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इस टेलीकॉम कंपनी के लाखों यूजर्स का डेटा हुआ लीक

सरकार की ओनरशिप पर चलने वाली कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड को बीते दिनों एक बड़े डेटा लीक का शिकार होना पड़ा. वहीं, अब सरकार ने भी इस डेटा लीक की बात स्वीकार कर ली है. भारत सरकार ने पुष्टि की है कि इस साल मई के महीने में लाखों बीएसएनएल सब्सकॉइबर्स का डेटा लीक हो गया है. इसकी के साथ लोगों की पर्सनल जानकारी भी लीक होने का खतरा बढ़ गया था

दरअसल, हैकर्स ने इस साल मई के महीने में BSNL के सिस्टम में सेंध लगाकर बड़ी मात्रा में डेटा चोरी कर लिया था. इस डेटा में सब्सक्राइबर्स के नाम, एड्रेस, फोन नंबर और बाकी पर्सनल जानकारियां शामिल होने की बात सामने आई थी. खतरे की बात ये है कि चोरी हुए डेटा का इस्तेमाल साइबर अपराधी धोखाधड़ी, पहचान चोरी करने या फिर गैर-कानूनी गतिविधियों के लिए कर सकते हैं. शुरुआत में डेटा लीक को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था लेकिन अब सरकार ने इसकी जानकारी दे दी है. 

सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही साथ लोगों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधि की जानकारी देने के लिए कहा है. इसके अलावा, सब्सक्राइबर्स को अपने ऑनलाइन पासवर्ड्स को तत्काल बदलने की सलाह भी दी गई है. साथ ही साथ अनजान नंबरों से आने वाले कॉल्स से सावधान रहने के लिए भी कहा गया है. डेटा सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाने की भी जरूरत है. लीक्ड डेटा की मदद से हैकर्स यूजर्स को अपना शिकार बना सकते हैं. ऐसे में अगर आपके साथ किसी भी संदिग्ध लेनदेन की स्थिति में फौरन बैंक को संपर्क करें और जागरूक रहें. 

बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर अमजद खान के बेटे ने फिल्मी दुनिया में आजमाई किस्मत,सारी हुई फिल्में फ्लॉप

अमजद खान बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में से एक थे. उन्होंने विलेन बनकर फैंस को खूब इंप्रेस किया. 

उनकी हर फिल्म सुपरहिट साबित होती थी. फिल्म से अमजद खान का नाम जुड़ना ही काफी था मगर उनके बेटे के साथ इसका उल्टा ही हुआ. अमजद खान के बेटे शादाब खान ने भी बॉलीवुड में कदम रखा था. मगर उनकी कोई भी फिल्म नहीं चली. शादाब ने फिल्म राजा की आएगी बारात से डेब्यू किया था. ये फ्लॉप साबित हुई थी.

छोड़ दी एक्टिंग

शादाब के साथ रानी मुखर्जी ने भी इस फिल्म से डेब्यू किया था. फिल्म के गाने तो शानदार थे लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई. इंडस्ट्री में पापा के नाम की वजह से शाबाद को एक दो फिल्में और मिलीं लेकिन वो भी उन्हें स्टार नहीं बना सकीं. उन्होंने बेताबी और इक्का दुक्का में काम किया लेकिन वो भी फ्लॉप रहीं. जब फिल्मों में बात नहीं बनी तो शादाब ने एक्टिंग छोड़कर डायरेक्शन में कदम रखा. मगर डायरेक्शन में भी उनका सिक्का नहीं चल पाया. उनके डायरेक्शन में बनीं फिल्में भी फ्लॉप रहीं.

अब ये कर रहे हैं शादाब

कई बार फेल होने के बाद भी शादाब ने हार नहीं मानी. एक्टिंग और डायरेक्शन के बाद उन्होंने अपने पिता की बायोग्राफी लिखने का फैसला किया. शादाब ने बायोग्राफी में पिता से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात का जिक्र किया था. अमजद खान की बायोग्राफी को अमिताभ बच्चन ने लॉन्च किया था. जिसकी वजह से अमजद खान की बायोग्राफी हिट रही और शादाब एक लेखक बन गए. शादाब इसके बाद कई किताबें लिख चुके हैं. लेखन की दुनिया में शादाब का खूब नाम है. इतना ही नहीं उन्होंने कई फिल्मों की स्क्रिप्ट भी लिखी है और वो फिल्में प्रोड्यूस करते हैं. शादाब वेब सीरीज स्कैम 1992 में भी नजर आए थे लेकिन उन्हें बढ़े हुए वजन की वजह से कोई भी पहचान नहीं पाया.

