राहुल बोले- खत्म करेंगे अग्निपथ योजना, देश की रक्षा का सपना देखने वाले युवाओं का ये 'अपमान'
#rahul_gandhi_targeted_modi_govt_and_said_agneepath_scheme_is_insult_to_youth
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है।राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय में तैयार की गई और सशस्त्र बलों पर थोपी गई है। गांधी ने कहा कि केंद्र में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनते ही अग्निपथ सैन्य योजना को खत्म कर पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया वापस लायी जायेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'अग्निपथ' योजना को लेकर हमेशा से सरकार पर हमलावर रहे हैं। अब लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने एक बार फिर इस योजना की कमियां गिनाई हैं।मंगलवार को राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, 'अग्निपथ' योजना, भारतीय सेना और देश की रक्षा करने का सपना देखने वाले बहादुर युवाओं का अपमान है। यह भारतीय सेना की नहीं, नरेंद्र मोदी के कार्यालय में बनी योजना है, जिसे सेना पर थोप दिया गया है।
राहुल गांधी ने कहा, शहीदों के साथ अलग व्यवहार नहीं किया जा सकता, देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले हर व्यक्ति को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा, जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, हम तुरंत इस योजना को खत्म कर देंगे और पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया को वापस लाएंगे।
दरअसल, विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल अग्निपथ योजना को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अग्निपथ योजना को लेकर पत्र लिखा था। अपने पत्र में खरगे ने कहा कि नियमित भर्ती प्रक्रिया समाप्त होने और अग्निपथ योजना की शुरुआत के कारण देश के सशस्त्र बलों में नियमित भर्ती चाहने वाले लगभग दो लाख युवा पुरुषों और महिलाओं का भविष्य अनिश्चित हो गया है। उन्होंने लेटर में लिखा, यह योजना सैनिकों के समानांतर कैडर बनाकर हमारे जवानों के बीच भेदभाव पैदा करने वाली है, क्योंकि उनसे काम वही कराया जाएगा, लेकिन बहुत अलग पारिश्रमिक, लाभ और संभावनाओं के साथ। अधिकांश अग्निवीर चार साल की सेवा के बाद अनिश्चित रोजगार बाजार में छोड़ दिये जाएंगे, जिसके बारे में कुछ लोगों का तर्क है कि इससे सामाजिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है।





भ्रामक विज्ञापन मामले में योग गुरु बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है। रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बालकृष्ण ने मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक बार फिर माफी मांगी, लेकिन जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस ए. अमानतुल्लाह की बेंच ने कहा कि आपसे सार्वजनिक माफी की मांग की गई थी। कोर्ट ने योग गुरु रामदेव, उनके सहयोगी बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद को भ्रामक विज्ञापन मामले में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले में जस्टिस हिमा कोहली और अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच सुनवाई कर रही है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई हुई। कार्यवाही शुरू होने के बाद बाबा रामदेव की ओर से सीनियर वकील विपिन सांघी और बलबीर सिंह भी अदालत में उपस्थित हुए। जस्टिस हिमा कोहली ने कहा, हमने आपके बयान पढ़ा हैं। आप क्या कहना चाहेंगे? इसके जवाब में आरोपी ने बिना शर्त माफी मांगने की बात दोहराई। जस्टिस कोहली ने कहा कि जब आपके वकील ने यहां साफ कह दिया कि आगे से ऐसा नहीं होगा। इसके बावजूद आपने दूसरी दवा के बारे में सार्वजनिक बयान दिया। रामदेव ने कहा कि हमें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। हम आगे से ध्यान रखेंगे। ऐसा नहीं कहना चाहिए था। जस्टिस कोहली ने कहा कि लाइलाज बीमारी के इलाज का प्रचार नहीं कर सकते हैं। कोई भी पद्धति में नहीं किया जा सकता। यह ख्याल रखा जाना चाहिए था। गैर जिम्मेदाराना हरकत थी। इस देश के लोगों को और कोर्ट को आपसे इसकी अपेक्षा नहीं है। जस्टिस कोहली ने आगे कहा, आपने क्या सोचा कि आप प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और विज्ञापन करेंगे? जिस चीज का आप प्रसार कर रहे हैं... हमारी संस्कृति में ऐसी चीजें हैं। लोग सिर्फ एलोपैथी नहीं बल्कि घरेलु पद्धतियां भी इस्तेमाल कर रहे हैं। घर पर बीमारियों से बचने के लिए नानी के नुस्खे अपना रहे हैं। आप अपनी रिसर्च के लिए दूसरे को खतरे में क्यों डाल रहे हैं? बाबा रामदेव ने कहा, किसी को भी खतरे में डालने का करने का इरादा नहीं था। हमने 5000 से ज्यादा रिसर्च प्रोटोकॉल किया। आयुर्वेद को रिसर्च आधारित साक्ष्य के साथ लाने के लिए पतंजलि ने प्रयास किया है।जस्टिस कोहली बोलीं, आपको ये हक नहीं दिया कि आप दूसरे सिस्टम को शूट डाउन करके जाएं। रामदेव ने कहा, उसके लिए मैं विनम्र भाव से कह रहा हूं कि वो बातें नहीं कहना चाहिए था। हम साक्ष्य आधारित मूल भाव का ध्यान रखेंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान रामदेव ने दोबारा कहा कि हम माफी मांग रहे हैं और भविष्य में सौ फीसदी इसका ख्याल रखेंगे और इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी। इस पर अदालत ने कहा, अभी हमने मन नहीं बनाया कि आपको माफ करें कि नहीं। एक नहीं तीन बार आपने उल्लंघन किया है। आप इस तरह की बात मत करिए। आपके रविये से यह नहीं लगता। हम आदेश जारी करेंगे। हम 23 अप्रैल को मामले की सुनवाई करेंगे और फिर से दोनों को पेश होना होगा।
