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दिल्ली हाई कोर्ट ने आप विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर ED को नोटिस जारी किया


दिल्ली:- दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के आरोपी अमानतुल्लाह खान के ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई की. इस दौरान हाईकोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया है. जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने ईडी को दो हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।अब मामले की अगली सुनवाई 18 अक्टूबर को होगी।

सुनवाई के दौरान ईडी ने अमानतुल्लाह की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि याचिका में याचिकाकर्ता ने ये नहीं बताया है कि उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी।

तब कोर्ट ने कहा कि याचिका के सुनवाई योग्य होने का सवाल हमेशा खुला हुआ है. ईडी ने अमानतुल्लाह खान को 2 सितंबर को गिरफ्तार किया था. फिलहाल न्यायिक वो हिरासत में हैं.

राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अमानतुल्लाह को 23 सितंबर तक की न्यायिक हिरासत में भेजा था. 9 सितंबर के पहले अमानतुल्लाह खान ईडी की हिरासत में थे. ईडी के मुताबिक, दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती मामले में अमानतुल्लाह खान ही मुख्य आरोपी है।

ED के मुताबिक, अमानतुल्लाह खान ने आपराधिक गतिविधियों से काफी संपत्ति अर्जित की और अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदी है. छापे के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य ऐसे मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि वोमनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में लिप्त हैं.

जमीन की बिक्री से जुड़ा है।

मामला: बता दें, ईडी ने 9 जनवरी को चार्जशीट दाखिल की थी. करीब पांच हजार पेजों के चार्जशीट में ईडी ने जिन लोगों को आरोपी बनाया है उनमें जावेद इमाम सिद्दीकी, दाऊद नासिर, कौसर इमाम सिद्दीकी और जीशान हैदर शामिल है. ईडी ने पार्टनरशिप फर्म स्काई पावर को भी आरोपी बनाया है।ईडी के मुताबिक ये मामला 13 करोड़ 40 लाख रुपए की जमीन की बिक्री से जुड़ा हुआ है।

ईडी के मुताबिक आप विधायक अमानतुल्लाह खान के अज्ञात स्रोतों से अर्जित संपत्ति से जमीनें खरीदी और बेची गई. आरोपी कौसर इमाम सिद्दीकी की डायरी में 8 करोड़ रुपए की एंट्री की गई है।

जावेद इमाम को ये संपत्ति सेल डीड के जरिए मिली. जावेद इमाम ने ये संपत्ति 13 करोड़ 40 लाख में बेची. जीशान हैदर ने इसके लिए जावेद को नकद राशि दी. इस मामले में पहले सीबीआई ने केस दर्ज किया था.

सीबीआई की केस में आप विधायक अमानतुल्लाह खान समेत 11 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।

सीबीआई ने इस मामले में 23 नवंबर 2016 को एफआईआर दर्ज किया था. जांच के बाद सीबीआई ने 21 अगस्त 2022 को चार्जशीट दाखिल किया था. सीबीआई के मुताबिक, दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ और संविदा पर दूसरी नियुक्तियों में गड़बड़ियां की गई।

सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि इन नियुक्तियों के लिए अमानतुल्लाह खान ने महबूब आलम और दूसरे आरोपियों के साथ साजिश रची जिन्हें वक्फ बोर्ड में विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया था. चार्जशीट के मुताबिक इन नियुक्तियों में अमानतुल्लाह खान और महबूब आलम ने अपने पद का दुरुपयोग किया।

जानिए कौन हैं आतिशी मार्लेना जिसने दिल्ली की आम लड़की से सत्ता के गलियारे की रानी तक का सफर तय किया

नयी दिल्ली : आतिशी दिल्ली की एक प्रभावशाली नेता हैं जिन्होंने अपनी योग्यता और समर्पण से सत्ता के गलियारों में अपनी जगह बनाई है।आतिशी मार्लेना सिंह दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण नाम हैं और उनकी यात्रा 'आम आदमी पार्टी' के गठन के साथ ही जुड़ी हुई है। 

अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा के बाद, सबकी नजरें इस बात पर लगी हैं कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।

दिल्ली के शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस पद के उम्मीदवार नहीं होंगे।

