा बाउंस हासिल हुआ. इसके बाद न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने अपनी लेंग्थ एडजस्ट कर टीम इंडिया पर शॉर्ट बॉल से हमला किया और नतीजा न्यूजीलैंड ने टॉप ऑर्डर को धराशायी कर दिया.

विराट कोहली ने तोड़ा धोनी का रिकॉर्ड, बने भारत के लिए सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने वाले खिलाड़ी

विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में एमएस धोनी का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया है. टॉस जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने जैसे ही प्लेइंग इलेवन का ऐलान किया, उसी के साथ विराट कोहली के नाम भी एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई. अब आप सोच रहे होंगे कि भारतीय प्लेइंग इलेवन के ऐलान का विराट कोहली के बनाए रिकॉर्ड से क्या लेना-देना? दरअसल, इसका कनेक्शन ये है कि अगर विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं होते तो वो धोनी के रिकॉर्ड को बेंगलुरु में नहीं तोड़ पाते. कोहली ने बेंगलुरु में धोनी का जो रिकॉर्ड तोड़ा है वो भारत के लिए सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने वाले खिलाड़ी से जुड़ा है.

विराट ने तोड़ा धोनी का बड़ा रिकॉर्ड

भारत के लिए सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर का है, जिन्होंने अपने करियर में 664 मैच खेले. उसके बाद 535 मैचों के साथ एमएस धोनी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर थे. लेकिन, न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए मैदान पर उतरते ही विराट कोहली ने धोनी को तीसरे नंबर पर धकेल दिया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेला जा रहा पहला टेस्ट विराट कोहली के करियर का 536वां इंटरनेशनल मैच है.

टॉप 5 में रोहित शर्मा का भी नाम

सचिन, विराट और धोनी के अलावा राहुल द्रविड़ एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 500 या उससे ज्यादा इंटरनेशनल मैच भारत के लिए खेले हैं. भारत के लिए 504 इंटरनेशनल मैच खेलकर द्रविड़ चौथे स्थान पर हैं. वहीं टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट उनके करियर का 486वां इंटरनेशनल मैच है. रोहित शर्मा सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों में 5वें स्थान पर हैं.

बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में विराट कोहली नाकाम

न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में धोनी को सबसे ज्यादा मैच खेलने के मामले में पीछे करने वाले विराट कोहली के प्रदर्शन की बात करें तो वो 9 गेंदों का सामना करने के बाद खाता भी नहीं खोल पाए. लंबे समय के बाद नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने उतरे विराट का प्रदर्शन एक बार फिर से खराब रहा.

मोहम्मद शमी के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी को सोशल मीडिया पर मिली धमकी,पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी को धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है. बरेली के रहने वाले युवक ने उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर धमकी देते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया है. पीड़ित कोच ने मामले की शिकायत पुलिस से की है. डीआईजी के आदेश पर मुरादाबाद सिविल लाइंस थाने पर पुलिस ने धमकी देने वाले आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

धमकी देने वाला युवक बरेली का रहने वाला है. वह पीड़ित कोच का शिष्य रह चुका है. उसने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर उनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वीडियो जारी कर कोच के खिलाफ अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया गया. उन्होंने इसकी शिकायत डीआईजी से की. उनका कहना है कि उनके खिलाफ गलत व्यवहार करने वाले युवक पर कानूनी कार्रवाई की जाए. मोहम्मद शमी के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी मुरादाबाद की जिगर कॉलोनी में रहते हैं.

बरेली के युवक ने दी धमकी

पीड़ित कोच ने बताया कि करीब 10 साल पहले उनके पास बरेली के इज्जतनगर निवासी दीपक चौहान प्रैक्टिस करता था. 2017 में जब वह TMU में थे तब दीपक उनका शिष्य हुआ करता था. उन्होंने बताया कि वह कुछ गलत आदतों में लगा हुआ था. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उनके पास दीपक का फोन आया था. सब कुछ नोर्मल था और ठीक-ठाक बात हुई. 6 अक्टूबर को अचानक उसकी पोस्ट देखी तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ. उन्होंनेबताया कि दीपक चौहान ने उनके खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए धमकी दी.

