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*केडीसी सभागार में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा का हुआ समापन*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। ‘‘सुरक्षित यात्रा-सुरक्षित जीवन’’ के संकल्प तथा शीत ऋतु में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों व गम्भीर रूप से घायल लोगों की संख्या में कमी लाये जाने, यातायात नियमों के पालन के साथ वाहनों का संचालन तथा वाहन का संचालन करते समय शत-प्रतिशत हेल्मेट व सीट बेल्ट का प्रयोग करने के प्रति आमजन में जनजागरूकता पैदा करने के उद्देश्य जनपद में 15 दिसम्बर से 31 दिसम्बर 2023 तक संचालित होने वाले सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के समापन अवसर पर के.डी.सी. के डॉ. जे.बी. सिंह सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने छात्र-छात्राओं को हेल्मेट का वितरण करते हुए लोगों का आहवान किया कि स्वयं के साथ आमजन को भी यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करें।

वर्मा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से बीते पखवाड़े जन जागरूकता के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये परन्तु यातायात नियमों के पालन के लिए मात्र सरकार या जिला प्रशासन का प्रयास पर्याप्त नहीं होगा।

यातायात नियमों का पालन करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। यातायात नियमों के प्रति आमजन को जागरूक करने में आज की युवा पीढ़ी विशेषकर छात्र-छात्राएं महती भूमिका निर्वहन कर सकते हैं। श्री वर्मा ने युवाओं को नसीहत दी कि बाईक राइडिंग अथवा चार पहिया वाहन का संचालन करते समय हेलमेट/सीट बेल्ट का प्रयोग करें, निर्धारित सीमा से अधिक गति से वाहन को कदापि न चलायें, स्टंट व नशे से दूर रहे तथा वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। क्योकि छोटी-मोटी सावधानी से बेशकिमती जानों को बचाया जा सकता है।

पूर्व सहकारिता मंत्री वर्मा ने कार्यक्रम के माध्यम से लोगों से अपील की धैर्य, संयम और विवेक के साथ वाहन चलायें तथा यातायात नियमों की कतई अनदेखी न करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट के प्रयोग के साथ-साथ सड़क की स्थिति तथा भौगोलिक परिस्थितियों को भी ध्यान में अवश्य रखें।

वर्मा ने लोगों से अपील की कि 18 से कम आयु के बच्चों को किसी भी दशा में वाहन चलाने की अनुमति न दी जाय। कार्यक्रम के दौरान पीटीओ अवधराज व गजं़फर जाफरी ने भी लोगों यातायात नियमों तथा सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के दौरान संचालित की गयी गतिविधियों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि जनजागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों के व्यवहार परिवर्तन पर विशेष ज़ोर दिया गया है।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी इरफान, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन राजीव कुमार व प्रवर्तन के ओ.पी. सिंह, पूर्व प्राचार्य मेजर डॉ. एस.पी. सिंह सहित अन्य गैर सरकारी संगठनों के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में परिवहन विभाग द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।

आलू की फसल में झुलसा रोग तथा सरसों में माहू कीट पर नियंत्रण आवश्यक: प्रियानन्दा

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रियानन्दा ने बताया कि वर्तमान समय में मौसम के तापमान में उतार चढाव एवं बदली-धूप रहने के कारण आलू में झुलसा (ब्लाइट) बीमारी की सम्भावना बढ जाती है। झुलसा (ब्लाइट) रोग दो प्रकार का होता है पहला अगेती झुलसा दूसरा पिछेती झुलसा।

आलू की फसल में पौधे जलने की समस्या अगेती झुलसा रोग के कारण होती है। इस रोग की शुरूआत दिसम्बर माह में होती है। वर्मा ने बताया कि झुलसा (ब्लाइट) बीमारी के लगने की दशा में आलू की पत्तियॉ सूखने लगती है एवं गोल या अण्डाकार भूरे रंग के छल्लेयुक्त चकत्ते पड जाते हैं जो धीरे-धीरे बढने लगते है और पौधा मर जाता है। यह रोग आल्टर्नेरिया सोलेनाई फंगस की वजह से होता है।

