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मॉस्को पहुंचे मोदीः एयरपोर्ट पर दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर, भारत-रूस शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जुलाई से 9 जुलाई तक रूस की यात्रा पर हैं। पीएम मोदी आज रूस की राजधानी मॉस्को पहुंच गए हैं। जहां उनका जोरदार स्‍वागत क‍िया गया। एयरपोर्ट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। रूस के प्रथम डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव पीएम मोदी की अगवानी करने के ल‍िए एयरपोर्ट पर मौजूद थे। वे अपनी कार में बिठाकर होटल तक ले गए। ऐसा आमतौर पर बहुत कम होता है।

मॉस्को पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ढोल नगाड़ों से स्वागत किया गया।रस‍ियन ऑर्टिस्‍ट ने हिंदी गाने पर डांस क‍िया। पीएम मोदी ने मॉस्को में रहने वाले भारतीयों से मुलाकात की। उनसे हाथ मिलाया। बच्‍चों ने तिरंगा लहराकर प्रधानमंत्री का स्‍वागत किया।

रूस पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर तस्वीरें साझा कीं। प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘मॉस्को पहुंच चुका हूं। उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और भी अधिक मजबूत होगा। रूस-मॉस्को के बीच मजबूत संबंधों से दोनों देशों की जनता का फायदा मिलेगा।

कार्यक्रम के अनुसार आज पीएम मोदी, रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद दोनों नेता रात्रिभोज करेंगे। रूस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पिछले 10 वर्षों में और बढ़ी है, जिसमें ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों से लोगों का संपर्क आदि क्षेत्र शामिल हैं।

बता दें कि पीएम मोदी रूस और ऑस्ट्रिया की तीन दिवसीय यात्रा पर गए हैं। मॉस्‍को में वे भारत-रूस 22वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उनकी व्‍यक्‍त‍िगत मुलाकात होगीय़ राष्ट्रपति पुतिन पीएम मोदी के स्वागत में रात्रिभोज भी दे रहे हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे। बाद में पुत‍िन और मोदी के नेतृत्‍व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी। उसके बाद पीएम मोदी ऑस्‍ट्र‍िया रवाना हो जाएंगे।जो कि 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी।
नीट-यूजी विवादःसुप्रीम कोर्ट ने माना पेपर लीक हुआ है, कहा-बड़े पैमाने पर छात्र हुए प्रभावित तो रद्द होगी परीक्षा

#neet_ug_supreme_court_hearing 

नीट यूजी पेपर लीक विवाद से संबंधित 38 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने सोमवार को सुनवाई की।उनमें से ज्यादातर याचिकाएं नीट यूजी परीक्षा को रद्द करने की मांग वाली हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच इन याचिकाओं पर सुनवाई की।शीर्ष कोर्ट ने कहा, 'एक बात तो साफ है कि प्रश्न-पत्र लीक हुआ है। सवाल यह है कि इसकी पहुंच कितनी व्यापक है? अगर हमें यह पता नहीं चलता कि कितने स्टूडेंट इसमें शामिल थे, तब दोबारा परीक्षा का आदेश देना पड़ेगा।

सीजेआई ने रीटेस्ट की मांग वाली सभी याचियाओं के अधिवक्ताओं को अपने-अपने प्रत्यावेदन अधिकतम 10 पन्ने में बृहस्पतिवार, 11 जुलाई से पहले सबमिट करने के निर्देश दिए। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अदालत नीट परीक्षा की 'पवित्रता' को लेकर चिंतित है ताकि ऐसी घटनाएं फिर से न हों। यदि इसकी जांच के लिए कोई विशेषज्ञ समिति सरकार द्वारा गठित की गई है तो उसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि पेपर लीक होना एक स्वीकार्य तथ्य है। लीक की प्रकृति कुछ ऐसी है, जिसका हम पता लगा रहे हैं। आप केवल इसलिए पूरी परीक्षा रद्द नहीं कर सकते, क्योंकि दो छात्र धांधली में शामिल थे। इसलिए हमें लीक की प्रकृति के बारे में सावधान रहना चाहिए। दोबारा परीक्षा का आदेश देने से पहले हमें लीक की सीमा के बारे में जानना होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि हम 23 लाख छात्रों के मामले को सुन रहे हैं।