शिकायत पर पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज

पीड़ित कोच बदरउद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि उन्हें कभी ऐसा अंदाजा नहीं था दीपक मुझे लेकर इस तरीके की बात करेगा. जब उन्होंने यह वीडियो सोशल मीडिया पर देखी तो उन्हें बहुत बुरा लगा. इसकी शिकायत पुलिस से की है. दीपक ने उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की है. उनकी शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस अधीक्षक नगर कुंवर रणविजय सिंह ने बताया कि क्रिकेट कोच की शिकायत पर धमकी देने वाले युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

शमी की चोट ने बढ़ाई टीम इंडिया की चिंता, रोहित शर्मा ने कहा - ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना मुश्किल

हाल ही में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को दोबारा चोट लगने की खबर सामने आई थी जिसे इस खिलाड़ी ने सिरे से नकार दिया था लेकिन अब टीम इंडिया के कप्तान ने ही शमी को गलत बता दिया है. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि रोहित शर्मा ने बेंगलुरू में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मोहम्मद शमी का घुटना पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है और उनकी चोट इतनी ज्यादा है कि इस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ले जाना बेहद मुश्किल है.

रोहित शर्मा ने खोली शमी की पोल

रोहित शर्मा ने शमी की पोल खोलते हुए कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शमी पर फैसला लेना बेहद मुश्किल है. उन्हें एक और झटका लगा है और उनके घुटने में सूझन है. अब उन्हें दोबारा से शुरुआत करनी पड़ रही है. शमी एनसीए में डॉक्टर और फीजियो के साथ हैं. हम चोटिल शमी को ऑस्ट्रेलिया नहीं ले जाना चाहते.’ रोहित शर्मा का ये बयान साबित करता है कि मोहम्मद शमी ने हाल ही में जिस रिपोर्ट का खंडन किया था वो कहीं ना कहीं सच है.

शमी ने क्या कहा था?

सोशल मीडिया पर जब शमी को दोबारा चोट लगने की खबर फैली थी तो इस गेंदबाज ने लिखा था कि इस तरह की बेबुनियाद अफवाहें क्यों फैलाई जा रही हैं.वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं और ठीक होने के लिए बेस्ट कोशिश कर रहे हैं. शमी ने कहा कि बीसीसीआई और मैंने नहीं कहा है कि मैं बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से बाहर हूं. शमी ने फैंस से अपील की थी कि वो इस तरह की खबरों पर ध्यान ना दें. लेकिन सवाल ये है कि अगर वो खबर गलत थी तो रोहित शर्मा का ये बयान भी गलत है? क्या कप्तान अपने खिलाड़ी के बारे में झूठ बोल रहा है? अब इस खबर का जवाब शमी क्या देते हैं ये देखने वाली बात होगी.

शमी को कब लगी थी चोट

मोहम्मद शमी को वर्ल्ड कप 2023 के दौरान चोट लगी थी. वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से शमी ने कोई मैच नहीं खेला है. उनकी सर्जरी भी हुई और अब जब उनके मैदान में वापस लौटने का समय आया तो ऐसी खबरें हैं कि वो दोबारा चोटिल हो गए हैं. शमी अगर ठीक हो जाते हैं तो टीम इंडिया के लिए इससे अच्छी बात नहीं है लेकिन अगर ये खिलाड़ी बाहर होता है तो भारतीय टीम के लिए ये निश्चित तौर पर चिंता का विषय है.

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024: न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को हराया, भारत सेमीफाइनल की रेस से बाहर

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 का 19वां मैच न्यूजीलैंड और पाकिस्तान की टीमों के बीच खेला गया. ये मैच ग्रुप ए की टीमों के लिए सेमीफाइनल की रेस को देखते हुए काफी अहम था, जिसमें टीम इंडिया भी शामिल थी. लेकिन इस मैच में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा, जिसके चलते पाकिस्तान के साथ-साथ भारतीय टीम भी सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो गई. इसी के साथ ग्रुप ए से ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है.

