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अंतरिक्ष में 51 दिन से फंसी सुनीता विलियम्स की वापसी के लिए एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की नासा ले सकता है मदद

नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर थ्रस्टर से जुड़ी समस्याओं और हीलियम लीक के कारण लगभग दो महीने से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। दोनों इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर मौजूद हैं। नासा की ओर से लगातार कहा जाता रहा है कि दोनों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित हैं। इनकी वापसी को लेकर अब ऐसा लग रहा है, जैसे एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स को हस्तक्षेप करना पड़ेगा। स्पेस एक्स का क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान वर्षों से सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन तक ले जा रहा है और वहां से वापस ला रहा है।

नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम के प्रबंधक स्टीव स्टिच ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि हमारे पास दो अलग-अलग प्रणालियां हैं, जिन्हें हम उड़ा रहे हैं। उनका इशारा बोइंग स्टारलाइनर और स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन की ओर था। स्टिच ने कहा, 'जाहिर है, बैकअप विकल्प एक अलग सिस्टम का उपयोग करना है। मैं उन सभी विवरणों में तब तक नहीं जाना चाहूंगा जब तक हम उनके इस्तेमाल की स्थिति में नहीं पहुंच जाते।' कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम ने स्पेसएक्स और बोइंग को अपने-अपने अंतरिक्ष यान बनाने के लिए फंडिंग दी थी।

क्या था मिशन?

स्पेस एक्स ने अपना अंतरिक्ष यान काफी तेज और सस्ते में तैयार कर लिया। क्रू ड्रैगन ने 2020 में अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान पूरी की थी। वहीं स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान को गड़बड़ी का सामना करना पड़ रहा है। स्पेस एक्स के संस्थापक और सीईओ एलन मस्क ने विलियम्स और विल्मोर के लॉन्च के दिन भी स्टारलाइनर और क्रू ड्रैगन के बीच असमानता के बारे में ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, 'बोइंग में बहुत सारे नॉन टेक्निकल मैनेजर हैं।' बोइंग स्टारलाइनर के जरिए 6 जून को अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन पहुंचे थे। उनका लक्ष्य यहां 8 दिनों तक रहना था।

उनका प्रमुख मिशन बोइंग स्टारलाइनर की उड़ान था। क्योंकि वे अंतरिक्ष यान के पहले चालक दल हैं। उन्हें अंतरिक्ष से वापसी कर लेना था। बोइंग में वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम प्रयासों के उपाध्यक्ष और कार्यक्रम प्रबंधक मार्क नैपी ने गुरुवार को कहा, 'हम कहते रहे कि मिशन आठ दिन का होगा। मुझे लगता है हम सभी जानते थे कि इससे ज्यादा समय लगने वाला है। हमने इस बारे में ज्यादा बात नहीं की कि कितना समय लगेगा।' अंतरिक्ष यात्रियों के पहले 45 दिनों तक वापसी की उम्मीद थी। लेकिन 51 दिनों बाद भी दोनों फंसे हैं। स्टिच ने कहा, 'नासा के पास हमेशा इमरजेंसी के विकल्प होते हैं। हम उन्हें स्टारलाइनर के जरिए धरती पर लाने में लगे हैं।'

भारी बारिश का कहर! UP के 350 गांव डूबे, MP के विदिशा-सीहोर में बाढ़, कोलार डैम के गेट खोले, आज इन जिलों में अतिभारी बारिश की चेतावनी

 उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में 350 गांव जलमग्न हो गए है। हाईवे भी बंद कर दिया गया है। गोविंद सागर बांध के 4 और गेट खोले गए है। आगरा के रास्ते उत्तर प्रदेश में फिर से लौटने वाला मानसून मध्य प्रदेश की तरफ शिफ्ट हो गया है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन यानी लो प्रेशर एरिया अभी ग्वालियर से सीधी की तरफ है। यूपी में 2 दिन बाद फिर से मानसून एंट्री कर सकता है। 

मध्यप्रदेश में मानसून एक्टिविटी के चलते भोपाल में रविवार सुबह से कभी धीमी कभी तेज बारिश हो रही है। कोलार डैम का जलस्तर बढ़कर 458.70 मीटर होने पर 8 में से 2 गेट खोल दिए गए हैं। रविवार को इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश के 15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।

भोपाल में तेज बारिश ने शहर के प्रमुख जलस्रोत का जलस्तर तेजी से बढ़ाया है। दो दिन के अंदर ही बड़ा तालाब का जलस्तर 1664.70 फीट पर पहुंच गया है। पिछले 48 घंटे में लगभग डेढ़ फीट पानी बड़ा तालाब में बढ़ा है। कोलांस नदी के कैचमेंट एरिया में हो रही तेज बारिश के चलते बड़ा तालाब में प्रति घंटे जल भराव हो रहा है।

नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण ने कहा कि जरूरत पडऩे पर सोमवार शाम तक भदभदा डैम के गेट खोले जा सकते हैं। इधर, कोलार डैम का जलस्तर 458.42 पर पहुंच गया है। अधिकतम जलस्तर 463 मीटर है। जल संसाधन विभाग ने कहा है कि बड़ा तालाब का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इंदौर हाईवे को क्रॉस कर चिरायु अस्पताल परिसर की तरफ पहुंच गया है। ड्रोन फोटो: रजत शर्मा से ऊपर आते ही गेट खोल देंगे।

विदिशा-सीहोर में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक ग्वालियर, सागर, जबलपुर, श्यौपुरकलां, शिवपुरी, बुरहानपुर, भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा, हरदा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, सीधी, सागर, नरसिंहपुर में भारी वर्षा होने की संभावना है। शेष स्थानों पर मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। मध्यप्रदेश में शनिवार सुबह से बारिश का दौर शुरू हो गया। भोपाल, रायसेन, हरदा, बैतूल, जुबलपुर, बालाघाट, नर्मदापुरम, सीहोर, छिंदवाड़ा, गुना, विदिशा, शाजापुर और बीना में नदियों में बाढ़ आ गई।

ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे में कोचिंग सेंटर का मालिक और कोऑर्डिनेटर दबोचा गया, दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR

डेस्क: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर में हुए हादसे में 3 बच्चों की मौत का मामला गरमा गया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। बीएनएस की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 बीएनएस में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में कोचिंग के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को हिरासत में लिया गया है। इस हादसे के सामने आने के बाद कोचिंग सेंटर का मैनेजमेंट, सिविक एजेंसी के लोग जांच के दायरे में हैं। 

मृतकों की हुई पहचान

तानिया सोनी, उम्र 25 साल, पिता का नाम- विजय कुमार

श्रेया यादव, उम्र 25 साल

नेविन डालविन, उम्र 28 साल, केरल

पोस्टमार्टम तकरीबन 10:30 बजे शुरू होगा। श्रेया यादव के पिता का नाम राजेंद्र यादव है। जून/जुलाई 2024 में ही श्रेया ने एडमिशन लिया था। श्रेया बरसावां हाशिमपुर, अकबरपुर, अंबेडकर नगर (यूपी) की रहने वाली थी। तानिया सोनी तेलंगाना की रहने वाली थी और नेविन डालविन केरल के अर्नाकुलम के रहने वाले थे।

क्या है पूरा मामला?

जांच में सामने आया है कि बेसमेंट में लाइब्रेरी थी। लाइब्रेरी में अमूमन 30 से 35 बच्चे थे। अचानक से बेसमेंट में पानी तेजी से भरने लगा। छात्र बेसमेंट में बेंच के ऊपर खड़े हो गए। पानी के दबाव से बेसमेंट में लगे कांच फटने लगे। बच्चों को रस्सियों के सहारे बाहर निकाला गया। शाम सात बजे लाइब्रेरी बंद हो जाती है और हादसा भी इसी समय हुआ।

मैं आपका हिस्सा था’: कोचिंग में हुई मौतों पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से आईपीएस अधिकारी की भावनात्मक अपील

दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त डीसीपी सचिन शर्मा ने जलभराव के कारण तीन अभ्यर्थियों की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे यूएसपीसी छात्रों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि वह भी उन्हीं की तरह भावनाओं का अनुभव कर रहे हैं, क्योंकि वह भी "उनका हिस्सा" हैं।

"तीन लोगों की मौत हो गई है। हम कुछ भी क्यों छिपाएंगे? हम आपको आश्वासन देते हैं कि हम कानूनी रूप से जो भी संभव होगा, करेंगे। जांच जारी है...," शर्मा ने कहा। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे यह न सोचें कि पुलिस की वर्दी पहनने की वजह से उन्हें कुछ महसूस नहीं हो रहा है। "मैं आपका हिस्सा था। मैं पूरी तरह समझ सकता हूं कि आप किस दौर से गुजर रहे हैं, क्योंकि मैं भी उसी दौर से गुजर रहा हूं। ऐसा न सोचें कि चूंकि मैंने वर्दी पहन रखी है, इसलिए मुझे कुछ महसूस नहीं हो रहा है... मैं बहुत कुछ महसूस कर रहा हूं। लेकिन मेरी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं। मुझे उम्मीद है कि आपको भी जल्द ही ये जिम्मेदारियां मिलेंगी," उन्होंने कहा।

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तीन छात्र डूब गए, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि मृतक केरल, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के निवासी थे। पुलिस ने घटना को लेकर आपराधिक मामला दर्ज किया है।

