/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1727793660458980.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1727793660458980.png StreetBuzz वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा,ब्राजील में शार्क के अंदर पाया गया कोकेन veer
वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा,ब्राजील में शार्क के अंदर पाया गया कोकेन

ब्राजील के तट पर शार्क में कोकेन पाया गया है और वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यह ड्रग्स उनके व्यवहार को बदल सकती है. रियो डी जेनेरियो के पास के पानी से 13 ब्राजीलियाई शार्पनोज़ शार्क पर किए गए एक अध्ययन में, समुद्री जीव वैज्ञानिकों ने उनकी मांसपेशियों और लिवर में कोकेन के उच्च स्तर पाया है.

इस तरह समुद्र में पहुंचा ड्रग

हालांकि यह पता नहीं चला कि शार्क ने किस तरह से ड्रग का सेवन किया है. वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि कोकेन संभवतः अवैध प्रयोगशालाओं के ड्रेनेज से आया है जो ड्रग्स का उत्पादन करते हैं या ड्रग यूजर्स के मलमूत्र से सीवेज के जरिए मछलियों तक पहुंचा है.

 यह भी हो सकता है कि शार्क ने कोकेन के वो बंडल खाए हों जो ड्रग तस्करों से समुद्र में खो गए हों या फेंक दिए गए हों. एक वैज्ञानिक ने टेलीग्राफ को बताया, "हम आमतौर पर मेक्सिको और फ्लोरिडा के विपरीत, यहां समुद्र में कोकेन की बंडल्स फेंकी या खोई हुई नहीं देखते हैं." 

उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बहुत कम संभावना है कि शार्क डंप किए गए पैकेजों से कोकेन खा रहे थे.

वैज्ञानिकों के अनुसार, परीक्षण के परिणामों से शार्क में कोकेन के "दीर्घकालिक संपर्क" का पता चला. जबकि उनका अनुमान है कि कोकेन उनके लिए हानिकारक है, यह ज्ञात नहीं है कि दवा ने उनके व्यवहार को किस हद तक प्रभावित किया होगा या क्या इसने उन्हें अधिक आक्रामक और अप्रत्याशित बना दिया होगा.

शार्क के ब्रेन पर असर

डॉ एनरिको मेंडेस सैगियोरो, एक इकोटॉक्सिकोलॉजिस्ट ने कहा, "यह मामला हो सकता है, क्योंकि कोकेन ब्रेन को टारगेट करता है और अन्य जानवरों में अतिसक्रिय और अनियमित व्यवहार देखा गया है. यह एक संभावना है और आगे के अध्ययन की आवश्यकता है."

रियो डी जेनेरो के पास मछली पकड़ने के दौरान पानी से छोटे शार्क को चुनने वाले रिसर्चर्स ने उन्हें उनके अंगों का परीक्षण किया. एक चिंताजनक खोज में, उन्होंने पाया कि कोकेन की सांद्रता अन्य समुद्री जानवरों में पहले पाए गए कोकेन की तुलना में 100 गुना अधिक थी

उन परीक्षणों के परिणामों से पता चला कि शार्क के हर एक नमूने में कोकेन के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया, जिसमें 92 प्रतिशत मांसपेशियों के नमूने और 23 प्रतिशत लिवर के नमूने भी दवा के मुख्य तत्वों में से एक के लिए सकारात्मक परीक्षण किए गए.

शार्क की आंखों पर असर!

जबकि कोकेन से जानवरों को होने वाले नुकसान की सीमा ज्ञात नहीं है, वैज्ञानिकों को संदेह है कि दवा शार्क को प्रभावित करने का एक तरीका उनके विजन को नुकसान पहुंचाना है, जिससे उनकी शिकार करने की क्षमता प्रभावित होती है. एक वैज्ञानिक ने कहा, वे कोकेन से पागल नहीं हो सकते हैं, लेकिन यह उनकी जीवन प्रत्याशा को कम कर सकता है.

राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने केंद्रीय बजट की प्रशंसा करते हुए कहा विकसित भारत लक्ष्य का रोडमैप

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को मोदी सरकार के तीसरे टर्म का पहला पूर्ण बजट पेश किया. इस बजट में देश के अलग-अलग वर्ग और समूहों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की गई है.