अब सबके मन में सवाल है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। हालांकि कई दावेदारों के नाम चर्चा में हैं, लेकिन इन दावेदारों में दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मार्लेना का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।

आतिशी का जीवन परिचय

आतिशी को अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का विश्वसनीय सहयोगी माना जाता है। वह दिल्ली सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री मानी जाती हैं और महिला होने के नाते भी उनकी स्थिति मजबूत होती है। 

स्वाति मालीवाल के मामले के बाद उन्होंने पार्टी के पक्ष में मजबूती से खड़ा हुआ था। अब जानना जरूरी है कि आतिशी कौन हैं, जो दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में सबसे मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही हैं।

आतिशी का जन्म और शिक्षा

आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय सिंह और तृप्ता वाही के घर हुआ था।

उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से पूरी की। पढ़ाई के दौरान, आतिशी एक मेधावी छात्रा रही और दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की। सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक होने के बाद, उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड का रुख किया।

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन

चेवेनिंग स्कॉलरशिप प्राप्त करने पर, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की। बाद में, रोड्स स्कॉलर के रूप में, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शैक्षिक अनुसंधान में दूसरी मास्टर डिग्री प्राप्त की।

इसके बाद, जैविक खेती और प्रगतिशील शिक्षा प्रणालियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए, उन्होंने मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल बिताए। गैर लाभकारी संगठनों के साथ काम करते समय, उनकी मुलाकात कुछ ऐसे सदस्यों से हुई जो आम आदमी पार्टी से जुड़े थे।

आतिशी की शादी

आतिशी की शादी प्रवीण सिंह से हुई है, जो पंजाबी परिवार से हैं और क्षत्रिय समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।

'आप' से जुड़ाव

आतिशी का राजनीतिक करियर 'आम आदमी पार्टी' के गठन के समय से ही जुड़ा हुआ है। AAP ने 2013 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा था और उस समय आतिशी पार्टी के घोषणापत्र की मसौदा समिति की प्रमुख सदस्य थीं।

'आप' आतिशी को पार्टी की प्रतिबद्ध कार्यकर्ता मानती है। पार्टी का मानना है कि पार्टी के गठन के बाद उसकी नीतियों के निर्धारण में आतिशी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

पार्टी को मजबूत करने में भूमिका

पार्टी के प्रवक्ता के रूप में, आतिशी ने पार्टी को मजबूत करने और उसकी नीतियों को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता और वर्तमान में पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं।

पार्टी ने उन्हें पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी भी दी थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने पूर्वी दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के गौतम गंभीर से हार गईं।

स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए काम

जब मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री थे, तब आतिशी ने उनके सलाहकार के रूप में काम किया। उन्होंने 2015 से 2018 तक सिसोदिया के शिक्षा सलाहकार के रूप में कार्य किया।

'आप' ने राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति में सुधार के लिए एक बड़ा दावा किया है और इस अभियान में आतिशी की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जाता है।

आतिशी का राजनीतिक ग्राफ

हाल के दिनों में, आम आदमी पार्टी के भीतर आतिशी की स्थिति तेजी से उन्नत हुई है। अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल 8 मार्च को अपनी कैबिनेट में फेरबदल किया और आतिशी को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई।

यह उल्लेखनीय है कि वह दिल्ली कैबिनेट में एकमात्र महिला मंत्री हैं और उनके पास सबसे अधिक मंत्रालय हैं। दिल्ली शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद, आतिशी की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद जेल में होने के कारण इस साल 15 अगस्त को आतिशी को झंडा फहराने की जिम्मेदारी दी थी, हालांकि उपराज्यपाल ने इसे खारिज कर दिया था। इससे स्पष्ट होता है कि केजरीवाल आतिशी को कितना महत्व देते हैं।

जानिए कौन हैं आतिशी मार्लेना है जो बनेगी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री


नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना दिल्ली की नए सीएम होंगी. विधायक धल के बैठक के बाद आज उनके नाम का ऐलान किया है. आतिशी वर्तमान में दिल्ली सरकार की कैबिनेट मंत्री है।

आतिशी मार्लेना जो बनी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना दिल्ली की नए सीएम होंगी. विधायक दल की बैठक के बाद आज उनके नाम का ऐलान किया है. आतिशी वर्तमान में दिल्ली सरकार की कैबिनेट मंत्री है.