सीजेआई ने एनटीए को पेपर प्रिंटिंग से लेकर परीक्षा कक्ष तक पहुंचाने की प्रक्रिया से संबंधित 11 सवालों पर जवाब देने को कहा है. उन्होंने कहा कि हम यह जनना चाहते हैं कि पेपर लीक की टाइमलाइन और पेपर के बीच के अंतराल कितना है। 23 लाख से ज्यादा छात्र हैं और बड़े पैमाने पर अगर इसमें गड़बड़ी है तो हमें पेपर रद्द करना होगा। सीजेआई ने पूछा बैंक लॉकर में पेपर कब भेजे गए, क्या समय था परीक्षा का? एनटीए के वकील ने कहा कि 5 मई, दोपहर 2 बजे, देश में 4700 और 15 केंद्र विदेश में बनाए गए थे। इस परीक्षा में 24 लाख कैंडिडेट बैठे। सीजेआई ने पूछा विदेश कैसे भेजे गए? एनटीए ने कहा कि एंबेसी के जरिए।सीजेआई ने पूछा देश में किसी अधिकारी के जरिए या किस तरह शहरों में पेपर भेजे गए? एनटीए ने कहा हम जानकारी करके बताते हैं।

सीजेआई ने कहा, याचिकाकर्ताओं के अनुसार पेपर लीक के संबंध में बिहार पुलिस द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी। दूसरी ओर एडीशनल डीजीपी, ईओयू ने यह कहा गया है कि इस संबंध में कोई आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की गई थी। क्या ये चूक कुछ केंद्रों तक सीमित थी या फिर बड़े पैमाने पर. यह मामला 23 लाख से ज्यादा परीक्षा देने वाले छात्रों से जुड़ा है. इसलिए यह जरूरी है कि इस पर पूरी जानकारी हमारे पास हो।

भविष्य में पेपर लीक जैसी घटनाएं न हों, इसको लेकर कैसी तैयारियां हैं, सीजेआई ने इससे जुड़े कुछ सवाल किए। उन्होंने पूछा, साइबर क्राइम से निपटने वाली कौन सी तकनीक हमारे पास है? क्या डेटा एनालिटिक्स से हम मार्क कर सकते हैं? हम क्या कर सकते हैं जिससे भविष्य में पेपर लीक न हो? क्या हम मल्टी डिसिप्लिनरी कमेटी बना सकते हैं?

जम्मू के कठुआ में सेना की गाड़ी पर हमला, घात लगाए आतंकियों ने फायरिंग के बाद ग्रेनेड फेंका, दो जवान घायल

#kathua_terror_attack_terrorist_attack_on_indian_army_vehicle 

जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के वाहन पर आतंकी हमला हुआ है। हमले के बाद भारतीय सेना के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो चुकी है। लोई मराड़ गांव के पास आतंकियों ने सेना के वाहन को निशाना बनाया। इसमें सेना के दो जवान घायल हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए सेना ने कठुआ जिले के पूरे मचेड़ी इलाके को घेर लिया और आतंकियों की तलाशी की जा रही है। 

अधिकारियों ने बताया कि घटना कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार के बदनोटा गांव में हुई, जब सेना के कुछ वाहन इलाके में नियमित गश्त पर थे। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और अंतिम रिपोर्ट मिलने तक गोलीबारी जारी थी। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है।

यह इलाका भारतीय सेना की 9वीं कोर के अंतर्गत आता है। आतंकवादियों की गोलीबारी के बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की है। दोनों ओर से फायरिंग जारी है। बता जा रहा है कि 2 से 3 आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। बताया जा रहा है सेना के वाहन पर आतंकियों ने ग्रेनेड के साथ हमला किया था। 

