गया में अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान के खिलाफ लगाये नारे, नारेबाजी कर जताया विरोध
गया. आरक्षण के फैसले को लेकर आज भारत बंदी का आह्वान विभिन्न संगठनों के द्वारा किया गया है. इसके बीच गया के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बंदी का मिला-जुला देखा गया. हालांकि बंदी शांतिपूर्ण रही. गया में अर्द्ध नग्न होकर भी लोगों ने प्रदर्शन किया. एससी- एसटी से जुड़े लोगों ने कहा, कि हमें इसी स्थिति पर फिर से पहुंचाया जा रहा है, इसीलिए हम लोग अर्द्ध नग्न होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को लेकर भी विरोध जताया.
गया में अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन
आरक्षण के फैसले को लेकर भारत बंद के तहत गया में भी बंदी का मिला-जुला असर रहा. कुछ जगहों पर सड़क भी जाम किए गए. आगजनी कर भी नारेबाजी की गई. हालांकि, बंदी शांतिपूर्ण रही. गया में अंबेडकर चौक के समीप एससी- एसटी से जुड़े लोगों ने सड़क को जाम किया और अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. घंटों तक सड़क जाम रहा. वहीं, गया शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण इलाकों में भी बंदी का असर देखा गया. इमामगंज में लोगों ने आगजनी कर प्रदर्शन किया.
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान का भी विरोध
वहीं, प्रदर्शन कर रहे लोगों ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान का भी विरोध जताया है. प्रदर्शन कर रहे मनोज रविदास ने कहा कि आरक्षण को लेकर वर्गीकरण का जो फैसला आया है, उसके विरोध में हम लोग अर्द्ध नग्न होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोगों को फिर उसी पुरानी स्थिति में लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसलिए हम लोग इस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारी मांग है, कि जो आदेश लागू कराया जा रहा है, वह वापस लिया जाए. एससी- एसटी के जीतन राम मांझी है, लेकिन उन्होंने अपने जाति के बारे में नहीं सोचा. वह दुसाध रविदास की बात करते हैं, तो उन्होंने क्यों नहीं अपने समाज के लिए सोचा. दुसाध रविदास से बराबरी की क्यों बात कर रहे हैं. वही, रविदास रंजन ने कहा कि जीतन राम मांझी से शिकायत है कि वह इस तरह के फैसले के साथ हैं. प्रदर्शन में शामिल विकास कुमार पासवान ने कहा कि अगली बार जीतन राम मांझी को वोट की चोट से हराएंगे. 30 साल से अधिक समय तक सत्ता में रहने के बावजूद भी उन्होंने कुछ नहीं किया.
वर्गीकरण के फैसला वापस हो: विधायक
वही, गया शहर में बंदी कर रहे मखदुमपुर के राजद विधायक सतीश कुमार दास ने कहा कि एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति में वर्गीकरण का फैसला आया है. क्रीमी लेयर का फैसला दिया गया है. उसके खिलाफ हम लोगों ने भारत बंद का आह्वान किया है. इस फैसले को लेेकर हम मांग करते हैं, कि इसे वापस लिया जाए. नरेंद्र मोदी की सरकार, जीतन राम मांझी और चिराग पासवान हम लोगों का हित नहीं चाहते. यदि हम लोगों के बारे में नहीं सोचा गया, तो इस तरह का आंदोलन जारी रहेगा.
बड़े वाहनो का परिचालन नहीं हुआ
बंदी का मिला-जुला असर गया जिले दिखा. बड़े वाहनों का परिचालन नहीं रहा. यात्री वाहन एकदम से नहीं चले. वही, जगह-जगह सड़के जाम रखी गई. लोगों ने अपने-अपने तरीके से प्रदर्शन किया. वहीं पुलिस प्रशासन के द्वारा बंदी के मद्देनजर तमाम व्यवस्थाएं की गई थी और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की गई थी. हालांकि किसी तरह की अप्रिय खबर की सूचना नहीं है. गया जिले में बंद शांतिपूर्ण रहा.
रिपोर्ट : मनीष कुमार।
Aug 23 2024, 16:07