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कोच राहुल द्रविड़ ने कुछ ऐसा किया की,भारतीय क्रिकेट फैंस जमकर कर रहे है तारीफ,जानें

भारतीय टीम के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ यूं ही नहीं भारतीय फैंस के दिलों पर राज करते हैं. 

उनकी दरियादिली और व्यक्तित्व दूसरे व्यक्तियों से काफी अलग है. एक ऐसी ही उनके महान निर्णय की भारतीय क्रिकेट फैंस जमकर तारीफ कर रहे हैं जिससे फैंस के दिल में उनका काफी सम्मान बढ़ गया है.

टी20 वर्ल्ड कप 2024 का चैंपियन बनने के बाद बीसीसीआई ने भारतीय टीम के लिए प्राइज मनी का ऐलान किया था. 125 करोड़ रुपये की राशि सभी भारतीय खिलाड़ियों के साथ सभी स्टाफ मेंबर कोच और सहायक लोगों के लिए बांटी जानी थी.

 एक रिपोर्ट के मुताबिक सभी भारतीय खिलाड़ियों के साथ मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को भी 5 करोड़ रुपये और अन्य कोच को 2.5 करोड़ रुपये दिए जाने थे. लेकिन, भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने अतिरिक्त 2.5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त प्राइज मनी लेने से मना कर दिया.

उन्होंने सभी कोंचिग स्टाफ की तरह ही 2.5 करोड़ रु का बोनस लिया.

 जिसकी क्रिकेट के फैंस सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ कर रहे हैं. 

बता दें,

 बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर, फील्डिंग कोच टी. दिलीप और गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे सहित अन्य सहयोगी स्टाफ को 2.5-2.5 करोड़ रुपये मिलने थे. मुख्य कोच के लिए खिलाड़ियों के समान ही 5 करोड़ रुपये देने का प्लान हुआ था जो राहुल द्रविड़ ने मना कर दिया.

बीसीसीआई द्वारा दिए गए 125 करोड़ रुपये की राशि को चयन समिति के सभी पांच सदस्यों - अध्यक्ष अजीत अगरकर, सलिल अंकोला, सुब्रतो बनर्जी, शिव सुंदर दास और एस. शरथ - को 1-1 करोड़ रुपये मिले. यह पहला मौका नहीं है जब द्रविड़ ने पुरस्कारों के समान वितरण के लिए यह रुख अपनाया है.

2018 में खेली गई विजयी अंडर-19 विश्व कप टीम की जीत के बाद भी द्रविड़ ने एक ऐसा ही निर्णय लिया था. मुख्य कोच के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अतिरिक्त राशि लेने से इंकार कर दिया.

 शुरुआत में यह योजना बनाई गई थी कि द्रविड़ को 50 लाख रुपए मिलेंगे, जबकि सहयोगी स्टाफ के अन्य सदस्यों को 20-20 लाख रुपए मिलेंगे. लेकिन, द्रविड़ ने सभी के साथ समान राशि ली थी.

न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट आई सामने,4 नए खिलाड़ी शामिल

न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी की है। इस बार कई युवा खिलाड़ियों को पहली बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया गया है, जबकि लंबे समय बाद एक प्रमुख स्पिनर की वापसी हुई है। वनडे विश्व कप 2023 में धमाल मचाकर चर्चा में आए रचिन रविंद्र को भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल कर लिया गया है। वहीं अब टीम के पूर्व कप्तान केन विलियमसन सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं है। विलियमसन ने टी20 विश्व कप के दौरान टी20 इंटरनेशनल और वनडे से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था।

नए खिलाड़ियों को मिला मौका

न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में 4 नए खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया है, जिनके नामों पर काफी चर्चा हो रही है। इन चार खिलाड़ियों में बेन सियर्स, रचिन रविंद्र, विल और जैकब डफी शामिल है। रचिन रविंद्र ने न्यूजीलैंड के लिए डेब्यू करने के बाद से ही अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर अलग पहचान बना ली है।