सलमान खान ने अपने घर पर मनाया यूलिया वंतूर का बर्थडे

सलमान खान इन दिनों सिकंदर की शूटिंग में बिजी हैं, जिसकी झलक हाल ही में कुछ तस्वीरों में देखने को मिली थी. इसी बीच उन्होंने अपने घर पर पूरी खान फैमिली के साथ रुमर्ड गर्लफ्रेंड यूलिया वंतूर का 44वां बर्थडे सेलिब्रेट किया,

 जिसकी हाल ही में एक फोटो सामने आई थी. लेकिन अब उनके बर्थडे की कुछ अनदेखी तस्वीरें और वीडियो सामने आई है,

 जिसमें भाईजान का मस्तीभरा अंदाज देखने को मिला है. तस्वीरों में सलमान खान, हिमेश रेशमिया को किस करते हुए और पोज देते हुए देखा जा सकता है. 

दरअसल, हिमेश रेशमिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें यूलिया वंतूर के बर्थडे की इनसाइड तस्वीरें थीं. एक फोटो में भाईजान हिमेश रेशमिया को किस करते हुए और उनके साथ पोज देते हुए नजर आ रहे हैं. कैप्शन में ऐतिहासिक पलों के साथ प्यारी शाम भाई, फैमिली और दोस्तों के साथ.

ऑफर, अगर आप 15 अगस्त तक लेते है इस एयरफाइबर का कनेक्शन तो आपको मिलेगा 1,000 रुपये की छूट,जाने

रिलायंस जियो 15 अगस्त तक एयरफाइबर का कनेक्शन लेने पर 1,000 रुपये का इंस्टॉलेशन चार्ज नहीं लेगी. कंपनी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इससे शुरुआती स्तर के प्लान पर 30 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी. बता दें कि जियो अपने नए एयरफाइबर कनेक्शन (New AirFiber Connections) पर 30% की छूट दे रहा है.अब जियो फ्रीडम ऑफर (Jio Freedom Offer) के तहत आपको इंस्टॉलेशन चार्ज नहीं देना होगा.

जियो फ्रीडम ऑफर की खासियत

इस फ्रीडम ऑफर के तहत नए यूज़र्स को 1000 रुपये का इंस्टॉलेशन चार्ज (JioAirFiber installation charge) माफ किया जा रहा है. यानी आपको नए एयरफाइबर कनेक्शन के लिए स्टैंडर्ड 3 महीने का प्लान 1000 रुपये इंस्टॉलेशन चार्ज हटाने के बाद सिर्फ 2121 रुपये में मिलेगा.ऑफर के बिना यह प्लान 3121 रुपये का आता है.

ऑफर 26 जुलाई से 15 अगस्त, 2024 तक उपलब्ध 

बता दें कि ये ऑफर 26 जुलाई से 15 अगस्त, 2024 तक उपलब्ध है. जियो एयरफाइबर कनेक्शन लेने वाले ग्राहकों को कम से कम तीन महीने के लिए भुगतान करना होगा. जियो ने जून, 2024 कर तिमाही में पूरे भारत में 11 लाख से अधिक नए एयरफाइबर कनेक्शन जोड़े थे.

किसे मिलेगा ऑफर का फायदा?

15 अगस्त तक एक्टिवेट किए गए सभी नए और पुराने बुकिंग्स पर ऑफर लागू होगा.

ये ऑफर सभी प्लान अवधि (3 महीने, 6 महीने और 12 महीने) के लिए है.

एयरफाइबर 5G और प्लस दोनों के नए यूज़र्स इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं.

नया जियो एयरफाइबर कनेक्शन पाने के लिए रिलायंस जियो की वेबसाइट पर जाएं या 60008-60008 पर मिस्ड कॉल करें और इस शानदार ऑफर का फायदा उठाएं.