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर आज एक और नई लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में बीजेपी ने यूपी, महाराष्ट्र समेत 2 अन्य राज्यों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। बीजेपी की ये 12वीं लिस्ट है।बीजेपी की इस लिस्ट में 7 उम्मीदवारों का नाम है।इसमें महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट के अलावा पंजाब की तीन, उत्तर प्रदेश की दो और पश्चिम बंगाल की एक सीट पर उम्मीदवार उतारा है।बड़ी बात यह है कि यूपी की जिन दो सीटों पर उम्मीदवारों का एलान किया गया है, उनमें देवरिया और फिरोजाबाद शामिल हैं। प्रदेश में बृजभूषण शरण सिंह की सीट कैसरगंज पर पार्टी ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है।वहीं, पश्चिम बंगाल की हाई प्रोफाइल सीट डायमंड हार्बर से अभिजीत दास को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी की सूची के मुताबिक, महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट से छत्रपति उदयनराजे भोंसले, पंजाब में खडूर साहिब से मंजीत सिंह मन्ना मियाविंड, होशियारपुर (अजा) से अनिता सोम प्रकाश और बठिंडा से परमपाल कौर सिद्ध (पूर्व आईएएस) को टिकट दिया गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की देवरिया सीट से शशांक मणि त्रिपाठी और फिरोजाबाद सीट से ठाकुर विश्वदीप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके साथ पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से भाजपा ने अभिजीत दास (बॉबी) को टिकट दिया है। यहां उनका मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और मौजूदा सांसद अभिषेक बनर्जी से होगा। देवरिया में पार्टी ने मौजूदा सांसद रमापति राम त्रिपाठी का टिकट काट दिया है। उनकी जगह शशांक मणि त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा गया है। शशांक के पिता प्रकाश मणि त्रिपाठी सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा फिरोजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा चंद्र सेन जादौन का टिकट भी काट दिया गया है। उनकी जगह पार्टी ने क्षत्रीय चेहरे ठाकुर विश्वदीप सिंह पर दांव लगाया है। यूपी की जिन 75 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ रही है, उनमें से सिर्फ रायबरेली और कैसरगंज सीट पर प्रत्याशी घोषित होना बाकी है। कहा जा रहा है कि रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवार के एलान के बाद भाजपा अपने पत्ते खोलेगी। वहीं, कैसरगंज में मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सस्पेंस अब भी बरकरार है।महिला पहलवानों ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाया है। ये एक ऐसा मुद्दा रहा है जिसके कारण बीजेपी बैकफुट पर रही।
कश्मीर के श्रीनगर में मंगलवार को झेलम नदी में एक नाव पलट गई। इस नाव में 11 लोग सवार थे, इनमें 5 स्कूली बच्चे भी थे। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई है, बच्चों समेत 7 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। ये नाव रोजाना लोगों को लेकर गांदरबल से बटवारा जाती है। पिछले 48 घंटों से हो रही तेज बारिश के चलते झेलम का जल स्तर बढ़ गया। जिसके चलते नाव पलट गई। हादसे के तुरंत बाद लोकल नाविकों ने बचाव अभियान चलाया। कुछ देर बाद पुलिस और SDRF की टीम भी रेस्क्यू में जुट गई। मरने वालों में 2 महिलाएं बचाए गए 7 लोगों में से 3 का इलाज चल रहा है। मारे गए लोगों में शबीर अहमद (26), गुलजार अहमद (41), 32 और 18 साल की दो महिलाएं शामिल हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर उमर अब्दुल्ला ने हादसे पर दुख जाहिर किया है। रोजाना नाव से झेलम पार करते थे लोग स्थानीय बोट ओनर रोजाना लोगों को लेकर गांदरबल से बटवारा जाते हैं। आज जो नाव पलटी उसमें स्कूली बच्चों समेत उनके माता-पिता और मजदूर शामिल थे। ये लोग रोज ऐसे ही नाव में बैठकर झेलम नदी पार करते थे। तीन महीने पहले गुजरात के वडोदरा नाव पलटने से 12 बच्चों की मौत हुई थी जनवरी में गुजरात के वडोदरा में हरणी लेक में एक नाव पलट गई थी। इस हादसे में 12 बच्चों और 2 टीचर की मौत हो गई। नाव में सवार बाकी 11 बच्चे और 2 टीचर को बचा लिया गया। हादसे का शिकार हुए सभी बच्चे वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के हैं। बच्चे सेल्फी लेने के लिए नाव में एक तरफ आ गए थे, जिसकी वजह से नाव पलट गई। इनमें से किसी भी बच्चे या टीचर ने लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। इसी वजह से जब नाव पलटी तो सभी पानी में डूबने लगे।
Apr 16 2024, 16:56
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