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गंगा के उफान से पटना हुआ जलमग्न, घाटों के किनारे बाढ़ के हालात

डेस्क: गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण गंगा किनारे अवस्थित सभी बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, समस्तीपुर पटना, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर एवं कटिहार के 61 प्रखंडों में 327 ग्राम पंचायतों के तहत 9.78 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुई है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा 125 सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन लगभग 103000 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. इसके अतिरिक्त आठ राहत शिविर का भी संचालन किया जा रहा है. जहां 4000 बाढ़ शरणार्थी शरण लिए हुए है.

गंगा के उफान से पटना में घाटों के आसपास रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है. लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में दिक्कत हो रही है. पानी से घिरे लोग सुरक्षित जगह पर जाने का मन बना रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि कंगन घाट और किला घाट के बीच गंगा में चल रही नाव को स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतार दिया है. कुछ लोग उसी नाव से आवागमन कर रहे हैं.

गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण घाट के समीप निवास करने वालों की परेशानी बढ़ गयी है. लोग घरों में कैद हो गये हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में परेशानी हो रही है. पानी से घिरे लोग सुरक्षित स्थान पर पलायन करने की योजना बना रहे हैं. स्थिति यह है कि कंगन घाट से किला घाट के बीच गंगा में चलने वाले नाव को स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतार दिया है. उसी नाव से कुछ लोग आवाजाही कर रहे हैं.

कंगन घाट, हीरानंद घाट, किला रोड घाट, दमराही घाट, पत्थर घाट, नूरुद्दीनगंज घाट, रिकाबगंज घाट और पीरदमरिया घाट के आसपास रहने वाले लोगों की स्थिति ऐसी है कि उनकी जिंदगी चारों तरफ से पानी से घिरे घरों में फंसी हुई है.

परेशानी का आलम यह है कि गंगा घाट पर रहने वाले लोग कह रहे हैं कि मवेशी के लिए चारे का इंतजाम करे या फिर परिजनों के लिए राशन. कुछ समझ में नहीं आ रहा. दुकानदारों का कहना है कि वो पानी में खड़े होकर दुकानदारी करते हैं.

एसडीओ सत्यम सहाय ने बताया कि गंगा के जलस्तर की निगरानी करायी जा रही है. वो भी गंगा घाटों का निरीक्षण कर निगरानी रख रहे है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को भी निगरानी के लिए कहा गया है. गायघाट स्थित जेटी भी पानी में डूब गया है. गंगा में उफान की यह स्थिति बीते वर्ष 2016 में भी बनी थी.

शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, गांधी घाट और कृष्णा घाट पर रुककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा. साथ ही अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने हाजीपुर जाकर बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया.

बिहार के शुद्ध देशी घी का अब कनाडा, यूरोप और अमेरिका में भी होगा एक्सपोर्ट

डेस्क: बिहार के निर्यात पोर्टफोलियों को विस्तार देने को केंद्र में रख अब यहां से घी को कनाडा भेजे जाने की तैयारी चल रही है। यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों में भी दस्तक दिए जाने की योजना भी आगे बढ़ी है।

बिहार स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन (कांफेड) ने इस मामले पर एग्जिम बैंक के साथ करार को आगे बढ़ाया है। संभव है कि अगले माह दो माह के भीतर कांफेड अपने बड़े ब्रांड सुधा घी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार देगा।

कनाडा काे पहले चरण में बिहार से एक टैंकर सुधा घी का निर्यात किया जाएगा। यह एक खास किस्म की पैकेजिंग के साथ होगा। मुख्य सचिव के निर्देश पर इस योजना का काम आगे बढ़ा है।

इस संबंध में कांफेड के आला अधिकारी का कहना है गुणवत्ता के लिहाज से सुधा का घी किसी भी ब्रांड से कमजोर नहीं है।

बिहार को एक फायदा यह है बड़ी संख्या में बाहर के देशों में बिहार व झारखंड के लोग रहते हैं। उन्हें सुधा ब्रांड के बारे में बखूबी पता है। इसलिए हमारे ब्रांड के लिए बड़ा बाजार देश के बाहर उपलब्ध होगा।

अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में भी उतरने की तैयारी

सुधा घी को अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में भी उतारने की योजना पर भी काम चल रहा है। बिहार व झारखंड के साथ -साथ अन्य राज्यों के लोग बड़ी संख्या में अमेरिका व यूराेप के अलग-अलग देशों में छठ का त्योहार मनाते हैं। छठ के त्योहार के दौरान घी की मांग विशेष रूप से रहती है।

योजना है कि कियोस्क लगाकर ऐसे देशों में सुधा के घी व कुछ अन्य उत्पादों को वहां रह रहे बिहार व झारखंड के लोगों को उपलब्ध कराया जाए।

वर्तमान में देश के तीन राज्यों में सुधा के दूध को भेजा जा रहा है। सबसे अधिक 10 हजार लीटर दूध प्रतिदिन गौहाटी भेजा जा रहा। इसके अतिरिक्त कोलकाता व दिल्ली भी सुधा का दूध भेजा जा रहा।

सुधा के ब्रांड खासकर इसके आईसक्रीम के विपणन को विस्तार देने की योजना के तहत कांफेड यह योजना बना रहा कि देश के सभी हवाई अड्डों पर सुधा का कियोस्क आरंभ किया जाए। इससे देश भर के लोगों को सुधा के उत्पाद से परिचय होगा। अभी यह व्यवस्था कहीं नहीं है।

दो लाख देकर बना फर्जी आईपीएस अधिकारी, जमुई में नौकरी के नाम पर जालसाजी का बड़ा मामला उजागर

डेस्क : बिहार के जमुई से नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां दो लाख लेकर जालसाज किसी को भी प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी बना देंगे. पूरे मामला से पर्दा तब उठा, जब जमुई के एक दारोगा ने फर्जी प्रशिक्षु आईपीएस को गिरफ्तार किया. अब इस पूरे मामले पर पुलिस जांच में जुट गई है कि आखिर इतनी बड़ी जालसाजी के पीछे किस गैंग का हाथ है. आरोपी के पास से एक पल्सर बाइक भी बरामद की गई है, जिस पर पुलिस लिखा हुआ है.

गिरफ्तार फर्जी आईपीएस से पूछताछ में उसने बताया कि दो लाख दिया था, तब मुझे पिस्टल सहित वर्दी मिली है, अब मैं आईपीएस बन गया हूं. दरअसल जमुई जिले के सिकंदरा थाना अंतर्गत एक व्यक्ति मिथिलेश कुमार पिता बबलू मांझी ग्राम गोवर्धन बीघा, थाना हलसी जिला लखीसराय को आईपीएस की पुलिस वर्दी पहनकर थाना क्षेत्र में पाया गया था. पुलिस के जरिए शक के आधार पर उसे हिरासत में ले लिया गया. लड़के की उम्र 18 साल है.

थाना प्रभारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया में यह मामला ठगी का लग रहा है, ऐसा लग रहा है कि मिथिलेश पूरी तरह से फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर लोगों से ठगी कर रहा था. फिलहाल पुलिस लड़के से पूछताछ कर मामले की गहराई से जांच कर रही है. मिथिलेश के पास से एक नकली पिस्टल और पल्सर आरएस 200 बाइक भी बरामद की गई है.

सिकंदरा थाना पुलिस ने बताया कि आस-पास के ग्रामीण एवं प्रत्यक्ष सदस्यों से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि वह लड़का खैरा थाना क्षेत्र से अपने घर हलसी थाना क्षेत्र जा रहा था. पुलिस के जरिए पूछताछ कर उससे मामले की विस्तृत जानकारी पता की जा रही है और जल्द ही इस संबंध में सूचना साझा की जाएगी. फिलहाल पुलिसकर्मी बनाने के नाम पर इतना बड़ा खेल पुलिस विभाग के लिए चिंता का विषय है.

