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*डीएम-एसपी व जिला जज ने किया जिला कारागार का निरीक्षण*

रायबरेली- जिलाधिकारी हर्षिता माथुर,जिला जज तरुण सक्सेना और पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने जिला कारागार का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला कारागार के अधिकारियों के साथ बंदियों से मुलाकात की और जेल में मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान कारागार चिकित्सालय, बैरक, रसोई घर और सीसीटीवी कैमरों की संचालन व्यवस्था को देखा गया। उन्होंने कारागार चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाओं की जांच की और बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं का मूल्यांकन किया। जेल प्रशासन को निर्देश की भोजन सामग्री की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए। भोजन निर्धारित रोस्टर के अनुसार दिया जाए।

इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक ने जेल प्रशासन को निर्देशित किया कि जेल में मोबाइल का प्रयोग किसी भी हाल में न होने पाए और बंदियों से मिलने आने वालों का रिकार्ड रखा जाए।

बारिश में बिजली हुई ध्वस्त, जिम्मेदार मौन

रायबरेली। बृहस्पतिवार से जिले में शुरू हुई बरसात में बिजली आपूर्ति की हवा निकाल दी है। हल्की सी बरसात में ही बिजली विभाग के दावों की पोल खुल गई है विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कमरों में बैठकर जल्द आपूर्ति बहाल होने का दवा जरूर करते हैं।

बृहस्पतिवार अचानक बदले मौसम के मिजाज से बरसात होने के कारण बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई है। कई उपकेद्रों के फीडर नहीं चल पा रहे हैं। जिसके कारण लाखों की आबादी अंधेरे में रहने को मजबूर हो रही है।

सबसे खराब हालत ग्रामीण क्षेत्र के उपेंद्रों की है जहां हल्की सी बरसात में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हो गई है। उपकेंद्र जगतपुर ,जमुनापुर, गदागंज ऊंचाहार,इटौरा ऊंचाहार तहसील के कई फीडरों की आपूर्ति बाधित चल रही है वही जगतपुर उपकेंद्र के थुलरई फीडर की आपूर्ति 36 घंटे बाद भी बहाल नहीं हो पाई है। संविदा कर्मियों की तानाशाही व अवर अभियंताओं की लचर कार्य शैली के कारण उपभोक्ता परेशान हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी जल्द आपूर्ति बहाल का दवा जरूर करते हैं।

मेन्टीनेस के अभाव में फीडर हो रहे ब्रेकडाउन

जिले में जर्जर हो चुकी लाइनों से राम भरोसे चल रही विद्युत आपूर्ति लाइनों के मेन्टीनेस न होने के कारण आये दिन ब्रेकडाउन में बनी रहती है, लेकिन अधिकारी लाइनों के मेन्टीनेस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

क्या बोले जिम्मेदार

बरसात के कारण कुछ फीडरों की आपूर्ति प्रभावित हुई है। जल्द सभी उपकेद्रों के सभी फीडरों की आपूर्ति बहाल हो जायेगी।

विवेक कुमार सिंह अधीक्षण अभियंता

अब स्कूलों में बच्चों को बताई जाएंगी सरकारी योजनाओं की खूबियां, गाइडलाइन जारी

दुर्गेश मिश्र

रायबरेली। अब इस शैक्षणिक सत्र के लिए माध्यमिक विद्यालयों के लिए शासन से गाइडलाइन जारी की गई है।जिसका पालन अनिवार्य रूप से जिले सहित प्रदेश के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों को करना होगा।15 मिनट की प्रार्थना सभा के लिए कई कार्यक्रम निदेशालय की ओर से तय किए गए हैं। जिलाविद्यालय निरीक्षक ने इसके लिए सभी विद्यालयों को निर्देश दिए हैं। सभी माध्यमिक विद्यालयों में इसका कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

अब यूपी सहित जिले के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में अब बच्चों को केंद्र और राज्य सरकार के योजनाओं की भी जानकारी दी जाएगी।इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से आदेश जारी किया गया है।इसे इसी शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाएगा। विभाग की ओर से समय-समय पर इसका निरीक्षण भी किया जाएगा। कक्षाएं शुरू होने से पहले कई क्रार्यक्रम करना प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।

