संसद की सुरक्षा में चूक मामले में यूएपीए के तहत केस दर्ज, अब तक पकड़े गए 5 आरोपी, छठे की तलाशी जारी
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22 साल बाद एक बार फिर संसद को निशाने पर लिया गया। ठीक 22 साल बाद यानी 13 दिसंबर 2023 को संसद पर आतंकी हमले की बरसी वाले दिन लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा को ठेंगा दिखाते हुए दो लोग घुस आते हैं और लोकसभा को धुआं-धुआं कर देते हैं। ये सब होता है शीतकालीन सत्र के दौरान चल रही कार्रवाही के दौरान।बुधवार को संसद की सुरक्षा में चूक से जुड़े मामले को दिल्ली पुलिस ने यूएपीए की धारा के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।बताया जा रहा है कि आज गिरफ्तार किए गए आरोपियों की कोर्ट में पेशी होगी।
गृह मंत्रालय ने दिए जांच के आदेश
लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर, गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और विशेषज्ञ शामिल हैं।
देश के 6 अलग-अलग शहरों से हैं आरोपी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले देश के 6 अलग-अलग शहरों से हैं और इन्होंने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए बातचीत कर इस घटना को अंजाम देने की साजिश रची। जिसके लिए हरियाणा के गुरुग्राम में एक फ्लैट में एकत्र हुए। इन 6 लोगों में मनोरंजन डी और सागर शर्मा दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए और धुएं के केन खोल दिए, जिससे सांसदों में दहशत फैल गई। वहीं उनके दो साथी नीलम और अमोल शिंदे ने ससंद भवन के बाहर केन से रंगीन धुआं छोड़ा और नारेबाजी की। सभी गुरुग्राम के सेक्टर-7 में विशाल शर्मा और उसकी पत्नी राखी के किराए के घर पर ठहरे हुए थे।वहीं, ललित झा नामक छठा आरोपी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
संसद की सुरक्षा में सेंध एक सुनियोजित घटना
पुलिस के मुताबिक संसद की सुरक्षा में सेंध एक सुनियोजित घटना थी पुलिस ने बताया कि 25 वर्षीय शिंदे महाराष्ट्र के लातूर जिले में स्थित अपने गांव से यह कहकर निकला था कि वह सेना भर्ती अभियान में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली जा रहा है। शिंदे ने हरियाणा की नीलम के साथ संसद के बाहर 'तानाशाही नहीं चलेगी', 'भारत माता की जय' और 'जय भीम, जय भारत' के नारे लगाए। पुलिस सूत्रों ने कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध एक सुनियोजित घटना थी, जिसे छह लोगों ने अंजाम दिया, ये सभी इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर एक-दूसरे के संपर्क में थे। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने कुछ दिन पहले योजना बनाई और बुधवार को संसद आने से पहले उन्होंने रेकी की। उन्होंने कहा, 'उनमें से पांच संसद में आने से पहले गुरुग्राम में विशाल के आवास पर रुके थे। योजना के अनुसार, सभी छह लोग संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल दो को पास मिले।
क्या हुआ था संसद में
बुधवार दोपहर में दो आरोपी मनोरंजन डी और सागर शर्मा लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए और उन्होंने कलर स्मॉग का इस्तेमाल किया, जिससे सांसदों में के बीच अफतरातफरी मच गई। सांसदों ने आरोपियों को पकड़ा और उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद उन्हें सदन में मौजूद मार्शल के हवाले किया गया। दूसरी ओर उनके साथी नीलम और अमोल शिंदे ने संसद भवन के बाहर कलर स्मॉग का इस्तेमाल किया और नारेबाजी की। इसके बाद बाहर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ललित और विशाल शर्मा के रूप में दो अन्य आरोपी भी इस साजिश में शामिल थे। विशाल को हरियाणा के गुरुग्राम से हिरासत में लिया गया, जबकि ललित फिलहाल फरार है।
Dec 14 2023, 12:29