वनडे विश्व कप 2023 में रचिन ने कमाल का प्रदर्शन किया था, इसके बाद उनको आईपीएल 2024 में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी टीम शामिल किया था। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में जगह मिलने के बाद रचिन ने कहा कि यह मेरी कड़ी मेहनत का एक बड़ा इनाम है

नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल ये खिलाड़ी

डेवोन कॉनवे, टॉम लैथम, डेरिल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स, फिन एलन, माइकल ब्रेसवेल, मार्क चैपमैन, जैकब डफी, टॉम ब्लंडेल, मैट हेनरी, काइल जैमीसन, हेनरी निकोल्स, विल ओ’रुरके, एजाज पटेल, मिचेल सेंटनर, ईश सोढ़ी, रचिन रविंद्र, विल यंग, टिम साउथी, बेन सियर्स।

भारतीय महिला टीम ने साउथ अफ्रीका को 10 विकेट से हराया

भारतीय महिला टीम ने मंगलवार को तीसरे और अंतिम टी-20 मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 10 विकेट से रौंदकर तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। पहला मैच दक्षिण अफ्रीका ने 12 रन से अपने नाम किया था, जबकि दूसरा मैच वर्षा के कारण रद हो गया था। पूजा वस्त्राकर (4/13) और राधा यादव (3/6) की घातक गेंदबाजी के आगे दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम केवल 84 रन पर आउट हो गई।

स्मृति मंधाना ने 54 रन बनाए

उसकी ओर से तजमीम ब्रिट्ज 20 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहीं, जबकि एनेक बोश ने 17 और मारिजाने कैप ने 10 रन बनाए। पूजा और राधा के अलावा अरुंधति रेड्डी, श्रेयांका पाटिल और दीप्ति शर्मा ने एक-एक विकेट लिया। 

आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने 10.5 ओवर में 88 रन बनाकर जीत दर्ज की।

उपकप्तान स्मृति मंधाना ने 54 रन बनाए, जबकि शेफाली वर्मा ने 27 रनों की पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध भारत ने एकमात्र टेस्ट में जीत दर्ज की थी, जबकि तीन मैचों की वनडे सीरीज भी अपने नाम की थी।

गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के बने नए हेड कोच,BCCI सचिव का दिया धन्यवाद

कई महीनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है क्योंकि BCCI सचिव जय शाह ने एलान कर दिया है कि गौतम गंभीर ही भारतीय क्रिकेट टीम के नए हेड कोच होंगे. शाह ने अपने पोस्ट में गंभीर की जमकर तारीफ की और कहा कि गंभीर ही भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए आदर्श व्यक्ति प्रतीत होते हैं. इस पर भारत के पूर्व क्रिकेटर और टीम इंडिया के नए हेड कोच गंभीर ने उनपर भरोसा जताने के लिए BCCI सचिव का धन्यवाद किया है.

गौतम गंभीर ने जताया आभार

गंभीर ने जय शाह का धन्यवाद करते हुए X पर लिखा, "जय भाई, इन विनम्रतापूर्ण शब्दों और मेरा समर्थन करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. मैं भारतीय टीम के साथ इस सफर की शुरुआत को लेकर उत्साहित हूं. मुझे भरोसा है कि पूरी टीम बेहतर करेगी और सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकेगी." इससे पहले जय शाह ने कहा था कि मॉडर्न क्रिकेट बहुत तेजी से उभरा है और गंभीर ने इस बदलाव को बहुत करीब से परखा है. इसलिए फिलहाल टीम इंडिया के हेड कोच पद के लिए उनसे बेहतर विकल्प कोई दूसरा नजर नहीं आता.

गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर राहुल द्रविड़ की जगह ली है. बता दें कि द्रविड़ को हेड कोच के रूप में काम करने के लिए सालाना 12 करोड़ रुपये की सैलरी मिल रही थी. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो गंभीर की सैलरी इससे भी अधिक हो सकती है. हालांकि गंभीर ने IPL में मेंटॉरशिप की है, लेकिन एक कोच के तौर पर यह उनके लिए एक नई चुनौती होगी. BCCI सचिव पहले ही एलान कर चुके थे कि टीम इंडिया को नया कोच श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से पहले ही मिल जाएगा और उन्होंने अपनी बात को सच साबित करके दिखाया है.