 राजस्थान की डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री दिया कुमारी ने केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए इसे विकसित भारत लक्ष्य का रोडमैप बताया. 

उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दिया कुमारी ने कहा है कि किसानों, महिलाओं, युवा औऱ गरीब को ध्यान में रख कर बनाया गया 2024-25 का केन्द्रीय बजट, विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने का रोडमैप है. उन्होंने कहा कि यह देश के सभी वर्गों की आशाओं पर खरा उतरने वाला बजट है.

उपमुख्यमंत्री ने बजट घोषणों पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि महिला और बालिकाओं के लिए केन्द्रीय बजट में 3 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण की भी घोषणा की गई है, जिसके अन्तर्गत 25000 गांवों तक रोड बनाई जाएगी. 

विष्णुपद और महाबोधि कॉरिडोर से आकर्षित होंगे पर्यटक

गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर कॉरिडोर को काशी विश्वनाथ की तर्ज पर विकसित करने, राजगीर और नालंदा को विकसित करने की घोषणा की भी उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि ये दोनों कॉरिडोर, देश-विदेश से श्रृद्धालुओं औऱ पर्यटकों को भारत की ओर आकर्षित करेंगे. 

रोजगार और कौशल विकास पर बजट में बड़ी घोषणाएं

दिया कुमारी ने कहा कि केन्द्रीय बजट में रोज़गार और कौशल विकास के अवसर बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया है. इसी के साथ-साथ छोटे और मध्यम उद्योगों और मध्यम वर्ग के लिए भी कई घोषणाएँ की गई है. देश में युवाओं को अगले पाँच साल में कौशल विकास के विभिन्न अवसर प्राप्त होंगे और एक करोड़ युवाओं को देश के टॉप 500 कपंनियों में इंटर्नशिप करने का मौक़ा मिलेगा. इसके साथ ही देश के विभिन्न संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे युवाओं को दस लाख तक का ऋण उपलब्ध हो सकेगा. अनुसंधान नेशनल रिसर्च फंड के माध्यम से युवाओ को रिसर्च के क्षेत्र मे नए मौक़े उपलब्ध होगे.

आइए जानते हैं शिवलिंग पर क्या चढ़ाने से किन-किन फलों की होती है प्राप्ति

सावन माह को हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है। इस माह में भगवान शिव के साथ-साथ समस्त शिव परिवार की आराधना करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। सावन सोमवार के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करना बहुत ही पुण्यकारी माना जाता है। इसके साथ ही साधक अलग-अलग इच्छाओं की पूर्ति के लिए शिवलिंग पर अलग-अलग चीजें अर्पित करते हैं।

दूर होती है धन की समस्या

सावन सोमवार के विशेष अवसर पर शिवलिंग का गन्ने के रस ने से अभिषेक करने से साधक की धन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं। वहीं, मूंग दाल अर्पित करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होत है।

मिलता है ये फल

ऐसा माना गया है कि यदि किसी तीर्थ स्थान से जल लाकर शिवलिंग का अभिषेक किया जाए, तो इससे साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं, गंगाजल से अभिषेक करना भी बहुत ही पुण्यकारी माना गया है।

मिलेगा स्वास्थ्य का आशीर्वाद

यदि आप सावन के सोमवार पर जल में इत्र मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं, तो इससे व्यक्ति को रोगों से छुटकारा मिलता है और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।

एश्वर्य में होती है वृद्धि

शिवलिंग पर गेहूं और चावल चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। इससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। वहीं अगर आप शिवलिंग पर शक्कर अर्पित करते हैं, तो इससे एश्वर्य के साधनों में वृद्धि हो सकती है।

नहीं होती धन की कमी

सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर गन्ने का रस और गुड़ चढ़ाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति की सभी प्रकार की धन संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं। वहीं शिवलिंग पर सरसों का तेल अर्पित करने से रोग व शत्रुओं का नाश होता है।

चढ़ा सकते हैं ये चीजें

सावन में शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते समय सुपारी भी अर्पित करना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो सकती हैं। वहीं, अगर आप शिवलिंग पर लौंग चढ़ाते हैं, तो इससे आपके रुके हुए काम बनने लगते हैं।