कौन है आतिशी मार्लेन: आम आदमी पार्टी की सबसे प्रमुख सदस्यों में से एक आतिशी को दिल्ली के शिक्षा सुधारों में उनकी भूमिका के लिए सराहा जाता है।

उनका पूरा नाम आतिशी मार्लेना सिंह है. 8 जून 1981 को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के प्रोफेसर विजय सिंह और त्रिप्ता वाही के घर जन्मी आतिशी ने अपनी स्कूली और कॉलेज की शिक्षा दिल्ली में ही प्राप्त की है।

साल 2001 में डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक करने के बाद, वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय चली गईं थीं।

आतिशी का राजनीतिक सफर:

 आतिशी वर्ष 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ीं और पार्टी के लिए नीति निर्माण में शामिल हुईं. उन्होंने दिल्ली में शिक्षा सुधारों का नेतृत्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 

साल 2015 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने उन्हें उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का सलाहकार नियुक्त किया था।

हालांकि, 2018 में उन्हें पद से हटा दिया गया, जिससे वे प्रमुखता में आ गईं. केंद्र द्वारा आठ अन्य पार्टी सदस्यों के साथ आतिशी की नियुक्ति को रद्द करने से आप और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के बीच तनातनी हो गई।

2019 के लोकसभा चुनाव में आप ने उन्हें पूर्वी दिल्ली सीट से मैदान में उतारा था. कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली और क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर के खिलाफ, जो भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे।

आतिशी को एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन वे गौतम गंभीर से हार गईं. उसके बाद आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने उन्हें दिल्ली के कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से फिर से अपना उम्मीदवार बनाया, वर्तमान में वह कालकाजी से विधायक हैं और दिल्ली सरकार की कैबिनेट में सबसे प्रभावी मंत्री हैं।

आप में शामिल होने से पहले आतिशी ने कुछ समय आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में इतिहास और अंग्रेजी पढ़ाने का काम किया था. आतिशी को दिल्ली के शैक्षणिक संस्थानों के कायाकल्प में अहम भूमिका निभाने का श्रेय दिया जाता है। 

उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने, शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत स्कूल प्रबंधन समितियों का गठन करने, निजी स्कूलों को मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने से रोकने के लिए नियमों को मजबूत करने और 'हैप्पीनेस' पाठ्यक्रम शुरू करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

दिल्ली के सीएम के नाम पर लगी मुहर आतिशी बनेगी सीएम,AAP विधायक दल की बैठक में केजरीवाल ने रखा नाम का प्रस्ताव


नई दिल्ली : दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग गई है. आम आदमी पार्टी ने आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री तौर पर चुना है. अब अरविंद केजरीवाल शाम 4.30 बजे राज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर इस्तीफा दे सकते हैं।

आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. आम आदमी पार्टी की तरफ से इसका ऐलान कर दिया गया है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम 4.30 बजे राज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात करेंगे. 

उम्मीद है कि इस दौरान ही केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे. इस्तीफे के साथ ही LG को विधायक दल के नेता के नाम की चिट्ठी भी सौंपी जा सकती है. 

बता दें कि केजरीवाल ने कल ऐलान किया था कि वह दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर जनता की अदालत में जाएंगे.

विदेश में भारत की आलोचना करने पर राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी राहुल गांधी को बताया विभीषण


केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस के वरीय नेता और सांसद राहुल गांधी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अपने देश के बारे में दूसरे देशों में यह नहीं बोलना चाहिए था। अपने देश के प्रति सब लोग ईमानदार है, कोई भी देशभक्त ऐसा नहीं कह सकता है। 

राहुल गांधी अपने देश के नहीं विदेशों के नेता हैं। यही कारण है कि विदेशों में जाकर राहुल गांधी हिंदुस्तान के बारे में ऐसा बोलते हैं। कोई हिन्दुस्तानी ऐसा नहीं बोल सकता है तो राहुल गांधी को भी नही बोलना चाहिए। वह विपक्ष के नेता हैं। उन्हें सांसद में बोलना चाहिए। राहुल गांधी घर का भेदी लंका ढाए वाला काम कर रहे हैं।

