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टोल टैक्स नियमों में बड़ा बदलाव अब हाईवे पर 20 किलोमीटर की यात्रा में नहीं देना होगा कोई शुल्क


नयी दिल्ली : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है. नए नियम, जिन्हें “राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दर निर्धारण और संग्रह) संशोधन नियम, 2024” कहा जा रहा है, के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर पहले 20 किलोमीटर की यात्रा के लिए शून्य-शुल्क नीति लागू की गई है।यानी आपको 20 किलोमीटर की यात्रा के लिए कोई टोल नहीं देना होगा।

यह प्रावधान केवल उन वाहनों के लिए लागू होगा जो ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम ऑन-बोर्ड यूनिट से लैस होंगे. नवीनतम संशोधन के अनुसार, राष्ट्रीय परमिट वाले वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों को राष्ट्रीय राजमार्ग, स्थायी पुल, बाईपास या सुरंग पर पहले 20 किलोमीटर की यात्रा के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा.

20 किमी से ज्यादा चलाई गाड़ी़ तभी लगेगा टोल

यदि किसी दिन में 20 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की जाती है, तो उपयोगकर्ताओं से केवल 20 किलोमीटर से अधिक की वास्तविक यात्रा दूरी पर ही टोल लिया जाएगा.

इस बदलाव का उद्देश्य छोटे सफर के लिए ड्राइवरों पर आर्थिक बोझ को कम करना है, जबकि लंबी यात्राओं के लिए उचित शुल्क संरचना को बनाए रखना है.

मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, “ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम आधारित उपयोगकर्ता शुल्क संग्रह प्रणाली के तहत, जो ड्राइवर, मालिक या मोटर वाहन का प्रभारी व्यक्ति राष्ट्रीय परमिट वाहन के अलावा उसी खंड का उपयोग करता है, उससे प्रति दिशा में 20 किलोमीटर तक की यात्रा पर शून्य-शुल्क लिया जाएगा.

यदि दूरी 20 किलोमीटर से अधिक हो जाती है, तो केवल वास्तविक यात्रा दूरी पर शुल्क लिया जाएगा.”

इससे पहले, जुलाई में, सड़क मंत्रालय ने FASTag के साथ एक अतिरिक्त सुविधा के रूप में चुनिंदा राष्ट्रीय राजमार्गों पर पायलट आधार पर ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम आधारित टोल संग्रह प्रणाली लागू करने की घोषणा की थी।

दिग्विजय दिवस आज : शिकागो में स्वामी विवेकानंद के सबसे प्रभावशाली भाषण के 131 साल


नयी दिल्ली : शिकागो में स्वामी विवेकानन्द के ऐतिहासिक भाषण के उपलक्ष्य में हर साल 11 सितंबर को दिग्विजय दिवस मनाया जाता है।1893 में, उन्होंने भारत और हिंदू धर्म के प्रतिनिधि के रूप में विश्व धर्म संसद में भाग लिया था। विश्व धर्म संसद का उद्घाटन 11 सितंबर से 27 सितंबर 1893 तक हुआ था। इसमें दुनिया भर के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।

इस वर्ष प्रथम विश्व धर्म संसद और स्वामी विवेकानन्द के ऐतिहासिक संबोधन की 131वीं वर्षगांठ है। संसद में, स्वामी विवेकानन्द ने हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया, और उनके शुरुआती शब्द प्रसिद्ध हुए और दुनिया भर में अक्सर इन शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है।

स्वामी विवेकानन्द द्वारा शिकागो कार्यक्रम में दिया गया भाषण पिछले 131 वर्षों से किसी बाहरी भारतीय द्वारा दिये गये सबसे महत्वपूर्ण भाषणों में से एक माना जाता है। ऐसे में जब इस साल दिग्विजय दिवस की 131 वर्षगांठ मनाई जा रही है तो हम आपके लिए स्वामी विवेकानंद के कुछ अनमोल विचार आपके लिए लेकर आए हैं। यहां पढ़ें स्वामी विकेकानंद के कोट्स।

1. उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।

2. ब्रह्मांड की सभी शक्तियां हमारे अंदर हैं। यह हम ही हैं जिन्होंने अपनी आंखों के सामने हाथ रखा है और रोते हुए कहा कि अंधेरा है।