कारगिल विजय दिवस पर विशेष,जानें कारगिल युद्ध की पूरी कहानी

कारगिल की लड़ाई, जिसे ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है। इस लड़ाई की जीत के उपलक्ष्य में भारत 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाता है। बता दें कि पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने LoC करके भारत की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी। हालांकि इंडियन आर्मी के बहादुर जवानों ने न सिर्फ पाकिस्तान को इस लड़ाई में धूल चटाई, बल्कि शौर्य की एक ऐसी मिसाल पेश की जो इतिहास के पन्नों में अपनी जगह बना गई।

कैसे हुई थी कारगिल की लड़ाई की शुरुआत

इस लड़ाई की शुरुआत 3 मई 1999 को ही हो गई थी जब पाकिस्तान ने कारगिल की ऊंची पहाडि़यों पर 5 हजार से भी ज्यादा सैनिकों के साथ घुसपैठ कर कब्जा जमा लिया था। भारत सरकार को जब घुसपैठ की जानकारी मिली तब पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन विजय चलाया गया। पाकिस्तान ने दावा किया था कि इस लड़ाई में लड़ने वाले सभी कश्मीरी उग्रवादी हैं, लेकिन युद्ध में बरामद हुए दस्तावेजों और पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से साबित हुआ कि पाकिस्तान की सेना प्रत्यक्ष रूप में इस युद्ध में शामिल थी।

पाकिस्तानी घुसपैठ का सेना को यूं चला था पता

8 मई 1999 को पाकिस्तान की 6 नॉर्दर्न लाइट इंफैंट्री के कैप्टन 

इफ्तेखार और लांस हवलदार अब्दुल हकीम 12 सैनिकों के साथ कारगिल की आजम चौकी पर कब्जा जमाए बैठे हुए थे। उन्होंने देखा कि कुछ भारतीय चरवाहे कुछ दूरी पर अपने मवेशियों को चरा रहे थे। पाकिस्तानी सैनिकों ने आपस में इन चरवाहों को बंदी बनाने को लेकर चर्चा की, लेकिन जब उन्हें लगा कि ऐसा करने की सूरत में चरवाहे उनका राशन खा जाएंगे, तो उन्होंने उन्हें वहां से जाने दिया। कुछ देरा बाद ये चरवाहे भारतीय सेना के 6-7 जवानों के साथ वहां वापस लौटे, और पाकिस्तान के नापाक इरादों की पोल खुल गई।

कारगिल पर इसलिए कब्जा करना चाहता था पाक

पाकिस्तान का मकसद यही था कि भारत की सुदूर उत्तर की टिप पर सियाचिन ग्लेशियर की लाइफ लाइन NH 1 D को किसी तरह काट कर उस पर नियंत्रण किया जाए। पाकिस्तानी सैनिक उन पहाड़ियों पर आना चाहते थे जहां से वे लद्दाख की ओर जाने वाली रसद के जाने वाले काफिलों की आवाजाही को रोक दें और भारत को मजबूर हो कर सियाचिन छोड़ना पड़े। दरअसल, मुशर्रफ को यह बात बहुत बुरी लगी थी कि भारत ने 1984 में सियाचिन पर कब्जा कर लिया था। उस समय वह पाकिस्तान की कमांडो फोर्स में मेजर हुआ करते थे। उन्होंने कई बार उस जगह को खाली करवाने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाए।

एयर फोर्स और बोफोर्स ने बदला लड़ाई का रुख

कारगिल की लड़ाई शुरू में भारत के लिए काफी मुश्किल साबित हो रही थी, लेकिन बोफोर्स और एयर फोर्स की एंट्री ने पूरी तस्वीर ही बदल दी। बोफोर्स तोपों के हमले तो इतने भयानक और सटीक थे कि उन्होंने पाकिस्तानी चौकियों को पूरी तरह तबाह कर दिया था। पाकिस्तानी सैनिक बिना किसी रसद के लड़ रहे थे और भारतीय सैनिकों की दिलेरी के आगे उनकी एक नहीं चल पा रही थी। वहीं, कारगिल में वायु सेना की सबसे बड़ी भूमिका मनोवैज्ञानिक थी क्योंकि पाकिस्तानी सैनिकों को जैसे ही ऊपर से भारतीय जेटों की आवाज सुनाई पड़ती, वे बुरी तरह घबरा जाता थे और इधर उधर भागने लगते थे।

