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आखिर क्यों मनाते हैं दही हांडी? देश में किन जगहों पर फेमस है ये कार्यक्रम?

देशभर में बड़ी धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया गया. भगवान कृष्ण को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर था. आज भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी में ही दही हांडी का कार्यक्रम रखा जाता है. ये कार्यक्रम बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन मटकी तोड़ने की परंपरा है. ऊंचाई पर मटकी में दही-मक्खन बांध देते हैं और लोगों का एक समूह पिरामिड बनाकर उसे फोड़ता है. ऐसा एक बार में नहीं हो पाता क्योंकि ये एक मुश्किल काम है. ऐसा करने में काफी समय लगता है और इसका सारा रोमांच ही पिरामिड के बनने में है. आइये जानते हैं कि दही हांडी का पौराणिक महत्व क्या है और भारत में किन जगहों पर दही हांडी का कार्यक्रम होता है.

क्या है पौराणिक महत्व?

दही हांडी का प्रकरण भगवान कृष्ण की बाल्यावस्था से जुड़ा हुआ है. दरअसल कृष्ण को माखन बहुत प्रिय था. वे घरों में चुपके से घुसकर अपनी मित्र मंडली के साथ सारा माखन चट कर जाते थे. उन्हें इस वजह से माखन चोर कहकर भी बुलाया जाता था. उनकी इस लीला को समर्पित है दही हांडी का कार्यक्रम.

कहां-कहां है फेमस?

दही हांडी का कार्यक्रम कई जगहों पर फेमस है और इसे काफी जोर-शोर से मनाने की प्रक्रिया है. देश की कुछ-कुछ जगहें तो ऐसी भी हैं जहां पर दही हांडी का उत्साह हैरान कर देने वाला होता है. बता रहे हैं वो जगहें जहां पर दही हांडी का कार्यक्रम दुनियाभर में लोकप्रिय है.

दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली में दही-हांडी का प्रोग्राम बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. कई सोसाइटीज में लोग इस कार्यक्रम का आयोजत लेते हैं और भारी संख्या में लोग दही-हांडी की प्रतियोगिता का आनंद उठाने के लिए एकत्रित होते हैं.

वृंदावन

भगवान कृष्ण वृंदावन में पले-बढ़े थे और यहीं पर उनका बचपन बीता था. वैसे तो ये जगह हमेशा ही कृष्णमय रहती है लेकिन जन्माष्टमी पर ब्रजवासियों का उत्साह अलग लेवल पर ही होता है. वृंदावन में जन्माष्टमी के 10 दिन पहले से ही इस कार्यक्रम को धूमधाम से मनाना शुरू कर दिया जाता है. यहां पर भी कृष्ण के जन्म को बड़ी धूम-धाम से सेलिब्रेट करते हैं और दही-हांडी का कार्यक्रम रखा जाता है.

मुंबई

महाराष्ट्र में अलग-अलग जगहों पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. खासकर की दही हांडी के दिन तो लोगों का क्रेज एकदम अलग लेवल पर होता है. इस दिन लोग दही हांडी की प्रतियोगिता भी रखते हैं. महाराष्ट्र में मुंबई की दही हांडी दुनियाभर में प्रचलित है और इस उत्सव के दौरान लोगों का भारी हुजूम नजर आता है. ठाणे, घाटकोपर और खारगर जैसी जगहों पर भी कृष्ण जन्माष्टमी और दही हांडी का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया जाता है.

नोएडा बनी ग्रेट वैल्यू शरणम सोसाइटी में जन्माष्टमी का भव्य कार्यक्रम का किया गया आयोजन,रखी गई दही हांडी की प्रतियोगिता

पूरे देश में जन्माष्टमी बड़े ही धूमधाम से मनाई गई. जन्माष्टमी के अवसर पर नोएडा सेक्टर 107 में बनी ग्रेट वैल्यू शरणम सोसाइटी में शरणम सनातन धर्म मंदिर समिति ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया. जहां राधा-कृष्ण बनकर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए और भगवान श्रीकृष्ण के किरदारों को मंच पर सबके सामने रखा. इसके साथ ही गगन राठौड़ समूह ने भजन संध्या की प्रस्तुति की.