कृषि रक्षा अधिकारी ने कृषको को सलाह दी है कि बीमारी के लक्षण दिखाई देने की दशा में किसान भाई मैनकोजेब 75 प्रति. डब्लू.पी. अथवा जिनेब 75 प्रति. डब्लू.पी. की 3 कि.ग्रा. मात्रा 500-600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हे. की दर से छिडकाव करें तथा आवश्यकतानुसार 10 दिन के अन्तराल पर कॉपर आक्सीक्लोराइड 50 प्रति. डब्लू.पी. की 2.5 कि.ग्रा. मात्रा 600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हे. की दर से प्रयोग करें।

कृषि रक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि वर्तमान समय में तापमान में बदलाव एवं धूप-छांव रहने के कारण सरसो की फसल में माहू कीट लगने की सम्भावना बढती है। इस कीट के शिशु एवं प्रौंढ पौधो के कोमल तनो, पत्तियो एवं फूलो का रस चूसकर उन्हंे कमज़ोर कर देते है साथ ही रस चूसते समय पत्तियो पर मधुश्राव भी करते है, जिस पर काले कवक का प्रकोप होता है और प्रकाश संश्लेषण की क्रिया बाधित हो जाती है। इस रोग का प्रकोप दिसम्बर से मार्च तक बना रहता है।

किसानों को सलाह दी गयी है कि माह जनवरी के प्रथम सप्ताह में जहॉ पर भी कीट के समूह दिखाई दें उन टहनियो को तोड कर अलग कर दें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि खेत में लगभग 20 प्रतिशत माहू कीट का आक्रमण हो जाने की दशा में इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रति. ई.सी. की आधा मि.ली./लीटर पानी के साथ अथवा क्लोरपायरीफॉस 20 प्रति. ई.सी. की 2.5 मि.ली./लीटर पानी अथवा डाईमैथोएट 30 प्रति. एस.सी. की 01 ली./हे. मात्रा 400 ली. पानी में मिलाकर छिडकाव करें।

जिले के किसानों को यह भी सलाह दी गयी है कि किसी भी समस्या/सुझाव हेतु अथवा कीट/रोग के लगने की दशा में रोगग्रस्त फसल/पौधे के फोटो के साथ विभागीय पी.सी.एस.आर.एस. मो.नं 9452247111 एवं 9452257111 पर व्हाटसएप अथवा मैसेज के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं।

सभी किसानों से यह भी अपेक्षा की गयी है कि समस्या लिखते समय अपना पूरा नाम व ग्राम, विकास खण्ड एवं तहसील आदि के नाम सहित पूरा पता भी अवश्य अंकित करें। उन्होंने बताया कि समस्या का समाधान 48 घंटे के भीतर कर दिया जायेगा।

*परियोजना प्रशासक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई कुलाबा बैठक*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के सरयू नहर परियोजना फेज-3 अन्तर्गत शुक्रवार को ब्लाक मिहींपुरवा की ग्राम पंचायत मधवापुर में आयोजित कुलाबा बैठक की अध्यक्षता करते हुए ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना के अध्यक्ष एवं प्रशासक डॉ. हीरा लाल आईएएस कृषकों का आहवान किया कि पर्यावरण व जल संरक्षण के दृष्टिगत वौछारीय सिंचाई को अपनायें तथा रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए घर के पास सोकपिट बनाएं तथा प्लास्टिक से निर्मित वस्तुओं के सेवन से बचें।

डॉ. हीरा लाल ने कृषकों को अधिकाधिक पौध रोपित करने की सलाह देते हुए ऐसा करने से वर्यावरणीय समस्याओं से निजात पायी जा सकती है।बैठक का संचालन करते हुए भूमि सरंक्षण अधिकारी बहराइच प्रथम व तृतीय सुश्री आकांक्षा यादव विभागीय योजना का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत कृषकों को सिंचाई हेतु कच्ची व पक्की गूल तथा आवश्यकतानुसार संरचनाएं बनायी जाती है जिसे कुलावा कमाण्ड के किसानो के खेतों तक पानी की पहुंच आसान हो सके।