भारत ने बहुत कुछ खोया, पर पाकिस्तान बर्बाद हो गया

कारगिल की लड़ाई में भारत ने जहां बहुत कुछ खोया, वहीं पाकिस्तान पूरी तरह बर्बाद होकर रह गया। इस जंग में जहां भारत के 527 सैनिक शहीद हुए थे, वहीं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के मुताबिक उनके 2700 से 4000 सैनिक मारे गए थे। जंग के बाद पाकिस्तान में राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता बढ़ गई और नवाज शरीफ की सरकार को हटाकर परवेज मुशर्रफ सत्ता पर काबिज हो गए। वहीं, भारत में जंग ने देशप्रेम को उफान पर ला दिया और अर्थव्यवस्था को भी काफी मजबूती मिली। इस युद्ध से प्रेरणा लेकर कई फिल्में भी बनीं जिनमें LoC कारगिल, लक्ष्य और धूप का जिक्र खासतौर पर किया जा सकता है।

कारगिल से सीख लेकर भारत ने किए पुख्ता इंतजाम

कारगिल की लड़ाई से सीख लेकर भारत ने सीमा पर सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए। सरकार ने एक तरफ जहां रक्षा बजट को और बढ़ाया, वहीं सेना की क्षमता बढ़ाने पर भी काम शुरू हुआ। जंग के दौरान कई तरह की अनियमितताएं भी सामने आई थीं जिन्हें दूर करने के प्रयास हुए। साथ ही सीमा पर लगातार निगरानी की व्यवस्था की गई। कारगिल की लड़ाई ने भारत को वक्त पर कुछ ऐसे सबक दिए जो सीखने बेहद जरूरी थे। अपनी गलतियों से सीख लेकर भारत ने लगातार सुधार जारी रखा और आज इस स्थिति में पहुंच गया है कि एक साथ 2 मोर्चों पर बड़ी आसानी से दुश्मनों को संभाल सकता है।

पंजाब सरकार नीति आयोग की बैठक का करेगा बहिष्कार

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है 27 जुलाई को नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक का राज्य सरकार की ओर से बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है. पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय बजट में पंजाब को फंड नहीं देने को लेकर हमला किया. उन्होंने केंद्रीय बजट को ‘कुर्सी बचाओ बजट’ करार दिया.भगवंत सिंह मान कहा कि हमें इस बात पर अफसोस है कि देश का अन्नदाता होने के बावजूद बजट में पंजाब की अनदेखी की गई.

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब 532 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है. और हमेशा देश हित के लिए खड़ा रहा है. फिर भी केंद्र सरकार ने सड़कें बंद कर राज्य पर बोझ डालने का काम किया है. भगवंत सिंह मान ने दीनानगर और पठानकोट हमलों के दौरान सेना भेजने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए 7.5 करोड़ रुपये के वित्तीय बोझ को माफ करने के अपने प्रयासों को भी याद किया.

राज्य को आर्थिक रूप से सक्षम बनाएंगे

मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राज्य को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए अपने वित्तीय संसाधन जुटाएगी. उन्होंने इस दौरान पंजाब को विशेष दर्जा देने की भी मांग की. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब के योगदान और भारत के खाद्य भंडार में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला. भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रदेश के किसानों की अनदेखी की गई और उन्हें रोकने के लिए बैरियर लगाए गए

राज्यपाल से विवाद न पैदा करने की अपील

मुख्यमंत्री ने राज्य के 10,000 करोड़ रुपये रोकने के लिए केंद्र सरकार और रोजाना छोटे-मोटे मुद्दे उठाने के लिए राज्यपाल की आलोचना की. उन्होंने आश्वासन दिया कि कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किये जायेंगे. उन्होंने राज्यपाल से छोटे-मोटे मुद्दे उठाकर विवाद पैदा नहीं करने का आग्रह किया. भगवंत सिंह मान ने कहा कि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति के संबंध में निर्णय नियुक्त प्रतिनिधियों के बजाय निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा किया जाना चाहिए.

पुणे में बारिश से हाल बेहाल, फंसे लोगों को बचाए गए नावों के सहारे

महाराष्ट्र के पुणे में रातभर हुई झमाझम बारिश से जिले के बड़े हिस्से बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. लोगों की मदद के लिए नावों को तैनात किया गया है. वहीं बारिश के कारण स्कूल बंद कर दिए गए हैं. शहर की अग्निशमन ब्रिगेड, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तथा अन्य एजेंसियां कई क्षेत्रों में पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए पहुंच गई हैं. गुरुवार सुबह लोग जब उठे तो उन्होंने खुद को 3-5 फीट गहरे पानी में फंसा पाया. टीमें नावों के माध्यम से फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं.