सौरव गांगुली का आज 52वां जन्मदिन, आइए जानते है नेटवेस्ट सीरीज 2002 फाइनल की मुकाबला,दादा ने जर्सी उतारकर मनाया था जश्न

भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान में से एक माने जाने वाले फैंस के चहेते सौरव गांगुली आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। 

गांगुली ने अपनी कप्तानी में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया। उन्होंने युवा खिलाड़ियों के साथ मिलकर भारत की ऐसी टीम बनाई जिसने देश और विदेश दोनों जगह कामयाबी के झंडे गाड़े। 

आज दादा के जन्मदिन के मौके पर हम आपको नेटवेस्ट सीरीज 2002 फाइनल की कहानी बताएंगे जिसमे गांगुली की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड का घमंड उनके घर में तोड़ा था।

 वहीं खिताबी जीत के बाद दादा ने लॉर्ड्स की बालकनी में जर्सी उतारकर जश्न मनाया था।

नेटवेस्ट सीरीज जीतकर भारत ने इंग्लैंड का तोड़ा था घमंड

नेटवेस्ट सीरीज 2002 में भारतीय टीम सौरव गांगुली की कप्तानी में उतरी थी। सीरीज का फाइनल मुकाबला क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाला लॉर्ड्स पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। 

मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 325 रन बनाए थे। 

मुकाबले में इंग्लैंड के कप्तान नासिर हुसैन ने 115 और सलामी बल्लेबाज ट्रेसकोथिक ने 109 रनों की शतकीय पारी खेली थी।

इंग्लैंड के इतने बड़े टोटल को देख उनका पलड़ा मैच पर भारी माना जा रहा था। भारत की शुरुआत भी काफी खराब रही थी और टीम के पहले 5 विकेट 150 रन के अंदर गिर गए थे। सभी को लगा था कि भारत यह मुकाबला बुरी तरह से हार जाएगा। हालांकि युवा बल्लेबाज मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह कुछ अलग तेवर के साथ बल्लेबाजी करने उतरे थे। दोनों ने भारतीय पारी को संभाला और इंग्लैंड की गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बनाना शुरू किए। कैफ और युवराज ने छठे विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी निभाई।

दादा ने जर्सी उतारकर मनाया था जश्न

हालांकि मैच के अंतिम मोड़ पर युवराज सिंह का विकेट 69 रन पर गिर गया लेकिन मोहम्मद कैफ ने एक छोर संभाले रखा। खिताबी मुकाबला आखिरी ओवर तक गया जहां भारत ने 3 गेंद शेष रहते 2 विकेट से शानदार जीत अर्जित की थी। फाइनल में मोहम्मद कैफ ने 75 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के की मदद से शानदार 87 रनों की पारी खेली थी। भारत की जीत के बाद मानों सौरव गांगुली ने अपना आपा खो दिया। उन्होंने लॉर्ड्स की बालकनी में जर्सी उतारकर जश्न मनाया। सौरव ने अपने जश्न के जरिए एंड्रयू फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था जिन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में भारत के खिलाफ मिली जीत के बाद टीशर्ट उतारकर जश्न मनाया था।

अभिषेक शर्मा ने अपने इस शानदार शतक का श्रेय दिया एक खास इंसान को, जानें

भारत और जिम्बाब्वे के बीच सीरीज का दूसरा टी20 मैच 7 जुलाई को खेला गया। इस मैच को टीम इंडिया ने जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। दूसरे टी20 मैच में अभिषेक शर्मा की तूफानी पारी देखने को मिली। अभिषेक शर्मा का ये दूसरा टी20 इंटरनेशनल मैच था और अपने दूसरे ही मैच में अभिषेक ने ताबड़तोड़ शतक लगाकर कई रिकॉर्ड भी बनाए। 

वहीं अपनी इस रिकॉर्ड़ तोड़ पारी का श्रेय अभिषेक शर्मा ने खास इंसान को दिया है। वो खास इंसान कोई और नहीं बल्कि उनके बचपन के दोस्त और फिलहाल टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल हैं।