बता दें कि भारतीय सेना की कार्रवाई में दो दिन के अंदर छह आतंकी ढेर हो चुके हैं। बीते महीने जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं। रियासी, कठुआ और डोडा में हुए हमलों में कई लोगों की जान गई है। 9 जून को रियासी हमले में 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। 41 लोग घायल हुए थे। हमले में सात सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए थे। सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था। कठुआ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था।

‘प्रेग्नेंट करो और पैसे कमाओ’, नौकरी का ऐसा विज्ञापन देख पुलिस के भी उड़ गए होश, पूरे रैकेट का हुआ पर्दाफाश




हरियाणा के मेवात से एक हैरतअंगेज घटना सामने आई है यहाँ केवाईसी, ओएलएक्स और टटलू के पश्चात् अब मेवात में एक अनोखे विज्ञापन के जरिए ठगी की जा रही है। एक ऐसे ही विज्ञापन की शिकायत प्राप्त होने पर नूह जिले की साइबर थाना पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन जालसाजों ने युवाओं को फंसाने के लिए सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला विज्ञापन डाला था, जिसे देखकर पुलिस भी दंग रह गई। तहकीकात के चलते पता चला कि यह ठगी का तरीका बिल्कुल नया और अद्वितीय था। पुलिस ने बताया, इस तरह की नौकरी के विज्ञापन पहले कभी नहीं देखे गए थे। इस बार जालसाजों ने ऐसी महिलाओं को गर्भवती करने के लिए विज्ञापन दिया, जिनकी शादी को बहुत वक़्त हो चुका था तथा उन्हें बच्चा नहीं हो रहा था।

सोशल मीडिया पर जालसाजों ने खूबसूरत महिलाओं की तस्वीरें डालते हुए ऑफर दिया कि इन्हें प्रेग्नेंट करने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम मिलेगा। इस ठगी की शुरुआत रजिस्ट्रेशन के साथ होती थी। जालसाजों ने ऐसी शर्तें रखीं कि युवा आसानी से इसके जाल में फंस जाते थे। जैसे ही लोग इस विज्ञापन को देखकर दिए गए नंबर पर फोन करते थे, जालसाज सिक्योरिटी तथा रजिस्ट्रेशन के नाम पर 750 रुपये की मांग करते थे। रजिस्ट्रेशन के पश्चात् जालसाज अलग-अलग तरीकों से युवाओं को उलझाकर लाखों रुपये तक निकलवा लेते थे। इसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर नूह साइबर थाना पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है।


इन अपराधियों की पहचान पलवल के हथीन थानांतर्गत बुराका के रहने वाले एजाज एवं नूह जिले के पिनगवां निवासी इरशाद के रूप में हुई है। पुलिस ने अपराधियों से दो मोबाइल फोन एवं चार सिमकार्ड बरामद किए हैं। इनमें से दो सिम कार्ड महाराष्ट्र से और दो असम के पते से खरीदे गए थे। पुलिस ने चार से ज्यादा फेसबुक अकाउंट भी ट्रैक किए हैं। पुलिस ने बताया, हरियाणा में इस तरह की ठगी का यह पहला मामला है। पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि वे लगभग एक वर्ष से इसी पैटर्न पर वारदातों को अंजाम दे रहे थे तथा अब तक दर्जनों लोग उनके जाल में फंस चुके हैं। हालांकि, शिकायत पहली बार किसी पीड़ित ने पुलिस में दर्ज कराई।
पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर कांग्रेस ने उठाए सवाल, जयराम रमेश ने पूछे ये प्रश्न
#congress_takes_dig_at_pm_modi_russia_visit
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना हो गए। एक तरफ पीएम विदेश दौरे पर निकले हैं, तो वहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी असम और मणिपुर के दौरे पर हैं। असम जहां लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है।इस बीच कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पीएम मोदी की रूस यात्रा पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पीएम पर तंज करते हुए उन्हें ‘गैर-जैविक’ (non-biological) ‘ प्रधानमंत्री करार दिया। साथ ही कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी के रूस की यात्रा पर सवाल करते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री युद्ध क्षेत्र में रूसी सेना के लिए लड़ रहे भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेंगे?