बचावकर्मियों ने अपने घरों या दुकानों में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए नावों और रस्सियों का इस्तेमाल किया, जबकि कुछ घरों में पानी छत तक पहुंच गया है. एनडीआरएफ ने निंबज नगर, डेक्कन जिमखाना और सिंहगढ़ रोड इलाकों में बचाव अभियान शुरू किया है. ये इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. शहर में पिछले 24 घंटों में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई है.

केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री तथा पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोल ने कहा कि खडकवासला बांध से 40 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने से स्थिति और खराब हो गई है.

नाराज स्थानीय लोगों ने सरकार की आलोचना की है. उनका कहना है कि सरकार ने बिना कोई सूचना के सुबह करीब 4 बजे मुला-मुथा नदी बेसिन में बांध के गेट खोल दिए. यदि उन्हें पहले जानकारी दी जाती तो लोग सुरक्षित स्थानों पर जा सकते थे.

लगभग पूरे शहर में सड़कें, गलियां और रास्ते बाढ़ के पानी में फंसे दोपहिया और चार पहिया वाहनों से अटे पड़े थे. लोग कमर से गर्दन तक गहरे पानी में घुसकर अपने सामान को बचाने का प्रयास कर रहे थे.

भिड़े ब्रिज, होल्कर ब्रिज, संगम ब्रिज और आसपास की कॉलोनी, गरवारे कॉलेज के पास खिल्लारे कॉम्प्लेक्स, पीएमसी कार्यालय के सामने स्थित पुल जैसे प्रमुख मार्ग यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं। नदियां उफान पर हैं.

खंडाला-लोनावला, पिंपरी-चिंचवाड़, मुलशी, खेड़, भोर, मावल, हवेली, बारामती और अन्य स्थानों के साथ-साथ लवासा शहर में पिछले 24 घंटों में 300 मिमी से ज्यादा भारी बारिश हुई है.

पुणे शहर और अन्य कस्बों के कई इलाकों में बचाव एजेंसियों और पुलिस ने लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है. बहुमंजिला इमारतों में फंसे लोगों से वहीं रहने का आग्रह किया गया है। एहतियात के तौर पर कुछ इलाकों में बिजली काट दी गई, जिससे समस्याएं और बढ़ गई हैं. डिप्टी सीएम अजित पवार ने कलेक्टर सुहास दिवासे से बात की और कहा कि पुणे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. सभी टीमें हाई अलर्ट पर हैं। बाढ़ से उत्पन्न स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोशिशें जारी हैं.

रूस की बाइकर तात्याना ओज़ोलिना की सड़क हादसे में हुई मौत

रूस की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और सबसे खूबसूरत बाइकर की सड़क हादसे में मौत हो गई है,

तात्याना ओज़ोलिना को रूस की सबसे खूबसूरत बाइकर कहा जाता था. उनकी मौत एक मोटरबाइक हादसे में तुर्की में हुई. उनकी लाल बीएमडब्ल्यू बाइक तुर्की में एक ट्रक से टकरा गई. इस भीषण हादसे में 38 साल की तात्याना ओज़ोलिना की जान चली गई. 

 तुर्की मीडिया आउटलेट तुर्किये टुडे के मुताबिक, तात्याना ओज़ोलिना, सोशल मीडिया पर "मोटोटान्या" के नाम से फेमस थीं. हादसे के समय वह मुगला और बोडरम के बीच अपनी बाइक से जा रही थीं अचानक उन्होंने अपनी बाइक बीएमडब्ल्यू S1000RR पर से कंट्रोल खो दिया और मिलास के पास एक ट्रक से जा टकराईं. इस हादसे के तुरंत बाद एंबुलेसं मौके पर पहुंच गई लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.  

एंबुलेंस पहुंचने से पहले ही तात्याना की मौत

हालांकि तात्याना के साथ मौजूद तुर्की बाइकर ओनूर ओबुत को बचा लिया गया, लेकिन उनको गंभीर चोट आई है. वह अस्पताल में भर्ती हैं. तुर्की आउटलेट ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद तीसरा बाइक सवार सुरक्षित है. अधिकारी उस घातक हादसे की जांच कर रहे हैं. 