सुश्री यादव ने बताया कि जनपद में नहरों से सिंचाई करनें हेतु 7800 मी. पक्की नाली का निर्माण कार्य किसानों एवं प्रधानों के सहयोग से पूर्ण कराया गया है। अध्यक्ष डॉ. लाल ने विभागीय कार्मिकों को निर्देश दिया कि क्षेत्र भ्रमण कर किसानों की समस्याओं की जानकारी कर तत्परता के साथ निराकरण करायें।

कृषक सुनील कुमार ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि नाली निर्माण के पश्चात् उत्पादन क्षमता अधिक हुई है। कृषकों की ओर से सुझाव प्राप्त हुआ कि आउट लेट में पाइप लगाकर ढक्कन लगा दिया जाये ताकि सिंचाई के बाद इसे बन्द किया जा सके। इस सम्बन्ध में उप निदेशक डी.पी. शुक्ला ने कृषकों को बताया कि पाईप लगा देने से नाली में पानी का फोर्स कम होने से फसलों की सिंचाई में अधिक समय लगेगा।

अध्यक्ष डॉ. लाल ने विभागीय अधिकारियों विशेषकर सहायक भूमि निरीक्षकों को निर्देश दिया गया कि जल प्रबन्ध समिति के सभी पद्ाधिकारियो के नाम व मोबाइल नम्बर अपने पास सुरक्षित रखें तथा क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्राम प्रधान व प्रगतिशील किसान एव अन्य लोगों से सम्पर्क कर उन्हें अपना मोबाइल नम्बर अवश्य दें तथा उनसे दूरभाष पर फीड बैक प्राप्त करते रहें।

अध्यक्ष डॉ. लाल ने निर्देश दिया कि कुलावा कमाण्ड क्षेत्र के किसानो की शिकायत/सुझाव प्राप्त करने हेतु भूमि संरक्षण अधिकारी, अवर अभियन्ता व सहायक भूमि सरंक्षण निरीक्षक का नाम, पदनाम व मोबाइल नम्बर कुलावा के सिस्टर्न के पैरापिट वाल पर लिखवाया जाय।

भूमि संरक्षण अधिकारी सुश्री यादव ने अध्यक्ष को अवगत कराया कि उर्रा माइनर पर सिंचाई विभाग द्वारा पूर्व में निर्मित करायी गयी पक्की नाली पूर्णतयः क्षतिग्रस्त होने के कारण सिंचाई योग्य न होने के सम्बन्ध उप निदेशक श्री शुक्ला द्वारा निर्देश दिया गया कि यदि नहर/कुलावा डीपीआर में शामिल हो तो जल प्रबन्ध समिति से प्रस्ताव लेकर मुख्यालय को पत्रावली प्रेषित करें।

उप जिलाधिकारी, मिहीपुरवा संजय कुमार ने कुलाबा बैठक में मौजूद ग्रामवासियों/कृषकों को सुझाव दिया कि पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें, सिंचाई के लिए बनायी गई नालियों की अपने स्तर पर देखभाल करें ताकि खेतों तक आसानी से पानी पहुंचता रहे। अधि.अभि. अनिल गुप्ता ने किसानों को सुझाव दिया कि सिंचाई के लिए कभी भी पक्के व कच्चे निर्माण को क्षतिग्रस्त न करें, सिंचाई के लिए नहरों को कदापि न काटे इससे दूसरे किसानों के फसल को अपूर्णीय क्षति होती है।

इस अवसर पर उप निदेशक देवीपाटन मण्डल प्रथम राधा विनोद सिंह व द्वितीय दिनेश मोहन, उप निदेशक मूल चन्द्र सैनी, भूमि सरंक्षण अधिकारी द्वितीय राम चन्द्र, सहा.अभि. प्रेम प्रकाश आनन्द, मण्डलीय जनपदों के भूमि संरक्षण अधिकारी, ग्राम प्रधान गंगापुर रमेश कुमार व मधवापुर की श्रीमती आशा देवी, कुलावा कमाण्ड क्षेत्र अन्तर्गत जल प्रबन्ध समिति के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।