जारी गाइडलाइन के अनुसार रोजाना 15 मिनट के लिए प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रतिज्ञा, सुविचार, प्रश्न मंच, प्रमुख समाचार और राष्ट्रगान का आयोजन किया जाएगा। साथ ही देश को गौरव प्रदान करने वाली नई घटनाओं के बार में भी छात्रों को बताया जाएगा।

छात्र स्कूल में लिखेंगे सुविचार

जारी दिशा-निदेर्शों के अनुसार सुविचार, प्रमुख समाचार और प्रश्न मंच के प्रश्न और उनके उत्तर विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर हर रोज अलग-अलग छात्रों से लिखवाया जाएगा।वहीं नया सवेरा कार्यक्रम के तहत सप्ताह 2 शिक्षाधिकारी विद्यालयों में छात्रों को जीवन के मूल्यों, अनुशासम, करियर, नियमित दिनचर्या सहित कई अन्य प्रासंगिक मुद्दों पर संवाद करेंगे। कार्यक्रम में विद्यालय के पुराने छात्रों और विभिन्न क्षेत्रों में सफल व्यक्तियों को भी बच्चों से संवाद करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

सरकारी योजनाओं की दी जाएगी जानकारी

प्रदेश के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाएं जैसे कि सुकन्या समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा आयोजन आदि की जानकारी भी छात्रों को दी जाएगी। इन सभी कार्यक्रमों को 15 मिनट की प्रार्थना सभा में नियमित रूप से रोजाना किया जाना है।

कोट

शासन द्वारा जारी की गई गाइड लाइन से सभी बच्चो के विकास का अवसर मिलेगा। यह बहुत अच्छी योजना है इसके दूरगामी परिणाम होंगे।इससे बच्चे और जागरुक होंगे।जिले के सभी माध्यमिक विद्यालय में इस गाइड लाइन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

संजीव कुमार सिंह

जिला विद्यालय निरीक्षक

ग्रामीणों ने भूमिधरी जमीन पर लगाए जा रहे खडंजा को रोकवाने की लगाई गुहार

रायबरेली। दीनशाह गौरा ब्लॉक के थुलरई ग्राम सभा के ग्रामीण ने खंड विकास अधिकारी व जगतपुर थाने में शिकायती पत्र देकर ग्राम प्रधान द्वारा भूमिधरी जमीन में खडंजा निर्माण को रोकने की मांग की है।

बुधवार को दीनशाह गौरा ब्लॉक के थुलरई निवासी शिवशंकर पुत्र सत्रोहन, शिवकुमार,विजयशंकर, गंगा प्रसाद पुत्र भगौती दिए शिकायती पत्र में बताया कि उनकी भूमिधरी जमीन पर थुलरई ग्राम प्रधान रामशंकर जबरजस्ती दबंगई से खडंजा निर्माण करा रहे हैं।जबकि उपजिलाधिकारी डलमऊ ने भूमिधरी जमीन में निर्माण को रोकने के लिए राजस्व निरीक्षक को आदेश भी दिया है। उसके बाद भी ग्राम प्रधान द्वारा निर्माण कर कराया जा रहा है।ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी व कोतवाल प्रभारी को शिकायती पत्र देकर खडंजा निर्माण को रूकवाने की मांग की है।

अघोषित बिजली कटौती बनी परेशानी का सबक, उपभोक्ताओ में नाराजगी


रायबरेली। बरसात के बाद बदले मौसम के मिजाज ने एक बार फिर बिजली की डिमांड बढ़ा दी है।जिसके कारण अब अघोषित कटौती का दौरा फिर शुरू हो गया है।दिन-रात हो रही है अघोषित कटौती से लोग परेशान वहीं बिजली न मिल पाने के कारण भी धान की फसल भी सूख रही है।

सितंबर महीने में गर्मी व उमस के कारण लोगों का पसीना निकल रहा है तो वही अघोषित कटौती भी बढ़ गई है। बिजली आने और जाने का कोई समय निश्चित नहीं है।

बिजली न मिलने के कारण किसने की धान की फसल भी सूख रही है। किसान राम अवतार चंद्र मोहन, विनय कुमार,जगदीश कृष्ण कुमार ने बताया कि इस समय दिन में 2 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है।वही जो बिजली आती भी है वह लो वोल्टेज तथा ट्रिपिंग के साथ लोकल फाल्ट में समाप्त हो जाती वही हाल रात का भी बना हुआ है।

