*यूपी पुलिस में कम्प्यूटर आॅपरेटर की आॅनलाइन भर्ती परीक्षा में नकल कराने वालों का भंडाफोड़,गैंग के सरगना समेत12 को किया गिरफ्तार*
लखनऊ । एसटीएफ यूपी को थाना कोतवाली बडौत, जनपद बागपत में प्रचलित यूपी पुलिस में कम्प्यूटर आॅपरेटर की आॅनलाइन भर्ती परीक्षा में रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर के जरिये प्रश्न-पत्र हल करने वाले सरगना सहित 12 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।गिरफ्तार अभियुक्तों नाम रचित चौधरी पुत्र ब्रहमपाल सिंह(सरगना), कर्मवीर पुत्र रतन सिंह (सोल्वर),दानवीर पुत्र तेजपाल (सहयोगी), रजनीश कुमार पुत्र अर्जुन प्रसाद (सहयोगी), अश्वनी पुत्र नरेश कुमार (सहयोगी), अनिल कुमार पुत्र करतार सिंह (अभ्यर्थी), अक्षय तवर पुत्र देवेन्द्र कुमार (अभ्यर्थी), मनीष सरोहा पुत्र प्रमोद सरोहा (अभ्यर्थी), आलोक चौहान पुत्र तेजपाल (अभ्यर्थी), धर्मेन्द्र पुत्र लेखन (अभ्यर्थी), लोकेश कुमार पुत्र अरविन्द सिंह (अभ्यर्थी), आर्यदीप तोमर पुत्र ओमबीर सिंह (अभ्यर्थी) है। इनके कब्जे से तीन लैपटॉप, एक कम्प्यूटर, एक डेस्क टॉप कम्प्यूटर, आठ मोबाइल फोन, छह स्कीन शॉट, आठ एडमिट कार्ड बरामद किया है।
एसटीएफ को आनलाइन प्रचलित भर्ती परीक्षा में सिस्टम हैक करने एवं सॉल्वर बैठाकर परीक्षा कराने कराने वाले गिरोहों के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हो रही थी।चूंकि वर्तमान समय में यूपी पुलिस में कम्प्यूटर आपरेटर की भर्ती परीक्षा प्रचलित है। इस परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु एसटीएफ टीमों द्वारा सतर्क दृष्टि रखी जा रही है। एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ से निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में एक टीम जनपद बागपत में मौजूद थी। मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि आवास विकास कालोनी कस्बा बडौत में स्थित अनिल कुमार के मकान नंबर 2सी/124/4-5 में कुछ व्यक्ति किराये पर कमरा लेकर सात फरवरी को होने वाली कम्प्यूटर आपरेटर की परीक्षा में कम्प्यूटर सिस्टम हैक करके अभ्यार्थियों से मोटी रकम लेकर प्रश्न पत्र हल कराने वाले है, यदि जल्दी किया जाय तो पकडेÞ जा सकते है। इस सूचना पर विश्वास करते हुए एसटीएफ टीम उक्त मकान में पहुंचकर तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उक्त तीनों व्यक्तियों से पूछताछ पर जानकारी की गयी तो पाया कि यह लोग सात फरवरी को यूपी पुलिस में कम्प्यूटर आॅपरेटर की आयोजित परीक्षा में अभ्यार्थी के कम्प्यूटर की स्क्रीन शेयर कर यही से पेपर सॉल्व कर रहे थे। पूछताछ पर यह भी ज्ञात हुआ कि रचित चौधरी द्वारा बिजेन्द्र फौजी पुत्र बाबू राम निवासी शामली के कहने पर उसके विधान पब्लिक स्कूल दुहाई गाजियाबाद में स्थित लैब को फर्जी तरीके से अपने नाम से अप्लाई कर परीक्षा कराने के लिए केन्द्र आवंटित करा रखा है जहां से अपने अन्य सहयोगियो की मदद से ये लोग आॅनलाइन परीक्षा हैकिंग का कार्य करते हैं। पूछताछ से ज्ञात जानकारी के सम्बन्ध में एसटीएफ टीम हैकिंग के लिए तैयार किये गये सेटअप की छानबीन के लिए परीक्षा केन्द्र पहुंची। जहां से सात अभ्यर्थियों एवं लैब के सहयोगी रजनीश कुमार व अश्वनी कुमार उपरोक्त को परीक्षा केन्द्र विधान पब्लिक स्कूल से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
हिरासत में लिए गये व्यक्तियों से पूछताछ एवं तकनीकी छानबीन से से पता चला कि उक्त गिरोह ने सुनियोजित तरीके से उक्त परीक्षा में अभ्यर्थियों से परीक्षा मे पेपर हल कराने के नाम पर अनुचित धनोपार्जन के उद्देश्य से गाजियाबाद दुहाई में स्थित विधान पब्लिक स्कूल में कम्प्यूटर सिस्टम स्थापित किया। पलवल हरियाणा निवासी राम चौहान जो कम्प्यूटर हैकिंग एक्सपर्ट हैं ने रोहित चौधरी के कहने पर उक्त लैब में सात फरवरी को एक सिस्टम पर कुछ साफ्टवेयर इंस्टाल कर इस सिस्टम को मास्टर सिस्टम बनाया ताकि जब जरूरत हो तब लैब में मौजूद अन्य सिस्टमो को इस मास्टर सिस्टम के जरिये के माध्यम से कनेक्ट कर उनका रिमोट एक्सेस ले सके और उक्त मास्टर सिस्टमको लैब में मौजूद अपने सहयोगियो की मदद से अलग रखा गया ताकि किसी अभ्यर्थी को परीक्षा के समय उक्त सिस्टम आवंटित न हो।
परीक्षा प्रारम्भ होने से पहले ही लैब में मौजूद अपने सहयोगियो के माध्यम से कही भी बैठकर रवि लैब में मौजूद मास्टर सिस्टम का रिमोट एक्सेस उसमें मौजूद साफ्टवेयर के माध्यम से अपने सिस्टम पर लेकर जिन-जिन अभ्यर्थियो से पैसे लेकर पेपर हल कराने की बात तय होती थी इस मास्टर सिस्टम के जरिये सभी सिस्टम आपस में लेन के माध्यम से कनेक्ट होने की वजह से उन-उन अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र पर आवंटित सिस्टमों के एक्सेस ले लेता था और उसको अपने अन्य साथी जो पेपर हल करने में एक्सपर्ट थे उनके सिस्टम पर भेज देता था, जिससे केन्द्र पर मौजूद 07 अभ्यर्थियों के सिस्टम का पूरा एक्सेस इनके पास पहुंच जाता था और ये प्रश्न-पत्र अपने सिस्टम से हल करते थे, अभ्यर्थी बैठकर केवल माउस हिलाता रहता था। यह लोग प्रत्येक अभ्यर्थी से 4 से 5 लाख रुपएं उक्त कार्य के लिए प्राप्त करते हैं और राम चौहान एक अभ्यार्थी की स्क्रीन शेयर करने की एवज में 50 हजार रूपये लेता है। अन्य बिन्दुओं पर गहनता से जाँच पड़ताल की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कोतवाली बडौत, जनपद बागपत पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
Feb 09 2024, 20:46