"हमने आपराधिक मामला दर्ज किया है। हमारी फोरेंसिक टीमें यहां हैं। फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया चल रही है। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमें उचित जांच करनी चाहिए। हम एक मजबूत मामला दर्ज करने और सच्चाई का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुलिस उपायुक्त, मध्य, एम हर्षवर्धन ने कहा, "अभी तक दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।" घटना के बाद एक दर्जन से अधिक छात्रों को बचाया गया।

इस बिच भाजपा घटना की ज़िम्मेदारी आप की लापरवाही और भ्रस्टाचारी पर डाली है।

पेरिस ओलंपिक 2024 के दूसरे दिन में मनु भाकर की नज़र भारत के लिए पहला पदक जीतने पर; पीवी सिंधु, निखत ज़रीन ने भी कसी कमान

 पेरिस ओलंपिक का दूसरा दिन भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । उम्मीदों से भरा यह दिन देश के लिए आज अपना पहला पदक ला सकता है। मनु भाकर से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं, जो फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय निशानेबाज बन गई हैं, मनु महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गौरव हासिल करने की कोशिश करेंगी। टोक्यो में बंदूक खराब होने के बाद, , भाकर की नज़र पदक तालिका में भारत को आगे लाने पर होगी।

भाकर के साथ एलावेनिल वलारिवन और रमिता 10 मीटर एयर राइफल क्वालिफिकेशन राउंड में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। पहला दिन भारतीय निशानेबाजों के लिए सामान्य था । भाकर को छोड़कर कोई भी फाइनल में नहीं पहुंच सका, सरजबोत सिंह को हार का सामना करना पड़ा, और उम्मीद है कि एलेवेनिल और रमिता कल की निराशा की भरपाई करेंगे। पुरुष टीम में संदीप सिंह और अर्जुन बाबूता शामिल हैं।

बारिश के कारण मैच को पुनर्निर्धारित करने के बाद रोहन बोपन्ना पुरुष युगल मैच का अपना पहला राउंड खेलेंगे। भारतीय तीरंदाज भी अपने तीरों को धार देंगे। पुरुष और महिला दोनों टीमों के क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद, आज आगे बढ़ने का मौका है। भारत की सबसे सफल ओलंपियन पीवी सिंधु पर भी बहुत सारी निगाहें होंगी, क्योंकि दो बार की पदक विजेता मालदीव की फातिमा नबाहा अब्दुल रज्जाक से भिड़ने के साथ अपने तीसरे पदक की तलाश शुरू करेंगी।

सिंधु ओलंपिक में जाने से पहले बहुत अच्छी फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन उनसे यह उम्मीद की जा रही है की ओलंपिक में वह सारी कसर पूरी करेंगी । पुसरला के लिए, ओलंपिक से बड़ा कोई मंच नहीं है। पदकों की हैट्रिक उन्हें भारत की सबसे महान व्यक्तिगत ओलंपियन के रूप में स्थापित करेगी, , जिसकी शुरुआत आज से हो रही है। सिंधु के साथ व्यक्तिगत मुकाबले में एचएस प्रणय भी शामिल होंगे, जो पिछले दो सालों में भारत के सबसे बेहतर शटलर हैं। दोनों ही बैडमिंटन की उस लहर पर सवार होना चाहेंगे, जिसे कल लक्ष्य सेन और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शुरू किया था।

दो बार की विश्व चैंपियन निखत ज़रीन भी आज ओलंपिक में पदार्पण करेंगी। भारत की सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज़ निखत चाहती हैं कि वह देश की लिए वो कर दिखाए जो उनसे पहले किसी भी मुक्केबाज़ ने नहीं किया है। लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो खेलों में कांस्य पदक जीता था, लेकिन निखत एक पायदान ऊपर जाने के लिए तैयार हैं। तथ्य यह है कि पिछले दो वर्षों में उन्होंने केवल दो मुकाबले हारे हैं, जिसके दौरान उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीता था, जो उन्हें हराना मुश्किल बनाता है। लेकिन निखत के लिए ड्रॉ बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। दूसरे राउंड में उनका सामना चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त वू यू से होने की संभावना है, साथ ही तीसरे राउंड में वह जिन दो महिलाओं से हारी हैं, उनमें से एक से भी उनका सामना होने की संभावना है। टेबल टेनिस में तीन अलग-अलग श्रेणियां हैं। 

महिला एकल राउंड ऑफ 64 में श्रीजा अकुला का सामना स्वीडन की क्रिस्टीना कालबर्ग से होगा, उसके बाद मनिका बत्रा का सामना अन्ना हर्सी से होगा। दिग्गज अचंता शरत कमल का ओलंपिक अभियान डेनी कोजुल से होगा।

आज के खेल इस प्रकार होने की सम्भावना है:-

निशानेबाजी:

महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल: मनु भाकर

महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल योग्यता: एलावेनिल वलारिवन, रमिता

पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल: संदीप सिंह, अर्जुन बाबूता

टेनिस:

पुरुष युगल: रोहन बोपन्ना (पहला राउंड)

तीरंदाजी:

पुरुष और महिला दोनों टीमें क्वार्टर फाइनल में

बैडमिंटन:

महिला एकल: पीवी सिंधु बनाम फातिमा नबाहा अब्दुल रज्जाक

पुरुष एकल: एचएस प्रणय (प्रतिद्वंद्वी टीबीडी)

मुक्केबाजी:

महिला लाइट फ्लाईवेट: निखत ज़रीन (पहला मैच)

टेबल टेनिस:

महिला एकल राउंड ऑफ़ 64: श्रीजा अकुला बनाम क्रिस्टीना कल्बर्ग, मनिका बत्रा बनाम अन्ना हर्सी

पुरुष एकल: अचंता शरत कमल बनाम डेनी कोजुल

भारत की पदक उम्मीदों के लिए दूसरा दिन महत्वपूर्ण है, जिसमें मनु भाकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में भाग लेंगी।

महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल क्वालीफिकेशन में एलावेनिल वलारिवन और रमिता सहित कई भारतीय निशानेबाज भी हैं।

रोहन बोपन्ना ने अपना पुरुष युगल अभियान शुरू किया, जबकि दोनों भारतीय तीरंदाजी टीमें क्वार्टर फाइनल में आगे बढ़ने का लक्ष्य बना रही हैं।

पीवी सिंधु और एचएस प्रणय भारत की बैडमिंटन चुनौती का नेतृत्व करेंगे, निखत ज़रीन मुक्केबाजी में अपना ओलंपिक पदार्पण करेंगी।

टेबल टेनिस में श्रीजा अकुला और मनिका बत्रा के साथ दिग्गज अचंता शरत कमल भी एक्शन में हैं।

दिल्ली: कोचिंग सेंटर में पानी भरने से सिविल सेवा के 3 उम्मीदवारों की मौत, भाजपा ने आप को ठहराया जिम्मेदार, जानिए

शनिवार को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बाढ़ग्रस्त बेसमेंट में फंसने से सिविल सेवा के तीन उम्मीदवारों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, दिल्ली अग्निशमन विभाग को शाम करीब 7 बजे राव आईएएस स्टडी सेंटर में जलभराव के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने बचाव अभियान शुरू किया। पुलिस ने छात्रों की मौत के मामले में आपराधिक मामला दर्ज किया है।

दिल्ली कोचिंग घटना के बारे में ताजा अपडेट इस प्रकार हैं:

1. शुरू में, एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग द्वारा बचाव अभियान के दौरान एक छात्रा का शव घटनास्थल से बरामद किया गया। कुछ घंटों बाद, दो अन्य छात्रों के शव भी बरामद किए गए।

2. पुलिस ने कहा कि जब कोचिंग सेंटर में पानी भरना शुरू हुआ, तब वहां करीब 30 छात्र थे। उनमें से 13 से 14 को बचा लिया गया और अस्पताल ले जाया गया, जबकि अन्य छात्र घटनास्थल से भाग गए।

3. फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने कहा कि बाढ़ की सूचना मिलने के बाद पांच दमकल वाहन मौके पर पहुंचे।

4. डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन के अनुसार, बचाव अभियान अभी भी जारी है और पानी को बाहर निकाला जा रहा है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "बेसमेंट में अभी भी करीब सात फीट पानी है।" हालांकि, पुलिस ने कहा कि बचाव अभियान निष्कर्ष की ओर बढ़ रहा है क्योंकि तलाशी का केवल एक अंतिम दौर बाकी है। 

5. इस बीच, तीन छात्रों के शव बरामद होने के बाद छात्रों के एक समूह ने घटनास्थल पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। रविवार की सुबह, छात्रों को 'हमें न्याय चाहिए' के ​​नारे लगाते देखा गया। छात्रों में से एक के अनुसार, बारिश के 10 मिनट के भीतर केंद्र में पानी भर जाता है। छात्र ने कहा, "80 फीसदी लाइब्रेरी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हैं...एमसीडी ने इस पर कार्रवाई नहीं की है।"

6. हालांकि, पुलिस ने छात्रों से विरोध प्रदर्शन न करने का आग्रह किया क्योंकि इससे बचाव अभियान में बाधा आएगी। "मैं छात्र समुदाय से अनुरोध करता हूं कि वे यहां न आएं और बचाव सेवाओं में बाधा न डालें। हम उनका दर्द समझते हैं, लेकिन यहां मौके पर आना समाधान नहीं है। इससे बचाव सेवाओं में बाधा आएगी,” डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा। 

7. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने एक आपराधिक मामला दर्ज किया है और दो लोगों को हिरासत में लिया है। डीसीपी ने जोर देकर कहा कि पुलिस इस दुखद घटना में सच्चाई का पता लगाने के लिए दृढ़ है, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। “हमने एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। हमारी फोरेंसिक टीमें यहां हैं। फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया चल रही है। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमें उचित जांच करनी चाहिए। हम एक मजबूत मामला दर्ज करने और सच्चाई का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं,” उन्होंने कहा।

8. दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आप सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि एमसीपी में “भ्रष्टाचार” की जांच होनी चाहिए। “अरविंद केजरीवाल, आतिशी और उनकी सरकार के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। दिल्ली नगर निगम के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। इस बात की जांच होनी चाहिए कि नाले की सफाई क्यों नहीं की गई। क्या वे इसकी जांच का आदेश देंगे?”

