/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz एशियन गेम्स 2023: बांग्लादेश को रौंदकर फाइनल में भारत, अब गोल्ड मेडल के लिए उतरेगी भारतीय क्रिकेट टीम India
एशियन गेम्स 2023: बांग्लादेश को रौंदकर फाइनल में भारत, अब गोल्ड मेडल के लिए उतरेगी भारतीय क्रिकेट टीम

#india_in_final_thrashed_bangladesh

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम एशियन गेम्स के फाइनल में पहुंच गई है। भारतीय क्रिकेट टीम ने चीन में खेले जा रहे एशियन गेम्स में बांग्लादेश को नौ विकेट से हरा फाइनल में जगह बना ली है। इसी के साथ टीम इंडिया ने अपना मेडल भी पक्का कर लिया है। फाइनल में भारत का सामना अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मैच के विजेता से होगा।

96 रन पर सिमट गई बांग्लादेश की टीम

इस मैच में भारतीय कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही और 18 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिर गया। इसके बाद बांग्लादेश की टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती रही और 96 रन पर सिमट गई। बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा नाबाद 24 रन जाकिर अली ने बनाए। परवेज हुसन ने 23 रन का योगदान दिया। इन दोनों के अलावा सिर्फ राकिबुल हसन (14 रन) ही दहाई का आंकड़ा पार कर पाए। बांग्लादेश के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। दो बल्लेबाज तो अपना खाता भी नहीं खोल पाए। पांच बल्लेबाज सात से एक रन के स्कोर के बीच आउट हुए। भारत के लिए रवि साई किशोर ने तीन विकेट लिए। वॉशिंगटन सुंदर को दो विकेट मिले। अर्शदीप सिंह, तिलक वर्मा, रवि बिश्नोई और शाहबाज अहमद को एक-एक विकेट मिले।

भारत की शुरुआत बेहद खराब रही

97 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। पिछले मैच में शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल खाता खोले बिना आउट हो गए। हालांकि, इसके बाद तिलक वर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ ने ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाए। चौथे ओवर में ही भारत का स्कोर 50 रन पहुंच गया। नौवें ओवर में तिलक ने अपना अर्धशतक पूरा किया और टीम इंडिया जीत की दहलीज पर पहुंच चुकी थी। भारत ने एक विकेट खोकर 9.2 ओवर में 97 रन बना लिए और मैच अपने नाम किया। तिलक वर्मा 26 गेंद में 55 और ऋतुराज गायकवाड़ 26 गेंद में 40 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह भारत ने 9.2 ओवरों में एक विकेट के नुकसान के साथ मैच जीत लिया।

अब गोल्ड मेडल के लिए होगा मुकाबला 

भारत ने बांग्लादेश को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में जगह बना ली है। अब टीम इंडिया शनिवार को गोल्ड मेडल के लिए मैच खेलेगी। एशियन गेम्स का दूसरा सेमीफाइनल मैच पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच होना है। इसे जीतने वाली टीम फाइनल में जगह बनाएगी।

MP में फिर हुआ शर्मनाक कृत्य! 9 वर्षीय मासूम के साथ 'जावेद' ने रातभर की दरिंदगी, रास्ते में छोड़कर हुआ फरार

 मध्य प्रदेश के खंडवा से फिर एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां एक 9 वर्षीय नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्से का माहौल है। कहा जा रहा है कि बच्ची के पिता की मौत हो चुकी है तथा मां मानसिक रूप से कमजोर है। जो भीख मांगकर अपना गुजारा करती है। कहा जा रहा है कि अपराधी ऑटो में बैठाकर बच्ची को अपने साथ ले गया। फिर रातभर उसके साथ गलत काम किया। और रास्ते में कहीं छोड़कर फरार हो गया। 

अपराधी की पहचान 40 वर्षीय जावेद के तौर पर हुई है। बच्ची ने प्रातः इस घटना की खबर पड़ोसी में रहने वाली महिला को दी। तुरंत ही वो बच्ची को लेकर थाने पहुंची तथा मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवाया तथा पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। इस मामले पर ओम्कारेश्वर थाने के TI बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि अपराधी के खिलाफ पॉस्को एक्ट के अतिरिक्त अनुसूचित जाति -जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत भी बलात्कार तथा गंभीर धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। इसकी विवेचना कि जा रही है। बच्ची के लिए जो भी शासकीय सहायता दी जानी है उसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। 