3. किसी की निंदा ना करें, अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।

4. बाहरी प्रकृति केवल आंतरिक प्रकृति बड़ी है।

5. सच को कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है।

6. इस दुनिया में सभी भेद-भाव किसी स्तर के हैं, ना कि प्रकार के, क्योंकि एकता ही सभी चीजों का रहस्य है।

7. जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है तब वह वास्तविक भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है।

8. जितना हम दूसरों के साथ अच्छा करते हैं उतना ही हमारा हृदय पवित्र हो जाता है और भगवान उसमें बसता है।

9. यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।

10. कभी मत सोचिये कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है, ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है, अगर कोई पाप है, तो वो यही है, ये कहना कि तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं।

11. अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे, तो इसका कुछ मूल्य है, अन्यथा, ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है, और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाये उतना बेहतर है।

12. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है।

13. उस व्यक्ति ने अमरत्त्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।

14. हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का धयान रखिये कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।

15. जब तक आप खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते।

पंजाब सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार: कानून बनाने और निरस्त करने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा


नई दिल्‍ली:- सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पंजाब सरकार से सवाल किया कि अगर एक पार्टी की सरकार कोई कानून बनाए और उसके बाद बनी दूसरी पार्टी की सरकार उसे खत्म कर दे तो क्या अनिश्चितता पैदा नहीं होगी।

जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने यह सवाल पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान किया, जिसमें उसने खालसा यूनिवर्सिटी (रिपिल) एक्ट, 2017 को रद करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी थी।

पीठ ने याचिकाकर्ता एवं प्रदेश सरकार के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। खालसा यूनिवर्सिटी एवं खालसा कॉलेज चैरिटेबल सोसायटी ने हाई कोर्ट के नवंबर, 2017 के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि खालसा यूनिवर्सिटी एक्ट, 2016 के तहत खालसा यूनिवर्सिटी का गठन किया गया था और सोसायटी द्वारा पहले से चलाए जा रहे फार्मेसी कॉलेज, कॉलेज आफ एजुकेशन और कॉलेज ऑफ वुमेन को विश्वविद्यालय में मिला दिया गया था।

30 मई, 2017 को खालसा यूनिवर्सिटी एक्ट निरस्त करने के लिए एक अध्यादेश जारी किया गया था और बाद में निरस्तीकरण विधेयक, 2017 पारित किया गया था।

निरस्तीकरण विधेयक को मनमाना करार दिया

शीर्ष अदालत में बहस के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि निरस्तीकरण विधेयक मनमाना था और इस पूरी कार्रवाई में संविधान के अनुच्छेद-14 (कानून के समक्ष समानता) का उल्लंघन हुआ है। जबकि पंजाब के वकील ने कहा कि इसमें कुछ भी मनमाना नहीं है।

NIA चार्जशीट में खुलासा:_रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के पीछे ISIS आतंकियों का हाथ,


नई दिल्ली:- राष्ट्रीय जांच एजेंसी, NIA ने सोमवार को हाई-प्रोफाइल बेंगलुरु रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें एजेंसी ने चार लोगों को आरोपी बनाया है।

एनआईए ने मुसाविर हुसैन शाजिब, अब्दुल मथीन अहमद ताहा, माज मुनीर अहमद और मुजम्मिल शरीफ के रूप में पहचाने गए आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है।

चारों को पहले गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।

GST काउंसिल की बैठक में लिए गए कई बड़े फैसले,कैंसर की दवाओं और नमकीन स्नैक्स पर घटा टैक्स

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में नई दिल्ली में जीएसटी काउंसिल की 54वीं बैठक हुई. बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. 

निर्मला सीतारमण ने कहा कि, स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम पर जीएसटी के मामले पर विचार करने के लिए मंत्रियों का एक समूह गठित किया जाएगा.

कैंसर की दवाओं और नमकीन स्नैक्स पर टैक्स घटा

कैंसर दवाओं पर जीएसटी दरों को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है. कुछ नमकीन स्नैक्स पर टैक्स 18 फीसदी से घटाकर 12 प्रतिशत किया गया है. विदेशी एयरलाइनों को सेवाओं के आयात पर छूट दी गई है.

बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि, परिषद ने सरकार या निजी अनुदान द्वारा वित्तपोषित विशिष्ट संस्थानों द्वारा प्रदान की जाने वाली अनुसंधान एवं विकास सेवाओं को जीएसटी से छूट देने का भी प्रस्ताव रखा है. 

इसके अतिरिक्त, बैठक में प्रमुख कैंसर दवाओं, ट्रैस्टुजुमैब डेरक्सटेकन, ओसिमर्टिनिब और डुरवालुमैब पर जीएसटी दरों को कम करने की सिफारिश की गई. उन्होंने कहा कि चालान को सुव्यवस्थित करने और अनुपालन में सुधार करने के लिए व्यवसाय-से-उपभोक्ता (बी2सी) ई-चालान के लिए एक पायलट शुरू किया जाएगा.

बीमा पर

जीवन और स्वास्थ्य बीमा मुद्दों को हल करने के लिए एक नया मंत्री समूह (जीओएम) बनाया जाएगा, जो मौजूदा दर युक्तिकरण जीओएम के साथ मिलकर काम करेगा. यह अक्टूबर 2024 तक एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा. एक अन्य जीओएम क्षतिपूर्ति उपकर के भविष्य का अध्ययन करने जा रहा है. 

जीओएम के सदस्य यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय, गोवा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पंजाब और गुजरात हैं.

जीएसटी परिषद नवंबर में होने वाली अपनी अगली बैठक में स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम पर कर की दर कम करने पर निर्णय लेगी, यह मुद्दा विपक्षी दलों ने पिछले संसद सत्र में उठाया था. 

स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसियों पर लगाए जाने वाले 18 प्रतिशत कर को कम करने के मामले में राज्यों के बीच व्यापक सहमति बनती दिख रही है, लेकिन बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह को रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा खरीदी गई पॉलिसियों पर जीएसटी लगाने जैसे मुद्दों पर अगले महीने के अंत तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.

जीएसटी परिषद ने सरकारी संस्था या अनुसंधान संघ, विश्वविद्यालय, कॉलेज या आयकर अधिनियम की धारा 35 के तहत अधिसूचित अन्य संस्थान द्वारा सरकारी या निजी अनुदान का उपयोग करके अनुसंधान और विकास सेवाओं की आपूर्ति को छूट देने की सिफारिश की है.

मोटर कारों की कार सीटों के लिए...

इसके अलावा 9401 के अंतर्गत वर्गीकृत कार सीटों पर जीएसटी दर 18 फीसदी से बढ़ाकर 28 प्रतिशत की जाएगी. 

मोटरसाइकिल की सीटों के साथ समानता लाने के लिए मोटर कारों की कार सीटों के लिए 28 प्रतिशत की यह समान दर भावी रूप से लागू होगी. इस पर पहले से ही 28 प्रतिशत की जीएसटी दर लागू है.

इसके अलावा परिषद ने सीट शेयर के आधार पर हेलीकॉप्टरों द्वारा यात्रियों के परिवहन पर 5 प्रतिशत जीएसटी अधिसूचित करने और पिछली अवधि के लिए जीएसटी को 'जैसा है, जहां है' के आधार पर नियमित करने की सिफारिश की. राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा​ने यह भी स्पष्ट किया कि हेलीकॉप्टरों के चार्टर पर 18 फीसदी जीएसटी लागू रहेगा.

वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि मार्च 2026 से आगे मुआवजा उपकर के मुद्दे पर जीओएम द्वारा निर्णय लिया जाएगा. उनके अनुसार जीओएम ऋण और ब्याज के समायोजन के बाद एकत्र किए गए अतिरिक्त 40 हजार करोड़ रुपये पर निर्णय लेगा.