यूपीआई यूजर्स को मिली नई सर्विस,जाने कहां पर कर पाएंगे इस्तेमाल

यूपीआई वन वर्ल्ड वॉलेट को पिछले साल भारत द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार पेश किया गया था, अब कई और देशों से आने वाले लोगों के लिए उपलब्ध होगा। विदेशी लोग मेड इन इंडिया तकनीक की सुविधा उपयोग कर सकते हैं। इससे नकदी ले जाने की आवश्यकता और विदेशी मुद्रा लेनदेन की मुश्किलें काफी हद तक खत्म हो जाएंगी।

कहां कर पाएंगे इस्तेमाल

यूपीआई वन वर्ल्ड वॉलेट का लाभ पासपोर्ट और वैध वीजा के आधार पर पूर्ण केवाईसी प्रक्रिया के बाद हवाई अड्डों, होटलों और दूसरे टचपॉइंट्स पर अधिकृत पीपीआई जारीकर्ताओं के माध्यम से उठाया जा सकता है।एनपीसीआई के प्रवक्ता ने कहा इस सर्विस को शुरू करने के पीछे का मकसद विदेशों से आने वाले लोगों की मुश्किलों को कम करना है। इसे यूपीआई से लैस करके उनके अनुभव को बेहतर बनाना है, जो भारतीयों के बीच सबसे पसंदीदा पेमेंट ऑप्शन है। अंतर्राष्ट्रीय यात्री यूपीआई वन वर्ल्ड का उपयोग करके अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

यह सुविधाजनक लोडिंग की अनुमति देता है। विदेशी यात्रियों को भारत द्वारा विकसित वास्तविक समय भुगतान प्रणाली का अनुभव करने के लिए डिजिटल पेमेंट सिस्टम को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय यात्री केवल क्यूआर कोड स्कैन करके मर्चेंट स्थानों पर भुगतान करने के लिए यूपीआई वन वर्ल्ड ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सुविधा भारतीय रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन में एनपीसीआई, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और ट्रांसकॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड के संयुक्त प्रयासों से संभव हुई है।

नीतीश कुमार की मांगें, जो पूरी नहीं हुई, जानें

लोकसभा चुनाव 2024 के जब नतीजे आए तो बीजेपी अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए अपने गठबंधन के साथियों नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी यानी टीडीपी पर निर्भर रहना पड़ा बिहार में भी एनडीए की सरकार है. बीजेपी के समर्थन से ही नीतीश कुमार फ़िलहाल सीएम की कुर्सी पर हैं.

लेकिन नीतीश कुमार एनडीए से दो बार दूरी बना चुके हैं नीतीश कुमार साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले साल 2013 में एनडीए से अलग हुए थे. बाद में नीतीश ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था 2017 में नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होकर फिर से एनडीए में शामिल हुए.

बाद में 2022 में नीतीश एनडीए से नाता तोड़कर फिर महागठबंधन में आए इसी साल जनवरी में लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गए थे.

बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से आरजेडी के पास 77 , बीजेपी के पास 78 और जेडीयू के पास 44 विधायक हैं नीतीश कुमार एनडीए और महागठबंधन में आते-जाते रहे हैं हालाँकि इसबार नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि वे अब हमेशा के लिए एनडीए में आ गए हैं.

संसद के मॉनसून सत्र से पहले 21 जुलाई को जब सर्वदलीय बैठक हुई थी, तब भी जेडीयू की ओर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाया गया था जून महीने में जेडीयू ने अपनी पार्टी की बैठक में भी इस संबंध में प्रस्ताव पास किया था.

सात जून को जब संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए की बैठक हुई थी, तब भी नीतीश कुमार ने कहा था, ''10 साल तक पीएम मोदी ने देश की सेवा की. पूरा भरोसा है कि जो कुछ भी बचा है, अगली बार ये सब पूरा कर देंगे जो भी हर राज्य का है. हम लोग पूरे तौर पर सब दिन इनके साथ रहेंगे.''