PM के अयोध्या दौरे से पहले बहराइच में मिला बन्दूक और बारूद, SSB और पुलिस ने चलाया जॉइंट ऑपरेशन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। एसएसबी और पुलिस के जवान गुरुवार रात को जंगल के निकट प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पेट्रोलिंग कर रहे थे। तभी जंगल से 12 बोर बंदूक और बारूद मिला। हालांकि कोई भी व्यक्ति जंगल के निकट नहीं मिला। पुलिस ने बरामद सामान को सीज कर जांच शुरू कर दी है।

एसएसबी 59वीं वाहिनी और मोतीपुर की संयुक्त टीम भारत नेपाल सीमा पर गुरुवार रात को पेट्रोलिंग कर रही थी। प्रभारी निरीक्षक मोतीपुर दद्दन सिंह ने बताया कि बहराइच वन प्रभाग के चकिया रेंज के लांबी फारेस्ट के प्रभारी सुरेंद्र पाल और पुलिस के उप निरीक्षक अश्विनी पाण्डेय की टीम ने जंगल में पेट्रोलिंग कर रही थी।

 रात 9.30 बजे जंगल से कुछ अजीब आवाज आने पर उधर गए तो सर्च के दौरान एक लोकल मैडेड 12 बोर की भरुवा बन्दुक, बारूद, छर्रा, बैग और अन्य एसेसीरीज प्राप्त हुआ। प्राप्त बन्दुक को सीज कर जाँच की जा रही है। इससे जुड़े जंगली जानवरों के अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के शिकारी की पहचान की जा रही है। 

यह गिरोह घने जंगल और नजदीक नेपाल बॉर्डर होने का फायदा उठा रहे है। सभी जंगल के रास्ते नेपाल की ओर फरार हो गए। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शिकारी शायद शिकार की तलाश में आए थे, लेकिन वह मौके से जंगल के रास्ते फरार हो गए।

बहराइच में चल रहा भ्रष्टाचार का खेल!, एक तरफ हो रहा निर्माण, दूसरी तरफ उजड़ रही सड़क प्रदर्शन

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन एक तरफ सड़क की मरम्मत हो रही है तो दूसरी तरफ सड़क उजड़ रही है। इसको लेकर ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं। नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

जिले के से तुलसीपुर चौराहा होते हुए गंभीरवा से इमामगंज जोड़ने वाली सड़क है। यह सड़क ठेकेदार द्वारा एक तरफ बनाई जा रही है और दूसरी तरफ उजड़ती गई। पर यह हाल तब है जब प्रदेश सरकार की ओर से सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा किया गया था। यह मार्ग सिर्फ बानगी है।

जिले के दूरदराज इलाकों मे चले जाइये। सड़के खुद गड्ढामुक्त दावो की पोल खोलती नजर आएगी।वैसे तो लोक निर्माण विभाग जिले मे 90फीसदी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा कर रहे है,लेकिन इन दावों की पड़ताल करें तो हकीकत कुछ और बयां कर रही है।जहां सड़को का मरम्मत कराया भी गया है वहां की गिटिया भी उजड़ने लगी है।

यह सड़के विकाश के दावों की पोल तो खोल ही रही है,साथ ही विकाश भी अवरूद है। सभी ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर जांच की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।

बहराइच में मिट्टी की दीवार गिरने का मामला: जिला अस्पताल में एक और बच्चे की हुई मौत, दूसरा लखनऊ रेफर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। सलारपुर गांव में बृहस्पतिवार दोपहर ढाई बजे मिट्टी की दीवार गिरने से सगे भाई समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में दो बच्चे घायल हुए थे। एक घायल बच्चे की शुक्रवार को सुबह चार बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि दूसरे घायल को लखनऊ रेफर कर दिया गया है।

रुपईडीहा थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव निवासी वारिस अली के यहां बुधवार को गगनचक गांव निवासी उनकी बेटी जरीना अपने बेटे नसरुद्दीन और इमामुद्दीन को लेकर पहुंची थी।

 गुरुवार को दोपहर 2:30 बजे वारिस अली का पोता मुख्तार अली (14) पुत्र शमशाद अली, अफ्तार अली (7), मेराजुद्दीन (6) और नाती नसरुद्दीन (10) व शमसुद्दीन (3) एक साथ खेल रहे थे।