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पीएम मोदी रूस यात्रा को लेकर तीन सवाल उठाए हैं। अपने सोशल मीडिया पर उन्होंने एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने पीएम से तीन प्रश्न पूछे हैं।जयराम रमेश ने कहा कि दशकों से कांग्रेस सरकारों की कूटनीति और रणनीतिक पहल के कारण भारत के रूस के साथ अच्छे संबंध विरासत में मिले हैं. उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने दस सालों में (भारत या रूस में) व्लादिमीर पुतिन और दिमित्री मेदवेदेव (रूस के दो राष्ट्रपति जो उनके कार्यकाल के दौरान थे) से 16 बार मुलाकात की थी. वहीं इसकी तुलना में पिछले 10 सालों के कार्यकाल के बाद राष्ट्रपति पुतिन के साथ पीएम मोदी की यह केवल 11वीं मुलाकात है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि पीएम के प्रचारक रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को रुकवाने जैसे बड़े-बड़े करते हैं। उन्होंने सवाल किया क्या उनके कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध उतने गर्मजोशी से भरे नहीं हैं?

वहीं दूसरा सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2014 और वित्त वर्ष 2023 के बीच रूस को भारत का निर्यात स्थिर रहा जो 3.17 बिलियन से गिरकर 3.14 हो गया। जबकि आयात बिल तेजी से बढ़ा और 6.34 अरब डॉलर से बढ़कर 46.21 अरब डॉलर हो गया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि इस तरह का असंतुलित व्यापार लंबी अवधि में टिकाऊ नहीं है साथ ही हमारे घरेलू उद्योग के लिए इसके हानिकारक परिणाम होंगे। सांसद ने सवाल किया कि क्या राष्ट्रपति पुतिन के साथ नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की बातचीत के एजेंडे में इस व्यापार असंतुलन का सुधार है? उन्होंने पूछा कि दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन को ठीक करने के लिए पीएम के पास क्या विजन है?

तीसरा सवाल करते हुए कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक करीब 50 भारतीय नागरिक रूसी सेना में शामिल हुए हैं। वहीं रूस यूक्रेन युद्ध में कम से कम दो लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है। इसके साथ ही कई अन्य युवा भी युद्ध के दलदल में फंस गए हैं। सांसद ने कहा कि नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने घरेलू स्तर पर उत्पन्न गरीबी और बेरोजगारी संकट से बचने के अलावा युवाओं के उस दलदल में जाने की कोई और वजह नहीं है। जयराम रमेश ने पीएम से पूछा कि क्या वह इन युवाओं का मुद्दा उठाएंगे? क्या वह जल्द से जल्द उनकी सुरक्षित भारत वापसी सुनिश्चित करेंगे?
शुभमन गिल की कप्तानी में ज़िम्बाब्वे जाएगी टीम इंडिया, इन खिलाड़ियों को भी मिली जगह, देखें शेड्यूल


जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले दो  टी20 मैचों के लिए  भारत की टीम में तीन महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। शुरुआती मैचों के लिए संजू सैमसन, शिवम दुबे और यशस्वी जायसवाल की जगह साई सुदर्शन, जितेश शर्मा और हर्षित राणा को टीम में शामिल किया गया है। संजू सैमसन, शिवम दुबे और यशस्वी जायसवाल हाल ही में  टी20 विश्व कप जीतने वाली 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा थे।


शनिवार (6 जुलाई) से  जिम्बाब्वे में शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए टीम में शामिल होने वाले ये तीनों खिलाड़ी हरारे जाने से पहले विश्व कप जीतने वाली टीम के बाकी सदस्यों के साथ  भारत लौटेंगे। इसका मतलब है कि वे पहले दो मैचों के बाद टीम से जुड़ेंगे।