9. बीजेपी लीडर शेह्ज़ाद पूणवाला ने कहा, "यह आपराधिक लापरवाही है...सवाल यह है कि इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा...कई मौतें हो चुकी हैं। क्या दिल्ली के लोगों की जान की कोई कीमत नहीं है? अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार की प्राथमिकता प्रेस कॉन्फ्रेंस, विज्ञापन और आरोप-प्रत्यारोप है...इसके लिए आप जिम्मेदार है। आप की प्राथमिकता केजरीवाल को शराब घोटाले से बचाना है, लेकिन उन्हें दिल्ली के लोगों की जान की कोई परवाह नहीं है।"

10. इस बीच, दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार है, उसे "बख्शा नहीं जाएगा"। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "मैं घटना की हर मिनट अपडेट ले रही हूं। यह घटना कैसे हुई, इसकी जांच के लिए मजिस्ट्रेट को आदेश दिया गया है।"

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में दिया करारा जवाब, सुनता रह गया विपक्ष, मामा ने लूट ली महफिल!

 केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MSP की कानूनी गारंटी के सवाल पर राज्यसभा में तगड़ा जवाब दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में MSP गारंटी कानून लेकर विपक्ष के सवालों का दमदार ढंग से जवाब दिया. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान काफी आक्रामक नजर आए. उन्होंने कहा कि विपक्ष घड़ियाली आंसू बहा रहा है.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मोदी सरकार ने किसानों को यूपीए सरकार से दोगुना एसएसपी दिया है, किसान हित में सरकार लगातार फैसले ले रही है. विपक्ष घड़ियाली आंसू बहा रहा है और किसान के नाम पर केवल राजनीति कर रहा है."

शिवराज ने जवाब देते हुए आगे कहा- "मनमोहन सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों को स्वीकार नहीं किया. तत्कालीन कृषि मंत्री पवार, भूरिया और थॉमस ने एमएसपी पर खरीद को खारिज करने के वक्तव्य सदन में कहे. किसानों की तुअर, मसूर, उड़द की पूरी उपज सरकार खरीदेगी. किसानों को एमएसपी उपलब्ध कराने, व्यवस्था को और प्रभावी बनाने और पारदर्शी बनाने पर सुझाव देने जैसे विशिष्ठ उद्देश्यों के लिए समिति का गठन हुआ है. उन्होंने कहा, एमएसपी की दरें किसान को ठीक दाम देने के लिए लगातार बढ़ाई गई हैं."

कृषि मंत्री ने कहा, "स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट में जब ये कहा गया कि, लागत पर 50% मुनाफा देकर समर्थन मूल्य घोषित करना चाहिए. तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, उन्होंने साफ तौर पर कैबिनेट नोट में कहा कि, एमएसपी को उत्पादन की भारित औसत लागत से 50% अधिक तय करने की सिफारिश पर यूपीए की सरकार ने कैबिनेट में ये कहते हुए स्वीकार नहीं किया कि, सीएसीपी द्वारा प्रासंगिक कारकों की व्यवस्था पर विचार करते हुए एक वस्तुनिष्ठ मानदंड के रूप में एमएसपी की सिफारिश की गई है. इसलिए लागत पर कम से कम 50% की वृद्धि निर्धारित करना बाजार को विकृत कर सकता है."

कृषि मंत्री 28 जुलाई 2007 के कैबिनेट बैठक का नोट भी पटल पर रखा. उन्होंने कहा- "इन्होंने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश स्वीकार करने से इंकार कर दिया. तत्कालीन कृषि मंत्री कांतिलाल भूरिया जी ने अपने जवाब में कहा, स्वीकार नहीं किया जा सकता. सरकार में मंत्री शरद पवार जी ने भी अपने जवाब में कहा कि, सरकार सीएसीपी की सिफारिशों के आधार पर एमएसपी तय करती है और इसलिए पहचानने की अवशयकता है कि, उत्पादन लागत और एमएसपी के बीच कोई आंतरिक संबंध नहीं हो सकता और उन्होंने इंकार कर दिया. उसे स्वीकार नहीं किया. ये किसान के नाम पर केवल राजनीति करना चाहते हैं. ये देश को अराजकता में झोंकना चाहते हैं."