वही इस घटना की खबर प्राप्त होते ही लोगों में गुस्से का माहौल पैदा हो गया। बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद् के साथ ही अन्य हिन्दू संगठन भी थाने पहुंचे तथा अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने उज्जैन की घटना की भांति यहां भी आरोपी के घर को बुलडोजर से ध्वस्त करने की मांग कर थाना प्रभारी को ज्ञापन भी दिया। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है।

वर्ल्ड कप 2023 के ओपनिंग मैच में ही दिखाई Joe Root ने अपनी क्लास, ठोका तेज तर्रार अर्धशतक

 आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 का आगाज जो रूट ने धमाकेदार अंदाज में किया है। अहमदाबाद में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे ओपनिंग मैच में रूट का बल्ला जमकर बोल रहा है। बेहतर स्ट्राइक रेट और नए अंदाज में विश्व कप में उतरे इंग्लिश बल्लेबाज ने आतिशी बल्लेबाजी करते हुए अपना अर्धशतक पूरा कर लिया है।

डेविड मलान के प्रस्थान के बाद जो रूट ग्राउंड पर उतरा। रूट शुरुआत से ही लीया में नज़र आईं और उन्होंने फ़्रॉफ़्फ़ में अपना नामांकन खेला। एक छो छो r से kayrने के ray के rasauk r अपनी बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल बल रूट कीवी टीम के खिलाफ जा रहे वर्ल्ड कप 2023 के पहले मैच में अलग ही फॉर्म में दिख रहे हैं। एक या दो रन लेने से लेकर अधिकतर रूट तक की पत्रिका में डॉयल कर रहे हैं।

रूट का लाजवाब सिक्स

असली, टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करने इंग्लैंड की शुरुआत में कुछ खास नहीं रही। टीम ने अपने दोनों शेयरहोल्डर के विकेट गंवाए हैं। जॉनी बेयरस्टो 33 रन बाकी बचे बाकी, तो डेविड मलान के विकेट में सिर्फ 14 रन आये। हालांकि, नंबर तीन पर इंटरएक्टिव करने वाले जो रूट फर्स्ट बॉल से ही लय में नजर आ रहे हैं।

इंग्लैंड की पारी के 11वें ओवर में ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर जो रूट ने जोरदार रिवर्स स्कूप शॉट लगाते हुए छह रन बटोरे। बोल्ट के हाथ से निकली रफ्तार भरी गेंद को रूट ने बेहद आसानी के साथ विकेटकीपर के सिर के ऊपर से बाउंड्री लाइन के पार भेज दिया। रूट का अनोखा शॉट देख खुद ट्रेंट बोल्ट भी बेहद हैरान रह गए।

भारत आतंक के खिलाफ अपनाएगा ‘ऑफेंसिव-डिफेंसिव’ डॉक्ट्रिन! दिल्ली में होने वाली बैठक में जुटेंगे ATS प्रमुख

 पिछले कई वर्षों से देश में चल रहे आतंकवाद को भारत अब और सहने के मूड में नहीं है। आतंकवाद के मामले में अब तक डिफेंसिव अप्रोच रखते आए भारत ने अब अपनी नीति बदलकर ‘डिफेंसिव-ऑफेंसिव’ कर लिया है। इस संबंध में आज दिल्ली में आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए बड़ी बैठक होने जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस दो दिवसीय बैठक में देश भर के ATS चीफ के साथ मीटिंग करके दहशतगर्दी के दंश को हमेशा के लिए खत्म करने की रणनीति तैयार करेंगे।