 क्षतिपूर्ति उपकर (cess) से जनवरी 2026 तक ऋण और उपकर राशि का समायोजन होने की संभावना है, जबकि उपकर मार्च 2026 तक जारी रहेगा।

मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए अपनाए ये पांच टिप्स

ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें देखकर लगता है कि इन्हें हार और जीत से फर्क नहीं पड़ता या कहें ये लोग दुख से तुरंत उभर जाते हैं. असल में ये वो लोग हैं जिन्हें हम मेंटली स्ट्रॉन्ग (Mentally Strong) कहते हैं. जीवन में मेंटली स्ट्रॉन्ग होना बेहद जरूरी है।मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए यहां पांच टिप्स दी गई हैं।

सकारात्मक सोच को अपनाएं

मानसिक मजबूती के लिए सकारात्मक सोच बेहद महत्वपूर्ण है। नकारात्मक विचारों और चुनौतियों को अवसर के रूप में देखना आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें और कठिन समय में भी आशा न छोड़ें।

खुद को जानें और स्वीकारें

मानसिक मजबूती का एक प्रमुख हिस्सा है खुद को समझना और अपनी कमजोरियों को भी स्वीकार करना। अपनी भावनाओं को पहचानें और समझें कि उन्हें दबाने के बजाय उनसे निपटना कैसे है।आत्म-जागरूकता आपको मुश्किल परिस्थितियों में ठोस निर्णय लेने में मदद करती है।

सीखने की प्रवृत्ति रखें

मानसिक रूप से मजबूत लोग हर अनुभव से सीखते हैं। असफलताओं को सबक के रूप में देखें और उन्हें सुधारने के मौके के रूप में लें। निरंतर सीखते रहना आपकी मानसिक शक्ति को बढ़ाता है और आपको अधिक लचीला बनाता है।

आत्म-अनुशासन बनाए रखें

मानसिक मजबूती का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आत्म-अनुशासन है। समय पर अपने कार्यों को पूरा करना और अपनी आदतों को अनुशासित रखना आपको भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है। नियमित रूप से मेडिटेशन, एक्सरसाइज या माइंडफुलनेस जैसी गतिविधियों को शामिल करें।

स्वस्थ सीमाएं बनाएं

मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए अपनी सीमाओं को पहचानना और दूसरों के साथ स्वस्थ सीमाएं रखना जरूरी है। अपनी सीमाओं को समझकर, आप तनाव से बच सकते हैं और अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। 'ना' कहना सीखें और अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करें।

इन टिप्स को अपने जीवन में अपनाने से आप धीरे-धीरे मानसिक रूप से मजबूत बन सकते हैं और जीवन की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकते हैं।

Mpox अलर्ट : Mpox का संदिग्ध मामला भारत में आया सामने,आइसोलेशन में भेजा गया मरीज

नई दिल्ली:- हाल ही में विदेश की यात्रा करने वाले एक संदिग्ध मंकीपॉक्स (Mpox) से संक्रमित युवा रोगी की पहचान की गई है. रोगी को एक अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है. फिलहाल उसकी हालत स्थिर है.एमपॉक्स की उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए रोगी के सैंपल का टेस्ट किया जा रहा है।

मामले को स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार मैनेज किया जा रहा है और संभावित सोर्स की पहचान करने और देश के भीतर प्रभाव का आकलन करने के लिए उसकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग जारी है. यह केस एनसीडीसी द्वारा किए गए रिस्क असेसमेंट के अनुरूप है और किसी भी अनावश्यक चिंता का कोई कारण नहीं है।

मामले से निपटने के लिए किए गए उपाय

स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि मरीज के सैंपल ले लिए गए हैं और यह पता लगाने के लिए टेस्ट किया जा रहा है कि मरीज को एमपॉक्स हुआ है या नहीं. देश इस तरह के अलग-थलग यात्रा से संबंधित मामले से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी संभावित जोखिम को प्रबंधित करने और कम करने के लिए कड़े उपाय किए गए हैं.

सरकार ने आश्वासन दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है और यह घटनाक्रम राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) द्वारा किए गए पूर्व जोखिम आकलन के अनुरूप है.

WHO प्रकोप को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 12 अफ्रीकी देशों में प्रकोप को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित करने के तीन सप्ताह बाद भारत में संदिग्ध एमपॉक्स मामले का पता चला है. इस पहले अफ्रीका रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र और WHO ने शुक्रवार को एमपॉक्स प्रकोप के लिए एक महाद्वीप-व्यापी प्रतिक्रिया योजना शुरू की थी.

