*छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवन गाथा कृतज्ञ राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है : डॉ राजेश्वर सिंह*
लखनऊ। 4 मंजिला रंगमंच, जगमगाती बेहद आकर्षक लाइटें, अद्भुत साज-सज्जा, अद्वितीय सजीव चित्रण, घोड़ों की टक-टकाहत, तलवारों की टकराहट, उम्दा संवाद और 300 से अधिक कलाकारों के अद्भुत अभिनय ने छात्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित महानाट्य 'जाणता राजा' को मानों जीवंत कर दिया। कार्यक्रम के दौरान जय भवानी और जय शिवाजी का उद्घोष सुनकर हर हृदय में जोश, उमंग और देशभक्ति की भावना उमड़ आई। इस अद्भुत मंचन ने 25 हज़ार से अधिक दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।
आपको बता दें कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा हिंदवी स्वराज के 350वें वर्ष पर लखनऊ में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित महानाट्य 'जाणता राजा' का मंचन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले इस महानाट्य के माध्यम से शिवाजी महाराज के जन्म से लेकर सिंहासन पर बैठने तक की कहानी को बखूबी दर्शाया जाता है, बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे लिखित व 300 कलाकारों और 100 तकनीशियनों की मदद से होने वाला नाटक ‘जाणता राजा’ का मंचन इतना अद्भुत है कि इसे देखने के बाद भूल पाना लगभग असंभव प्रतीत होता है।
सोमवार को सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह भी इस ऐतिहासिक महानाट्य का मंचन में सहभागिता कर भावविभोर हो गए। डॉ राजेश्वर सिंह न केवल स्वयं इस महानाट्य का मंचन करने पहुंचे बल्कि अपनी विधानसभा के युवाओं और आम जनता को भी इस महानाट्य के मंचन को देखने हेतु आमंत्रित किया और सरोजनीनगर के भी हजारों लोगों ने भी बहुत ही उत्साह से विधायक के साथ इस महानाट्य के मंचन में सहभागिता की। विधायक राजेश्वर सिंह का यह अद्भुत कार्य दर्शाता है कि वह हमारी संस्कृति और गौरवशाली इतिहास के प्रति कितने सजग है और जन - जन किस प्रकार इससे जोड़ना चाहते हैं।
मंचन की शुरुआत विधायक डॉ राजेश्वर सिंह, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना,आयोजक आशीष गौतम द्वारा दीप प्रज्वलित कर व गीत मंडली द्वारा लावणी और देवी स्तुति के साथ हुई। शिवाजी महाराज के शौर्य, सुशासन तथा उनके सम्पूर्ण जीवन पर आधारित यह मंचन देख कर डॉ. राजेश्वर सिंह ने सभी कलाकारों की सराहना की और दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष और महानाट्य 'जाणता राजा' के संचालक डॉक्टर आशीष गौतम को इसके लिए बधाई दी।
विधायक ने बताया कि आयोजक आशीष गौतम इस महानाट्य के माध्यम से जो राष्ट्रीय चेतना जागृत कर रहे यह सबसे महत्वपूर्ण है, युवाओं को अपना इतिहास जानना पड़ेगा, युवाओं को छत्रपति शिवाजी की शैली से सीख लेनी पड़ेगी कि उन्होंने कैसे 16 वर्ष की उम्र से ही मुगलों से लड़ना शुरू किया, आतंकियों से लड़े, कैसे उन्होंने विश्व की चौथी सबसे बड़ी नेवी की स्थापना की, कैसे जमींदारी सिस्टम यहां से खत्म किया कैसे उन्होंने किसान के लिए काम किया और आज प्रधान का शासन लागू किया और हिंदवी स्वराज की स्थापना की।
डॉ राजेश्वर सिंह ने आगे कहा कि मैं आभारी हूं जाणता राजा के लेखक और महान इतिहासकार बाबा पुरंदरे का, संस्था का और कलाकारों का जो हमारी स्वर्णिम ऐतिहासिक धरोहर का 1300 से ज्यादा बार मंचन कर चुके हैं, परम प्रतापी योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन करता हूं। शिवाजी महाराज का सुशासन ही था कि उन्होंने हिंदू अस्मिता को सुरक्षित कर हिन्दवी स्वराज की स्थापना की, मंदिरों के विध्वंस और धर्मांतरण को रोका, नारी शक्ति के सम्मान को सर्वोपरि रखा।
ये शिवाजी जी की वीरता और सोच का ही प्रभाव था कि अनेकों वीर मराठा पेशवाओं ने 18 वीं शताब्दी तक आते आते एक तिहाई भारत पर मराठा साम्राज्य और हिन्दवी स्वराज स्थापित कर लिया, यहां तक कि मुगलों के हाथ से दिल्ली का लाल किला छीन कर उसपर भी भगवा लहराया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, मंत्री वित्त एवं संसदीय कार्य सुरेश खन्ना, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, आयोजक आशीष गौतम तथा हजारों की संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।
Oct 31 2023, 08:57