एनआईटी बिहटा में छात्रा ने की आत्महत्या, छात्रों ने किया हंगामा, कैंपस बंद

डेस्क : बिहटा थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर स्थित निर्माणाधीन एनआईटी (राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान) परिसर स्थित महिला छात्रावास में रह रही छात्रा पल्लवी रेड्डी (19 वर्ष) ने शुक्रवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे आक्रोशित बिहटा और पटना एनआइटी कैंपस के छात्र सड़क पर उतर गए और हंगामा करने लगे। छात्रों के हंगामा को देखते हुए एनआइटी कैंपस बिहटा बंद कर दिया गया है। छात्रा की आत्महत्या के बाद बाहरी लोगों का प्रवेश बंद है।

हाथ में तख्ती लेकर छात्र एनआईटी गेट पर बैठ गए और नारेबाजी की। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन देर रात तक वे धरने पर बैठे रहे। इधर, विद्यार्थियों के आक्रोश के सामने पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बने रहे। पल्लवी ने किन परिस्थितियों में आत्महत्या और कब और कैसे आत्मघाती कदम उठाए? इन सारे सवालों के जवाब देर रात तक नहीं मिल पाए थे।

हादसे के बाद से एनआईटी अधिकारियों ने फोन उठाना बंद कर दिया। पीरबहोर थानेदार अब्दुल हलीम ने बताया कि विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास जारी है। बताया जाता है कि एनआइटी में द्वितीय वर्ष की छात्रा पल्लवी रेड्डी आंध्रप्रदेश की राजधानी हैदराबाद के आनंदपुरा की रहने वाली थी। लगभग दो महीने पहले उसे बिहटा स्थित निर्माणाधीन परिसर के छात्रावास में शिफ्ट किया गया था। वहां पल्लवी के अलावा करीब दो सौ छात्राएं रह रही थीं।

हालांकि, जहां एनआइटी का निर्माण हो रहा है, वहां कई तरह की सुविधाओं का अभाव है। सूत्रों के मुताबिक, रात करीब साढ़े दस बजे पल्लवी की मौत की सूचना एनआइटी परिसर में फैल गई। संस्थान के अधिकारी सही जवाब नहीं दे रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने भी पहुंच कर छात्रा की सहपाठियों को घटना के बारे में सही जानकारी नहीं दी, जिससे विद्यार्थियों का आक्रोश बढ़ गया। इसकी जानकारी जब एनआइटी, पटना के विद्यार्थियों को हुई तो वे आग-बबूला हो गए।

वी वांट जस्टिस के पोस्टर लेकर सड़क पर उतर गए और वाहनों का आवागमन बाधित करने की कोशिश की। एनआइटी छात्रों का आरोप है कि बिहटा के सुदूर इलाके में संस्थान का निर्माण कराया जा रहा है। जल्दबाजी में वहां महिला छात्रावास को शिफ्ट कर दिया गया। इससे छोटी-छोटी जरूरतों के लिए छात्राओं को बाहरी लोगों पर निर्भर रहना पड़ता है।

समस्तीपुर में मुखिया की गोली मारकर हत्या, ताबड़तोड़ फायरिंग से थर्रा उठा इलाका



डेस्क : समस्तीपुर के हलई थाना क्षेत्र के दादनपुर में डिहिया पुल के पास बदमाशों ने बनवीरा पंचायत के मुखिया नारायण शर्मा (45) की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े 10 बजे की बताई जा रही है।

मुखिया बगल के गांव महमदपुर में अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद बुलेट से घर लौट रहे थे। इसी दौरान बदमाशों ने गोली मार दी। उन्हें समस्तीपुर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। हलई थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने बताया कि पुलिस छानबीन कर रही है। मुखिया की गोली लगने से मौत हो गई है।

बताया जाता है कि मुखिया अपनी ही पंचायत के महमदपुर में अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे। वहां किसी बात को लेकर एक व्यक्ति से बकझक हो गई थी। उसने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। वह घर लौट ही रहे थे कि थोड़ी दूरी पर गोली मार दी गई।

वह मोरवा मुखिया संघ के अध्यक्ष भी थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना की छानबीन की जा रही है। मुखिया को गोली लगने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हत्यारे कौन थे और गोली क्यों मारी समेत सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
गजब : बिहार के इस जिले में एक गधे की मौत पर बवाल, मुखिया-सरपंच समेत 55 लोगों पर मामला दर्ज