इस अवसर पर सोसाइटी मैं स्थित मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया, लड्डू गोपाल जी का भव्य आकर्षक झूला श्रद्धा और उत्साह के साथ सजाया गया. इस मौके पर दही हांडी मतलब मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी रखी गई थी, महिलाओं और पुरुषों की गोविन्दा टोलियां अलग-अलग दही हांडी प्रतियोगिता में शामिल हुई और सफलतापूर्वक मटकी फोड़कर का पुरस्कार जीता.

1 महीने से चल रही थी तैयारी

इस मौके पर खाने-पीने और शॉपिंग स्टॉल की व्यवस्था भी की गई थी. कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग श्री कृष्ण की भक्ति में तब और लीन हो गए जब प्रसिद्ध भजन गायक गगन राठौर ने अत्यंत भावपूर्ण भजन संध्या को सबके सामने प्रस्तुत किया.

सोसाइटी के लोगों में जन्माष्टमी के उत्सव का यह उत्साह सिर्फ श्री कृष्ण के जन्म दिवस पर ही नहीं दिखाई दिया बल्कि पिछले 1 महीने से इस दिन को सफल बनाने के लिए और श्री कृष्ण के जीवन के हर पहलु को सब के सामने रख, भक्ति में लीन होने के लिए भव्य तैयारियां की जा रही थी. करीब डेढ़ सौ बच्चे अपनी पढ़ाई से समय निकालकर इस महा पर्व का हिस्सा बनने के लिए जोर-शोर से तैयारियां कर रहे थे.

कार्यक्रम का अहम मकसद

शरणम सनातन धर्म मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों के मुताबिक जन्माष्टमी के मौके पर इस भव्य कार्यक्रम का अहम मकसद आजकल की युवा पीढ़ी को अपने संस्कारों से जोड़ने की एक कोशिश थी. बच्चों को अपने संस्कारों के बारे में जानकारी हो और साथ ही ऐसे कार्यक्रमों से सोसाइटी के अंदर एकता पैदा होती है. ऐसे कार्यक्रमों में काफी तादात में सोसाइटी के लोग इकट्ठा होते हैं.

कई वर्षों से करते आ रहे आयोजन

कार्यक्रम के आयोजनकर्ता शरणम सनातन धर्म मंदिर समिति के महासचिव अभिषेक मितल ने बताया, इस कार्यक्रम की तैयारी में सोसाइटी के पचास से अधिक लोग पिछले एक महीने से दिन रात लगे हुए थे. उन्होंने बताया कि वे यह कार्यक्रम पिछले कई वर्षों से लगातार कर रहे हैं और अगले वर्ष उनकी योजना दही हांडी की महानगर स्तर की प्रतियोगिता आयोजित करने की है. इस अवसर पर हमने कई निवासियों से बात की सभी निवासी अत्यधिक खुश एवं उत्साहित दिखाई दिए.

बांग्लादेश में फिर भड़की हिंसा,विश्वविद्यालय के छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच हिंसक झड़प, कई लोग गंभीर रूप से घायल

रविवार की रात बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है. खबर आ रही है कि विश्वविद्यालय के छात्रों और अंसार सदस्यों के बीच हिंसक झड़प हुई है जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. यह घटना रात नौ बजे सचिवालय के पास घटित हुई जब दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर धावा बोल दिया. घटनास्थल पर माहौल तनावपूर्ण होने के बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और शांति बहाल की.

क्यों हुई हिंसा

बताया जा रहा है कि इस झड़प का मुख्य कारण अंतरिम सरकार के सलाहकार को हिरासत में लिया जाना है. ढाका विश्वविद्यालय के छात्रावासों के छात्रों ने सचिवालय तक मार्च किया इसके बाद राजू मेमोरियल स्कल्पचर पर जुटे जिसके बाद विरोध शुरू हुआ. छात्रों को खबर मिली कि अनुसार सदस्यों ने अंतरिम सरकार के सलाहकार और भेदभाव विरोधी छात्रों को हिरासत में ले लिया है इसलिए छात्रों ने अंसार सदस्यों का विरोध किया जिसके बाद दोनों पक्षों में हिंसक झड़प शुरू हो गई.