2 दिनों तक चलेगी बैठक 

 सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में 5 और 6 अक्टूबर को हो रही इस बैठक में खालिस्तानी गतिविधियों, टेरर एक्टिविटी और गैंगस्टरो पर सख्त कार्रवाई के लिए रणनीति बनाई जाएगी. NIA की ‘एंटी टेरर कॉन्फ्रेंस 2023’ के नाम से हो रही इस बैठक में देश भर की पुलिस के ATS प्रमुख शामिल होंगे। इस बैठक में विदेशी धरती से खालिस्तानी-आतंकी और गैंगस्टर के गठजोड़ के खिलाफ कार्रवाई करने का भी प्लान तैयार किया जाएगा।

IB और रॉ चीफ भी होंगे शामिल 

मामले से वाकिफ अधिकारियों के अनुसार यह बैठक कितनी अहम रहने वाली है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि NIA, IB और रॉ के चीफ भी इस बैठक में शामिल होकर देश के सामने मौजूद सुरक्षा चुनौतियों की जानकारी देंगे। साथ ही उनसे निपटने के उपायों पर अपनी रणनीति पेश करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक इस बैठक में IB, NIA और ATS समेत विभिन्न एजेंसियों में टेरर एक्टिविटीज के इनपुट्स शेयर करने का मैकेनिज्म भी तैयार किया जाएगा।

आतंकी संगठनों में बढ़ रहा डर 

 बताते चलें कि विदेशी शह पर चलने वाले आतंकवाद को लेकर अब तक सॉफ्ट रहा भारत का मिजाज धीरे-धीरे बदलता जा रहा है। भारत अब न केवल देश में मौजूद आतंकवाद का सफलता के साथ सफाया कर रहा है बल्कि उसे शह दे रहे पाकिस्तान और कनाडा जैसे देशों को खरी-खरी सुनाकर घुटनों पर आने के लिए मजबूर कर रहा है। इसी बीच पाकिस्तान और कनाडा में छुपे आतंकियों की रहस्यमय हत्याओं को भी कुछ लोग भारत की बदलती रणनीति से जोड़ रहे हैं। हालांकि सरकार ने ऐसी घटनाओं में अपना हाथ होने से साफ तौर पर इनकार किया है।

अजित डोवल ने दिया था डॉक्ट्रिन 

 ऑफेंसिव- डिफेंसिव का डॉक्ट्रिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल का है. NSA बनने से पहले अजित डोवल ने एक कार्यक्रम में इस डॉक्ट्रिन के बारे में विस्तार से बात की थी। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद को लेकर भारत की नीति फिलहाल डिफेंसिव है यानी कोई भी हमला होने पर वह डिफेंस करने में जुट जाता है लेकिन एक वक्त आएगा जब भारत को डिफेंसिव-ऑफेंसिव होना पड़ेगा। यानी उसे अपनी रक्षा करने के साथ ही आतंकवाद पर जवाबी पलटवार भी करना होगा।

सात फेरों के बिना हिन्दू विवाह अवैध..', इलाहबाद हाई कोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला, पढ़िए, डिटेल में खबर

 एक हालिया फैसले में, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विशिष्ट हिंदू विवाह समारोहों, विशेष रूप से 'सप्तपदी' के महत्व पर जोर दिया और कहा कि हिंदू विवाह उनके बिना अवैध है। अदालत का फैसला उस मामले के जवाब में आया जहां एक व्यक्ति ने अपनी अलग रह रही पत्नी पर पहली शादी को कानूनी तौर पर खत्म किए बिना दूसरी शादी करने का आरोप लगाया था। जस्टिस संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली अदालत ने स्पष्ट किया कि विवाह के संदर्भ में "अनुष्ठान" का अर्थ उचित अनुष्ठानों के साथ और स्थापित रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह का जश्न मनाना है। इन आवश्यक समारोहों के बिना, विवाह को कानून के तहत वैध नहीं माना जा सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार, अदालत ने हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 7 का हवाला दिया, जो हिंदू विवाह को किसी भी पक्ष के पारंपरिक संस्कारों और समारोहों के अनुसार आयोजित करने की अनुमति देता है। इन रीति-रिवाजों में 'सप्तपदी' शामिल है, जहां दूल्हा और दुल्हन संयुक्त रूप से पवित्र अग्नि के चारों ओर सात फेरे लेते हैं, जो उनके मिलन का प्रतीक है। विवाह को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है। मौजूदा मामले में, अदालत ने पाया कि कथित दूसरी शादी में 'सप्तपदी' समारोह किए जाने का कोई सबूत नहीं था। इसलिए, अदालत ने फैसला सुनाया कि दूसरी शादी के आरोप निराधार थे।