कब-कब हैं मैच

6 जुलाई- पहला  टी20, हरारे
7 जुलाई- दूसरा टी20, हरारे
10 जुलाई- तीसरा टी20, हरारे
13 जुलाई- चौथा टी20, हरारे
14 जुलाई- पांचवां टी20, हरारे

भारत बनाम जिम्बाब्वे टी20 मैच भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे शुरू होंगे। सभी मैचों का सीधा प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर किया जाएगा, जिसकी लाइव स्ट्रीमिंग SonyLiv ऐप और वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।

पहले और दूसरे  टी20 मैच के लिए  भारतीय टीम: शुभमन गिल (कप्तान), ऋतुराज गायकवाड़, अभिषेक शर्मा, रिंकू सिंह, ध्रुव जुरेल (विकेट कीपर), रियान पराग, वाशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, आवेश खान, खलील अहमद, मुकेश कुमार, तुषार देशपांडे, साई सुदर्शन, जितेश शर्मा (विकेट कीपर), हर्षित राणा


ज‍िम्बाब्वे की टीम

सिकंदर रजा (कप्तान), फराज अकरम, ब्रायन बेनेट, जोनाथन कैंपबेल, टेंडाई चतारा, ल्यूक जोंगवे, इनोसेंट काइया, क्लाइव मडांडे, वेस्ली मधेवेरे, तदिवनाशे मारुमानी, वेलिंगटन मसाकाद्जा, ब्रैंडन मावुता, ब्लेसिंग मुजारबानी, डायोन मायर्स, एंटम नकवी, रिचर्ड नगारवा, मिल्टन शुम्बा
'रोहित शर्मा अगले साल..', टीम इंडिया को लेकर बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कर दी बड़ी भविष्यवाणी


बीसीसीआई सचिव जय शाह ने  ऐलान किया कि हाल ही में आईसीसी टी20 विश्व कप में टीम इंडिया को जीत दिलाने वाले कप्तान रोहित शर्मा, अगले साल दो बड़े क्रिकेट आयोजनों में भारत की कप्तानी करेंगे। शर्मा फरवरी में पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी और जून में लंदन के लॉर्ड्स में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में टीम की कमान संभालेंगे।


'एक्स' पर पोस्ट किए गए एक वीडियो बयान में, शाह ने शर्मा के नेतृत्व में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में हम डब्ल्यूटीसी फाइनल और चैंपियंस ट्रॉफी जीतेंगे।" शाह ने भारतीय टीम को ऐतिहासिक टी20 विश्व कप जीत के लिए बधाई दी और इस जीत को शर्मा, विराट कोहली, निवर्तमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और रवींद्र जडेजा को समर्पित किया। शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह जीत महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह कई करीबी हार के बाद मिली थी, जिसमें जून 2023 में डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार और नवंबर 2023 में एकदिवसीय विश्व कप फाइनल शामिल है। उन्होंने महत्वपूर्ण कैच लेने वाले सूर्यकुमार यादव, गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह और हार्दिक पांड्या सहित प्रमुख खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रशंसा की, जिन्होंने फाइनल मैच में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

रोहित शर्मा, जो अप्रैल में 38 साल के हो जाएंगे, ने पहले भी भारत को टी20 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, जो शाह की पिछली भविष्यवाणी को सच करता है। शाह ने भरोसा दिलाया था कि शर्मा भारत को जीत दिलाएंगे और बारबाडोस के मैदान पर भारतीय ध्वज फहराएंगे, जो सच साबित हुआ क्योंकि शर्मा ने फाइनल मैच के बाद ठीक वैसा ही किया। टी20 विश्व कप में भारतीय टीम के प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद अब ध्यान आगामी चैंपियंस ट्रॉफी और डब्ल्यूटीसी फाइनल पर है, जहां शर्मा कप्तान के रूप में अपने सफल कार्यकाल को जारी रखने का लक्ष्य रखेंगे।
कोच द्रविड़ को 5 करोड़ तो, अगरकर को 1.., जानिए, टीम इंडिया में कैसे होगा 125 करोड़ रुपए की राशि का बंटवारा ?

