*कमजोर बनकर जीना अभिशाप: चिन्मयानंद*
नवाबगंज (गोंडा) ।कटरा कुटी धाम पर सिख धर्म के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व बड़े धूमधाम से मनाई गई ।
कटरा कुटी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी चिन्मयानंद महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि दुश्मन के सामने सर झुकाना महा पाप है ! गुरु गोविंद सिंह जी ने ऐसा सोचकर अपने त्याग से दुनिया को यह संदेश देना चाहा की आज नहीं तो कल यह जीवन समाप्त होना ही है क्यों ना इसे धर्म और संस्कृति के लिए समर्पित कर दिया जाए ।
अपने जीवन को अत्यंत बनाने के क्रम में महत्वपूर्ण बनाने के क्रम में बारी-बारी से अपने सामने ही अपने सभी परिवारजनों को बलिदान होते हुए देखने के बावजूद भी मुगलों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि कोई इंसान आखिर इतना मजबूत कैसे हो सकता है ।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी का जीवन संदेश देता है कि संकल्प में यदि दृढ़ता है तो हर व्यक्ति इतिहास बनाने की क्षमता रखता है !कार्यक्रमाधिकारी डॉ अरुण सिंह ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी की एक ही सोच दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए बहुत था ।
सवा लाख से एक लड़ाऊं तब गुरु गोविंद सिंह नाम कहांऊ ! पं चंद्र किशोर शास्त्री ने कहा कि खालसा पंथ की स्थापना के पीछे का सिर्फ एक ही उद्देश्य था की कमजोर बनकर जीना छोड़ हिम्मत करो । इस संसार पर राज तभी कर सकते हो संस्कृति की रक्षा के लिए प्राणों की बाजी लगा दो । बहन बेटियों की असमत के साथ खिलवाड़ संस्कृति का अपमान है । आज पुनः गुरु गोविंद सिंह जी के ऐसे सोच के नेतृत्व करता की भारत ही नहीं पूरी दुनिया को जरूरत है ।
इस मौके पर स्वामी चिन्मयानंद महाराज, पंडित विकास शास्त्री, भोला मिश्रा, धीरेंद्र शुक्ला , विनोद कुमार गुप्ता, डॉ़ अरुण सिंह , गौरी शंकर गुप्ता , रजनीश कमलापुरी, डॉ कुमार, गोपाल सिंह, लव पांडे सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे ।
Jan 05 2024, 16:17