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आईआईटी बॉम्बे में वेज टेबल पर नॉनवेज खाने पर बवाल, छात्र पर लगाया 10,000 का जुर्माना

#iitbombayfinedrs10000fromstudentstoeatnonveginmess

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आईआईटी बॉम्बे में एक छात्र पर मेस के नियमों का उल्लंघन करने के लिए 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। दरअसल, यहां पर मेस में खाने की जगह अलग-अलग होने के विरोध में तीन छात्रों ने शाकाहारी भोजन के लिए निर्धारित स्थान पर नॉन वेज खाना खाया है।आईआईटी बॉम्बे में मेस काउंसिल की ओर से निर्धारित "केवल शाकाहारी" टेबलों के खिलाफ कुछ छात्रों ने मौन विरोध प्रदर्शन किया था।इसके कुछ ही दिनों बाद संस्थान ने उनमें से एक पर 10,000 रुपये का भारी जुर्माना लगाया।

छात्र मेस में वेज और नॉनवेज खाने की टेबल अलग किए जाने का विरोध कर रहा था। गुरुवार को उसने विरोध में अन्य लोगों के साथ मिलकर शाकाहारी भोजन के लिए निर्धारित स्थान पर मांसाहारी भोजन किया, जिसके बाद मेस काउंसिल ने छात्र पर सख्ती दिखाते हुए फाइन लगाया। छात्रावास 12 के एक छात्र पर जुर्माना लगाया गया है, वहीं दो अन्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की जाएगी। काउंसिल ने बताया कि छात्रों की पहचान की जा रही है। एक बार उनकी पहचान हो जाने के बाद उन पर एक्शन लिया जाएगा।

वेज टेबल पर नॉन वेज खाने पर विवाद

आईआईटी बॉम्बे के हॉस्टल 12, 13 और 14 का संयुक्त मेस है। इस मेस में काउंसिल की तरफ से 6 टेबल वेज खाना खाने वाले छात्रों के लिए रखा जाता है। इसे जैन मेन्यू के आधार पर तैयार किया गया है। 28 सितंबर को अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्किल के छात्रों ने इस टेबल पर कब्जा कर लिया और वेज टेबल अलग रखने का विरोध करने लगे।छात्रों की मांग थी कि वेज टेबल रखने से मुस्लिम, दलित और आदिवासी स्टूडेंट्स को अलग किया जा रहा है। इस बात की जानकारी मेस कमेटी को हुई तो छात्रों के खिलाफ एक्शन लिया गया। इन छात्रों के खिलाफ हुए एक्शन का विरोध किया जा रहा है।

खाप पंचायत से की तुलना

परिसर में छात्रों के समूह आंबेडकर पेरियार फूले स्टडी सर्कल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में छात्रावास प्रशासन की कार्रवाई की तुलना 'आधुनिक समय में छुआछूत बनाए रखने के लिए काम करने वाली खाप पंचायत' से की है।

जानबूझकर मेस के नियमों का किया उल्लंघन

वहीं, काउंसिल ने छात्रों के अनियंत्रित व्यवहार और मेस नियमों के उल्लंघन को लेकर रविवार को कार्रवाई करने को लेकर बैठक आयोजित की थी। इसमें वार्डन सहित चार प्रोफेसरों और तीन छात्र प्रतिनिधि शामिल रहे। काउंसिल ने कहा कि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह पाया गया कि उक्त छात्रों ने 28 सितंबर को रात्रिभोज के दौरान जानबूझकर मेस के नियमों का उल्लंघन किया है।काउंसिल ने बैठक के दौरान कहा कि मेस के भीतर शांति और सद्भाव को बाधित करने का एक पूर्व-निर्धारित प्रयास था। छात्रों ने एसोसिएट डीन द्वारा दी गई सलाह की अवहेलना की।

अक्षय कुमार-पंकज त्रिपाठी की OMG 2 ओटीटी पर रिलीज को तैयार, जानें कब और कहां होगी स्ट्रीम

अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी की फिल्म ओएमजी 2 ओटीटी पर रिलीज की तैयारी कर रही है। थिएटर्स में दस्तक देने के लगभग दो महीने बाद फिल्म अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होने जा रही है यानी जिन्होंने फिल्म अब तक नहीं देखी है, वो अब घर बैठे फिल्म का लुत्फ उठा सकते हैं

ओएमजी 2, सनी देओल की ब्लॉकबस्टर फिल्म गदर 2 के साथ 11 अगस्त को रिलीज हुई थी। दोनों ही फिल्म के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। एक मसाला एंटरटेनर थी, तो दूसरी सोशल मैसेज के साथ सोचने पर मजबूर करने वाली फिल्म थी।

फिल्म की हुई तारीफ

हालांकि, बॉक्स ऑफिस पर बाजी गदर 2 ने मारी, लेकिन ओएमजी 2 भी पीछे नहीं रही। फिल्म को क्रिटिक्स और ऑडियंस दोनों से प्यार मिला। ओएमजी 2 ने ठीक- ठाक बिजनेस किया और अपने अलग कॉन्सेप्ट के लिए तारीफ बटोरी। हफ्तों के इंतजार के बाद अब ओएमजी 2 ओटीटी पर रिलीज होने जा रही है।

कब और कहां होगी स्ट्रीम

ओएमजी 2 के प्लेटफार्म और रिलीज डेट की बात करें तो अक्षय कुमार की ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम की जाएगी। फिल्म को लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्म ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट की है। अपडेट के अनुसार, ओएमजी 2 कुछ दिनों बाद 8 अक्टूबर को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी।

आएमजी 2 का बिजनेस

ओएमजी 2 के बिजनेस की बात करें तो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ने अच्छा बिजनेस किया था। फिल्म की लागत कम थी ऐसे में ओएमजी 2 के लिए प्रॉफिट कमाने में ज्यादा मुश्किल नहीं हुई। गदर 2 जैसी बड़ी फिल्म के साथ मुकाबला होने के बावजूद ओएमजी 2 , 100 करोड़ क्लब में एंट्री पाने में कामयाब रही। बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म रिलीज के बाद एक महीने तक थिएटर्स में टिकी रही। इसके साथ ही ओएमजी 2 ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर लगभग 150 करोड़ का नेट बिजनेस किया।

'इस्लामिक स्टेट के निशाने पर राम मंदिर..', दिल्ली से धराए आतंकी शाहनवाज़ का कबूलनामा, नेताओं ने पहले ही कर दी थी भविष्यवाणी !

