दुर्गापूजा से छठ महापर्व तक को लेकर पटना जिला प्रशासन ने जारी किया गाइडलाइन, पूजा समितियों को यह काम करना अनिवार्य
डेस्क : दुर्गापूजा से लेकर छठ महापर्व को शांति एवं सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की तैयारी में पटना प्रशासन की ओर से अभी से तैयारी शुरु कर दी गई है। जिला प्रशासन ने इसे लेकर पूजा समितियों के लिए गाइडलाइन जारी कर दिया है।
बीते मंगलवार को पटना जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा और नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में दुर्गापूजा को लेकर बैठक की। इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि दुर्गापूजा से लेकर छठ महापर्व तक किसी भी प्रकार का मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, रावण वध, जुलूस, विसर्जन जुलूस इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन जिला प्रशासन की पूर्व अनुमति के बिना नहीं होगा। आयोजन के लिए लाइसेंस लेना और नवीकरण कराना अनिवार्य है।
पंडालों के पास सीसीटीवी और वीडियोग्राफी की व्यवस्था आयोजक करेंगे। अपत्तिजनक स्लोगन, कार्टून पर रोक रहेगी। मूर्ति का विसर्जन अस्थायी तालाब में ही किया जाना है। आतिशबाजी पर रोक और डीजे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। जुलूस का मार्ग परम्परागत रहेगा। अपरिहार्य स्थिति में इसे एसडीओ और एसडीपीओ बदल सकेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सतत क्रियाशील रखा जाएगा। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि आगामी पर्व-त्योहारों के मद्देनजर अभी से स्पेशल क्लीन्लिनेश ड्राइव चलाया जाएगा। जुलूस के मार्ग में कोई भी डार्क स्पॉट नहीं रहेगा। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पूजा स्थलों पर महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग पंक्ति बनाना आवश्यक है। सभी थानाध्यक्ष पंडालों का भ्रमण करेंगे। सभी जुलूस के साथ थाना की एस्कॉर्ट पार्टी चलेगी।
डीएम डॉ. सिंह ने निर्देश दिया कि एसडीओ अनुमंडल स्तरों पर नियंत्रण कक्ष का गठन करेंगे। नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों,पुलिस पदाधिकारियों, कर्मियों के अतिरिक्त क्विक रिस्पांस टीम का भी गठन करें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नगर निगम क्षेत्रों में सीसीटीवी आधारित सर्विलेंस सिस्टम (निगरानी केन्द्र) विकसित की गयी है। एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम , वैरिएवल मैसेज साइन बोर्ड पब्लिक एड्रेस सिस्टम और इमरजेंसी कॉल बॉक्सेज , तथा इन्व्यारनमेंटल सेंसर लोकेशन (ईएसएल) प्रणाली का क्रियान्वयन विभिन्न स्थानों पर किया गया है।
Sep 25 2024, 12:12