अभिषेक शर्मा ने गिल को क्यों दिया श्रेय

दूसरे टी20 मैच में शानदार शतक लगाने के बाद अभिषेक शर्मा ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने अपने बचपन के दोस्त और अंडर-19 टीम के साथी शुभमन गिल से दूसरे टी20 मैच के लिए बल्ला मांगा था

 और गिल के बल्ले से उन्होंने टीम इंडिया के लिए शानदार पारी खेली थी। 

अभिषेक ने बताया कि ये अंडर-12 से ही होता आ रहा है, जब मुझे दबाव महसूस होता था और मुझे अच्छा प्रदर्शन करना होता था तो गिल का बल्ला ले लिया करता था। आज भी ठीक वैसा ही हुआ, इसलिए बल्ले को भी धन्यवाद।

जिम्बाब्वे के खिलाफ अभिषेक शर्मा ने अपना डेब्यू किया। हालांकि डेब्यू मैच में अभिषेक शर्मा शून्य पर ही आउट हो गए थे। इसके बाद अभिषेक ने थोड़ा दबाव जरूर महसूस किया था, लेकिन दूसरे मैच में उनका अंदाज ही बदल गया।

 दूसरे मैच में अभिषेक का वहीं आईपीएल 2024 वाला तूफानी अंदाज देखने को मिला।

Ind vs zim t20:- जिम्बाब्वे को भारत ने 100 रनों से हराई,अभिषेक शर्मा ने दूसरे मैच में गजब की वापसी करते हुए लगाई शतक

234 रनों का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम 20 ओवरों में केवल 134 रन ही बना सकी. जिसकी बदौलत भारत की टीम को दूसरे मैच में 100 रनों की बड़ी जीत मिल गई है.

 भारतीय बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने भी कमाल का प्रदर्शन किया और जिम्बाब्वे को मुकाबला हरा दिया.

 भारत के तरफ से आवेश खान और मुकेश कुमार को 3 – 3 विकेट मिले तो वही रवि बिश्नोई को 2 सफलता मिली. वही वाशिंगटन सुंदर के खाते में एक विकेट रहा. 

इसके अलावा जिम्बाब्वे का एक बल्लेबाज रन आउट के रुप में पवेलियन लौट गया. जिम्बाब्वे के तरफ से वेस्ली मधेवेरे ने 43 रनों की पारी खेली तो वही ल्यूक जोंगवे ने 33 रन बनाए. इसके अलावा ब्रायन बेनेट ने 9 गेंदों पर 26 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी. इन तीन बल्लेबाजों को छोड़ कर किसी के बल्ले से 10 से ज्यादा रन देखने को नहीं मिले.

इसके पहले भारत ने टॉस जीत के पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. जिसके बाद भारत को जल्द ही कप्तान के रुप में बड़ा झटका लग गया. 

शुभमन गिल 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. जिसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ और अभिषेक शर्मा के बीच एक अच्छी साझेदारी देखने को मिली. अपने डेब्यू मैच में शून्य पर आउट होने वाले अभिषेक शर्मा ने दूसरे मैच में गजब की वापसी करते हुए शतक लगा दिया.

वही उनके अलावा ऋतुराज गायकवाड़ भी पहले मैच में बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए थे. मगर दूसरे मैच में उनके बल्ले से काफी रन देखने को मिले.

 ऋतुराज गायवाड़ ने 47 गेंदों पर शानदार 77 रनों की पारी खेली. अतं में उनका साथ रिंकू सिंह ने दिया और उन्होंने ने भी मात्र 22 गेंदों पर 48 रनों की पारी खेल डाली. जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने 20 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर 230 रन बना लिए.