शिवराज सिंह चौहान ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ये सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के काम में जुटी हुई है. किसान को ठीक दाम देने के लिए सरकार की 6 सूत्रीय रणनीति है. चौहान ने गिनाते हुए बताया... किसानों को उचित दाम देने के लिए समिति की रिपोर्ट आएगी. तब हम कार्रवाई करेंगे, लेकिन तब तक हम चुप नहीं बैठे हैं, हमारी सरकार लगातार किसानों के हित में काम कर रही है. 

यूपीए की सरकार में वर्ष 2013-14 तक बाजरा का समर्थन मूल्य 1250 था, मोदी जी की सरकार ने 2625 रूपये घोषित किया. मक्का के जो 1100 रुपये थे, हमने बढ़ाकर 1850 रुपये किए. रागी की एमएसपी 1310 रुपये थी, लेकिन हमने इसे 2225 रुपये किया. गेहूं के 1500 रुपये थे, हमने इसे बढ़ाकर 2275 रुपये किया. तुअर के 4300 रुपये थे लेकिन हमने इसे बढ़ाकर 7550 रुपये किए. 

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- एमएसपी पर खरीद अधिकतम हुई और इस साल भी तुअर, मसूर और उड़द, किसान जितनी भी पैदा करेगा, सरकार खरीदेगी. समृद्धि पोर्टल हमने बनाया है, किसान रजिस्ट्रेशन करवाए उसकी पूरी उपज सरकार खरीदेगी. आंकड़े गवाह हैं कि, जब यूपीए सरकार थी, तब खरीदी कितनी होती थी और जब हमारी सरकार है, तब कितनी खरीदी होती है. विपक्ष केवल घड़ियाली आंसू बहा रहा है.

 सदन में रखे खरीदी के तुलनात्मक आंकड़े 

- साल 2004-05 से 2013-14 के बीच केवल 45 करोड़ 90 लाख मीट्रिक टन खरीदी हुई. 

- जबकि 2014-15 से लेकर 2023-24 के बीच 69 करोड़ 18 लाख मीट्रिक टन खरीदी हुई. 

- गेहूं की खरीदी 2004-05 से 2013-14 के बीच 21 करोड़ मीट्रिक टन थी, जो अब बढ़कर 35 करोड़ 38 लाख मीट्रिक टन हो गई है. 

- दलहन की खरीद 2004-05 से 2013-14 तक केवल 6 लाख मीट्रिक टन थी, जो अब बढ़कर 1 करोड़ 67 लाख मीट्रिक टन हो गई है. 

- तिलहन की खरीद जब इनकी सरकार थी तब केवल 50 लाख मीट्रिक टन थी, जो बढ़कर 87 लाख मीट्रिक टन हो गई है. 

- कपास की गांठ ये खरीदते थे केवल 26 लाख हमने बढ़ाकर 31.17 लाख कपास की गांठ खरीदी है. 

- धान की एमएसपी से खरीद से लाभान्वित किसान केवल 78 लाख थे, जो अब बढ़कर 1 करोड़ 3 लाख 83 हजार 248 हो गए हैं.

- गेहूं की खरीद के लिए लाभान्वित किसान केवल 20 लाख थे, जो अब बढ़कर 22 लाख 69 हजार 264 हो गए हैं.

आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, जेल में है CM, अब पत्नी के हाथ में पार्टी की कमान

आम आदमी पार्टी ने सुनीता केजरीवाल को हरियाणा में अपना स्टार प्रचारक बनाया है. पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. सुनीता केजरीवाल 27 जुलाई से 2 दिन के हरियाणा दौरे पर रहेंगी. वहां अलग-अलग जगहों पर चुनावी सभा करेंगी.

यह पहला मौका नहीं है आम आदमी पार्टी के लिए सुनीता केजरीवाल चुनाव प्रचार की अहम हिस्सा रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल को जमानत नहीं मिल रही थी तो सुनीता केजरीवाल ने रोड शो करके पार्टी के लिए वोट मांगा था. अब फिर अरविंद केजरीवाल जेल में है तो बीते दिनों उन्होंने हरियाणा चुनाव के प्रचार अभियान व केजरीवाल की गारंटी की घोषणा करते हुए प्रचार अभियान की शुरूआत की थी. हरियाणा चुनाव प्रचार के लिए 27 और 28 जुलाई को फिर जा रही हैं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार को सुनीता केजरीवाल से मुलाकात करने सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचीं. CM केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पहली बार उनके परिवार से मिलने पहुंची थीं. सुनीता केजरीवाल से मुलाकात करके उन्हें इस लड़ाई में साथ होने का आश्वासन दिया. उन्होंने CM केजरीवाल के माता-पिता से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान आप के पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढ़ा भी मौजूद रहे. इससे पहले पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने भी सुनीता केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की.