न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को हराया

दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मैच पर टीम इंडिया की भी नजर थी. दरअसल, इस मुकाबले में पाकिस्तान की जीत टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचा सकती थी. वहीं, पाकिस्तान अगर बड़े अंतर से जीतती तो वह खुद भी सेमीफाइनल में अपनी जगह बना सकती थी. लेकिन पाकिस्तान की टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा, जिसके चलते 4 मैचों में 3 जीत के साथ न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया. दूसरी ओर टीम इंडिया ने प्वॉइंट्स टेबल में तीसरे और पाकिस्तान चौथे स्थान पर रहीं.

टीम इंडिया इस बार टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ग्रुप स्टेज के दौरान 4 मैचों से दो मैच ही जीत सकी. उसे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. वहीं, पाकिस्तान की टीम 4 मैचों में से सिर्फ 1 मैच में ही बाजी मार सकी. उसने श्रीलंका को हराया, इसके अलावा उसे बाकी सभी टीमों के खिलाफ हार झेलनी पड़ी. इसी के साथ टीम इंडिया का एक बार भी आईसीसी ट्ऱॉफी जीतने का सपना टूट गया.

111 रन का टारगेट चेज नहीं कर सकी पाकिस्तान

न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. लेकिन पाकिस्तान ने इस मुकाबले में काफी अच्छी गेंदबाजी की. बाएं हाथ की स्पिनर नासरा संधू की अगुआई में फिरकी गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन किया और न्यूजीलैंड को छह विकेट पर 110 रन के स्कोर पर रोक दिया. संधू ने 18 रन पर तीन विकेट हासिल किए. वहीं, ओमाइमा सोहेल को 1 सफलता मिली. हालांकि बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहीं. पाकिस्तान ने अपने शुरुआती 5 विकेट 28 रन ही गंवा दिए, जिसके चलते वह इस टारगेट को चेज नहीं कर सकी. पाकिस्तान की टीम 11.4 ओवर में ही 56 रन बनाकर ऑल आउट हो गई.

बीसीसीआई का बड़ा फैसला: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से हटाया गया इम्पैक्ट प्लेयर नियम

आईपीएल के पिछले सीजन के दौरान इम्पैक्ट प्लेयर का रूल काफी विवादों में रहा था. कई बड़े खिलाड़ियों ने इस नियम के खिलाफ बयान दिए थे. हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीजन में ये नियम जारी रहेगा. इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है. बीसीसीआई ने एक घरेलू टूर्नामेंट से इम्पैक्ट प्लेयर का रूल हटाने का फैसला लिया है. बता दें, ये वही टूर्नामेंट है जहां से बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर के रूल की शुरुआत की थी.

BCCI ने हटाया इम्पैक्ट प्लेयर का रूल

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटा दिया है. सैयद मुश्ताक अली की शुरुआत 23 नवंबर से होने जा रही है, जो 15 दिसंबर तक खेली जाएगी. बीसीसीआई ने राज्य संघ को एक संदेश के जरिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम के फैसले की पुष्टि की है. बीसीसीआई ने कहा, ‘कृपया ध्यान दें कि बीसीसीआई ने मौजूदा सीजन के लिए इम्पैक्ट प्लेयर के प्रावधान को हटाने का फैसला किया है.’ वहीं, हाल ही में बीसीसीआई ने आईपीएल फ्रेंचाइजियों को सूचित किया कि आईपीएल के आगामी सीजन के लिए इस नियम को बरकरार रखा जाएगा.