क्या बोले जिम्मेदार

ट्रांसमिशन से जितनी बिजली मिल रही है व रोस्टर के अनुसार दी जा रही। लोकल फाल्ट जल्द बहाल करने के निर्देश दिए गये है।

विवेक कुमार सिंह,अधीक्षण अभियंता

ग्रामीणों ने कोटे का राशन बेचने की जिलाधिकारी से की शिकायत

रायबरेली। दीनशाह गौरा ब्लाक क्षेत्र के घूरी ग्राम पंचायत में कोटेदार के सरकारी राशन बेचने की शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की है।

रविवार को दीनशाह गौरा विकास खंड के घूरी ग्राम पंचायत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान होरीलाल चलाते हैं। ग्रामीणों का आरोप है की रविवार की दोपहर सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान से गरीबों का राशन पिकअप में भरवा कर बेंच दिया गया।

जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की हर यूनिट पर घटतौली की जाती है। प्राइवेट कांटे से तौल की जाती है।अपात्रों के राशन कार्ड बने हुए हैं। रविवार को जब कोटेदार राशन बेंच रहा था उसे रोकने का प्रयास किया गया तो प्रधान प्रतिनिधि महेश कुमार, राजबहादुर,सर्वेश,राम सहाय,मनीष,छेदीलाल,बबलू, विजय बहादुर आदि ने बताया की कोटेदार होरीलाल हर माह गरीबों का राशन बेंच लेता है। ग्रामीणों को कम राशन भी देता है। इस बार ग्रामीणों ने उसे चोरी का राशन बेचते हुए पकड़ भी लिया। कोटेदार ने वीडियो बनाने पर ग्रामीणों को धमकी दी।

ग्रामीणों ने 112 पर शिकायत की मौके पर पुलिस पहुंची उसके बावजूद पिकअक राशन को लेकर फरार हो गई। इस पर ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया उन्होंने जिलाधिकारी से इस कोटेदार की जांच करा कर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है की इसकी कई बार शिकायत की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई। इसीलिए इस बार जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।

प्रधान प्रतिनिधि महेश कुमार ने बताया की इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई है। कोटेदार गड़बड़ कर रहा है इसकी जांच होनी चाहिए।

जिले के सुधौली गांव में हुआ डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक शुभारंभ

रायबरेली। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में योगी सरकार एक बड़ी पहल की है। इस पहल के तहत प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक खोले जा रहे हैं अन्य 19 जनपदों की तरह जिले के बछरावां विकास खंड की सुंदौली ग्राम पंचायत में रविवार को परियोजना के नए केंद्र की शुरूआत कंपनी के सीईओ संजय कुमार ने की।

डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक एक तरह से प्राइमरी हेल्थ सेंटर है। जहां न केवल आॅनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शहर के बड़े डॉक्टर से परामर्श मिलेगा। बल्कि हेल्थ केयर असिस्टेंस के साथ ही लैबोरेटरी की भी सुविधा मिलेगी। निजी निवेश के माध्यम से योगी सरकार यह पहल कर रही है। इसका उद्देश्य गांवों और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारना है, ताकि रियायती दरों पर लोगों को गंभीर से गंभीर बीमारियों में चिकित्सीय परामर्श के साथ ही दवाइयां और पैथोलॉजी टेस्ट की सुविधा मिल सके। ओबदु ग्रुप इस पूरे प्रोजेक्ट को धरातल पर उतार रही है। ग्रुप के फाउंडर और सीईओ संजय कुमार ने बताया, डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी फायदा हो रहा है और इस परियोजना को ग्रामीण और सुदूर क्षेत्र की सभी श्रेणी के लोग स्वीकार कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मात्र 30 से 40 रुपए में खून की जांच और 5 मिनट में इसका रिजल्ट आना ग्रामीण क्षेत्र वासियों के लिए एक बहुत बड़ा बदलाव है। जिसकी वजह से ग्रामीणों का समय बर्बाद होने से तो बचता ही है बल्कि उनको ज्यादा आर्थिक हानि भी नहीं होती है। डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक में मिलने वाली सुविधाओं में डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक में इलाज के दौरान सभी प्रकार की दवाइयां क्लिनिक के अंदर ही मरीज को बहुत कम रेट पर उपलब्ध कराई जाएंगी। जबकि डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक पर डॉक्टरों द्वारा परामर्श देने पर ब्लड टेस्ट मात्र 3 से 5 मिनट में कर लिया जाएगा। जिसकी कीमत मात्र 30 से 40 रुपए होगी। इसमें सभी प्रकार के फीवर प्रोफाइल टेस्ट शामिल होंगे। जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, पीलिया, शुगर आदि ।

