अमेठी पहुँचे बद्रिकामठ पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्ववरानन्द ने धर्मसभा को किया संबोधित
अमेठी। कल देर शाम अमेठी पहुँचे बद्रिकाश्रम के पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गौरीगंज के दयालापुर आज सुबह धर्मसभा को संबोधित किया।संबोधन के दौरान शंकराचार्य ने सनातन धर्म को सबसे बड़ा धर्म बताया और कहा कि जब तक गौ हत्या बंद नहीं हो जाती तब तक वह राम मंदिर और रामलला के दर्शन करने से परहेज करेंगे।फिलहाल उन्होंने धर्म आस्था और संस्कृति पर अपने विचारों को धर्म सभा के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया।
दयालापुर में किया धर्मसभा को संबोधित
दरअसल अमेठी के गौरीगंज स्थित दयालापुर में वरिष्ठ समाजसेवी और ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ सदस्य राकेश तिवारी द्वारा अभिनंदन धर्म सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।इस धर्मसभा में शामिल होने के लिये बद्रिकाश्रम के पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद देर शाम कई संत महात्माओं के साथ अमेठी पहुँचे।धर्म सभा संबोधन के दौरान उन्होंने मंच से लोगों को धर्म आस्था और संस्कृति के विचारों को अपने जीवन में लागू करनें का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि धर्म ही जीवन का आध्यात्म है और जीवन में हमेशा धर्म आस्था और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए।
सूर्यास्त के बाद मौन व्रत रखते हैं शंकराचार्य
उत्तराखंड स्थित बद्रिकाश्रम के पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद वर्षो से सूर्यास्त के बाद मौन व्रत रहते है और सूर्योदय तक वे किसी से बात नहीं करते और रात भर ईश्वर की साधना में लीन रहते हैं।
धर्म प्राण देश है भारत
इस दौरान शंकराचार्य अविमुक्ततेश्ववरानंद ने कहा की भारत धर्म प्राण देश है और यहां पर बहुतायत रूप में सनातन को मानने वाले लोग हैं।सनातन को मानने वाले लोगों का जो धर्म है वह उन्हें सात्विकता की ओर बढ़ने की प्रेरणा देता जो व्यक्ति सात्विक हों जाता है और सर्वगुण से संपन्न हो जाता है। उसका अंतरण सुखी हो जाता है।
सुखी होने का सबसे सरल तरीका है सात्विक हो जाना लेकिन आज के युग में लोग संसाधनों से सुख प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं वे संसाधनों के पीछे भाग रहे हैंलेकिन उन्हें सुख नहीं मिल रहा है तो ऐसे में मैं अमेठी के साथ पूरे देश के लोगों से अपील करूंगा की सुख को प्राप्त करने के लिए सात्विक होना सबसे जरूरी है इसलिए सात्विक हों और अपने जीवन को सुखी बनाएं।
गौ हत्या बंद होने के बाद ही करेंगे राम मंदिर का दर्शन
पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का संकल्प है कि राम मंदिर का दर्शन वे तब तक नहीं करेंगे जब तक देश में गौ हत्या बंद नहीं होगी।अयोध्या में रामलला के दर्शन न करने के फैसले पर उन्होंने कहा कि जब हम अपने जीवन को दोहरी मापडंडों में जीने का प्रयास करते हैं तो वह जीवन का सम्मान नहीं रहता।
एक तरफ हम दर्शा रहे हैं कि हम बहुत बड़े राम भक्त हैं।हमने राम मंदिर का निर्माण कराया और एक तरफ गौ माता की रक्षा के लिए भगवान राम ने भी अवतरण लिया था. हम उसी पर रोक नहीं लग पा रहे।
Dec 20 2023, 19:04