*डीएम की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति व विशेष संचारी रोग नियंत्रण, दस्तक एवं डेंगू नियंत्रण अभियान की समीक्षा*
विश्वनाथ प्रताप सिंह
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ की अध्यक्षता में शनिवार को संगम सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय, 01 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण, दस्तक एवं डेंगू नियंत्रण अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण, दस्तक एवं डेंगू नियंत्रण अभियान की समीक्षा करते हुए समस्त विभागों को समन्वय बनाकर अभियान संचालित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने शिक्षा विभाग को डेंगू एवं संचारी रोगों से बचाव हेतु बच्चो के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने को कहा। उन्होंने पशुचिकित्सा विभाग एवं पंचायतीराज विभाग को साफ-सफाई कराने एवं होर्डिंग व वॉल पेंटिंग के माध्यम से लोगो में जागरूकता लाने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने डेंगू के प्रभाव वाले क्षेत्रों में एण्टी लार्वा, दवाओें का छिड़काव, साफ-सफाई लगातार कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों से लोगो को डेंगू से बचाव के लिए क्या करें, क्या न करें के सम्बंध में जागरूक करने के लिए कहा है। डेंगू से प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में डीपीआरओ से नालियों की साफ-सफाई व वहां पर दवाओं का छिड़काव कराये जाने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने दस्तक अभियान के तहत समस्त ब्लॉक अधिकारी को क्षेत्र आवंटित कर दस्तक अभियान के संदर्भ में उनके क्षेत्र में किये गये कार्य की समीक्षा करने के लिए कहा है। उन्होंने नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों यथा-साफ-सफाई, जन-जागरूकता, हैण्डपम्प,, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, फागिंग, लार्वीसाइडल स्प्रे, झाड़ियों की कटाई, नालियों की सफाई आदि कराये गये कार्यों की समीक्षा करते रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि फ्रंट लाइन वर्कर्स, आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री प्रत्येक घर पर दस्तक देकर मच्छर जनित दूषित जल से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए लोगो को जागरूक करती रहें। नगर विकास विभाग द्वारा नगर क्षेत्र में जल निकासी की नालियों की नियमित सफाई एवं लोगो को स्वच्छ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है। उन्होंने दूषित जल भराव वाले स्थलों को चिन्हित करते हुए वहां पर जल भराव को रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाही कराने के निर्देश दिए है। मलिन बस्तियों/संवदेनशील क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ ही साफ-सफाई, जल-भराव आदि न हो, इसका विशेष ध्यान देने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने सड़क पर घूमने वाले छुट्टा गौवंशों को गौशालाओं में संरक्षित कराये जाने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति समीक्षा करते हुए जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम, मंत्रा पोर्टल पर प्रसव की इंट्री, ई-कवच एप, आयुष्मान योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, आरसीएच पोर्टल पर पंजीकरण एवं अपडेशन के कार्यों सहित स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन के प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए संस्थागत प्रसव को बढ़ाये जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने और प्रोत्साहन धनराशि का समय से भुगतान व उसकी फीडिंग अवश्य कराया जाना सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत चिन्हीकरण करते हुए उनका रजिस्टेªशन कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। जिलाधिकारी ने सभी सी0एच0सी/पी0एच0सी0 पर दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने व दवाओं के स्टॉक रजिस्टर को अद्यतन बनाये रखने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने सभी चिकित्सा अधीक्षकों से कहा कि बीएचएसएनडी सेशन के दौरान अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण करके टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित कराये जाने और ड्यू लिस्ट के अनुसार सभी का टीकाकरण कराया जाना सुनिश्चित करते हुए जांच व दवाएं उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की प्रगति की समीक्षा करते हुए अभी तक जनपद के कितने कार्ड बन चुके है तथा कितने लोगो ने इसका प्रयोग किया है, की जानकारी ली। उन्होंने आशाओं के भुगतान के बारे में जानकारी लेते हुए उनके भुगतान को समय से किया जाना सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने ई-कवच एप पर फीडिंग की समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को स्वयं फीडिंग की कार्यवाही का नियमित अनुश्रवण करने व फीडिंग का कार्य बीपीएम व एआरओ के माध्यम से समय से कराया जाना सुनिश्चित करने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधीक्षकों को ब्लाक की रिव्यू मीटिंग में स्वयं रहकर आशा कार्यकत्रियों के कार्यों की मानीटरिंग करने के लिए कहा है। उन्होंने आंगनबाड़ियों को हेल्थ इंडीकेटर, इंफैंटोमीटर, वेइंग मशीन व अन्य मशीनों पर कार्य करने के लिए और प्रशिक्षित किए जाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं है।
डीएम ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि सभी जगह एएनएम की बैठक कर स्वास्थ्य सम्बंधी मशीनरी में कहां पर कमी है, की जानकारी लेते हुए केन्द्रों पर तौल मशीन, आवश्यक दवाएं सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं जल्द से जल्द सुनिश्चित करायें। जिलाधिकारी ने बच्चों को बर्थ डोज पर लगाये जाने वाले विटामिन-के 1 व अन्य टीको को समय पर अवश्य लगाया जाना सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को बेसिक शिक्षा अधिकारी के सहयोग से स्कूल आधारित डीपीटी/टीडी कैम्पेन-2024 को सभी प्राथमिक विद्यालयों में अभियान चलाकर कराये जाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने एफआरयू में सभी सुविधाएं उपलब्ध होते हुए भी उनके पूर्ण रूप से क्रियाशील न होने पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्हें पूर्ण रूप से क्रियाशील कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जिन सीएचसी/पीएचसी केन्द्रों पर यदि किसी चिकित्सक की तैनाती नहीं है, वहां पर आयुष चिकित्सकों को सम्बद्ध किए जाने के लिए कहा है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आशु पाण्डेय, जिला मलेरिया अधिकारी ए0के0 सिंह सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहें।
Sep 28 2024, 19:40