भारतीय क्रिकेट टीम ने ICC पुरुष T20 विश्व कप 2024 में जीत हासिल की, इस प्रारूप में अपना दूसरा खिताब हासिल किया। भारत ने 29 जून, 2024 को ब्रिजटाउन के केंसिंग्टन ओवल में आयोजित एक रोमांचक फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराया। टीम ने इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2007 में T20 विश्व कप जीता था।

अपनी विजयी जीत के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम के लिए एक बड़े पुरस्कार की घोषणा की। BCCI सचिव जय शाह ने खुलासा किया कि भारतीय टीम को पुरस्कार राशि के रूप में 125 करोड़ रुपये मिलेंगे। यह राशि आधिकारिक तौर पर मुंबई में विजय परेड के दौरान टीम को सौंपी गई। शाह ने कहा कि पुरस्कार राशि खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ, कोच और चयनकर्ताओं के बीच वितरित की जाएगी।

एक रिपोर्ट के अनुसार, 125 करोड़ रुपये में से मुख्य टीम के 15 सदस्यों में से प्रत्येक को 5 करोड़ रुपये मिलेंगे। मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को भी 5 करोड़ रुपये मिलेंगे। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर, फील्डिंग कोच टी. दिलीप और गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे को 2.5-2.5 करोड़ रुपये मिलेंगे। तीन फिजियोथेरेपिस्ट, तीन थ्रोडाउन विशेषज्ञ, दो मसाज थेरेपिस्ट और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच को 2 करोड़ रुपये मिलेंगे। अजीत अगरकर की अगुआई वाली पांच सदस्यीय चयन समिति के प्रत्येक सदस्य को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके अलावा चार रिजर्व खिलाड़ी रिंकू सिंह, शुभमन गिल, आवेश खान और खलील अहमद को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे।

बता दें कि, भारतीय टीम में 42 व्यक्ति शामिल थे, जिनमें वीडियो विश्लेषक, BCCI स्टाफ सदस्य (जैसे मीडिया अधिकारी) और टीम के लॉजिस्टिक्स मैनेजर शामिल थे। पुरस्कार राशि से शेष 10.5 करोड़ रुपये इन सदस्यों के बीच आवंटित किए जाएंगे। भारतीय टीम का प्रभावशाली प्रदर्शन और उसके बाद का जश्न उनके क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो वैश्विक मंच पर उनके कौशल और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

15 सदस्यीय भारतीय टीम

 रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या (उप-कप्तान), रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल, संजू सैमसन (विकेटकीपर), मोहम्मद सिराज.

कोच द्रविड़ को 5 करोड़ तो, अगरकर को 1.., जानिए, टीम इंडिया में कैसे होगा 125 करोड़ रुपए की राशि का बंटवारा ?


भारतीय क्रिकेट टीम ने ICC पुरुष T20 विश्व कप 2024 में जीत हासिल की, इस प्रारूप में अपना दूसरा खिताब हासिल किया। भारत ने 29 जून, 2024 को ब्रिजटाउन के केंसिंग्टन ओवल में आयोजित एक रोमांचक फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराया। टीम ने इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2007 में T20 विश्व कप जीता था।


अपनी विजयी जीत के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम के लिए एक बड़े पुरस्कार की घोषणा की। BCCI सचिव जय शाह ने खुलासा किया कि भारतीय टीम को पुरस्कार राशि के रूप में 125 करोड़ रुपये मिलेंगे। यह राशि आधिकारिक तौर पर मुंबई में विजय परेड के दौरान टीम को सौंपी गई। शाह ने कहा कि पुरस्कार राशि खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ, कोच और चयनकर्ताओं के बीच वितरित की जाएगी।