तभी पुरानी मिट्टी का दीवार अचानक भर भराकर गिर गया। जिसके मलबे के नीचे सभी पांच बच्चे दब गए। दम घुटने और चोट लगने से मौके पर ही मुख्तार अली, नसरुद्दीन और अफ्तार अली की मौत हो गई।

 जबकि शमसुद्दीन और इमामुरुद्दीन घायल हो गए। दोनों को बाबागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

जिला अस्पताल में शुक्रवार सुबह चार बजे सलारपुर गांव शमसुद्दीन की मौत हो गई। जबकि गगन चक गांव निवासी इमामुद्दीन की हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया। ऐसे में मृतकों की संख्या चार हो गई। इनमें तीन सगे भाई हैं। 

तीनों का एकसाथ गांव के कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया। जबकि गगनचक गांव निवासी मृतक बालक के शव को लेकर परिवार के लोग अपने गांव चले गए।

दूसरे दिन भी गांव में रहा सन्नाटा

सलारपुर गांव में मिट्टी की दीवार गिरने से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। चार मौत से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है शुक्रवार को दूसरे दिन भी कई घरों में चूल्हे नहीं जले। गांव में पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा।

जिलाधिकारी ने रोडवेज रैन बसेरा का किया निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। शीत लहर व ठंड से बचाव के लिए की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने शुक्रवार की रात्रि में रोडवेज बसस्टाप का निरीक्षण कर बस स्टाप पर स्थापित रैन बसेरा व अलाव की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए निर्देश दिया कि रैन बसेरा में आने वाले निराश्रित असहायों व जरूरतमंदो को हर संभव सहायता मुहैया करायी जाय उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

 जिलाधिकारी ने बस स्टाप पर जरूरतमंदो को कम्बल का भी वितरण किया। इस अवसर पर स्टेशन मास्टर एस.पी. सिंह सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

उत्कृष्ट कार्य के लिए डीएम के हाथों सम्मानित हुए ग्राम प्रधान व कार्मिक

 

महेश चंद्र गुप्ता 

 

बहराइच। ग्राम चौपाल (गांव की समस्या, गांव में समाधान) अभियान के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विकास भवन में आयोजित 02 दिवसीय मेले/प्रदर्शनी/गोष्ठी के अन्तिम मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर के साथ मनरेगा, एन.आर.एल.एम. प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), अमृत सरोवर के निमार्ण तथा आयुष्मान भारत योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले खण्ड विकास अधिकारी, ए.डी.ओ. (आईएसबी), ग्राम प्रधान, सचिवं, रोजगार सेवक, पंचायत मित्र व ए.पी.ओ. को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

 इस अवसर पर उच्च प्राथमिक विद्यालय बेड़नापुर के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये गये। 

इससे पूर्व डीएम ने विकास भवन परिसर में कृषि, मत्स्य, इफको, रेशम, एन.आर.एल.एम., एक जनपद एक उत्पाद, उद्यान, गन्ना, आईसीडीएस विभाग द्वारा लगाये स्टालों का अवलोकन कर मौजूद अधिकारियों से विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिया कि ऐसे आयोजनों का भरपूर लाभ उठाते हुए आमजन को विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान कर सभी वंचित पात्र लोगों को आच्छादित करें।

 आईसीडीएस विभाग के स्टाल के निरीक्षण के दौरान डीएम व सीडीओ ने गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की तथा बच्चों को अन्नप्रासन भी कराया। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डीएम मोनिका रानी ने कहा कि जिले में पूर्व में संचालित किये गये सेवा से संतृप्तिकरण अभियान व ग्राम चौपाल तथा वर्तमान में संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर आयोजनों के पीछे शासन की स्पष्ट मंशा है कि जिला प्रशासन जनता के द्वार पहुंच कर आमजन की छोटी-मोटी दिक्कतों व परेशानियों का समाधान कर दें ताकि उन्हें अनावश्यक भाग दौड़ में अपना कीमती समय व धन बर्बाद न करना पड़े।

