एशियन गेम्स में भारतीय हॉकी टीम ने जीता गोल्ड मेडल, फाइनल में जापान को दी मात
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हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने जापान को 5-1 से हराते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया। यही नहीं, उसने पेरिस ओलिंपिक 2024 का कोटा भी हासिल कर लिया है। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने हॉकी में नौ साल बाद इन खेलों में स्वर्ण हासिल किया है। पिछली बार एशियाई खेलों में भारत ने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण जीता था।
हांगझोउ में टीम इंडिया ने मुकाबला 5-1 से जरूर जीता लेकिन उसे खाता खोलने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। पहले क्वार्टर में कोई भी गोल नहीं हो सका, जबकि दूसरा क्वार्टर भी ऐसा ही जाता दिख रहा था। दूसरे क्वार्टर के अंत में पूर्व भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने गोल दागकर खाता खोला। फिर तो भारत के लिए गोल की बहार आ गई।
भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह (32वें और 59वें मिनट), अभिषेक (48वें मिनट), अमित रोहिदास (36वें) और मनप्रीत सिंह (25वें) ने गोल किए। जापान के लिए एकमात्र गोल एस तनाका ने 51वें मिनट में दागा। पहले क्वॉर्टर में दोनों टीमों ने रक्षात्मक खेल दिखाया। भारत को 15वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन अमित रोहिदास की फ्लिक सीधे जापान के गोलकीपर के सामने गई। दूसरे क्वॉर्टर में भारतीयों ने लगातार हमले बोले जिसका फायदा तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला लेकिन इस बार भी रोहिदास निशाना चूक गए। भारत का खाता 25वें मिनट में मनप्रीत ने खोला। ललित उपाध्याय सर्कल के भीतर गेंद लेकर गए और नीलाकांता शर्मा को सौंपी जिन्होंने सर्कल पर खड़े मनप्रीत को गेंद थमाई और उन्होंने सटीक निशाना साधकर गेंद गोल के भीतर डाल दी।मैदानी अंपायर ने उछाल के कारण गोल अमान्य करार दिया लेकिन भारत ने वीडियो रेफरल लिया और फैसला भारतीय टीम के पक्ष में रहा। भारत ने तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल दागे। हरमनप्रीत ने 32वें मिनट में और रोहिदास ने चार मिनट बाद ये गोल किये। चौथे क्वार्टर में अभिषेक ने तीसरे मिनट में और हूटर से एक मिनट पहले हरमनप्रीत ने गोल करके भारत की शानदार जीत तय कर दी।
हाल ही में कोच बने क्रेग फुल्टन के नेतृत्व में भारत ने 3 महीने में दूसरी बड़ी सफलता हासिल की है। इससे पहले भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इस बार एशियन गेम्स का गोल्ड जीतने के साथ ही भारत ने एशियाई हॉकी पर पूरी तरह से अपना दबदबा हासिल कर लिया। एशियन गेम्स का गोल्ड इसलिए भी अहम है क्योंकि इसने सीधे ओलिंपिक का टिकट दिया है। पिछले बार भारत को क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट खेलना पड़ा था लेकिन अब उसकी जरूरत नहीं होगी।
बता दें कि पिछली बार एशियाई खेलों में भारत ने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण जीता था।वहीं, 2023 और 2014 से पहले 1966 और 1998 के एशियाई खेलों में भी भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्वर्ण अपने नाम किया था। चार स्वर्ण के अलावा टीम इंडिया ने 1958, 1962, 1970, 1974, 1978, 1982, 1990, 1994, 2002 एशियाई खेलों में रजत जीता था, जबकि 1986, 2010 और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पर कब्जा जमाया था।
Oct 07 2023, 15:52