नीतीश ने कहा था, ''बिहार और देश बहुत आगे बढ़ेगा. अब बिहार का भी सब काम हो ही जाएगा. जो कुछ भी बचा हुआ है, उसको भी कर देंगे. इसलिए हम पूरी तरह से, जो आप चाहिएगा हम लगे रहेंगे. बहुत अच्छा होगा. ''नीतीश के इस बयान को बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग से ही जोड़कर देखा गया था.

पटना यूनिवर्सिटी से जुड़ी नीतीश की मांग

नीतीश कुमार ने इससे पहले सार्वजनिक तौर पर पीएम मोदी से पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने की मांग की थी अक्तूबर 2017 में पीएम मोदी पटना यूनिवर्सिटी पहुंचे थे.

तब पीएम मोदी की मौजूदगी में ही नीतीश कुमार ने मंच से कहा था, ''आज कम से कम आपकी मदद से फिर ऊंचाइयों पर चढ़ जाएं. केंद्रीय विश्वविद्यालय का रुतबा इसको मिल जाए तो बहुत बड़ी बात होगी.''

इसी मंच से पीएम मोदी ने इशारों में नीतीश कुमार की मांग को तभी नज़रअंदाज़ कर दिया था.

पीएम मोदी ने कहा था, ''आने वाले पांच साल में बिहार की यूनिवर्सिटी को 10 हज़ार करोड़ रुपया दिया जाएगा, पटना यूनिवर्सिटी इसमें पीछे नहीं रहनी चाहिए. ये निमंत्रण देने मैं आपके पास आया हूं.''

इस वाक़ये को सात साल हो चुके हैं. लेकिन पटना यूनिवर्सिटी को अब तक केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं मिला है.

जिस यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलता है, उसकी वित्तीय ज़िम्मेदारी केंद्र की होती है.

हीरा व्यापारी ने कोलाबा में ताज होटल के पास समुद्र में कूदकर की आत्महत्या

मुंबई में 65 वर्षीय एक हीरा व्यापारी ने कोलाबा में ताज होटल के पास समुद्र में कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. 

कोलाबा थाने के अधिकारी ने बताया कि संजय शांतिलाल शाह आर्थिक नुकसान के कारण तनाव में थे, उन्होंने अपने परिवार से कहा था कि वह सुबह की सैर के लिए जा रहे हैं और रविवार सुबह उन्होंने समुद्र में छलांग लगा दी.

अधिकारी ने बताया, "अपनी इमारत से नीचे आने के बाद उन्होंने एक टैक्सी बुक की और बांद्रा वर्ली सी लिंक गए. वहां तीन-चार चक्कर लगाने के बाद उन्होंने टैक्सी चालक से गेटवे ऑफ इंडिया जाने को कहा." अधिकारी ने बताया, "उन्होंने ताज होटल के पास समुद्र में छलांग लगा दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे. उन्हें पानी से बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया."

अधिकारी ने कहा, "हम जल्द ही उनके परिवार के बयान दर्ज करेंगे. शाह महालक्ष्मी मंदिर के पास भूलाभाई देसाई रोड पर एक इमारत में रहते थे. वह हीरे की खरीद-बिक्री का व्यवसाय करते थे. पिछले दो-तीन साल से उन्हें अपने व्यवसाय में काफी घाटा हो रहा था, जिसके कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे." कोलाबा थाने के अधिकारी ने कहा कि घटना के सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.

बजट 2024 से पहले ही टमाटर की कीमत 100 रुपए पार, जाने सब्जियों की कीमत

देश की राजधानी दिल्ली में मदर डेयरी के रिटेल स्टोर सफल पर टमाटर की कीमत 100 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं. जबकि सरकारी आंकड़ों में दिल्ली में टमाटर की कीमतें 93 रुपए प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध है

अधिकारियों ने बताया कि पहले गर्मी और अब बारिश की वजह से टमाटर की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर आलू प्याज के दाम भी हाफ सेंचुरी पर दिखाई दे रहे हैं. इसका मतलब है कि आलू-प्याज और टमाटर की कीमतों नें आम लोगों का बजट ऐसे समय पर बिगाड़ दिया है, जब देश की वित्त मंत्री कुछ दिनों में देश का आम बजट संसद में पेश करने वाली हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर के साथ-साथ आलू और प्याज के दाम कितने हो गए हैं.