नतीजतन, अदालत ने पत्नी स्मृति सिंह के खिलाफ कार्यवाही को खारिज कर दिया और 21 अप्रैल, 2022 को जारी समन आदेश को रद्द कर दिया। अदालत ने कहा कि शिकायत में सहायक साक्ष्य का अभाव है, खासकर 'सप्तपदी' समारोह के संबंध में। कुछ संदर्भ प्रदान करने के लिए, स्मृति सिंह ने शुरुआत में 2017 में सत्यम सिंह से शादी की थी। हालांकि, तनावपूर्ण रिश्ते के कारण, उन्होंने अपना ससुराल छोड़ दिया और दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद, सत्यम ने उस पर द्विविवाह का आरोप लगाया और आरोप लगाया कि उसने उससे कानूनी रूप से विवाहित होते हुए भी दूसरी शादी कर ली है।

सत्यम के आरोपों की जांच में उन्हें झूठा पाया गया, और 20 सितंबर, 2021 को स्मृति के खिलाफ एक शिकायत मामला दर्ज किया गया। मिर्ज़ापुर में मजिस्ट्रेट ने 21 अप्रैल, 2022 को स्मृति को तलब किया, जिससे उन्हें सम्मन और पूरे मामले को इलाहाबाद के समक्ष चुनौती देने के लिए प्रेरित किया गया। उच्च न्यायालय। उसके कानूनी वकील ने तर्क दिया कि शिकायत उस एफआईआर के जवाब में एक प्रतिशोधात्मक कार्रवाई थी जो उसने पहले सत्यम के परिवार के सदस्यों के खिलाफ दायर की थी।

संक्षेप में, अदालत का फैसला किसी विवाह को कानूनी रूप से वैध मानने के लिए आवश्यक हिंदू विवाह समारोहों का पालन करने के महत्व को रेखांकित करता है। अदालत ने पाया कि 'सप्तपदी' समारोह की अनुपस्थिति ने दूसरी शादी के आरोपों को निराधार बना दिया, जिसके कारण स्मृति सिंह के खिलाफ मामला खारिज कर दिया गया।

कनाडा को भारत की दो टूक, 41 डिप्‍लोमैट को वापस बुलाने के लिए 10 अक्टूबर तक का दिया समय

#canada_should_recall_its_41_diplomats_foreign_ministry_bluntly_india_gave_ultimatum

भारत सरकार ने कनाडा से अपने राजनयिकों की संख्या सीमित करने की अपील दोहराया है।भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति में समानता सुनिश्चित करने के मुद्दे पर कनाडा के साथ चर्चा कर रहा है।भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारा फोकस भारत में कनाडा के डिप्‍लोमैट को कम करने पर है। भारत में इनकी संख्‍या बहुत ज्‍यादा हो चुकी है और ये लगातार भारत के आतंरिक मामलों में हस्‍तक्षेप कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने भारत में कनाडा की राजनयिक उपस्थिति में समानता की मांग की है। इस संबंध में चर्चा जारी है। उन्होंने आगे कहा कि भारत का प्राथमिक ध्यान दो चीजों पर है, पहला कनाडा में ऐसा माहौल होना, जहां भारतीय राजनयिक ठीक से काम कर सकें और दूसरा कूटनीतिक ताकत के मामले में समानता हासिल कर सकें। 

दो हफ्ते पहले, नई दिल्ली ने ओटावा से भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करने के लिए कहा था। जून में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव में आ गया था।भारत ने आरोपों को बेतुका और प्रेरित कहकर खारिज कर दिया और इस मामले के लेकर ओटावा के एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था।

6 अक्टूबर को चुनाव आयोग की बड़ी बैठक, जल्द हो सकता है पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान

पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा से पहले, चुनाव आयोग ने लोकतांत्रिक अभ्यास के सुचारू संचालन के लिए रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए कल यानि शुक्रवार (6 अक्टूबर) को अपने पर्यवेक्षकों की एक बैठक बुलाई है। चुनाव आयोग की पुलिस, सामान्य और व्यय पर्यवेक्षकों की दिन भर चलने वाली बैठक का उद्देश्य रणनीति को सुव्यवस्थित करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आदर्श संहिता प्रभावी ढंग से लागू हो और धन और बाहुबल समान अवसर को बाधित न करें।

आयोग अब तक राजस्थान, मिजोरम, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव तैयारियों का जायजा ले चुका है। यह गुरुवार को तेलंगाना की अपनी यात्रा का समापन कर रहा है। पोल पैनल अगले कुछ दिनों में पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा कर सकता है। नवंबर-दिसंबर में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। मिजोरम की विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। पूर्वोत्तर राज्य में मिज़ो नेशनल फ्रंट सत्ता में है।  

बता दें कि, तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है। तेलंगाना में जहां भारत राष्ट्र समिति (BRS) का शासन है, वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं।

कुवैत में जेल से रिहा कराई गईं 34 भारतीय नर्सें, भारतीय दूतावास और मंत्री मुरलीधरन का प्रयास सफल

कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा है कि कुवैत अधिकारियों ने बुधवार को 34 भारतीय नर्सों और चिकित्सा कर्मचारियों को रिहा कर दिया, जिन्हें 12 सितंबर को हिरासत में लिया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, भारतीय नागरिकों को कथित तौर पर वैध दस्तावेज नहीं होने के कारण हिरासत में लिया गया था। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर, कुवैत में भारतीय दूतावास ने उनकी रिहाई के बारे में साझा करते हुए कहा कि, 'दूतावास को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 12 सितंबर को अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए गए 34 भारतीय नर्सों/चिकित्सा कर्मचारियों को सभी संबंधित अधिकारियों के साथ दूतावास के हस्तक्षेप के आधार पर आज रिहा कर दिया गया है।'

कुवैत में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी कर रहे थे। भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट में आगे कहा कि, "दूतावास कुवैत में भारतीय नागरिकों को उनके कल्याण और सुरक्षा के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।" विदेश राज्य मंत्री, वी मुरलीधरन, जो व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी कर रहे थे, ने भी विकास के बारे में पोस्ट किया और विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा और भलाई के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

उन्होंने कहा कि, 'नर्सों/मेडिकल स्टाफ की रिहाई सुनिश्चित करने में उनके लगातार प्रयासों के लिए की सराहना करता हूं। जब विदेश में भारतीयों की सुरक्षा और भलाई की बात आती है तो सरकार कोई कसर नहीं छोड़ती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज विदेशों में भारतीय सुरक्षित महसूस कर सकते हैं।'

संजय सिंह को कोर्ट ने 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा, शराब घोटाले मामले में कल हुई थी गिरफ्तारी

#aap_mp_sanjay_singh_to_ed_custody_till_october_10

दिल्ली शराब घोटाला केस में गिरफ्तार हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ईडी ने आज यानी गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया, जहां संजय सिंह को 5 दिनों की ईडी रिमांड यानी हिरासत में भेज दिया गया। संजय सिंह और ईडी की दलीलों को सुनने के बाद राउद एवेन्यू कोर्ट ने फैसला दिया कि संजय सिंह 10 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में रहेंगे। ईडी अब 10 अक्टूबर को संजय सिंह को 2 बजे कोर्ट में पेश करेगी।बुधवार को ईडी के अधिकारियों ने संजय सिंह को गिरफ्तार किया था। 

संजय सिंह ने राउज एवेन्यू कोर्ट परिसर में विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल के समक्ष पेश किए जाने के दौरान पत्रकारों से कहा कि यह मोदी जी का अन्याय है। वह चुनाव हार जाएंगे। वह चुनाव हार रहे हैं।राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किया गया अन्याय है। उनकी पार्टी अगला लोकसभा चुनाव हारने जा रही है। 