डेस्क : एक गधे की मौत पर बवाल और 55 लोगों पर मामला दर्ज हो सकता है। ऐसा जानकर आपको हैरानी होगी। लेकिन यह सच है। बिहार के बक्सर जिले से यह हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक गधे की मौत को लेकर घमासान छिड़ गया है। इस मामले में बिजली विभाग ने पांच नामजद समेत कुल 55 लोगों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया गया है। एकसाथ 55 लोगों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद हड़कंप मच गया है।

दरअसल, यह पूरा मामला केसठ प्रखंड के रामपुर गांव का है। रामपुर गांव निवासी ददन रजक के पास चार गधे थे, जिनका इस्तेमाल वह ईंट भट्ठा और अन्य काम मे करता था। 11 सितंबर की शाम वह अपने चारों गधों को लेकर घर लौट रहा था। इसी दौरान गांव के बीच स्थित एक बिजली के पोल से सका एक गधा सट गया, जिससे करंट लगने से उसकी मौत हो गई।वहीं दूसरा गधा भी करंट की चपेट में आ गया। उसको बचाने में दो लोग धनजी रजक और साथ में डिप्टी रजक भी घायल हो गए. यह घटना शाम के करीब 5 बजे हुई थी। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने चकौड़ा पावर ग्रिड जाकर मुख्य गेट पर बैठ गए और मुआवजे की मांग करने लगे। अधिकारियों को बुलाने की जिद करने लगे।

रात के 9 बजे तक हंगामा होता रहा। इस दौरान करीब ढाई घंटे तक पूरे प्रखंड में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। बाद में अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत कराया गया और पावर सप्लाई शुरू कर दी गई।

हालांकि मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। बिजली विभाग के सहायक इंजीनियर ने पांच नामजद समेत कुल 55 ग्रामीणों के खिलाफ वासुदेवा ओपी में केस दर्ज करा दिया। बिजली कंपनी का आरोप है कि ढाई घंटे बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण साउथ बिहार पावर ड्रिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को करीब डेढ लाख रुपए का घाटा हुआ है।

इस मामले में मुखिया, सरपंच और बीडीसी समेत अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। गांव के लोगों ने बैठकर यह निर्णय लिया है कि अगर बिजली कंपनी अपने केस को वापस नही लेती है तो वो लोग भी केस लड़ने के लिए तैयार हैं।

पूरे मामले पर बक्सर एसपी शुभम आर्य ने कहा है कि ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई बंद करने के लिए मशीन को बंद कर दिया था और सरकारी काम में बाधा डाला गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई। ग्रामीणों ने सनहा दर्ज कराया था जबकि बिजली विभाग ने केस दर्ज कराया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच चल रही है और कानून संगत जो उचित होगा कार्रवाई की जाएगी।

सीएम नीतीश कुमार ने सहरसा जिले का किया दौरा, जिलेवासियों को दिए यह बड़ी सौगात

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज शुक्रवार को सहरसा जिले का दौरा किया। जहां उन्होंने जिलेवासियों को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सहरसा में दिवारी स्थान स्थित प्राचीन माँ विषहरा भगवती मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा आदि मौजूद रहे।

जिला मुख्यालय से तकरीबन 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कहरा प्रखंड के दिवारी स्थान में स्थित मां विषहरा का मंदिर में स्थापित मां विषहरि भगवती स्थान का ऐतिहासिक व पौराणिक महत्ता है। यहां एक साथ पांच देवियों की पूजा की जाती है। ये देवियां अलग-अलग नहीं, बल्कि पांच बहनें हैं।

मंदिर को लेकर यह भी मान्यता है कि अगर किसी को कोई सर्प या बिच्छू डस लेता है, तो मैया को चढ़ाया गया नीर (जल) पिलाने से विष नहीं चढ़ता है। इस कारण बड़ी संख्या में ऐसे लोग यहां आते हैं। मंदिर में पांच देवियां पांच बहनों के रूप में विराजित हैं उन्हें दूतला देवी, मनसा देवी, मां भगवती, विषहरा और पांचवीं पायल देवी के नाम से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह देश एकलौता ऐसा मंदिर है जहां देवी के पांच स्वरूप एक साथ विराजित हैं।