दरअसल, बीते हफ्ते राहुल की अमेरिका यात्रा के दौरान उनके दिए बयानों पर जमकर हंगामा मचा रहा। जातिगत जनगणना से लेकर आरक्षण तक के मुद्दे पर विवाद हुआ। भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से उनकी मुलाकात पर सबसे ज्यादा विवाद हुआ। राहुल गांधी ने कहा था कि 'जब भारत एक निष्पक्ष जगह बन जाएगा तो कांग्रेस आरक्षण खत्म करने पर विचार करेगी। राहुल गांधी ने कहा कि भारत अभी निष्पक्ष जगह नहीं है। भारत में 90 फीसदी आबादी दलित, पिछड़ों और आदिवासियों की है, जो खेल में शामिल ही नहीं हैं।'

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आभार व्यक्त किया है। बताया कि विष्णुपद कॉरिडोर, महाबोधी कॉरिडोर, भुवनेश्वर से कोलकाता एक्सप्रेसवे, ओद्योगिक पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसे में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की उपयोगिता और बढ़ जाएगी। 

गया वासियों को दो और वंदे भारत ट्रेन की सौगात

बता दें कि रेल मंत्रालय द्वारा गया वासियों को दो और वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी है। गया जंक्शन से पहली बार वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया गया। गया हावड़ा वंदे भारत और वाराणसी देवघर वंदे भारत को पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया हैं। इस अवसर पर गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 6 पर कार्यक्रम आयोजित की गई। 

उक्त कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, पर्यावरण मंत्री डॉ प्रेम कुमार समेत कई नेता और रेलवे के अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावे गया जंक्शन पटना रांची वंदे भारत और रांची वाराणसी वंदे भारत का परिचालन पहले से हो रहा है। वहीं पटना टाटा पटना वंदे भारत का भी शुभारंभ रविवार को किया गया है। दो और वंदे भारत के साथ अब गया रेलवे स्टेशन से 5 वंदे भारत ट्रेन का परिचालन होगा।

इन दिनों से रेल यात्रियों को मिलेगा वंदे भारत ट्रेन की सुविधा

वहीं पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि 18 सितंबर से ट्रेन संख्या 22303/22304 हावड़ा गया हावड़ा वंदे भारत ट्रेन का नियमित परिचालन किया जाएगा। यह ट्रेन गया और हावड़ा से गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन ही परिचालन होगा। जो दुर्गापुर, आसनसोल, धनबाद, पारसनाथ, कोडरमा रुकते हुए गया जंक्शन पहुंचेंगी। वहीं 16 सितंबर से ट्रेन संख्या 22500/22499 वाराणसी देवघर वाराणसी वंदे भारत ट्रेन का नियमित परिचालन किया जाएगा। 

उक्त ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी। यह ट्रेन वाराणसी से डीडीयू, सासाराम, गया, नवादा, किऊल, जेसीडीह, देवघर जंक्शन पहुंचेगी। वहीं उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर गया और हावड़ा के बीच अत्याधुनिक व विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन का परिचालन का शुभारंभ किया गया है।

दिल्ली:केजरीवाल के इस्तीफे को कांग्रेस ने बताया नाटक कहा इस्तीफा ' सहानुभूति वोट हासिल करने का हथकंडा' हैं।


नई दिल्ली:- कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा को राजनीतिक मजबूरियों के कारण किया गया नाटक करार दिया और दावा किया कि 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा चुनाव और राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले विधानसभा चुनावों में इसका पुरानी पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी को सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ मजबूत सत्ता विरोधी लहर के कारण 10 साल के अंतराल के बाद हरियाणा में सरकार बनाने का भरोसा था और दिल्ली में भी वापसी करने का भी भरोसा था, जहां आप 2013 से सत्ता में है.