सोशल मीडिया पर फेमस थीं तात्याना

तात्याना ओज़ोलिना एक फेमस मोटो व्लॉगर थीं. उनके इंस्टाग्राम पर 1 मिलियन से ज्यादा और यूट्यूब पर 2 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स थे. उनको रूस की सबसे खूबसूरत बाइकर कहा जाता था. खूबसूरत होने के साथ ही वह काफी प्रभावशाली भी थीं. वह उनके वैश्विक मोटरसाइकिल पेशन के लिए लोगों के बीच फेमस थीं. तात्याना ने अपने आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि उन्हें यूरोप में एंट्री करने की परमिशन नहीं थी.

गेट परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू,इस तारीख से होगी परीक्षा

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूडकी (IIT Roorkee) ने आज यानी 24 अगस्त से ग्रेट 2025 ( GATE 2025) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है. जो उम्मीदवार ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे आईआईटी गेट की आधिकारिक वेबसाइट gate2025.iitr.ac.in पर जाएं. गेट 2025 परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 26 सितंबर 2024 तक भरे जाएंगे. वहीं विलंब शुल्क के साथ आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 अक्टूबर 2024 है. 

गेट परीक्षा के लिए योग्यता

जो उम्मीदवार वर्तमान में मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी से किसी भी बैचलर डिग्री प्रोग्राम के तीसरे या फाइनल वर्ष में हैं या जिन्होंने इंजीनियरिंग/ टेक्नोलॉजी/ आर्किटेक्चर/ साइंस /कॉमर्स/ आर्ट्स/ ह्यूमैनिटीज में डिग्री हासिल की है, वे गेट 2025 परीक्षा में भाग ले सकते हैं. 

गेट 2025 परीक्षा की तारीख

गेट 2025 परीक्षा फरवरी में आयोजित की जाएगी. गेट परीक्षा 1, 2, 15 और 16 फरवरी 2025 को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी. आईआईटी रूड़की परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित की जाएगी. गेट 2025 परीक्षा में कुल 30 पेपर होंगे. परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की जाएगी. परीक्षा की अवधि 3 घंटे है. गेट परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो इंजीनियरिंग में मास्टर प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. 

गेट 2025 आवेदन शुल्क

गेट 2025 के लिए उम्मीदवारों को 1800 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा. जबकि एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी वर्ग के उम्मीदवारों को 900 रुपये देना होगा. गेट 2025 आवेदन शुल्क का भुगतान क्रेडिट, डेबिट, नेट बैंकिंग या यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन करना होगा. अगर 26 सितंबर से 7 अक्टूबर के बीच गेट 2025 के लिए आवेदन करते हैं तो विलंब शुल्क के रूप में 500 रुपये अतिरिक्त देने होगा.

गेट रजिस्ट्रेशन के दौरान जरूरी डॉक्यूमेंट्स

डिग्री सर्टिफिकेट, प्रोविजनल सर्टिफिकेट या संस्थान के हेड द्वारा प्राप्त सर्टिफिकेट

कैटेगरी सर्टिफिकेट, पीडब्ल्यूडी सर्टिफिकेट

आईडी प्रूफ में पासपोर्ट/ पैन कार्ड / आधार कार्ड/ कॉलेज आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस 

कैंडिडेट्स की फोटो और सिग्नेचर

भारी बारिश के कारण पुणे की सोसाइटियों में घुसा पानी,करंट लगने से 3 की मौत

सिंह गढ़ रोड पर भी घुटने के ऊपर पानी भर गया है. प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है.

 पुणे की लगभग 15 हाउसिंग सोसाइटी में बारिश का पानी घुस गया है. वहीं तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई. पुणे शहर के चार अलग अलग जगहों पर 100 मिलीमीटर से भी ज़्यादा बारिश दर्ज की गई. पुणे पिंपरी चिंचवाड़ शहर में स्कूलों को छुट्टी प्रशासन ने जारी की है. 

मौसम विभाग के मुताबिक अनुसार गुरुवार को मुंबई, ठाणे, पालघर और रायगढ में भारी बारिश होगी. मौसम विभाग ने गुरुवार को मुंबई के लिए येलो अलर्ट, ठाणे पालघर के लिए ऑरेंज और रायगड के लिए भी आरेंज अलर्ट जारी किया है. 

कर्नाटक से लेकर गुजरात तक एक ऑफशोर ट्रफ पूरी तरह एक्टिव हो जाएगा, जिसके कारण मुंबई समेत कई इलाकों में मध्य से भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है.