यह भी जानें

अंतरिम सरकार में सलाहकार और छात्र आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले हसनत अब्दुल्ला ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बताया कि अंसार बल के जरिए वापसी की कोशिश कर रही है. बता दें कि यह प्रदर्शन पिछले दो दिनों से चल रहा है. हिरासत में लिए गए लोगों को सचिवालय में बंद रखा गया है. बांग्लादेश का माहौल आज भी तनावपूर्ण है. पिछले कुछ दिनों से छात्र विरोधी आंदोलन में हिंसा के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर चली गईं. वहीं उनके देश छोड़कर जाने के बाद हिंदुओं पर हिंसक हमला हुआ जिसमें कई हिंदू मारे गए और कई हिंदू देश छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए.

मुंबई में दीवार गिरने से 2 लोगों की मौत,एक गंभीर रूप से घायल

मुंबई के काल्बादेवी इलाके में एक दीवार ढह जाने की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई है वहीं इस हादसे में एक गंभीर रूप से घायल हुआ है. हादसे के बाद मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया गया. दीवार ढहने के वक्त कई लोगों के अंदर फंसे होने की खबरें सामने आ रही थीं. जिसके बाद आनन-फानन में स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और दमकल को सूचना दी. इसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया.

अधिकारियों के मुताबिक एक कंपाउंड दीवार बगल के घर पर गिरी है जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है. सोमवार को दोपहर करीब ढाई बजे यह दुर्घटना हुई है. चरनी रोड इलाके में चीरा बाजार में बनी गांधी बिल्डिंग पर हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि यहां पर एक कंपाउंड दीवार खड़ी थी जो कि करीब 5 से 7 फीट ऊंची और करीब 30 फीट लंबी थी. भारी बारिश की वजह से कमजोर हुई यह दीवार गिर गई. इसी वजह से यह हादसा हुआ है.

मुंबई फायर ब्रिगेड ने सूचना मिलने के बाद तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. पूरे इलाके से बाकी लोगों को सुरक्षा के नजरिए से बाहर निकाला गया और मलबे में लोगों के दबे होने की संभावना को देखते हुए उपकरणों से जांच की गई और सावधानी पूर्वक मलबा हटाया गया. सी वार्ड के जीनियर इंजीनियर ने बताया कि दीवार के पास काम कर रहे मजदूर इस दीवार की चपेट में आए हैं.

मौके पर रेस्क्यू के दौरान 2 शवों को मलबे से बाहर निकाला गया. वहीं एक घायल हालत में शख्स मिला है जिसे हॉस्पिटल के लिए भेजा गया है. रेस्क्यू के दौरान मौके पर एंबुलेंस भी भेजी गई थी. जीटी हॉस्पिटल के आरएमओ डॉ. वैभव ने बताया कि तीन लोगों को हॉस्पिटल में दीवार गिरने की वजह से घायल हालत में लाया गया था. जिनमें विनय कुमार, रामचंद्र साहनी को मृत घोषित किया गया है. इनके अलावा सनी कनोजिया की हालात गंभीर है उन्हें भर्ती किया गया. हालांकि अब सनी की हालत स्थिर बनी हुई है.

राशन कार्ड धारकों के लिए सरकार ने बदल दी पूरी स्कीम,अब मिलेंगी ये 9 चीजें

भारत सरकार देश के लोगों के लिए बहुत सारी योजना चलाती है. इनमें से सरकार अलग-अलग तरह के लोगों के लिए अलग-अलग योजनाएं लेकर आती है. इनमें से ज्यादातर योजनाएं गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए होती हैं. गरीब लोगों को केन्द्र सरकार फ्री राशन मुहैया करवाती है. सरकार सभी राशन कार्ड धारकों को फ्री राशन योजना के तहत राशन देती है.

लेकिन अब इसमें एक बड़ा बदलाव हुआ है. सरकार राशन कार्ड धारकों को पहले फ्री चावल दिया करती थी. लेकिन अब सरकार के नए फैसले के मुताबिक अब फ्री चावल नहीं मिलेंगे. बल्कि फ्री चावल की जगह सरकार अब 9 जरूरी चीजेें देगी. चलिए आपको बताते हैं. अब राशन कार्ड धारकों को क्या चीजें मुफ्त मिलेंगी.  