दिल्ली में टमाटर 100 रुपए

देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश के कारण खाद्य पदार्थों की आपूर्ति प्रभावित होने से शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर का भाव 100 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया. दिल्ली में मदर डेयरी के खुदरा बिक्री केंद्र ‘सफल’ पर टमाटर 100 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर उपलब्ध हैं. उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 93 रुपए प्रति किलोग्राम थी. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 20 जुलाई को टमाटर का अखिल भारतीय औसत मूल्य 73.76 रुपए प्रति किलोग्राम था.

क्यों हो रहा है इजाफा

विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अत्यधिक गर्मी और उसके बाद अत्यधिक बारिश से आपूर्ति में व्यवधान के चलते पिछले सप्ताह कीमतों में तेज वृद्धि हुई. अधिकारी ने बताया कि दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमतें बहुत ज़्यादा हैं. अत्यधिक गर्मी और उसके बाद अत्यधिक बारिश के कारण आपूर्ति बाधित हुई, जिससे खुदरा कीमतों में उछाल आया.

आलू और प्याज के दाम

पश्चिमी दिल्ली में मदर डेयरी स्टोर पर शनिवार को प्याज 46.90 रुपए प्रति किलोग्राम और आलू 41.90 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर बेचा जा रहा था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में प्याज 50 रुपए प्रति किलोग्राम और आलू 40 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा है. प्याज का अखिल भारतीय औसत मूल्य 44.16 रुपए प्रति किलोग्राम और आलू का औसत मूल्य 37.22 रुपए प्रति किलोग्राम है.

हरी सब्जियों की कीमत में भी तेजी

दूसरी हरी सब्जियों के दाम भी बढ़े हुए हैं. मदर डेयरी में शनिवार को तोरी 59 रुपए प्रति किलो, करेला 49 रुपए प्रति किलो, फ्रेंच बीन्स 89 रुपए प्रति किलो, भिंडी 49 रुपए प्रति किलो, टिंडा 119 रुपए प्रति किलो, हरी शिमला मिर्च 119 रुपए प्रति किलो, बैंगन (छोटा) 49 रुपए प्रति किलो, बैंगन (बड़ा) 59 रुपए प्रति किलो, परवल 49 रुपए प्रति किलो, लौकी 39 रुपए प्रति किलो और अरवी 69 रुपए प्रति किलो की दर से मिल रही थी.

ब्रजमंडल यात्रा को लेकर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी,सुरक्षा व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए 2000 जवानों की तैनाती

हरियाणा के नूंह में सोमवार को ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी. इसके मद्देनजर हरियाणा सरकार के गृह विभाग ने सुरक्षा स्थिति को ध्‍यान में रखते हुए एहतियातन कई कदम उठाए हैं. गृह विभाग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक, आज शाम 6 बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी रहेगी. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए आसमान से जमीन तक पैनी नजर रखी जाएगी. नूंह पुलिस ने भारी वाहन चालकों के लिए विशेष एडवाईजरी भी जारी की है. 

2000 जवानों की तैनाती 

गृह विभाग ने सुरक्षा व्‍यवस्‍था को बनाए रखने और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 2000 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ ही अर्ध सैनिक बलों के जवानों को तैनात किया है. साथ ही ड्रोन से यात्रा की निगरानी की जाएगी. 

साथ ही अरावली पर्वत में भी हरियाणा पुलिस के कमांडो द्वारा सर्च अभियान चलाया जाएगा और डॉग स्क्वॉयड के अलावा घोड़ा पुलिस भी जिले के अलग-अलग स्थानों पर तैनात रहेगी. 

गुरुग्राम-अलवर राष्‍ट्रीय राजमार्ग पर भारी वाहनों पर रहेगी रोक

गृह विभाग के आदेशों के मुताबिक, गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए पर भारी वाहनों पर यात्रा के दौरान रोक रहेगी. इसे लेकर एडवाइजरी जारी की गई है. नूंह पुलिस ने 22 जुलाई के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक, अलवर से सोहना/गुरुग्राम जाने वाले भारी वाहनों को फिरोजपुर झिरका के अम्बेडकर चौक से मुम्बई एक्सप्रेस-वे से केएमपी रेवासन होते हुए सोहना/गुरुग्राम जाने के लिए कहा गया है. वहीं जिन भारी वाहनों को सोहना/गुरुग्राम से अलवर की तरफ जाना हैं, उन्‍हें केएमपी रेवासन से मुम्बई एक्सप्रेस-वे होते हुए अम्बेडकर चौक फिरोजपुर झिरका से अलवर की तरफ जाने की एडवाइजरी जारी की गई है. 