 डीएम ने कहा कि सेवा से संतृप्तिकरण अभियान के अनुभव के कारण जिले के अधिकारियों के प्रयास से वर्ष 2023 में ग्राम चौपाल अभियान के दौरान 14 विकास खण्डों की 809 ग्राम पंचायतों में चौपाल का आयोजन कर 2736 समस्याओं का समाधान कराकर 50274 लोगों को लाभान्वित किया गया।

डीएम ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद बहराइच में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण में उत्कृष्ट कार्य हुआ है। 

डीएम ने अधिकारियों का आहवान किया कि सरकारी सेवा में आने को जनता जनार्दन की सेवा के अवसर के रूप में लेते हुए लोगों की सेवा करे। डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत महिलाओं की समूह जिले में अच्छा कार्य कर रहीं हैं। 

डीएम ने समूह की महिलाओं को सुझाव दिया कि उत्पादन की गुणवत्ता व ब्रांडिंग पर विशेष फोकस करें तथा दूसरी महिलाओं को स्वालम्बन की राह पर लायें। मेले के सफल आयोजन के लिए डीएम ने सीडीओ व अन्य अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।  

इस अवसर पर डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एस.के. सिंह, पीडी डीआरडीए राज कुमार, डीसी मनरेगा के.डी. गोस्वामी, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, खण्ड विकास अधिकारी तजवापुर अजय कुमार सिंह, महसी हेमन्त यादव, रिसिया विनोद यादव, विशेश्वरगंज सर्वेश तिवारी, कैसरगंज अमन वर्मा, जरवल सत्य प्रकाश पाण्डेय, मिहीपुरवा अजीत कुमार सिंह, व अन्य अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

वर्ष 2023 में गुण्डा एक्ट के तहत 73 अपराधी हुए जिला बदर, 66 व्यक्तियों को 06 माह तक उपस्थिति दर्ज कराने हेतु किया गया पाबन्द

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। जिला मजिस्ट्रेट मोनिका रानी ने बताया कि जनपद बहराइच में विधि व्यवस्था एवं लोक परिशान्ति सहित लोक व्यवस्था व जनसुरक्षा कायम रखने के उद्देश्य से वर्ष 2023 में 73 अपराधियों के विरूद्ध धारा 3(1) गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 06 माह के लिए जिला बदर किया गया है वहीं 66 व्यक्तियों को अपने सम्बन्धित थानें में प्रत्येक माह आगामी 06 माह तक उपस्थिति दर्ज कराये जाने के आदेश दिये गये हैं।

उल्लेखनीय है कि जनपद में पदभार ग्रहण करने की तिथि 20 मई 30 दिसम्बर तक जिला मजिस्ट्रेट मोनिका नारी द्वारा 62 अपराधियों के विरूद्ध धारा 3(1) गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 06 माह के लिए जिला बदर किया गया है वहीं 48 व्यक्तियों को अपने सम्बन्धित थानें में प्रत्येक माह आगामी 06 माह तक उपस्थिति दर्ज कराये जाने के आदेश दिये गये हैं।

 जबकि इससे पूर्व 01 जनवरी 2023 से 19 मई 2023 के बीच जिले में 11 अपराधियों को जिला बदर तथा 18 व्यक्तियों को सम्बन्धित थाने में आगामी छः माह तक उपस्थिति दर्ज कराये जाने हेतु पाबन्द किया गया है।

*राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत ओरियंटेशन ऑफ़ स्टेक होल्डर प्रशिक्षण व उन्मुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सभागार कक्ष में ओरिएंटेशन ऑफ स्टेक होल्डर आर्गेनाइजेशन प्रशिक्षण/ उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण/ उन्मुखीकरण कार्यशाला में बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, रेल विभाग समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग कर तम्बाकू नियंत्रण पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला में तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और बचाव के बारे में विस्तार से जागरूक किया गया।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजेश कुमार ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण के लिए कोटपा अधिनियम 2003 बनाया गया है, जिसमें धारा चार के तहत सभी सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करना अपराध है। पकड़े जाने पर दो सौ रुपये जुर्माना हो सकता है। धारा 6बी के तहत विद्यालय के सौ गज के दायरे में कोई भी तंबाकू की दुकान नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि तंबाकू उत्पाद पर अगर चित्र के साथ चेतावनी नहीं होगी तो धारा 7 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।

