144 करोड़ तक पहुंची भारत की आबादी, 77 साल में दोगुनी होने के अनुमान, यूएन की रिपोर्ट में खुलासा
भारत की लेटेस्ट जनसंख्या को लेकर यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) की रिपोर्ट आई गई है। यूएनएफपीए यानी संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि भारत की आबादी 144 करोड़ पहुंच गई है। बता दें कि भारत ने इस साल के शुरुआत में सबसे ज्यादा 142.5 करोड़ आबादी वाले देश चीन को पीछे छोड़ा था। 2011 की जनगणना के मुताबिक, देश की कुल आबादी 121 करोड़ दर्ज की गई थी।
किस आयु के कितने लोग?
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की कुल आबादी का 24% हिस्सा 0-14 साल के लोगों का है। जबकि 10-19 आयु वर्ग वाले 17 प्रतिशत है। भारत की जनसंख्या में 10-24 आयु वर्ग वाले 68 प्रतिशत, जबकि 65 और उससे अधिक उम्र वाले सात प्रतिशत लोग शामिल हैं। पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 71 और महिलाओं की 74 वर्ष है।
प्रसव के दौरान होने वाली मौतों में गिरावट
रिपोर्ट की माने तो भारत में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों में गिरावट देखने को मिली है। पीएलओएस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ के रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया कि 640 जिलों में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों के अनुपात में 100,000 जीवित जन्मों में 70 से भी कम है। वहीं 114 जिलों में यह अनुपात 210 से ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया, "दिव्यांग महिलाओं और लड़कियों, शरणार्थियों, जतीय अल्पसंख्यकों, समलैंगिग समुदाय के लोगों, एचआईवी से पीड़ित और वंचित जातियों को सबसे ज्यादा यौन और प्रजनन स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ता है।
सेक्सुअल हेल्थ में भारत 30 साल में सबसे बेहतर
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में सेक्सुअल और रिप्रोडक्टिव हेल्थ 30 सालों के सबसे बेहतर स्तर पर है।यही कारण है कि डिलीवरी के दौरान होने वाली मौतों की संख्या में भी गिरावट आई है। दुनिया में हो रही ऐसी मौतों में भारत का हिस्सा 8% है। वहीं 2006-2023 के बीच हुए कुल विवाहों में 23% बाल विवाह है। जिनमें लड़के और लड़की की उम्र 21 और 18 साल से कम थी।







अयोध्या में आज अध्यात्म और विज्ञान के संगम का विहंगम दृश्य देखने को मिला। रामनवमी के खास मौके पर अयोध्या के राम मंदिर में उस वक्त अद्भूत नजारा देखने को मिला, जब प्रभु श्री राम के ललाट पर सूर्य तिलक किया गया। दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से शुरू हुआ यह सूर्य अभिषेक करीब पांच मिनट तक होता रहा। इस घटना को दुनिया कौतुक से देखती रही।आज 500 साल बाद अयोध्या वासियों और देश के लिए ये खास अवसर आया है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली रामनवमी है। इस खास मौके पर अयोध्या में रामनवमी के मौके पर रामलला का सूर्य की किरणों ने तिलक किया गया। इस मौके पर रामलला का विशेष श्रृंगार भी किया गया। 500 साल बाद अभिजीत मुहूर्त में रामलला के विग्रह का सूर्याभिषेक किया गया।इस सूर्याभिषेक के दौरान तकरीबन 4 से 6 मिनट तक रामलला की मूर्ति के मस्तक पर सूर्य तिलक किया गया। सूर्य की रोशनी रामलला पर इस तरह पड़ीं, मानो भगवान राम को सूर्य तिलक लगाया हो। इस दृश्य ने हर किसी का मन मोह लिया।इस सूर्य तिलक के लिए वैज्ञानिकों ने कई महीने से तैयारी की थी। इसके लिए कई ट्रायल किए गए। आज दोपहर में जैसे ही घड़ी में 12 बजकर 01 मिनट हुए सूर्य की किरणें सीधा राम के चेहरे पर पहुंच गईं। 12 बजकर एक मिनट से 12 बजकर 6 मिनट तक सूर्य अभिषेक होता रहा। पूरे पांच मिनट तक यह प्रक्रिया चली। वैज्ञानिकों ने बीते 20 वर्षों में अयोध्या के आकाश में सूर्य की गति अध्ययन किया है। सटीक दिशा आदि का निर्धारण करके मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किया है। सूर्य रश्मियों को घुमा फिराकर रामलला के ललाट तक पहुंचाया गया। सूर्य की किरणें ऊपरी तल के लेंस पर पड़ीं। उसके बाद तीन लेंस से होती हुई दूसरे तल के मिरर पर आईं। अंत में सूर्य की किरणें रामलला के ललाट पर 75 मिलीमीटर के टीके के रूप में दैदीप्तिमान होती रहीं और ये लगभग पांच मिनट तक टिकी रहीं। सूर्य तिलक होने के बाद भगवान श्री राम की विशेष पूजा की गईं और आरती उतारी गई।आज अयोध्या में लगभग 25 लाख भक्तों के पहुंचने का अनुमान लगाया गया है।रामनवमी में भक्तों की भीड़ को देखते हुए दर्शन का समय बढ़ाकर 19 घंटे कर दिया गया है, जो मंगला आरती से प्रारंभ होकर रात्रि 11 बजे तक चलेगा। रामनवमी के मौके पर मंदिर रात 11 बजे तक खुला रहेगा। बीच-बीच में भोग और आरती भी होगी।
Apr 17 2024, 15:48
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