इस मैच में जिम्बाब्वे के गेंदबाज लय में नजर नहीं आ रहे थे. वही जिम्बाब्वे की फींल्डिग के वजह से भी भारतीय बल्लेबाजों को काफी मदद मिली. वही बड़े स्कोर बनाने के पीछे जिम्बाब्वे की खराब फींल्डिग भी रही. जिम्बाब्वे के तरफ से केवल मुज़ारबानी ही गेंदबाज में कुछ अच्छा प्रदर्शन कर पाए. उन्होंने ने अपने 4 ओवरों में 30 रन खर्च किए और शुभमन गिल का विकेट भी अपने नाम किया. वही एक विकेट वेलिंगटन मसाकाद्ज़ा को भी मिला लेकिन वो काफी महंगे साबित हुए.

कनाडा ओपन 2024 बैडमिंटन: प्रियांशु राजावत को सेमीफाइनल में मिली हार,भारत हुआ बाहर

कैलगरी में पुरुष एकल के सेमीफाइनल मुकाबले में रविवार को प्रियांशु राजावत को दुनिया के 37वें नंबर के खिलाड़ी फ्रांस के एलेक्स लैनियर से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ कनाडा ओपन 2024 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत का अभियान समाप्त हो गया।

बैडमिंटन रैंकिंग में 39वें स्थान पर मौजूद प्रियांशु 45 मिनट तक चले मुकाबले में एलेक्स लैनियर से सीधे गेम में 21-17, 21-10 से हार गए और बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 इवेंट के फाइनल में प्रवेश करने में असफल रहे।

पहले गेम की शुरुआत प्रियांशु ने बढ़त के साथ की। हालांकि, लैनियर ने बराबरी हासिल करने के लिए वापसी की और फिर 7-4 की बढ़त बना ली। इसके बाद दोनों खिलाड़ी एक-एक अंक के लिए बराबरी करते रहे और 16-16 के स्कोर तक बराबरी पर रहे।

फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वी ने इसके बाद लगातार चार अंक जीतकर स्कोर 20-17 कर लिया और गेम पर नियंत्रण हासिल कर लिया। हालांकि प्रियांशु एक गेम प्वाइंट बचाने में सफल रहे, लेकिन वह पहले गेम में 21-17 से हार गए।

हालांकि, दूसरा गेम एकतरफा साबित हुआ। प्रियांशु अपने प्रतिद्वंद्वी को टक्कर नहीं दे पाए और 19 वर्षीय एलेक्स लैनियर ने अपना दबदबा बनाए रखते हुए शुरुआत में ही 14-3 की बड़ी बढ़त हासिल कर ली।

इस बढ़त को कम करना काफी मुश्किल साबित हुआ और लैनियर ने गेम को 21-10 से अपने नाम करते हुए पुरुष एकल फाइनल में जगह बना ली, जहां उनका सामना दुनिया के 18वें नंबर के खिलाड़ी जापान के कोकी वतनबे से होगा।

इस मुकाबले से पहले, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने पिछले साल मैड्रिड स्पेन मास्टर्स क्वालिफिकेशन राउंड में लैनियर को 21-18, 18-21, 21-15 से हराया था।

22 वर्षीय प्रियांशु ने सेमीफाइनल तक पहुंचने के सफर में राउंड ऑफ 32 में वर्ल्ड नंबर 24 डेनमार्क के रासमस गेम्के को, राउंड ऑफ 16 में वर्ल्ड नंबर 33 जापान के ताकुमा ओबयाशी को हराया था। इसके बाद वर्ल्ड नंबर 4 डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था।

वह अंतिम चार में पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय थे। ट्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद महिला युगल क्वार्टरफाइनल में हारकर बाहर हो गई थीं।

IND Vs PAK: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत दे सकता है पाकिस्तान को बडा झटका,जानें

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी इस बार पाकिस्तान करने वाला है। इसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने मैचों का पूरा शेड्यूल बनाकर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) को भेज दिया है। हालांकि अभी तक आईसीसी ने इसको कन्फर्म नहीं किया है। 

पीसीबी द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक भारत और पाकिस्तान का मैच 1 मार्च को लाहौर में होना है। इसको लेकर पीसीबी की तरफ से कहा गया था कि सुरक्षा कारणों के चलते टीम इंडिया को अपने सभी मैच लाहौर में खेलने हैं। 