पहले ही देना चाहिए था इस्तीफा

दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा, " अरविंद केजरीवाल को उस समय ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब उन पर शराब घोटाले में आरोप लगे थे और बाद में उसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. उन्हें तब भी इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब दिल्ली के लोग भारी बारिश के दौरान नालों के जाम होने के कारण बाढ़ से जूझ रहे थे या जब लोगों को पीने के पानी और बिजली की आपूर्ति की कमी से जूझना पड़ रहा था या जब शहर भारी प्रदूषण के कारण जाम हो गया था.?"

उन्होंने कहा कि अब जब कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है, तो अब वह इस्तीफा क्यों दे रहें. यह सब नाटक है और राजनीतिक मजबूरी के तहत किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को क्लीन चिट नहीं दी है और मतदाताओं के सामने उनकी पोल खुल गई है.

'मतदाता कांग्रेस का समर्थन करेंगे'

यादव ने कहा, "दिल्ली के मतदाताओं को एहसास हो गया है कि पहले शहर का विकास किसने किया और अब उनके लिए कौन काम कर रहा है. इस बार मतदाता कांग्रेस का समर्थन करेंगे, न कि आप का, चाहे चुनाव फरवरी में हों या नवंबर में. दिल्ली में मुकाबला कांग्रेस बनाम बीजेपी होने वाला है।

यही वजह है कि हाल ही में आप के कई नेता और मंत्री कांग्रेस में शामिल हुए हैं. हमने आर्टिलरी संगठन को पुनर्जीवित किया है और अगली सरकार हम ही बनाएंगे."

सहानुभूति वोट हासिल करने हथकंडा

पूर्व सांसद और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा, "केजरीवाल का इस्तीफा सहानुभूति वोट हासिल करने का एक हथकंडा है, लेकिन अब इसका कोई असर नहीं होगा. लोगों ने पिछली शीला दीक्षित सरकार और केजरीवाल सरकार के दौरान किए गए कामों में अंतर देखा है।

कांग्रेस अब दिल्ली को सबसे हरी-भरी राजधानी होने का गौरव वापस दिलाएगी."

हरियाणा के प्रभारी एआईसीसी सचिव मनोज चौहान ने कहा, 'हरियाणा में AAP की कोई मौजूदगी नहीं है और यह हाल के लोकसभा चुनावों में दिखा है. हमने हरियाणा में आप के साथ सीट बंटवारे की डील करने की कोशिश की, लेकिन वे पीछे हट गए और सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन हरियाणा में भी कांग्रेस बनाम भाजपा की लड़ाई होगी और हम वहां सरकार बनाएंगे।

हम मतदाताओं को बताएंगे कि आप को कोई भी वोट देने का मतलब भाजपा को अप्रत्यक्ष समर्थन होगा.उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आप का गठबंधन था. हरियाणा में कांग्रेस ने 9 और AAP ने 1 सीट पर चुनाव लड़ा था. दिल्ली में कांग्रेस ने 3 और आप ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था. कांग्रेस ने हरियाणा में 5 सीटें जीतीं, लेकिन दिल्ली में एक भी नहीं.

आज का इतिहास:1959 में 15 सितंबर को ही भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी


नयी दिल्ली : 15 सितंबर का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1971 में आज ही के दिन शांति पूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध ग्रीन पीस की स्थापना की गई थी। 

1959 में 15 सितंबर को ही भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी।

2017 में आज ही के दिन कासीनी अंतरिक्ष यान शनि के उपग्रह टाइटन से टकरा गया था।

2009 में 15 सितंबर के दिन ही बंगलूर के मुंदिर शिवराजी ने सब जूनियर बिलियर्ड्स का ख़िताब जीता था।

2008 में आज ही के दिन अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक लीमैन ब्रदर्स ने अपने आप को दिवालिया घोषित किया था।

2008 में 15 सितंबर के दिन ही क्राम्पटन गीब्स ने अमेरिका की एमएसआई ग्रुप कंपनी का अधिग्रहण किया था।

2004 में आज ही के दिन ब्रिटिश नागरिक गुरिंदर चड्ढा को ‘वूमैन आफ़ द ईयर’ सम्मान दिया गया था।

2001 में 15 सितंबर के ही दिन अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रपति को अफगानिस्तान पर सैनिक कार्यवाही की मंजूरी दी थी।

2000 में आज ही के दिन सिडनी में 27वें ओलंपिक खेलों का शुभारंभ हुआ था।

1981 में 15 सितंबर को ही वानुअतु संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बना था।