एक रिपोर्ट के अनुसार, 125 करोड़ रुपये में से मुख्य टीम के 15 सदस्यों में से प्रत्येक को 5 करोड़ रुपये मिलेंगे। मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को भी 5 करोड़ रुपये मिलेंगे। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर, फील्डिंग कोच टी. दिलीप और गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे को 2.5-2.5 करोड़ रुपये मिलेंगे। तीन फिजियोथेरेपिस्ट, तीन थ्रोडाउन विशेषज्ञ, दो मसाज थेरेपिस्ट और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच को 2 करोड़ रुपये मिलेंगे। अजीत अगरकर की अगुआई वाली पांच सदस्यीय चयन समिति के प्रत्येक सदस्य को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके अलावा चार रिजर्व खिलाड़ी रिंकू सिंह, शुभमन गिल, आवेश खान और खलील अहमद को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे।

बता दें कि, भारतीय टीम में 42 व्यक्ति शामिल थे, जिनमें वीडियो विश्लेषक, BCCI स्टाफ सदस्य (जैसे मीडिया अधिकारी) और टीम के लॉजिस्टिक्स मैनेजर शामिल थे। पुरस्कार राशि से शेष 10.5 करोड़ रुपये इन सदस्यों के बीच आवंटित किए जाएंगे। भारतीय टीम का प्रभावशाली प्रदर्शन और उसके बाद का जश्न उनके क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो वैश्विक मंच पर उनके कौशल और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।


15 सदस्यीय भारतीय टीम

रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या (उप-कप्तान), रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल, संजू सैमसन (विकेटकीपर), मोहम्मद सिराज.
राहुल गांधी के बचाव में उतरे ज्योतिर्लिंग मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, बोले- इन लोगों को दंड मिलना चाहिए...

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा अपने भाषण विवाद खड़ा करने के कुछ दिनों बाद, ज्योतिर्लिंग मठ के 46वें शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने रविवार को कांग्रेस नेता की टिप्पणियों का समर्थन किया है। दरअसल, संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि, जो लोग हिंसा करते हैं, वही पूरे समय हिंसा, हिंसा, नफरत, असत्य की बातें करते हैं। 

इसका जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राहुल गांधी ने "पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक" कहा है, ये बहुत गंभीर बात है। अब विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि राहुल गांधी का भाषण हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं था। उन्होंने कहा कि, हमने राहुल गांधी का पूरा भाषण सुना। वह साफ तौर पर कह रहे हैं कि हिंदू धर्म में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। शंकराचार्य ने कहा कि गांधीजी के बयान का केवल एक हिस्सा फैलाना सही नहीं है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाना चाहिए।

बता दें कि, राहुल की टिप्पणी से लोकसभा में हंगामा मच गया था, जिसके कारण स्पीकर ने उनके भाषण के कुछ हिस्सों को रिकॉर्ड से हटा दिया था। राहुल गांधी सत्र शुरू होने वाले दिन से ही संसद में NEET पर चर्चा की मांग कर उन्हें थे, उन्हें लोकसभा स्पीकर ने कहा भी था कि आपको मौका मिलेगा, पूरी डिटेल में बोलिएगा। पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव हो जाने दीजिए, उसी दौरान आप NEET पर भी बोल सकते हैं। हालाँकि, इसको लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था और 2 दिनों तक धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो पाई थी / फिर जब राहुल गांधी के बोलने का अवसर आया, तो वे भगवान शिव, ईसा मसीह, श्री गुरु नानक और इस्लाम में दुआ में हाथ उठाती तस्वीर लेकर संसद में पहुँच गए। NEET पर तो उन्होंने कम बोला, लेकिन विवाद मचाने वाली सामग्री ज्यादा बोल दी। 