अब दी जाएंगी ये जरूरी चीजें

भारत सरकार की फ्री राशन स्कीम के तहत देश के 90 करोड़ लोगों को फ्री राशन दिया जाता है. इनमें लोगों को पहले फ्री चावल दिए जाते थे. लेकिन अब सरकार के नए फैसले के साथ फ्री चावल मिलना बंद कर दिया जाएगा. अब सरकार फ्री चावल की जगह राशन कार्ड धारकों को 9 जरूरी चीजें देगी.

इन चीजों में गेहूं, दालें, चना, चीनी, नमक, सरसों का तेल, आटा, सोयाबीन और मसाले शामिल हैं. सरकार ने लोगों की सेहत को सुधारने के लिए और उनके खाने में पोषण के स्तर को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है. इससे लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ भी बेहतर होगी. 

इस तरह बनवा सकते हैं राशन कार्ड

अगर आपका अबतक राशन कार्ड नहीं बना है. लेकिन अगर आप इसके लिए पात्र हैं. तो फिर आप राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी खाद्य और आपूर्ति विभाग कार्यालय जाना होगा. आप चाहे तो खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से भी एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं.  

एप्लीकेशन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी आपको सही दर्ज करनी होगी. इसके साथ ही आपको जो संबंधित दस्तावेज मांगे गए होंगे. वह भी एप्लीकेशन के साथ अटैच करने होंगे. इसके बाद आपको अपना एप्लीकेशन फॉर्म और संबंधित दस्तावेज लेकर अपने नजदीकी राशनिंग कार्यालय में जाकर जमा कर देना होगा 

इसके बाद संबंधित अधिकारी आपके द्वारा दी गई जानकारी और आपके एप्लीकेशन को वेरीफाई करेंगे. इसके बाद वह उसे आगे के लिए प्रोसेस करेंगे. वेरीफिकेशन प्रोसेस कंप्लीट होने के बाद आपका राशन कार्ड बन जाएगा और आप उस पर फ्री राशन ले सकेंगे. 

देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है जन्माष्टमी का पर्व , कृष्ण मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

आज पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. हर तरफ कान्हा की भक्ति में रंगे श्रद्धालु नजर आ रहे हैं. भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की खुशी चारों ओर छाई हुई है. जन्माष्टमी के अवसर पर सभी मंदिर खूबसूरत रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रहे हैं. हर कृष्ण मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. मंदिरों में कृष्ण लीला और भजन से संबंधित प्रोग्राम चल रहे हैं. हर तरफ गोविंदा की धुन गूंज रही है. रात 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के साथ ही सभी मंदिरों में भगवान कृष्ण और लड्डू गोपाल की विशेष पूजा-अर्चना होगी. लड्डू गोपाल को विशेष मिठाइयों और पकवानों का भोग लगाया जाएगा. लड्डू गोपाल के भोग के लिए इस खास दिन घरों में लोग तरह-तरह की मिठाइयां बनाते हैं

देश के कोने-कोने में सभी मंदिर दुल्हन की तरह सजे हुए हैं. बहुत से मंदिरों में झाकियां भी लगाई गई हैं. छोटे-छोटे बच्चे राधे-कृष्ण की वेशभूषा धारण किए हुए हैं. ज्यादातर मंदिरों में भजन-कीर्तन के प्रोग्राम हो रहे हैं. भक्तजन इन कार्यक्रमों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में मंदिरों में जमा हो गए हैं.

इन मंदिरों में जन्माष्टमी की विशेष धूम

यूं तो जन्माष्टमी का त्योहार पूरे देश में ही पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है, लेकिन मथुरा-वृंदावन, जगन्नाथ पुरी, द्वारकाधीश मंदिर और सभी इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी के पर्व का विशेष महत्व है. इस कारण यहां इस पर्व की विशेष धूम रहती है. इन स्थानों पर जन्माष्टमी के दौरान भव्य सजावट, भक्तिमय संगीत और विशेष आरतियां की जाती हैं. भक्तजन दूर-दूर से इन मंदिरों में आकर भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करते हैं और उनके जन्म का पर्व मनाते हैं. इन मंदिरों में जन्माष्टमी के दौरान आयोजित होने वाले उत्सवों में हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं.

मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मभूमि

मथुरा में जन्माष्टमी का मुख्य केंद्र श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर है. यहां मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण के जन्म का भव्य उत्सव मनाया जा रहा है. भगवान कृष्ण की मूर्ति को नवजात शिशु के रूप में सजाया गया है. उन्हें रत्नजड़ित आभूषण, पीले वस्त्र और मुकुट पहनाया गया है. मंदिर में भगवान कृष्ण का दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक किया जा रहा है.

बांके बिहारी मंदिर वृंदावन

वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. मंदिर में भगवान बांके बिहारी को कई तरह के आभूषणों और वस्त्रों से सजाया गया है. जन्माष्टमी की रात को मंदिर में भक्तों द्वारा मध्य रात्रि जागरण किया जाता है. इस दौरान भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

इस्कॉन मंदिर

इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला यह त्योहार, इस्कॉन में विशेष महत्व रखता है. जन्माष्टमी के दिन, इस्कॉन मंदिरों में लगातार कीर्तन और संगीत का आयोजन हो रहा है. भक्त भगवान श्रीकृष्ण के नाम का जाप करते हैं और भक्तिमय गीत गाते हैं. भगवान की मूर्ति का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है.

द्वारकाधीश मंदिर

द्वारकाधीश मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. द्वारका को भगवान श्रीकृष्ण की नगरी माना जाता है, इसलिए यहां जन्माष्टमी का पर्व विशेष महत्व रखता है. भगवान द्वारकाधीश को नवजात शिशु के रूप में कई तरह के आभूषणों और वस्त्रों से सजाया गया है. गुजरात के श्री द्वारकाधीश मंदिर में जन्माष्टमी पर मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाती है.

जगन्नाथ पुरी

ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन भगवान कृष्ण के जन्म की मध्यरात्रि को विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को विशेष रूप से सजाया गया है. मंदिर में विशेष रूप से तैयार किया गया भोग भगवान को अर्पित किया जाता है और फिर भक्तों में वितरित किया जाता है.

पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त आज रात 12 बजे से लेकर रात के 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा. वहीं जन्माष्टमी व्रत का पारण 27 अगस्त की सुबह 11 बजे होगा.

रिटायर्ड BSF जवान के बेटे की चाकू से मारकर कर दी हत्या,पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

गोरखपुर जिले के खोराबार थाना क्षेत्र के हक्काबाद गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब रिटायर्ड BSF जवान के 25 वर्षीय बेटे को मनबढ़ों ने ताबड़तोड़ चाकू मारकर घायल कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. 

युवक बाजार से सामान लेकर घर के लिए लौट रहा था. इसी दौरान मनबढ़ युवकों ने उसे घेर लिया और चाकू से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. आनन-फानन में मौके पर पहुंचे परिवार के लोग उसे अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई.

खोराबार थाना क्षेत्र के हक्काबाद हरिजन बस्ती के रहने वाले रिटायर्ड BSF जवान राम वृक्ष भारती के 25 वर्षीय बेटे नकुल भारती अपने दोस्त के साथ सामान लेने बाजार गया था. 

बाजार से लौटते समय वह एक चाय की दुकान पर नाश्ता करने के लिए रुक गया. वहां पहले से ही दूसरे गांव के पांच युवक मौजूद थे, जिनसे नकुल की किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई. इसके बाद सभी मनबढ़ युवकों ने मिलकर नकुल की पिटाई शुरू कर दी.

चाकू लगने से हुई युवक की मौत

इसके बाद भी जब मनबढ़ों को संतुष्टि नहीं मिली तो उन्होंने नकुल पर चाकू से पेट और गले पर कई हमले कर दिए, जिससे नकुल बुरी तरह से घायल हो गया.