1971 में आज ही के दिन शांति पूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध ग्रीन पीस की स्थापना की गई थी।

1959 में 15 सितंबर को ही भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी।

1959 में आज ही के दिन रूसी नेता निकिता ख्रुश्चेव अमेरिका की यात्रा करने वाले सोवियत संघ के पहले नेता बने थे।

1948 में 15 सितंबर को ही स्वतंत्र भारत का पहला ध्वजपोत आईएनएस दिल्ली बंबई (अब मुंबई) के बंदरगाह पर पहुंचा था।

1940 में आज ही के दिन द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन की वायुसेना ने दावा किया कि इसने हिटलर की जर्मन वायुसेना को हरा दिया है।

1931 में 15 सितंबर के दिन ही गांधी-इरविन समझौता हुआ था।

15 सितंबर को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1967 में आज ही के दिन भारतीय अभिनेत्री राम्या कृष्णन का जन्म हुआ था।

1939 में 15 सितंबर को ही भारतीय अर्थशास्त्री, कानून मंत्री और न्यायमूर्ति भारत के लिए सुब्रमण्यम स्वामी का जन्म हुआ था।  

1927 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जन्म हुआ था।

1922 में 15 सितंबर को ही अमेरिकी अभिनेता और निर्देशक जैकी कूपर का जन्म हुआ था।

1909 में आज ही के दिन तमिलनाडु के प्रसिद्ध नेता और भूतपूर्व मुख्यमंत्री सी. एन. अन्नादुराई का जन्म हुआ था।

1905 में 15 सितंबर को ही भारत प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार डॉ. रामकुमार वर्मा का जन्म हुआ था।

15 सितंबर को हुए निधन

2012 में आज ही दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांचवें सरसंघचालक के एस सुदर्शन का निधन हुआ था।

15 सितंबर को प्रमुख उत्सव

अभियंता दिवस

संचायिका दिवस

SIT की चार्जशीट में खुलासा:दुष्कर्म के दौरान पीड़िता को हंसने पर मजबूर करता था पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना

बेंगलुरु:- जेडीएस के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में एसआइटी के तीसरे आरोपपत्र से पता चला है कि वह पीड़िता को अपनी पसंद का इनरवियर पहनने और इस जघन्य कृत्य को अंजाम देते समय हंसने के लिए मजबूर करता था।

मामले की जांच कर रही एसआइटी ने जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत में 1,691 पन्नों का आरोपपत्र पेश किया और इसके साथ पीड़िता का बयान संलग्न किया। एसआइटी ने इस मामले में 120 से अधिक गवाहों से पूछताछ की है।

बंदूक की नोक पर किया दुष्कर्म

पीड़िता ने बताया है कि प्रज्वल ने बंदूक की नोक पर उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया, उसका वीडियो बनाया और वीडियो के स्क्रीनशाट लिए। वह इस बात पर जोर देता था कि पीड़िता को यौन उत्पीड़न के दौरान रोना नहीं चाहिए और उसे पूरे समय हंसना चाहिए। 

पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रज्वल ने 2020 से 2023 तक पीड़िता के साथ बार-बार दुष्कर्म किया। हर बार जब वह अपराध करता था, तो उसका वीडियो रिकार्ड कर लेता था।

कार्यक्रम के बाद प्रज्वल ने किया फोन

इसके बाद वह पीड़िता को धमकी देता था कि अगर उसने इसके बारे में किसी को बताया तो वह इसे सार्वजनिक कर देगा। मामले में गवाह एक विधायक ने एसआइटी को बताया कि वह एक कार्यक्रम में शामिल हुआ था, जिसमें प्रज्वल और पीड़िता दोनों ने भाग लिया था।कार्यक्रम के बाद प्रज्वल ने बार-बार उसे फोन किया और गेस्ट हाउस में आने के लिए मजबूर किया।

आर्मी स्कूल में TGT, PGT, PRT पदों पर भर्ती का एलान, टेस्ट के लिए आवेदन 25 अक्टूबर तक