ऐसा नहीं है कि, केवल हिन्दू हिंसक वाले बयान पर ही कोई विवाद हुआ हो, उस पर तो हिन्दू धर्मगुरु शंकराचार्य ने राहुल गांधी को क्लीन चिट भी दे दी है। किन्तु इस्लाम और सिख धर्म में अभय मुद्रा बताने वाले बयान पर भी राहुल गांधी की निंदा हुई है। इस्लाम और सिख धर्म के धर्माचार्यों ने कहा है कि, राहुल को बिना ज्ञान के नहीं बोलना चाहिए, हमारे धर्म में कोई अभय मुद्रा नहीं है। ऑल इंडिया सूफी सज्जादा नशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा है कि संसद में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इस्लाम में ऐसा कुछ नहीं है, यहाँ मूर्ति पूजा नहीं होती है और न ही किसी तरह की मुद्रा होती है। इस्लाम में मुद्रा हराम है। वहीं, शीर्ष सिख संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने भी कहा कि, पवित्र गुरबानी और गुरुओं की शिक्षाओं को पूर्ण ज्ञान के बिना राजनीतिक बहस का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए। गुरु साहिब ने ऐसी किसी मुद्रा या आसन को मान्यता नहीं दी है। 

इस्लाम और सिख धर्म के गुरुओं ने तो राहुल गांधी को फटकार लगा दी, लेकिन शंकराचार्य का कहना है कि, राहुल के बयान में हिन्दू विरोधी कुछ भी नहीं। ये वही शंकराचार्य हैं, जिन्होंने राम मंदिर के उद्घाटन पर भी सवाल उठाए थे। दरअसल, राहुल गांधी ने कहा था कि, ''जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे चौबीसों घंटे नफरत, हिंसा और असत्य में लिप्त रहते हैं।'' जिसके बाद राहुल गांधी ने फ़ौरन अपना बयान बदलते हुए कहा था कि, वे भाजपा-RSS कि बात कर रहे हैं, जो अपने आप को हिन्दू कहते हैं। हालाँकि, इससे पहले भी राहुल गांधी कई हिन्दू विरोधी बयान दे चुके हैं। जैसे एक बयान में उन्होंने कहा था कि, ''जो लोग मंदिर जाते हैं, वही बाहर आकर लड़की छेड़ते हैं।'' अब मंदिर केवल भाजपा या RSS के हिन्दू तो जाते नहीं। फिर एक बयान में उन्होंने कहा था कि, ''हमें इन हिन्दुत्ववादियों को एक बार फिर देश से बाहर निकालना है।'' अब कांग्रेस की साथी शिवसेना (उद्धव गुट) भी कहती है कि हमारा हिंदुत्व असली है, तो राहुल गांधी किन हिन्दुत्ववादियों की बात कर रहे थे ?

एक बार राहुल गांधी ने हिन्दू-हिंदुत्व को अलग अलग बता दिया था, एक बार ये भी कहा था कि, मैं किसी भी तरह के हिंदुत्व में यकीन नहीं करता। उनकी ही साथी पार्टी DMK के नेता सनातन के समूल नाश की बातें बार बार दोहरा रहे थे, कुछ कांग्रेस नेताओं ने भी उदयनिधि स्टालिन का समर्थन किया था, जिस पर राहुल मौन रहे थे। तो क्या सारे सनातन धर्म वाले भी भाजपा-RSS के लोग हैं ? आज राहुल गांधी ने इस्लाम और सिख समुदाय को लेकर एक भ्रामक बयान दिया, जिसके बाद उन्हें इन दोनों समुदायों से फटकार मिल गई, अब उम्मीद है कि वे इन दोनों समुदायों पर सोच समझकर बोलेंगे। हाँ, हिन्दुओं पर वे बोल सकते हैं, बार-बार लगातार, क्योंकि, भारत में हिन्दू नहीं रहते, यहाँ रहते हैं, यादव, जाट, दलित, ठाकुर, ब्राह्मण, कुर्मी, आदिवासी, बनिए और भी बहुत सारे लोग, लेकिन हिन्दू नहीं। और फिर बचे-कूचे अगर कुछ लोग विरोध करें भी, तो उन्हें समझाने के लिए शंकराचार्य तो हैं ही।