 नकुल के साथी अविनाश के चिल्लाने पर आसपास के लोग वहां पहुंच गए, लेकिन लोगों के आने से पहले मनबढ़ युवक वहां से फरार हो गए. नकुल के दोस्त अविनाश ने घटना की जानकारी नकुल के परिवार को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिवार वाले नकुल को जिला अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

नकुल के भाई महेंद्र ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. नकुल सभी भाइयों में सबसे छोटा था. इस घटना से परिवार के लोग सदमे में हैं. परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है.

मनबढ़ युवकों की हो चुकी पहचान

इस मामले में सीओ कैंट अंशिका वर्मा ने बताया कि परिवार वालों ने तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर जांचकर मनबढ़ युवकों की पहचान हो चुकी है. आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस जल्द ही हत्या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लेगी.

जाति जनगणना को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया एक बड़ा बयान

जाति जनगणना के मुद्दे पर लगातार सियासत जारी है. कांग्रेस शुरू से ही जाति जनगणना कराने की मांग कर रही है. रविवार को राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि कोई भी शक्ति अब इसे रोक नहीं सकती. इसे लेकर सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि एनडीए सरकार के भी कई नेता इसकी मांग कर रहे हैं. इसी बीच असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसको लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने संसद में जातीय जनगणना कराने को कहा है. फिर ये क्यों नहीं कराई जा रही है.

ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि पी चिदंबरम ने 2010 में जो सामाजिक सर्वेक्षण रिपोर्ट कराई थी, उस रिपोर्ट को देश के सामने लाना चाहिए. मोदी सरकार इसे क्यों छिपा रही है. जनगणना होने से कौन रोक रहा है. आगे उन्होंने कहा कि 50 परसेंट आरक्षण की सीमा को नरेंद्र मोदी की सरकार की ओर से तोड़ दिया जाना चाहिए, हम पार्लियामेंट में इसका समर्थन करेंगे.

राहुल गांधी ने भी साधा निशाना

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जाति जनगणना की मांग को लेकर ‘एक्स’ पर कांग्रेस पार्टी का ही एक पोस्ट शेयर किया. इसमें लिखा गया है कि हर बीतते वक्त के साथ ‘जातिगत जनगणना’ की मांग बढ़ती जा रही हैं. अब 74 परसेंट लोगों का कहना है कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए. समाज में किसकी कितनी आबादी है? इस सवाल के जवाब से ही सबकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है.

इस पोस्ट को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, ‘मोदी जी, अगर आप जाति जनगणना को रोकने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप सपना देख रहे हैं. कोई शक्ति अब इसे रोक नहीं सकती है. हिंदुस्तान का ऑर्डर आ चुका है. जल्द ही 90% भारतीय जाति जनगणना का समर्थन और मांग करेंगे. ऑर्डर अभी लागू कीजिए, नहीं तो आप अगले प्रधानमंत्री को इसे लागू करते हुए देखेंगे.’

चिराग पासवान भी नहीं दे रहे साथ

चिराग ने इस बार सरकार के कई मुद्दो पर विरोध किया है. फिर चाहे वो लेटरल एंट्री का मामला हो या जाति जनगणना का मुद्दा हो. इतना ही नहीं सरकार में चिराग इकलौते ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेजने की मांग की थी. वहीं जाति जनगणना के मुद्दे पर चिराग ने राहुल गांधी की लाइन ली है. चिराग भी इस मुद्दे पर सराकर के खिलाफ खड़े होकर जाति जनगणना कराने की मांग कर रहे हैं.

अन्नपूर्णा देवी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लिखा लेटर, कहा रेप केस निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाएं

कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में डॉक्टर से रेप और हत्या मामले की जांच सीबीआई कर रही है. इस केस को लेकर केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि बंगाल में रेप केस निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट (एफटीसी) बनाया जाए. राज्य में 48 हजार रेप के मामलों का जल्द निपटारा हो.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए कड़े कानून की वकालत की है. सोमवार को सरमा ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में जांच, चार्जशीट, मुकदमा और दोषसिद्धि सहित सभी कानूनी प्रक्रियाएं छह महीने में पूरी की जानी चाहिए

महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं

असम के सीएम ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं. मैं प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत करता हूं कि एक सख्त कानून की जरूरत है. सीएम की यह टिप्पणी कोलकाता केस के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर आई है.झारखंड के रांची में असम के सीएम ने कहा, प्रधानमंत्री ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए सख्त कानून की रविवार को वकालत की है. कानून बनने के समय वह केंद्र को ये सुझाव देंगे.