नूंह पुलिस के मुताबिक, तावडू से अलवर की तरफ जाने वाले भारी वाहन केएमपी रेवासन से मुम्बई एक्सप्रेस-वे होते हुए अम्बेडकर चौक फिरोजपुर झिरका से अलवर की तरफ जाएं. साथ ही पलवल, होडल और अलीगढ़ ( उत्तर प्रदेश) से अलवर जाने वाले भारी वाहन केएमपी होते हुए मुम्बई एक्सप्रेस-वे से अम्बेडकर चौक फिरोजपुर झिरका से अलवर की तरफ जाएं. 

यात्रा के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश रहेगा वर्जित 

साथ ही नूंह पुलिस ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि जिन भारी वाहनों को पलवल, होडल व अलीगढ़ ( उत्तर प्रदेश) से नूंह जाना हैं, वो ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा समाप्त होने के बाद ही नूंह आएं. वहीं जिन भारी वाहनों को जयपुर से नूंह आना हैं उनके लिए मुम्बई एक्सप्रेस-वे से केएमपी रेवासन होते हुए यात्रा समाप्त होने के बाद नूंह आने की एडवाइजरी जारी की गई है. 

नूंह हिंसा के दौरान पिछले साल हुई थी 5 की मौत 

गौरतलब है कि पिछले साल ब्रज मंडल यात्रा के दौरान नूंह में बवाल हो गया था. 31 जुलाई को भड़की हिंसा में दो होमगार्ड सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. यह हिंसा राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गई थी.

एक ऐसा सीरियल किलर जिसनें एक नहीं, दो नहीं, बल्कि 42 महिलाओं को उतारा मौत के घाट,किलर गिरफ्तार

नैरोबीः केन्या में दुनिया के सबसे खूंखार किलर ने एक नहीं, दो नहीं, बल्कि एक-एक कर के 42 महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया। 42वीं महिला की हत्या करने के बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

 जब उसने 2022 से अब तक 42 महिलाओं की हत्या करने की बात कबूली तो केन्या पुलिस के भी होश उड़ गए।

सीरियल किलर के इस खौफनाक कुबूलनामे के बाद पुलिस ने 9 शवों को बरामद भी कर लिया है। पुलिस के अनुसार महिलाओं की हत्या करने के बाद वह उन्हें बोरे में पैक कर देता था। फिर उन्हें कहीं कूड़े या नाले में फेंक आता था। ज्यादातर महिलाओं को वह काट देता था। इतना ही नहीं उसने अपनी पत्नी को भी इसी तरह मार डाला था। 

पुलिस का कहना है कि अब तक नौ शव बरामद किए जा चुके हैं और नैरोबी में उसका परीक्षण चल रहा है। नैरोबी के कूड़े के ढेर में इन महिलाओं के क्षत-विक्षत शव मिले हैं। सीरियल हत्याओं के मामले में गिरफ्तार मुख्य संदिग्ध ने 42 महिलाओं की हत्या करने की बात कबूल की है। आपराधिक जांच निदेशालय के प्रमुख मोहम्मद अमीन ने संवाददाताओं से कहा, "संदिग्ध ने 42 महिलाओं को लालच देकर मारने और डंपिंग साइट पर शवों को ठिकाने लगाने की बात कबूली है।"

लालच देकर महिलाओं को बुलाता था अपने पास

सीरियल किलर ने अब तक जितनी महिलाओं की हत्या की है, उन्हें वह लालच देकर किसी न किसी बहाने अपने पास बुला लेता था। फिर उनकी हत्या कर देता था। हालांकि हत्या से पहले महिलाओं के साथ वह किस तरह की दरिंदगी करता था या हत्या करने के पीछे उसका मकसद क्या था, क्या वह हत्या से पहले महिलाओं का रेप भी करता था, इस बारे में अभी पुलिस ने कोई खुलासा नहीं किया है।