प्राचीन माँ विषहरा भगवती मंदिर का खास आकर्षण मंदिर का नायाब स्थापत्य है। शिखरबद्ध संरचना वाले इस मंदिर में एक एक से अधिक प्रवेश द्वार है जो इसे विशेष स्वरूप प्रदान करता है। मंदिर की बाहरी दीवारों और संरचनाओं पर कई देवी- देवियों के आकर्षक शिल्प उकेरे गए हैं। अमूमन मंदिरों के बाह्य स्वरूप में ऐसी कलाकृतियां दक्षिण भारत के मंदिरों में देखने को मिलती हैं। लेकिन सहरसा के इस मंदिर का नायाब स्थापत्य इसे नयनाभिराम बनाता है।

वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि इस मंदिर की परंपरा रही है कि यहां का पुजारी ब्राह्मण नहीं होते हैं। यहां नाई जाति के ही वंशज मंदिर के पुजारी के रूप में होते हैं। ऐसे में प्राचीन माँ विषहरा भगवती मंदिर में पीढ़ीगत रूप से एक ही जाति के पुजारी यहां पूजा कराते हैं। वहीं मंदिर में हर वर्ष बड़े स्तर पर मेला भी लगता है। इसमें हजारों लोग आते हैं और देवी के पांच रूपों कि आराधना करते हैं।

बिहार में पूर्व विधायक के खिलाफ पुलिस का एक्शन: गोपाल यादुका हत्याकांड में बीमा भारती के घर की कुर्की-जब्ती

बिहार में पूर्व विधायक बीमा भारती के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है पूर्णिया पुलिस ने उनके घर की कुर्की की है. कोर्ट के आदेश पर बीमा के खिलाफ पुलिस का ये एक्शन भवानीपुर के चर्चित व्यवसायी गोपाल यादुका हत्याकांड में हुआ है. इसमें पुलिस ने बीमा भारती के पति अवधेश मंडल और बेटे राजा मंडल को आरोपी बनाया था. अवधेश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. राजा अभी भी फरार है.

ऐसे में पूर्णिया पुलिस ने कुर्की-जब्ती की कार्रवाई करने के लिए कोर्ट में एप्लीकेशन दी थी. अब कोर्ट के आदेश के बाद ये एक्शन हुआ है. इस मामले में अभी तक बीमा भारती का कोई बयान नहीं आया है.

पूर्णिया पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा का कहना है कि पूर्व विधायक बीमा के पति और बेटे के खिलाफ वारंट जारी हुआ था.

इसमें अवधेश ने आत्मसमर्पण किया था, जबकि राजा फरार है. इसके चलते कुर्की-जब्ती की कार्रवाई हुई है. पूर्व विधायक के घर की कुर्की-जब्ती की भनक लगते ही भारी संख्या में इलाके के लोग आसपास जमा हो गए. हाई प्रोफाइल मामले की गंभीरता को समझते हुए पूर्णिया पुलिस भी मुस्तैद है.

किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है. इसके लिए जिला मुख्यायल से अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है.

कब हुआ था गोपाल यादुका हत्याकांड

पूर्णिया के भवानीपुर बाजार में इसी साल 2 जून को व्यवसायी गोपाल यादुका की हत्या कर दी गई थी. वारदात को भाड़े के शूटर के जरिए अंजाम दिया गया था.

पुलिस ने हत्याकांड के बाद 4 आरोपियों को अरेस्ट किया था. मामले की जांच के बाद पुलिस की ओर से कहा गया कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड बीमा भारती का बेटा राजा है. गोपाल के हत्या कराने के लिए उसने ही शूटर की व्यवस्था करवाई थी.

बिहार में बाढ़ के हालात : पटना में एनएच समेत कई मुख्यों सड़कों पर चढ़ा पानी, छपरा शहर में घुसा गंगा और घाघरा का पानी, यूपी से सड़क संपर्क टूटा

डेस्क : बिहार में गंगा, घाघरा (सरयू), गंडक, पुनपुन समेत करीब आधा दर्जन नदियों में उफान की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) समेत कई मुख्य सड़कों पर पानी चढ़ गया है। कई स्थानों पर रेल लाइन पर बाढ़ का खतरा है। इससे पटना, सारण, भोजपुर, बक्सर, वैशाली और भागलपुर समेत कई जिलों में आवागमन पर असर पड़ा है।