अफ्रीका सीडीसी के महानिदेशक डॉ. जीन कासेया के अनुसार, लगभग 600 मिलियन डॉलर के अनुमानित बजट वाली छह महीने की योजना निगरानी, ​​प्रयोगशाला परीक्षण और सामुदायिक जुड़ाव पर ध्यान केंद्रित करेगी।

एयर टैक्सी का सपना होगा जल्द सच,दिल्ली और मुंबई के लोगों को मिलेगी आसमान में उड़ने की सुविधा,DGCA ने दी हरी झंडी।

नयी दिल्ली :- एविएशन सेक्टर के रेगुलेटर डीजीसीए ने वर्टीपोर्ट बनाने और संचालित करने के नियम बना दिए हैं. इंडिगो ने ऐसी 200 मिडनाइट एयर टैक्सी हासिल करने के लिए आर्चर एविएशन से समझौता किया है. शहर की भीड़भाड़ भरी सड़कों पर फंसने के दौरान हम सभी के दिमाग में यह बात एक बार तो जरूर आती है कि काश हम उड़ कर अपनी मंजिल पर पहुंच जाते तो कितना अच्छा होता।तो अब थोड़ा सा सब्र रखिए क्योंकि आपका सपना बहुत जल्द पूरा होने वाला है।

जल्द ही दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में एयर टैक्सी की सुविधा आने वाली है. एविएशन सेक्टर के रेगुलेटर डीजीसीए ने वर्टीपोर्ट नियमों को हरी झंडी दे दी है. इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2026 से एयर टैक्सी देश में चलने लगेगी. 

एयर टैक्सी के लिए वर्टीपोर्ट बनाए जाने के नियमों को दी हरी झंडी 

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के नियमों के अनुसार, इन एयर टैक्सी के लिए वर्टीपोर्ट बनाए जाएंगे. इन वर्टीपोर्ट को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि एयर टैक्सी यहां से वर्टीकल टेक ऑफ और लैंडिंग कर सके. इन वर्टीपोर्ट को एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जाएगा.

इंडिगो ने आर्चर एविएशन से 200 मिडनाइट एयरक्राफ्ट के लिए की डील

एयर टैक्सी के लॉन्च के लिए पहला प्रयास देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब इंटरप्राइजेज ने किया है. उसने कैलिफोर्निया की कंपनी आर्चर एविएशन से उनके वीटोल एयरक्राफ्ट मिडनाइट को हासिल करने का समझौता किया है।

आर्चर एविएशन एक इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी निर्माता है. इंडिगो ने 1 अरब डॉलर का निवेश कर 200 मिडनाइट टैक्सी का आर्डर दे दिया है।

दिल्ली में शुरू हो सकती है पहली एयर टैक्सी, मुंबई इसके बाद  

डीजीसीए के अनुसार, वर्टीपोर्ट के नियम बनाए जाने के लिए उन्होंने सभी स्टेकहोल्डर्स से व्यापक विमर्श किया है. नियमों के मुताबिक, वर्टीपोर्ट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, एयर टैक्सी ऑपरेशनल गाइडलाइन्स, बैटरी चार्जिंग, पार्किंग, लैंडिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स के दिशानिर्देश तय किए हैं. 

इन सभी नियमों का पालन करने के बाद ही वर्टीपोर्ट को क्लीयरेंस दिया जाएगा. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पहली एयर टैक्सी दिल्ली में शुरू हो सकती है. इसके बाद मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में भी यह सुविधा दी जाएगी।

स्कंद षष्ठी व्रत आज, इस विधि से करें शिव पुत्र कार्तिकेय जी की पूजा


षष्ठी तिथि का दिन भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। इसे कुमार षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन व्रत रखने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं।

शिव पुत्र कार्तिकेय जी की पूजा

 भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाता है। षष्ठी तिथि का दिन भगवान कार्तिकेय को समर्पित होता है। इस कारण से इस दिन को कुमार षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन व्रत रखने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं व जीवन में खुशहाली आती है। भगवान स्कंद को सुब्रमण्यम, कार्तिकेयन, व मुरुगन आदि नामों से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं स्कंद षष्ठी व्रत की पूजा-विधि, शुभ मुहूर्त, व महत्व-

स्कंद षष्ठी 2024 का मुहूर्त

दृक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि 08 सितम्बर को शाम 07 बजकर 58 मिनट से आरंभ हो चुकी है, जो कि 09 सितम्बर को रात 09 बजकर 53 मिनट तक रहेगी। 