मोहम्मद अमीन ने आरोपी कोलिन्स जुमैसी खलुशा की गिरफ्तारी के बाद कहा कि हम एक ऐसे सीरियल किलर मनोरोगी से निपट रहे हैं, जिसके अंदर मानव जीवन के लिए कोई सम्मान नहीं है। इस मामले में एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। 

पुलिस के हाथ लगे कई सुबूत

कार्यवाहक पुलिस महानिरीक्षक डगलस कांजा ने कहा कि 33 वर्षीय मुख्य संदिग्ध कोलिन्स जुमैसी खलुशा को आपराधिक जांच निदेशालय और राष्ट्रीय पुलिस सेवा के संयुक्त अभियान में एक बार के पास स्थानीय समयानुसार लगभग 3 बजे गिरफ्तार किया गया।

पुलिस को कथित तौर पर संदिग्ध हत्यारे से जुड़े कई सबूत मिले हैं। राजधानी के दक्षिण में मुकुरू झुग्गियों में कूड़े के ढेर से क्षत-विक्षत शवों को प्लास्टिक की थैलियों और बोरियों में बंद स्थिति में निकाला गया है। इससे पूरा देश भयभीत हो गया है। पुलिस ने कहाकि जिन नौ लोगों का शव बरामद किया गया है वे सभी महिलाएं हैं।

आरोपी के घर से छापे में मिले ये हथियार

जब पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली तो वहां से एक छुरी, औद्योगिक रबर के दस्ताने, सेलोटेप के रोल और नायलॉन की बोरियां मिलीं। 33 वर्षीय कोलिन्स जुमैसी खलुशा को "पिशाच" और "मनोरोगी सीरियल किलर" के रूप में वर्णित किया गया है, जिसका मानव जीवन के लिए कोई सम्मान नहीं है।

देश में राजनीतिक उथल-पुथल और लिंग आधारित हिंसा की बढ़ती लहर के बीच खलूशा की खौफनाक हरकतें सामने खलुशा के आवास पर जासूसों को कई मोबाइल फोन, पहचान पत्र और पीड़ितों के शरीर को लपेटने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली नायलॉन की बोरियां मिलीं।

30 से ज्यादा नेता अलग-अलग पार्टियां छोड़कर जुड़े जन सुराज के साथ

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का जन सुराज अभियान अपने चरम पर है। आम लोगों के साथ बिहार के नेता भी उनके इस अभियान से जुड़ रहे हैं और प्रभावित हो रहे हैं। अब तक 30 से ज्यादा नेता अलग-अलग पार्टियां छोड़कर जन सुराज के साथ जुड़ चुके हैं। कुछ दिन पहले लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल ने एक आदेश जारी कर अपने नेताओं को जन सुराज अभियान से दूर रहने की सलाह दी थी। अब जन सुराज में शामिल होने वाले नेताओं की लिस्ट देखकर लगता है कि जल्द ही नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को भी ऐसे ही लेटर जारी करने पड़ेंगे।

प्रशांत किशोर से प्रभावित होकर जन सुराज अभियान से लगातार बिहार के सभी जिलों से लोग जुड़ रहे हैं। इस कड़ी में आम लोगों के साथ ही कई दलों के राजनीतिक नेता और कार्यकर्ता जन सुराज में शामिल हो रहे हैं। हाल के दिनों में राजद, भाजपा और जदयू से जुड़े कई नेताओं ने अपने दलों से इस्तीफा देकर जन सुराज की सदस्यता ली है।

जन सुराज से जुड़ने वाले नेता

1. शिव कुमार शाह (भागलपुर) - राजद जिला अध्यक्ष, व्यवसायिक प्रकोष्ठ

2. सुजाता वैद्य (बांका) - जदयू प्रदेश महासचिव और पूर्व जिला अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) जिला परिषद

3. कृष्णदेव कुमार "लल्लन शर्मा" (बांका) - जदयू पूर्व प्रदेश महासचिव

4. रवि मिश्रा (बांका) - भाजपा जिला अध्यक्ष (पंचायती राज प्रकोष्ठ) पत्नी जिला परिषद