वहीं अब इसको लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जिसके बाद पाकिस्तान को बड़ा झटका लग सकता है।

पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया

बीसीसीआई के एक सूत्र ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि टीम इंडिया का चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए पाकिस्तान जाना संभव नहीं है, हालांकि इसको लेकर अभी ज्यादा बातचीत नहीं हुई है। 

अगर टीम इंडिया पाकिस्तान का दौरा करेगी तो इस पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार का होगा। जिसका पालन करना होगा।

महेंद्र सिंह धोनी की 43वां जन्मदिन पर जानतेे है धोनी की क्रिकेट करियर के बारे में

टीम इंडिया के सबसे महान पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 43वां जन्मदिन मना रहे हैं।

 धोनी को किसी परिचय की जरुरत नहीं है, विकेटकीपिंग से लेकर कप्तानी और मैच फिनिश करने की कला हर किसी खिलाड़ी में देखने को नहीं मिलती है।

 टीम इंडिया को उस दौर में जिस तरह का कप्तान चाहिए था धोनी में वो सबकुछ था। दुनियाभर में धोनी की कप्तानी के चर्चे थे, विपक्षी टीमों के खिलाड़ी भी धोनी की कप्तानी का लोहा मानते थे।

साल 2020 में धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया था। 

उनके इस फैसले से करोड़ों फैंस के दिल भी टूटे थे, लेकिन ऐसा होना तय था। जब तक धोनी टीम इंडिया के लिए खेले, तब तक उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड बनाए और टीम इंडिया को एक अलग ही लेवल पर ले गए थे।

आजतक नहीं टूटे धोनी के ये रिकॉर्ड

महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेटर करियर में कुछ ऐसे रिकॉर्ड बनाए है जिनको आजतक कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है।

 एक पारी में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड धोनी के नाम है, जो आजतक नहीं टूटा है। एक पारी में सबसे ज्यादा स्टंपिंग, वनडे क्रिकेट में विकेटकीपर के रूप में सबसे ज्यादा विकेट, एक पारी में सबसे ज्यादा कैच, सबसे ज्यादा स्टंपिंग, कैप्टन के तौर पर सबसे ज्यादा मैच।

3 आईसीसी ट्रॉफी

एमएस धोनी ने साल 2004 में टीम इंडिया के लिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। धोनी ने शुरुआत में ही अपनी भूमिका एक बेस्ट फिनिशर के रूप में बना ली थी। धोमी भारतीय टीम के एकमात्र ऐसे कप्तान रहे हैं जिनकी कप्तानी में टीम ने 3 आईसीसी की ट्रॉफी जीती है। सबसे पहले धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को टी20 विश्व कप 2007 का खिताब जिताया था।

 इसके बाद धोनी की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने वनडे विश्व कप 2011 का खिताब अपने नाम किया था। साल 2013 में टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को हराया

एमएस धोनी की कप्तानी से पहले टीम इंडिया कभी भी ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में नहीं हरा पाई थी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने साल 2010-11 और 2012-13 में ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर गावस्कर सीरीज में मात दी थी। ऐसा करने वाले धोनी टीम इंडिया के पहले कप्तान थे।

5 आईपीएल ट्रॉफी

इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी फैंस को अब आईपीएल में खेलते हुए दिखाई देते हैं। आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को 5 बार चैंपियन बनाया है। आईपीएल की शुरुआत से ही धोनी सीएसके फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े रहे हैं। फैंस को अब धोनी को मैदान पर देखने के लिए एक साल तक का इंतजार करना पड़ता है।

ऐसा रहा धोनी का क्रिकेट करियर

अपने करियर में धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले थे। 90 टेस्ट मैचों में धोनी ने 4876 रन बनाए थे। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 224 रनों का रहा था। 350 वनडे मैचों में धोनी ने 10773 रन बनाए थे। वनडे में माही का हाई स्कोर 183 नाबाद का रहा था। 

इसके अलावा 98 टी20 मैचों में 1617 रन बनाए थे। इताना ही नहीं धोनी ने अपने टी20 करियर में अभी तक 391 मैच खेले हैं।