उदया तिथि के अनुसार, 9 सितंबर को स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 18:04 से 06:04, सितम्बर 10 बजे तक। रवि योग- सुबह 06:03 से 18:04 बजे तक रहेगा। 

स्कंद षष्ठी पूजा की विधि

1- स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें। 

2- भगवान श्री कार्तिकेय का जलाभिषेक करें। 

3- प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें। 

4- अब प्रभु को पूजन सामग्री माला, पुष्प, अक्षत, कलावा, सिंदूर और चंदन आदि अर्पित करें। 

5- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें। 

6- पूरी श्रद्धा के साथ भगवान कार्तिकेय की आरती करें। 

7- प्रभु को श्रद्धा अनुसार भोग लगाएं। 

8- अंत में क्षमा प्रार्थना भी करें। 

इस मंत्र का करें जाप- देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव।

कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते॥

ऑनलाइन पेमेंट में भारत ने बनाया नया रिकॉर्ड, अमेरिका-चीन से निकला आगे

नई दिल्ली:- भारत यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) पेमेंट करने के मामले में चीन और अमेरिका से आगे निकल गया है. साथ ही इंडियन UPI पेमेंट प्लेटफॉर्म ने चीन के Alipay और अमेरिका के PayPal को पीछे छोड़ते हुए नया रिकॉर्ड कायम किया है।

दरअसल, भारत में यूपीआई के जरिए इस साल अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 81 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ है. यह डिजिटल पेमेंट के जरिए दुनिया में किया गया दुनिया में सबसे ज्यादा लेन-देन है. इतना ही नहीं पिछले साल के मुकाबले यूपीआई पेमेंट करने के मामले में 37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

58 प्रतिशत बढ़ा UPI ट्राजैक्शन

न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने ग्लोबल पेमेंट हब पेसिक्योर की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि यूपीआई प्लेटफॉर्म पर हर एक सेकेंड 3,729.1 ट्रांजैक्शन हुए हैं, जबकि यह आंकड़ा साल 2022 पहले तक 2,348 प्रति सेकेंड हुआ करता था. इस तरह यूपीआई पेमेंट में लगभग 58 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

पेसिक्योर के डेटा के अनुसार इस साल जुलाई में यूपीआई से किए गए पेमेंट का आंकड़ा 20.6 लाख करोड़ था, जो एक महीने में किए गए लेन-देन के मामले में सबसे ज्यादा था. इसके अलावा यूपीआई ट्रांजैक्शन ने लगातार तीन महीने 20 लाख करोड़ के आंकड़े को पार किया.

40 फीसदी डिजिटल पेमेंट

रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल लेनदेन में भारत दुनियाभर में सबसे आगे हैं. यहां 40 फीसदी से ज्यादा डिजीटल पेमेंट होते हैं. इनमें से भी सबसे ज्यादा पेमेंट UPI के जरिए किए जा रहे हैं।

100 बिलियन पहुंचेगा आंकड़ा

इस संबंध में नेशनल पेमेंट कोर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के CEO दिलीप असबे का कहना है कि UPI ट्रांजैक्शन अगले 10 साल में 100 बिलियन के आंकड़ो को पार कर जाएगा. उन्होंने बताया कि भारत के साथ संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और मलेशिया जैसे देशों में भी भारत ने यूपीआई पेमेंट शुरू किया है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार कई क्षेत्रों से प्राप्त उत्साहजनक प्रतिक्रिया के आधार पर, रिजर्व बैंक अब "यूपीआई और रुपे को सही मायने में वैश्विक" बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.

हाल ही में मुंबई में आयोजित 'ग्लोबल फिनटेक फेस्ट' में उन्होंने कहा कि विदेशी क्षेत्रों में यूपीआई जैसे बुनियादी ढांचे की तैनाती, अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक स्थानों पर यूपीआई ऐप के माध्यम से क्यूआर कोड-बेस्ड पेमेंट एक्सेर्टेंट की फैसिलिटी प्रदान करना और क्रॉस बॉर्डर रेमिटेंस के लिए यूपीआई को अन्य देशों के फास्ट पेमेंट सिस्टम के साथ जोड़ना उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है।