5. पंकज कुमार दास (बांका) - जदयू जिला उपाध्यक्ष, जदयू जिला महासचिव, वार्ड पार्षद और पूर्व अध्यक्ष

6. विभाष कुमार सोनी (बांका) - आप जिला अध्यक्ष सरपंच संघ जिला अध्यक्ष

7. घनश्याम मंडल (भागलपुर) - जदयू जिला उपाध्यक्ष, मुखिया

8. पवन भारती (भागलपुर) - राजद जिला महासचिव

9. प्रदीप झुनझुनवाला (भागलपुर) - जदयू पूर्व पूर्वी बिहार उद्योग संघ अध्यक्ष (2019-210), पूर्व व्यावसायिक प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष जदयू

10. पी के मिश्रा (दरभंगा) - राजद प्रदेश उपाध्यक्ष (बौद्धिक प्रकोष्ठ) और राजद राष्ट्रीय परिषद सदस्य

11. डॉ मंतोष साहनी (पूर्वी चंपारण) - जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष

12. मधुरेंद्र कुमार सिंह (पूर्वी चंपारण) - कांग्रेस राज्य किसान के मुख्य सलाहकार और पूर्व राज्य सहकारी प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष, पूर्व राज्य महासचिव

13. डॉ लल्लन साहनी (पूर्वी चंपारण) - भाजपा भाजपा अति पिछड़ा प्रकोष्ठ प्रदेश समिति सदस्य वर्तमान मुखिया

14. सुभाष सिंह (गोपालगंज) - कांग्रेस जिला अध्यक्ष (ओबीसी प्रकोष्ठ) और पूर्व बीपीसीसी डेलीगेट दो बार मुखिया (2001-2011)

15. योगेंद्र मंडल (मुंगेर) - राजद प्रदेश सचिव (पंचायती राज प्रकोष्ठ) तारापुर नगर पंचायत अध्यक्ष

16. संजय कुमार सिंह (मुंगेर) - जदयू पूर्व जदयू महासचिव, मुख्य सह-राज्य उपाध्यक्ष, मुख्य संघ बिहार

17. तेज नारायण साहनी (मुजफ्फरपुर) - जदयू प्रदेश महासचिव (अति पिछड़ा प्रकोष्ठ) जिला परिषद

18. अभय कुमार साहनी (समस्तीपुर) - कांग्रेस जिला महासचिव

19. डॉ अमलेंदु पांडेय (समस्तीपुर) - भाजपा जिला अध्यक्ष (मेडिकल प्रकोष्ठ)

20. अजय कुमार (समस्तीपुर) - भाजपा जिला सचिव (पंचायती राज प्रकोष्ठ), उजियारपुर ब्लॉक मुखिया संघ अध्यक्ष

21. सूर्य प्रकाश राय (समस्तीपुर) - राजद जिला महासचिव

22. विजेंद्र कुमार यादव (सीतामढ़ी) - कांग्रेस राज्य सचिव मुखिया संघ जिला कार्यकारी अध्यक्ष और रीगा ब्लॉक अध्यक्ष मुखिया संघ

23. मदन यादव (सिवान) - भाजपा पूर्व भाजपा बिहार प्रदेश (किसान) महामंत्री और सारण प्रमंडल प्रभारी

 

24. चंद्रमा प्रसाद (सिवान) - राजद एससी और एसटी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष

25. राजकेश्वर पासवान (समस्तीपुर) - जाप पूर्व एससी/एसटी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष, जाप और पूर्व जिप और पूर्व मुखिया

26. संगीता सिंह (गोपालगंज) - भाजपा भाजपा-सदस्य पूर्व प्रमुख

27. योगेंद्र शर्मा (गोपालगंज) - सीपीआई(एमएल) सीपीआई(एमएल) राज्य समिति सदस्य

28. अनिल पासवान (बांका) - जदयू जिला महासचिव सतर्कता विभाग से सेवानिवृत्त निरीक्षक

29. मनीषा देवी (खगड़िया) - जदयू पूर्व जदयू महिला जिला अध्यक्ष और जिला महासचिव

30. धर्मदेव यादव (जमुई) - कांग्रेस उपाध्यक्ष, कांग्रेस बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति उपाध्यक्ष (ओबीसी) मोर्चा और तीन बार जिला परिषद