इससे पहले जज ने ईडी से पूछा कि जब लेन-देन की जानकारी काफी समय से थी तो पहले गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? ईडी के वकील ने कहा कि बयान अभी कुछ समय पहले दर्ज किए गए। जज एम के नागपाल ने पूछा कि कितने पैसों का लेन-देन था।ईडी ने बताया कि तकरीबन 2 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ. संजय सिंह के आवास पर पैसा दिया गया। उनके कर्मचारी सर्वेश मिश्रा को दिए गए। दिनेश अरोड़ा ने पैसों के पहुंचने की बात फोन पर की तो इन्होंने उसकी तस्दीक भी की। 

वहीं, संजय सिंह की ओर से वकील मोहित माथुर ने पैरवी की।संजय सिंह के वकील मोहित माथुर ने कहा कि ये सिलसिला कभी नहीं रुकने वाला है। संजय सिंह के वकील ने कहा जब जांच एजेंसी के मन में आता है तो किसी को पकड़ने के लिए पुराने बयानों को निकाल कर ले आते हैं।सुनवाई के दौरान संजय सिंह के वकील मोहित माथुर ने कोर्ट में कहा कि संजय सिंह को किस बेसिस पर अरेस्ट किया गया है, यह बताया जाए।

नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार, जानें क्यों चुने गए

#nobel_prize_in_literature_2023_norwegian_writer_jon_fosse

साहित्‍य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्‍कार 2023 का ऐलान हो गया है। गुरुवार को स्टॉकहोम में स्वीडिश अकादमी ने घोषणा करते हुए बताया कि साहित्य का नोबेल पुरस्कार नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे को दिया जाएगा।उन्हें यह पुरस्कार अपने अभिनव लेखन में लगातार समाज की आवाज उठाने के लिए मिला है। जॉन फॉसे एक लेखक और नाटककार हैं।

नोबेल पुरस्कार के आधिकारिक पेज के मुताबिक नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन फॉसे को एक नाटककार के रूप में सफलता 1999 में उनके नाटक ‘नोकोन केजेम टिल आ कोमे’ के बनने के साथ मिली। वह आज दुनिया में सबसे अधिक प्रदर्शन किए जाने वाले नाटककारों में से एक हैं। उनके कलेक्शन में नाटक, उपन्यास, कविता, निबंध, बच्चों की किताबें और अनुवाद शामिल हैं।

ऐसा कहा जाता है कि फॉसे उन्‍हें आवाज देते हैं, जिन्‍हें व्‍यक्‍त नहीं किया जा सकता। उनके नाटकों में काफी इनोवेशन होता है, जिसे काफी पसंद भी किया जाता है। यही वजह है कि इस अवॉर्ड के लिए इस साल उन्‍हें चुना गया है।

2022 में इन्हें मिला था साहित्य का नोबेल

पिछले साल यानी 2022 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रेंच लेखिका एनी अर्नो को दिया गया था। एनी का जन्म एक सितंबर 1940 को हुआ था। वे एक फ्रांसीसी लेखक और साहित्य की प्रोफेसर हैं। उनका साहित्यिक कार्य ज्यादातर आत्मकथात्मक, समाजशास्त्र पर आधारित होता है।नोबेल समिति ने कहा था कि अर्नो (82) को यह सम्मान साहस और लाक्षणिक तीक्ष्णता के साथ व्यक्तिगत स्मृति के अंतस, व्यवस्थाओं और सामूहिक बाधाओं को उजागर करने वाली उनकी लेखनी के लिए दिया गया।

विजेताओं को मिलेगी कितनी धनराशि?

स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत के तहत नोबेल पुरस्कारों में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख डॉलर) का नकद पुरस्कार दिया जाता है। दिसंबर में आयोजित पुरस्कार समारोह में विजेताओं को 18 कैरेट का स्वर्ण पदक और डिप्लोमा भी प्रदान किया जाएगा। साल 2023 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा सोमवार से ही शुरू हुई।इसी कड़ी में मंगलवार को फिजिक्‍स के क्षेत्र में, बुधवार को केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) और गुरुवार को लिटरेचर (साहित्य) के क्षेत्र में इन अवॉर्ड्स की घोषणा की गई। आने वाले दिनों में नोबेल शांति पुरुस्‍कार और अर्थशास्‍त्र के क्षेत्र में पुरस्‍कारों का ऐलान भी होगा।