पटना में दीघा घाट, गांधी घाट, हाथीदह में गंगा नदी लाल निशान से ऊपर बह रही है। पुनपुन नदी लाल निशान के पार है। कोइलवर में सोन का पानी बढ़ रहा है। पटना के सात अंचलों के दियारा क्षेत्र में बाढ़ का पानी फैल गया है। दीघा के बिंद टोली में पानी घर में घुसने से कुछ परिवारों को जेपी गंगा पथ पर शरण लेनी पड़ी है। वहीं गंगा का पानी तीन जगहों अथमलगोला के समीप सबनीमा, बरहपुर बिंद टोली और बख्तियारपुर के रानीसराय में एनएच 31 पर बह रहा है। इधर, जिले के सात अंचलों के दियारा क्षेत्र में बाढ़ का पानी फैल गया है। अथमलगोला की रामनगर दियारा में 500 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं।

वहीं बाढ़ से सबसे ज्यादा तबाही छपरा (सारण) जिले में देखने को मिल रही है। जहां गंगा और घाघरा का जलस्तर बढ़ने से छपरा शहर में भी पानी घुस गया है। गुरुवार को यूपी सीमा के पास मांझी-बैरिया के बीच एनएच 31 की सड़क ध्वस्त हो गई। इससे सारण का यूपी से सड़क संपर्क टूट गया। जेपी की जन्मस्थली सिताबदियारा व भिखारी ठाकुर के गांव कुतुबपुर का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वैशाली के 5 प्रखंड गंगा-गंडक से प्रभावित हैं। भागलपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा है। भोजपुर के आरा सदर, बिहिया और कोईलवर में भी पानी फैल गया है। बक्सर में गंगा का पानी पांच प्रखंडों के गांवों में फैल गया।

नौकरी की तलाश में जुटे छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी : स्वास्थ्य विभाग में इन पदों पर होगी बंपर बहाली, अगले माह से शुरु होगी प्रक्रिया

डेस्क : सरकारी नौकरी के तलाश में जुटे छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्ह ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग में नौकरी का मौका मिल सकता है। स्वास्थ्य विभाग में 45 हजार स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली इसी वित्तीय वर्ष में होगी। इसमें चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट और लैब तकनीशियन सहित दर्जनभर पद हैं। अक्टूबर से बहाली प्रक्रिया शुरू होगी।

सबसे अधिक लगभग 21 हजार पदों पर नर्स की नियुक्ति होनी है। स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 1339 सहायक प्राध्यापक नियुक्त होंगे। 3523 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी, 396 सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी नियुक्त होंगे। संविदा के आधार पर 1290 सामान्य चिकित्सा पदाधिकारियों भी नियुक्ति होनी है।

स्वास्थ्य विभाग ने पहले 65 फीसदी आरक्षण के आधार पर जिलों से विभिन्न पदों का रोस्टर क्लियर कर रिक्तियां मांगी थीं। मगर बढ़े आरक्षण पर पटना हाईकोर्ट की रोक के बाद फिर विभाग ने पुराने प्रावधानों के आधार पर ही रिक्तियां भरने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य विभाग को कुछ पदों के लिए जिलों से 50 फीसदी आरक्षण के आधार पर रोस्टर क्लियर कर रिक्ति आने भी लगी है।

दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जून में विभागीय अधिकारियों के साथ विभाग में विभिन्न पदों पर रिक्तियों की समीक्षा की थी। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि मिशन मोड में चिकित्सक और नर्स सहित सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति पूरा कराएं। पिछले दिनों 770 दंत चिकित्सकों के पद स्वीकृत किए गए हैं। दो दिन पूर्व मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सभी रिक्त पदों को भरने का निर्देश दिया है।

स्वास्थ्य विभाग ने अक्टूबर अंत तक सभी 45 हजार पदों पर बहाली पूरी करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन आरक्षण के पेच के कारण बहाली प्रक्रिया शुरू होने में देर हो रही है। चिकित्सक, दंत चिकित्सक, नर्स, एएनएम, जीएनएम, सीएचओ और पारा मेडिकल सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है।