IAF हुई और भी ताकतवर! दुश्मनों के 80 प्रतिशत हमलावर लड़ाकू विमानों और मिसाइलों को किया नष्ट

भारत का सुदर्शन एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने अपनी तकनीकी दक्षता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हाल ही में एक अभ्यास सत्र में सुदर्शन ने दुश्मन के 80 प्रतिशत हमलावर लड़ाकू विमानों एवं मिसाइलों को नष्ट कर दिया और 20 प्रतिशत विमानों को हमले को रोकने और पीछे हटने पर विवश कर दिया। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, यह अभ्यास भारतीय वायुसेना द्वारा एक विशेष थिएटर में किया गया था, जहां एक स्क्वाड्रन एस-400 मिसाइल सिस्टम को तैनात किया गया था। इस अभ्यास का उद्देश्य भारतीय वायुसेना द्वारा मिसाइल प्रणाली के पूर्ण एकीकरण को प्रदर्शित करना था। एस-400 मिसाइल सिस्टम एक उन्नत मल्टीफंक्शन रडार के साथ आता है, जो लक्ष्यों की पहचान कर उन्हें नष्ट करने में सक्षम है। इसमें एंटी-एयर मिसाइल लॉन्चर और कमांड एवं कंट्रोल मिसाइल सम्मिलित हैं, जो स्तरित रक्षा के लिए मिसाइलों को फायर कर सकते हैं।

भारतीय वायुसेना ने इस प्रणाली को पौराणिक संदर्भ में ‘सुदर्शन’ नाम दिया है, जो भगवान कृष्ण के प्रमुख हथियार के तौर पर जाना जाता है। सुदर्शन एक बार लॉन्च करने पर किसी भी लक्ष्य को पूर्ण रूप से नष्ट कर देता है। भारतीय वायुसेना ने अब इस प्रणाली को पूर्ण रूप से एकीकृत कर लिया है, जिसमें तीन स्क्वाड्रन पहले से सम्मिलित हैं तथा 2026 तक दो और की आपूर्ति होने की उम्मीद है। हालांकि, इस सौदे की आपूर्ति इस साल पूरी होनी थी, मगर अब इसकी डिलीवरी अगस्त 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है।

भारत ने 2018-19 में रूस के साथ एस-400 के पांच स्क्वाड्रन के लिए 35,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का समझौता किया था। वर्तमान में, भारत को तीन स्क्वाड्रन मिल चुके हैं एवं दो और आने की उम्मीद है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण एस-400 सिस्टम की डिलीवरी में कुछ देरी हुई है, मगर दोनों देशों के बीच समझौते के अनुसार, 2026 तक सभी पांच सिस्टम्स की आपूर्ति कर दी जाएगी। इस बीच, भारतीय रक्षा अधिग्रहण परिषद ने हाल ही में प्रोजेक्ट कुशा के तहत भारतीय लॉन्ग रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम की खरीद को अनुमति दी है। इसके अतिरिक्त, स्वदेशी एमआर-एसएएम एवं आकाश मिसाइल सिस्टम के साथ-साथ इजरायली स्पाइडर क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम भी भारतीय सेना को प्राप्त हुए हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में दिया करारा जवाब, सुनता रह गया विपक्ष, मामा ने लूट ली महफिल

! केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MSP की कानूनी गारंटी के सवाल पर राज्यसभा में तगड़ा जवाब दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में MSP गारंटी कानून लेकर विपक्ष के सवालों का दमदार ढंग से जवाब दिया. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान काफी आक्रामक नजर आए. उन्होंने कहा कि विपक्ष घड़ियाली आंसू बहा रहा है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मोदी सरकार ने किसानों को यूपीए सरकार से दोगुना एसएसपी दिया है, किसान हित में सरकार लगातार फैसले ले रही है. विपक्ष घड़ियाली आंसू बहा रहा है और किसान के नाम पर केवल राजनीति कर रहा है." शिवराज ने जवाब देते हुए आगे कहा- "मनमोहन सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों को स्वीकार नहीं किया. तत्कालीन कृषि मंत्री पवार, भूरिया और थॉमस ने एमएसपी पर खरीद को खारिज करने के वक्तव्य सदन में कहे. किसानों की तुअर, मसूर, उड़द की पूरी उपज सरकार खरीदेगी. किसानों को एमएसपी उपलब्ध कराने, व्यवस्था को और प्रभावी बनाने और पारदर्शी बनाने पर सुझाव देने जैसे विशिष्ठ उद्देश्यों के लिए समिति का गठन हुआ है. उन्होंने कहा, एमएसपी की दरें किसान को ठीक दाम देने के लिए लगातार बढ़ाई गई हैं." कृषि मंत्री ने कहा, "स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट में जब ये कहा गया कि, लागत पर 50% मुनाफा देकर समर्थन मूल्य घोषित करना चाहिए. तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, उन्होंने साफ तौर पर कैबिनेट नोट में कहा कि, एमएसपी को उत्पादन की भारित औसत लागत से 50% अधिक तय करने की सिफारिश पर यूपीए की सरकार ने कैबिनेट में ये कहते हुए स्वीकार नहीं किया कि, सीएसीपी द्वारा प्रासंगिक कारकों की व्यवस्था पर विचार करते हुए एक वस्तुनिष्ठ मानदंड के रूप में एमएसपी की सिफारिश की गई है. इसलिए लागत पर कम से कम 50% की वृद्धि निर्धारित करना बाजार को विकृत कर सकता है." कृषि मंत्री 28 जुलाई 2007 के कैबिनेट बैठक का नोट भी पटल पर रखा. उन्होंने कहा- "इन्होंने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश स्वीकार करने से इंकार कर दिया. तत्कालीन कृषि मंत्री कांतिलाल भूरिया जी ने अपने जवाब में कहा, स्वीकार नहीं किया जा सकता. सरकार में मंत्री शरद पवार जी ने भी अपने जवाब में कहा कि, सरकार सीएसीपी की सिफारिशों के आधार पर एमएसपी तय करती है और इसलिए पहचानने की अवशयकता है कि, उत्पादन लागत और एमएसपी के बीच कोई आंतरिक संबंध नहीं हो सकता और उन्होंने इंकार कर दिया. उसे स्वीकार नहीं किया. ये किसान के नाम पर केवल राजनीति करना चाहते हैं. ये देश को अराजकता में झोंकना चाहते हैं." शिवराज सिंह चौहान ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ये सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के काम में जुटी हुई है. किसान को ठीक दाम देने के लिए सरकार की 6 सूत्रीय रणनीति है. चौहान ने गिनाते हुए बताया... किसानों को उचित दाम देने के लिए समिति की रिपोर्ट आएगी. तब हम कार्रवाई करेंगे, लेकिन तब तक हम चुप नहीं बैठे हैं, हमारी सरकार लगातार किसानों के हित में काम कर रही है. यूपीए की सरकार में वर्ष 2013-14 तक बाजरा का समर्थन मूल्य 1250 था, मोदी जी की सरकार ने 2625 रूपये घोषित किया. मक्का के जो 1100 रुपये थे, हमने बढ़ाकर 1850 रुपये किए. रागी की एमएसपी 1310 रुपये थी, लेकिन हमने इसे 2225 रुपये किया. गेहूं के 1500 रुपये थे, हमने इसे बढ़ाकर 2275 रुपये किया. तुअर के 4300 रुपये थे लेकिन हमने इसे बढ़ाकर 7550 रुपये किए. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- एमएसपी पर खरीद अधिकतम हुई और इस साल भी तुअर, मसूर और उड़द, किसान जितनी भी पैदा करेगा, सरकार खरीदेगी. समृद्धि पोर्टल हमने बनाया है, किसान रजिस्ट्रेशन करवाए उसकी पूरी उपज सरकार खरीदेगी. आंकड़े गवाह हैं कि, जब यूपीए सरकार थी, तब खरीदी कितनी होती थी और जब हमारी सरकार है, तब कितनी खरीदी होती है. विपक्ष केवल घड़ियाली आंसू बहा रहा है. सदन में रखे खरीदी के तुलनात्मक आंकड़े - साल 2004-05 से 2013-14 के बीच केवल 45 करोड़ 90 लाख मीट्रिक टन खरीदी हुई. - जबकि 2014-15 से लेकर 2023-24 के बीच 69 करोड़ 18 लाख मीट्रिक टन खरीदी हुई. - गेहूं की खरीदी 2004-05 से 2013-14 के बीच 21 करोड़ मीट्रिक टन थी, जो अब बढ़कर 35 करोड़ 38 लाख मीट्रिक टन हो गई है. - दलहन की खरीद 2004-05 से 2013-14 तक केवल 6 लाख मीट्रिक टन थी, जो अब बढ़कर 1 करोड़ 67 लाख मीट्रिक टन हो गई है. - तिलहन की खरीद जब इनकी सरकार थी तब केवल 50 लाख मीट्रिक टन थी, जो बढ़कर 87 लाख मीट्रिक टन हो गई है. - कपास की गांठ ये खरीदते थे केवल 26 लाख हमने बढ़ाकर 31.17 लाख कपास की गांठ खरीदी है. - धान की एमएसपी से खरीद से लाभान्वित किसान केवल 78 लाख थे, जो अब बढ़कर 1 करोड़ 3 लाख 83 हजार 248 हो गए हैं. - गेहूं की खरीद के लिए लाभान्वित किसान केवल 20 लाख थे, जो अब बढ़कर 22 लाख 69 हजार 264 हो गए हैं.