जिला नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी, पेयजल की समस्या के लिए टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत, मिलेगी समाधान
गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज जिला नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण किया गया। विदित हो कि जिला नियंत्रण कक्ष में गर्मी के मौसम में ज़िले के शहरी एव ग्रामीण क्षेत्रो/टोलो में संभावित पेयजल की समस्या होने की स्थिति की जानकारी लेने के लिए पूरी एक्टिव करवाया गया है। ज़िलाधिकारी ने बताया कि कोई भी आम जनता अपने क्षेत्र के बंद पड़े चापाकल, बंद नल जल योजना, टैंकर की आवश्यकता या चापाकल मरामती इत्यादि से संबंधित के लिये सीधे तौर पर नियंत्रण कक्ष में कॉल करके सूचित करें। आपके संबंधित सभी शिकायतों का रजिस्टर संधारित किया जा रहा है।
सभी शिकायतों का फॉलोअप भी करवाया जा रहा है। ज़िलाधिकारी ने ज़िला वासियो विशेषकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो के लोगो को कहा है कि पेयजल की समस्याओं को त्वरित गति से निष्पादन हेतु जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका दूरभाष संख्या 0631- 2222259, 0631- 2222253, 0631 2222204, 0631 2222216 एव 0631 2222206 है। उन्होंने कहा कि गया ज़िला के किसी भी क्षेत्र में पेयजल की समस्या आने पर उसे त्वरित गति से समाधान किया जा सकेगा। उन्होंने प्रभारी पदाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष को निर्देश दिया कि गर्मी के मौसम में जलापूर्ति से संबंधित आने वाले फोन कॉल का त्वरित गति से समाधान करावे। उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष में जिला पंचायत राज कार्यालय एवं लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कर्मी को प्रतिनियुक्त रखे कि आने वाले शिकायतें / समस्या को ठीक करवाया जा सके। आने वाले फोन कॉल का रजिस्टर में अच्छे से संधारित करवाये।
चापाकल खराबी से संबंधित शिकायत भी इसी फोन नंबर पर शिकायत दर्ज करेंगे। उन्होंने गया जिला वासियों से कहा कि यदि किसी टोले में पेयजल की समस्या होती है, बोरींग फेल, चापाकल खराबी तथा अन्य समस्या जो भी हो, तो जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या पर संपर्क/ शिकायत कर सकते हैं। निश्चित तौर पर आपकी समस्याओं को निपटारा करवाया जाएगा। जिलाधिकारी ने जिला आपदा पदाधिकारी तथा जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रतिदिन संध्या में नियंत्रण कक्ष में आने वाले फोन कॉल से प्राप्त समस्याओं का समीक्षा करें। नियंत्रण कक्ष में जिला स्तर के प्रखंड स्तर के तथा नगर निकाय स्तर के सभी पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाएं ताकि फॉलो अप करने में आसानी हो। नियंत्रण कक्ष को पूरी व्यवस्थित रूप में रखें सभी व्यवस्थाएं को दुरुस्त रखें। इसके अलावा ज़िले में संभावित होने वाले हीट वेब की मामला में भी ज़िला नियंत्रण कक्ष में ही कम्युनिकेशन सेल बनाये, ताकि हीट वेब की कही मरीज मिलने पर उसे घर से नजदीकी हॉस्पिटल एव वहाँ से मगध मेडिकल अस्पताल भेजने तक कि पूरी प्रक्रिया का नियंत्रण कक्ष से फॉलो अप लिया जा सके।
उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के अपर समाहर्ता एव वरीय उप समाहर्ता को निर्देश दिया कि हीट वेब को ध्यान में रख कर कम्युनिकेशन प्लान तैयार करे जिसमे मुख्य रूप से सभी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी अस्पतालों के हॉस्पिटल मैनेजर, सभी पंचायत के आशा दीदी, सभी पंचायत के मुखिया जी, सभी पंचायत के सेविका, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी का नाम एवं मोबाइल नंबर एकत्रित रखें। इसके अलावा सभी पंचायत के साथ एक एंबुलेंस को नामित करते हुए टैग किया गया है उसका भी मोबाइल नंबर एवं नाम एकत्रित रखें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मगध मेडिकल अस्पताल में ड्यूटी रोस्टर के अनुसार डॉक्टर एवं नर्स पैरामेडिकल स्टाफ इत्यादि का भी मोबाइल नंबर एवं नाम को एकत्रित रखें। हीट वेव से आने वाले एक भी मामले में भी पूरी अच्छी तरीके से फॉलो अप कराया जाएगा। मगध मेडिकल अस्पताल में 07 एंबुलेंस है उन सभी साथ एंबुलेंस के ड्राइवर का नाम एवं मोबाइल नंबर भी समेकित रखें। पशुपालन विभाग के पदाधिकारी एवं पशु चिकित्सा का भी नाम एवं मोबाइल नंबर एकत्रित रखें। हीट वेव से संबंधित जो भी sop हैं उसे अच्छे तरीके से पालन कराया जाएगा। इस अवसर पर अपर समाहर्ता आपदा, जिला पंचायत राज पदाधिकारी एवं वरीय उप समाहर्ता आपदा उपस्थित थे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
May 17 2024, 17:08