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से ही हुई थी नियम की शुरुआत

इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल सबसे पहले मुश्ताक अली ट्रॉफी में किया गया था. इसके बाद आईपीएल 2023 में इसकी एंट्री हुई थी. इस नियम के तहत मैच के दौरान प्लेइंग-11 में से किसी एक प्लेयर को बाहर कर, उसकी जगह नया खिलाड़ी शामिल किया जा सकता है. यानी एक टीम 12 खिलाड़ियों का इस्तेमाल कर सकती है. इम्पैक्ट प्लेयर नियम के मुताबिक, टॉस के बाद दोनों टीमों को अपने प्लेइंग इलेवन के अलावा इम्पैक्ट खिलाड़ियों का नाम देना होता है, जिनमें से एक का वह बतौर इम्पैक्ट प्लेयर इस्तेमाल करना चाहते हैं. यह खिलाड़ी मैच में किसी भी समय प्लेइंग 11 में किसी किसी भी खिलाड़ी की जगह शामिल हो सकता है.

तिलक वर्मा की कप्तानी में उतरेगी इंडिया ए: एमर्जिंग एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ होगा पहला मैच,जाने कब है मैच

क्रिकेट के मैदान पर भारत-पाकिस्तान का एक और घमासान देखने के लिए तैयार हो जाएं. बिसात बिछ चुकी है और महामुकाबले की तारीख भी तय हो चुकी है. दोनों चिर प्रतिद्वन्दियों में ये भिड़ंत महिला T20 वर्ल्ड कप के बीच ओमान की सरजमीं पर होगी. ये मुकाबला ना तो महिला टीमों का होगा और ना ही भारत-पाकिस्तान की सीनियर टीमों के बीच. बल्कि एमर्जिंग एशिया कप में ये मुकाबला इंडिया ए और पाकिस्तान ए के बीच खेला जाएगा.

19 अक्टूबर को एमर्जिंग एशिया कप में मैच

एमर्जिंग एशिया कप 2024 का आयोजन T20 फॉर्मेट में होगा, जिसमें भारत और पाकिस्तान की टीमों की टक्कर 19 अक्टूबर को होगी. ये महामुकाबला मस्कट के ओमान क्रिकेट एकेडमी ग्राउंड पर खेला जाएगा. एमर्जिंग एशिया कप की शुरुआत 18 अक्टूबर से हो रही है. लेकिन, भारतीय टीम इसमें अपने अभियान का आगाज 19 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ ही करती दिखेगी. पाकिस्तान का भी ये टूर्नामेंट में पहला मैच होगा.

तिलक वर्मा की कप्तानी में उतरेगी इंडिया ए

एमर्जिंग एशिया कप के लिए इंडिया ए की कप्तानी तिलक वर्मा करते दिखेंगे, जिनके पास इंटरनेशनल क्रिकेट में 4 वनडे और 16 T20I का अनुभव है. वहीं तिलक वर्मा के डिप्टी यानी उप कप्तान का रोल अभिषेक शर्मा निभाते दिखेंगे. इसके अलावा राहुल चाहर एक ऐसे खिलाड़ी होंगे, जिनके पास इंटरनेशनल अनुभव होगा.

इन तीनों भारतीय खिलाड़ी के अलावा बाकी खिलाड़ियों के पास IPL खेलने का अनुभव है, जिनमें आयुष बडोनी, रमनदीप सिंह, प्रभसिमरन सिंह, नेहाल वडेरा, अनुज रावत, ऋतिक शौकीन, साईं किशोर, रासिक सलाम, वैभव अरोड़ा और आकिब खान जैसे नाम शामिल हैं.

पहली बार T20 फॉर्मेट में टूर्नामेंट

भारत और पाकिस्तान को टूर्नामेंट के ग्रुप ए में रखा गया है. इन दोनों के अलावा UAE और ओमान की टीम भी इसी ग्रुप का हिस्सा है. ये पहली बार है जब एमर्जिंग एशिया कप T20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है. इससे पहले खेले 5 एडिशन 50 ओवर फॉर्मेट में खेले गए.

भारत ने 2013 में एमर्जिंग एशिया कप का पहला एडिशन जीता था. वहीं, पाकिस्तान पिछले दो बार से इस टूर्नामेंट का विजेता है. पाकिस्तान ए ने पिछली बार फाइनल में इंडिया ए को हराकर खिताब जीता था. इस बार इंडिया ए के पास बदले का मौका है, जिसकी शुरुआत वो पाकिस्तान ए का आगाज खराब करके कर सकता है.