*जुलाई में 283.1 के सापेक्ष 143 एमएम हुई बारिश, खेत में पड़ीं दरारें*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मानसून की बेरूखी से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बारिश न होने से धान के खेत में दरारें पड़ गई हैं। किसानों का कहना है दो तीन दिन में बारिश नहीं हुई तो रोपी गई फसलें सूख जाएगी। वहीं, मौसम विभाग की ओर से 20 जुलाई के बाद बारिश संभावना जताई जा रही है। जिले में 20 जून से अब तक तीन से चार बार ही बारिश हुई है। बारिश न होने से किसान परेशान किसान है। वे नलकूप और निजी पंप के जरिये धान की रोपाई कर रहे हैं। जिन किसानों ने पहले धान की रोपाई कर दी थी। पानी के अभाव में उनकी फसल सूखने लगी हैं। वहीं, बारिश्क का इंतजार करने वाले किसान पानी के लिए पंप सचालकों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। बारिश न होने से जिले में 27 हजार हेक्टेयर के सापेक्ष मात्र सात हजार हेक्टेयर में ही धान की रोपाई हो सकी है। मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करे तो जुलाई में औसत बारिश 283.1 मिली मीटर होती है। इसके सापेक्ष अब तक 143 एमएम बारिश हुई है। हालांकि यह जिले के कुछ क्षेत्रों का आंकड़ा है, कई स्थानों पर 60 से 70 मिमी भी बारिश दर्ज नहीं है। यही हालत आगे भी ही तो रोपी गई धान की फसल भी सूख जाएगी। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया 20 जुलाई के बाद ट्रफ रेखा की दिशा में परिवर्तित होने से बारिश के आसार बनेंगे। अगर जुलाई में बारिश नहीं हुई तो सूखें की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। यदि बारिश नहीं हुई तो धान का बचना मुश्किल भदोही ब्लॉक के अमिलौर के किसान विनय सरोज ने बताया एक बीघा में धान की रोपाई कराता हूं, पिछले सप्ताह जैसे तैसे कर रोपाई किया हूं, लेकिन सिंचाई न होने से धान मुरझाने लगे हैं, खेत में दरारे पड़नी शुरु हो गई है। यहीं हाल किसान भिडिऊरा गांव के किसान सुबाष दूबे, कस्तुरीपुर के रमाशंकर सहित सैकड़ों किसानों का है। बारिश न होने के कारण अब किसानों के सामने संकट मंडराने लगा है। उनका कहना है कि एक सप्ताह और बारिश न हुई तो फसल सूख जाएगी।
Jul 20 2024, 14:30