उप मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ० संजय सोलंकी ने कहा कि समाज में तम्बाकू का सेवन पुरुषों के साथ महिलाओं द्वारा भी बहुत अधिक मात्रा में किया जा रहा है। इसके परिणाम बहुत ही गंभीर हैं, तम्बाकू का धुआं लोगों के लिए हानिकारक है।

उन्होंने बताया कि तंबाकू नियंत्रण कानून के तहत सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने, खुलेआम तंबाकू से संबंधित सामग्री बेचने पर कार्रवाई की जा सकती है। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० पी० के० बांदिल ने कहा कि तनाव का सबसे बड़ा कारण नशा ही है। आत्महत्या का मुख्य कारण तनाव है और तनाव का मुख्य कारण है।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे एनसीडी के डॉ० परितोष तिवारी ने तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों व उससे बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू उत्पादों से मुंह में छाले पडऩा, गले में छाले पडऩा, पेट में छाले पडऩा तथा फेफड़ों में छाले पड़ जाते हैं तथा टीवी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ-साथ ही श्वास की बीमारियां एलर्जी की बीमारियां डायबिटीज ब्लड प्रेशर बढना, अनिद्रा इत्यादि प्रकार की बीमारियां भी इससे हो जाती है। जो लोग इसके आदी हो जाते हैं या जिनको लत लग जाती है वह चाहकर भी इसे नहीं छोड़ पाते हैं।

मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ० विजित जायसवाल ने बताया कि तम्बाकू के उपयोग का प्रभाव केवल मृत्यु दर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता और खराब मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के प्रयासों को भी प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए तम्बाकू मानसिक स्वास्थ्य के लिए कुछ दवाओं की प्रभावशीलता को कम कर देता है।

मानसिक बीमारी के कारण लोगों में तम्बाकू का उपयोग करने की संभावना दोगुनी हो जाती है और साथ ही तम्बाकू लोगों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने जिले में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की उपलब्धियों व वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि तंबाकू जनित रोगों से प्रतिवर्ष भारत में लगभग 12 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। तंबाकू एवं सिगरेट से होने वाले हजारों प्रकार की घातक बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग एवं फेफड़ों आदि की बीमारी और असामयिक मृत्यु से संबंधित प्रचार-प्रसार को युक्तिसंगत तरीकों से लागू करने के लिए सरकारी कर्मियों के माध्यम से आम लोगों को जागरूक करना आवश्यक है।

उन्होंने बताया कि तम्बाकू सेवन से मुंह का कैंसर होता है, दांत खराब होते है, आँखे कमजोर होती है, हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है तथा उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। तम्बाकू व धुम्रपान के सेवन से इंसान का फेफड़ा खराब हो जाता है तथा नपुंसकता का खतरा बढ़ जाता है।

डीपीएम सरजू खान ने कहा कि समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने के लिए कार्य करने होगा। तंबाकू का सेवन न करने के लिए लोगों को प्रेरित और जागरूक करना होगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में डॉ० परितोष तिवारी ने स्वास्थ्य कर्मचारियों समेत विभिन्न विभाग से आए प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई कि हम कभी भी धूम्रपान या तंबाकू या अन्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करेंगे साथ ही अपने परिजनों या परिचितों को धूम्रपान का या अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करेंगे और अपने अस्पताल परिसर को तंबाकू मुक्त रखेगे।

इस मौके पर डॉ० निर्मेष श्रीवास्तव, खाद्य एवं रसद विभाग से अभिषेक कुमार, अजय कुमार सिंह, डॉ० रामतेज, मुकेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ० विश्राम रावत, विनोद कुमार शर्मा, एनसीडी सेल से विवेक श्रीवास्तव, मो० हारून, फहीम अहमद, शरद श्रीवास्तव, एनसीडी क्लीनिक से डॉ० रियाजुल हक, पुनीत शर्मा, संतोष सिंह, बृज प्रकाश, मनीष कुमार सिंह, राज कुमार महतो, सीमा कुमारी, अजय एवं मुकेश हंस आदि मौजूद रहे।