नई दिल्ली:- आर्मी स्कूल्स में टीचर भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी (AWES) द्वारा पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT), प्रशिक्षित ग्रेजुएट टीचर (TGT) एवं प्राइमरी शिक्षक (PRT) भर्ती ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट (OST) के लिए रजिस्ट्रेशन 10 सितंबर से शुरू कर दिए गए हैं। जो भी अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होना चाहते हैं वे OST के लिए निर्धारित अंतिम तिथि 25 अक्टूबर 2024 तक फॉर्म भर सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन माध्यम से AWES की ऑफिशियल वेबसाइट awesindia.com पर जाकर किया जा सकता है। पंजीकरण करने से पहले उम्मीदवार पात्रता एवं मापदंड की जांच अवश्य कर लें।

एप्लीकेशन प्रॉसेस एवं शुल्क

इस भर्ती में आवेदन के लिए आपको सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।

यहां आपको On-Line Screening Test for Teachers 2024 के नीचे रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करना है।

अब आपको पहले रजिस्टर बटन पर क्लिक करके मांगी गई डिटेल भरकर पंजीकरण कर लेना है।

इसके बाद लॉग इन के माध्यम से अन्य जानकारी भरकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर लें।

अंत में अभ्यर्थी तय शुल्क जमा करके पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म को सबमिट कर दें।

आपको बता दें कि आवेदन पत्र भरने के साथ सभी वर्ग के उम्मीदवारों को 385 रुपये शुल्क जमा करना होगा। शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है।

इन डेट्स में होगा ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट

आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी की ओर से ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट (OST) का आयोजन 23 एवं 24 नवंबर 2024 को करवाया जाएगा।

एग्जाम के लिए 25 नवंबर के दिन को रिजर्व रखा गया है। आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड परीक्षा से कुछ दिन पूर्व जारी कर दिए जाएंगे। स्क्रीनिंग टेस्ट संपन्न होने के बाद रिजल्ट की घोषणा 10 दिसंबर 2024 को कर दी जाएगी।

Railway Recruitment 2024: ईस्टर्न रेलवे में अप्रेंटिसशिप के 3115 पदों पर नई भर्ती का एलान, आवेदन 24 सितंबर से


नई दिल्ली:- रेलवे में सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है। एनटीपीसी के बाद अब आरआरसी ईस्टर्न रेलवे RRC Eastern Railway- ER) में अप्रेंटिसशिप के 3115 पदों रिक्त पदों को भरने के लिए भर्ती निकाली गई है। भर्ती के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही आवेदन तिथियों को भी घोषित कर दिया गया है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू कर दी जाएगी।

आवेदन शुरू होते ही अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन माध्यम से आरआरसी ईआर की ऑफिशियल वेबसाइट www.rrcer.org पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे। फॉर्म भरने की लास्ट डेट 23 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है।

आवेदन से पहले यहां से चेक करें पात्रता

इस भर्ती में आवेदन के लिए अभ्यर्थी ने मैट्रिक उत्तीर्ण करने के साथ ही आईटीआई-ITI/ एनसीवीटी-NCVT सर्टिफिकेट संबंधित ट्रेड से प्राप्त किया हो। इसके साथ ही अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 15 वर्ष से कम और 24 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग से आने वाले अभ्यर्थियों को नियमानुसार छूट दी जाएगी। उम्र की गणना 23 अक्टूबर 2024 को ध्यान में रखकर की जाएगी।

एप्लीकेशन प्रॉसेस एवं आवेदन शुल्क

इस भर्ती में आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकेगा, अन्य किसी भी प्रकार से फॉर्म स्वीकार नहीं किये जाएंगे। एप्लीकेशन फॉर्म भरने के साथ ही जनरल, ओबीसी ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के रूप में 100 रुपये का भुगतान करना होगा। एससी/ एसटी/ पीएच/ महिला अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए निशुल्क आवेदन कर सकते हैं।

कैसे होगा चयन

आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को मैट्रिक एवं आईटीआई/ एनसीवीटी में प्राप्त अंकों के अनुसार शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों को अगले चरण डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा। अंत में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के अनुसार फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। भर्ती से जुड़ी विस्तृत डिटेल के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल नोटिफिकेशन का अवलोकन अवश्य कर लें।