संदीप घोष और पूर्व चिकित्सा अधीक्षक से पूछताछ

उधर, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में सोमवार को संस्थान के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पूर्व चिकित्सा अधीक्षक से पूछताछ शुरू की थी. सीबीआई ने घोष के आवास पर तलाशी ली थी. सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के एक प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. रविवार को चले तलाशी अभियान के बाद हमारे पास उनके लिए कई सवाल हैं.

क्या है पूरा मामला

9 अगस्त को कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर का शव मिला था. रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे. इस मामले में पुलिस ने अगले दिन एक आरोपी को अरेस्ट किया था. इस घटना के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है.

भारत और पाकिस्तान बॉर्डर को देखने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी,बस ऐसे करे रजिस्ट्रेशन

सरहदी जिले जैसलमेर में आने वाले दिनों में पर्यटन सीजन का आगाज होने वाला है. इस समय भी यहां शुरुआती रूप से पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई है. ऐसे में यहां आने वाला हर सैलानी बॉर्डर देखने की इच्छा रखता है. इस इच्छा को पूरा करना और भी आसान हो जाएगा. अब इंडो-पाक बॉर्डर देखने वाले सैलानियों को तनोट में बीएसएफ की चौकी पर लाइन लगाकर पास बनाने से छुट्टी मिल जाएगी. सैलानियों को इसके लिए नई सुविधा दी गई है.

बीएसएफ डीआईजी योगेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि इसके लिए shritanotmataman dirtrust. com पर जाकर अब सैलानी ऑनलाइन ही आवेदन कर ई-पास जारी करवा सकते हैं. इसके बाद तनोट से करीब 20 किलोमीटर दूर बबलियान वाला चौकी पर जाकर बॉर्डर देख सकेंगे. बॉर्डर टूरिज्म के भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तनोट-बबलियान पर्यटन परिपथ (टूरिज्म प्रोजेक्ट) को बढ़ावा देने के लिए श्री तनोट माता ट्रस्ट ने ऑनलाइन ई-पास की सुविधा शुरू की है.

रजिस्ट्रेशन के बाद ई-पास होगा जारी

इसमें सैलानियों को इस वेबसाइट पर जाकर ऑनलान फॉर्म है जिसमें पर्यटक को अपनी पूरी जानकारी अपने आईडी कार्ड के साथ भरकर सबमिट करनी होगी जिसके बाद ही ई-पास जारी होगा. 

अभी तक जैसलमेर घूमने आए सैलानियों को लाइन में लगना पड़ता है, लेकिन अब ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इससे सैलानियों को अब तनोट पहुंचने के बाद लाइन में नहीं लगना होगा.

तनोट माता मंदिर में दर्शन

1971 के युद्ध के बाद तनोट के प्रति लोगों की आस्था बढ़ गई. उसका प्रमुख कारण भी है कि पाकिस्तान की तरफ से इस क्षेत्र में बरसाए गए करीब 3 हजार बम फटे ही नहीं, जिसके बाद बीएसएफ द्वारा ही तनोट माता मंदिर का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया गया है. इसके बाद से बीएसएफ के जवान ही तनोट माता की पूजा अर्चना कर रहे हैं. इसके कारण ही तनोट माता मंदिर आस्था के साथ-साथ शौर्य का भी प्रतीक है. मंदिर परिसर में आज भी जीवित बम इसके उदाहरण हैं. पहले बॉर्डर जाने वाले सैलानियों को तनोट जाकर पास बनवाना पड़ता था, लेकिन अब ऑनलाइन पास बनने के बाद सैलानी जैसलमेर से रवाना होकर सीधे बॉर्डर स्थित अग्रिम सीमा चौकी जाकर तारबंदी तक जा सकेंगे. इसके साथ ही प्रशासन द्वारा तैयार करवाए जा रहे सीमा शक्ति दर्शन के तहत बन रहे पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण कर सकेंगे.