सेंटर पर ऐसे मिलेगा डॉक्टर्स का परामर्श

प्रत्येक डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक में एक हेल्थ केयर असिस्टेंट होगा।जो सेंटर पर आने वाले मरीज के मोबाइल से डिजिटल डॉक्टर क्लिनिक पर लॉग-इन करेगा।इसके बाद मरीज की बीमारी के मुताबिक उसे बेस्ट एमबीबीएस डॉक्टर से आॅनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस पर जोड़ दिया जाएगा।डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार जरूरी टेस्ट भी 3 से 5 मिनट में करके डॉक्टर्स को एआई की मदद से पहुंचा दिया जाएगा।इससे डॉक्टर मरीज की बीमारी का सही आकलन कर जरूरी दवाइयां सुझा सकेंगे।

गोवंशों की मौत के मामले में बीडीओ व प्रधान सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

रायबरेली। जगतपुर विकास क्षेत्र के धूता ग्राम सभा में गौशाला का संचालन किया जा रहा है। जिसमें बीते जनवरी की रात लगभग डेढ़ सौ गोवंशो की मौत हो गई थी। जिसको लेकर नारायन भीट मजरे धूता गांव निवासी उमानाथ सिंह ने न्यायालय में ग्राम प्रधान, खंड विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक व चार पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्यवाही की थी।

धूता ग्राम सभा में गौशाला के संचालन में ग्राम प्रधान सहित खंड विकास अधिकारी पशु चिकित्सक व ग्राम विकास अधिकारी की मनमानी के चलते जनवरी में धूता गौशाला में लगभग डेढ़ सौ गोवंशौ की मौत हो गई थी? जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से चोरी छुपे को गोवंशों को जंगल में फेंका जा रहा था। तथा चमड़ा व गोमांश ग्राम प्रधान की उपस्थिति में कुछ लोगों द्वारा निकाला जा रहा था? तथा गड्ढों में मृत गोवंशों के अवशेष छुपाए जा रहे थे। इसके बाद उमानाथ सिंह ने इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों उप जिला अधिकारी क्षेत्राधिकारी डलमऊ थाना प्रभारी गदागंज को दी और मौके पर आकर उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल से औजार या संदिग्ध सामान बरामद किया ।इसके बाद कोई कार्यवाही न होने पर पीड़ित ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई लेकिन वहां से भी कोई कार्यवाही नहीं हुई ।

जिसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया कोर्ट के आदेश पर धूता ग्राम प्रधान, खंड विकास अधिकारी जगतपुर ,ग्राम विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक जगतपुर व चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया गया।पीड़ित ने बताया है कि इसके पूर्व भी ग्राम प्रधान धूता पर गोवंश तस्करी के मामले में संलिप्त व? नाम जद रहे है। जिसकी वजह से संपूर्ण क्षेत्र में अत्यधिक तनाव व्याप्त है।जब इस बाबत सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहवार को फोन किया गया।उनका फोन नहीं उठा।

सीएम हेल्पलाइन के शिकायतकर्ताओं को धमकाने वाले बीडीओ पर नहीं हुई अब तक कार्रवाई

रायबरेली। एक तरफ सूबे में सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार सीएम हेल्पलाइन, आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रयासरत हैं और जिलेवार रैंकिग की समीक्षा करके कड़े निर्देश जारी करते हैं और रायबरेली जिले में जिलाधिकारी हर्षिता माथुर लगातार जिले में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निस्तारण के लिए कड़ा रुख अपनाकर शासन की मंशानुरूप कार्य करने का प्रयास कर रही हैं मगर रायबरेली जिले में उनके अधीनस्थ सीएम हेल्पलाइन में शिकायत निस्तारण को लेकर संजीदा नही हैं, कहीं शिकायतों का फर्जी निस्तारण किया जा रहा है तो कहीं जबरन निस्तारण के फीडबैक की बाते निकलकर सामने आ रही हैं।

सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर खण्ड विकास अधिकारी दीनशाह गौरा अशोक सचान का एक वीडियो जमकर प्रसारित हो रहा है , वायरल वीडियो में बीडीओ अशोक सचान सीएम हेल्पलाइन पर की गई गोवंश से शिकायत के सम्बंध में धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। बीडीओ सचान शिकायतकर्ता को फोन कर कह रहे हैं कि दोबारा तुम्हारे पास फोन आये तो कह देना की अब समस्या नही है, इसी तरफ बीडीओ उसको भविष्य के शिकायत न करने व और भी कड़े तेवर के साथ धमकाते हुए नजर आ रहे हैं, बीडीओ सचान वायरल वीडियो में शिकायतकर्ता को कह रहे हैं कि मैं ज्यादा कुछ नही कहूंगा तुम समझ जाओ।

बड़ा सवाल यह है कि खण्ड विकास अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात अधिकारी ही जब जबरन शिकायत निस्तारण कराने का प्रयास कर रहे हैं तो अन्य अधीनस्थ किस गुणवत्ता का निस्तारण कर रहे हैं इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक दीनशाह गौरा विकास खण्ड में तैनात संविदाकर्मी, कम्प्यूटर आपरेटर अपने तरीके से शिकायतों का निस्तारण कर देते हैं अधिकांश मामलों में यही कर्मचारी ही बीडीओ के स्तर से आई शिकायतों के जांच करने व उनको ठंडे बस्तों में रखने में भी अहम रोल निभा रहे हैं जिससे शासन की मंशानुरूप कार्य भी नही हो रहा है। वायरल वीडियो के बाद भी बीडीओ पर कार्यवाही न होने से क्षेत्रीय लोगों में तरह तरह की चचार्एं व्याप्त हैं।

वायरल वीडियो व शिकायतकर्ता को धमकाने के मामले में मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने कहा कि वायरल वीडियो संज्ञान में नही है, मामले में जांच कराई जाएगी।

71वें पुलिस अधीक्षक के रूप में डॉ यशवीर सिंह ने संभाली जिले की कमान

रायबरेली।जनपद के नए पुलिस अधीक्षक के रूप से तैनात किए गए डॉ यशवीर सिंह ने गुरुवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर कार्यभार ग्रहण कर लिया। 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ यशवीर सिंह इससे पहले जनपद सोनभद्र एसपी के रूप में तैनात हुए थे।गुरुवार को पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से मुखातिब एसपी ने बताया कि सिटिजन सर्विस पर बेहतर जोर दिया जाएगा। जो लोग भी पुलिस के पास शिकायत लेकर जाते हैं। उनकी संतुष्टि हो। महिलाओं से संबंधित शिकायतें तुरंत दर्ज हो। उन पर कार्रवाई में भी समय न लगे।

लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी आदि घटनाओं पर विशेष फोकस किया जाएगा। समाज के लोगों में पुलिस की बेहतर कार्यशैली पेश की जाएगी। आमजन में विश्वास एवं अपराधियों में भय पैदा करने की नीति से पुलिस काम करेगी। जिलेवासियों को सुरक्षा देने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी।शासन के जो दिशा निर्देश है उनका पालन किया जाएगा।जिले में ट्रैफिक व्यवस्था दुरस्त करने के लिए जहां जरूरत होगी, वहां पर कार्य कराए जाएंगे। जिससे लोगों को परेशानी न हो।

उन्होंने कहा कि सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया जाएगा कि वे अपने अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को प्रभावी करने के लिए सभी कदम मजबूती से उठाएं।बता दें कि डॉ यशवीर मूलरूप से उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रायसी गांव के रहने वाले है।उनकी शुरूआती शिक्षा रायसी गांव से ही हुई है। इसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए व पंतनगर चले गए। यहां से उन्होंने पशु विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की।जिसके बाद वे अल्मोड़ा में पशु चिकित्सा अधिकारी बन गए। पशु चिकित्सा अधिकारी बनने के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 2013 में उनका सिलेक्शन आईपीएस में हो गया।