कई दशकों की कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में श्री राम मंदिर का पक्ष में फैसला सुनाया था, इसके बाद से ही यह मंदिर आतंकियों के निशाने पर है। इस्लामिक स्टेट (ISIS), अल कायदा जैसे संगठन तो मंदिर पर हमला कर वहां वापस मस्जिद बनाने की धमकी तक दे चुके हैं। इसी बीच सोमवार (3 अक्टूबर) को दिल्ली में पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पूछताछ के दौरान हैरान करने वाला खुलासा किया है। कड़ी पूछताछ के दौरान आतंकियों ने कबूला है कि उनके निशाने पर देश के कई बड़े नेताओं के साथ कुछ महत्वपूर्ण मंदिर भी थे। सबसे अधिक चौंकाने वाली बात है कि, आतंकियों के निशाने पर अयोध्या का राम मंदिर और मुंबई का छाबड़ा हाउस भी था। पूछताछ में तीनों आतंकियों शाहनवाज, रिजवान और अरशद ने यह बात कबूली है।

इस्लामिक स्टेट (ISIS) आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। इस दौरान पुलिस को आतंकियों के मुंह से कई बड़े राज उगलवाने में सफलता प्राप्त हुई है। आतंकी शाहनवाज उर्फ सैफी, अरशद और रिजवान ने बताया है कि देश की कई लोकप्रिय जगहें उनके निशाने पर थीं। इस दौरान उनका निशाना अयोध्या का राम मंदिर, मुंबई का छाबड़ा हाउस और देश के कई वरिष्ठ नेता भी थे, जो अधिकतर हिंदूवादी थे। आतंकी अपनी साजिश को अंजाम देते, इससे पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकियों को अरेस्ट कर लिया गया है।

यही नहीं, दिल्ली से पड़के गए दोनों आतंकियों के ठिकानों से पुलिस को कई संदिग्ध चीजें बरामद हुईं हैं। इनमें हथियार के साथ, हथियार बनाने वाले सामान भी मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों आतंकियों के ठिकाने से पुलिस को IED बनाने का सामान मिला है और इसके साथ ही पिस्टल भी मिली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीनों का 26/11 से भी बड़ा हमला करने की तैयारी थी। ये तीनों आतंकी काफी पढ़े-लिखे हैं। झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला शहनवाज माइनिंग इंजीनियरिंग कर चुका है।

माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने की वजह से शाहनवाज को विस्फोट का सामान बनाने का तरीका आता था। इस दौरान आतंकियों ने यह भी बताया कि धमाके की प्रैक्टिस के लिए उन्होंने पुणे के जंगलों का इस्तेमाल किया था। शाहनवाज के साथ-साथ पकड़े गए दोनों आतंकी रिजवान और अरशद भी काफी पढ़े-लिखे हैं। रिजवान कंप्यूटर साइंस से बीटेक कर चुका है और अरशद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पढ़ा है।

एक रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, बॉर्डर पार बैठे विदेशी हैंडलर शाहनवाज और दूसरे आतंकियों से ऐसा बम ब्लास्ट कराना चाहते थे, जिससे अधिक से अधिक लोगों की जान जा सके। ये आतंकी जंगल में इसकी टेस्टिंग का वीडियो बनाकर शाहनवाज और उसके साथ पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को भेजते थे। वहां से उनको PDF के माध्यम से दिशा-निर्देश मिलते थे। PDF में यह बताया जाता था कि, बम में कौन सा केमिकल मिलाकर उसकी मारक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका लगातार लोगों को जिहाद के लिए तैयार करने के लिए कहते थे। इनको विदेशी फंडिंग तो मिलती ही थी, साथ ही ये आतंकी चोरी-लूट को अंजाम देकर अपना माल-ए-गनीमत भी बढ़ा रहे थे। NIA ने इन आतंकियों पर 3-3 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।

आतंकियों के निशाने पर राम मंदिर और राजनेताओं की भविष्यवाणी

बता दें कि, बीते कई दिनों से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नेता यह आरोप लगा रहे हैं कि, भाजपा राम मंदिर पर हमला करा सकती है। गोधरा जैसा ट्रेन अग्निकांड करवा सकती है। शिवसेना (UBT) के उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि, ''राम मंदिर के उद्घाटन समारोह पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में देशभर से भीड़ जुटेगी, उनके वापस लौटने के वक्त गोधरा ट्रेन अग्निकांड जैसी घटना हो सकती है।'' वहीं, उनकी ही पार्टी के संजय राउत कह चुके हैं कि, 2024 का चुनाव जीतने के लिए भाजपा गोधरा जैसा ट्रेन अग्निकांड करवा सकती है। बता दें कि, गोधरा में मुस्लिम भीड़ ने साबरमती ट्रेन में आग लगा दी थी, जिसमे अयोध्या से आ रहे 59 श्रद्धालु जिन्दा जल गए थे, जिसमे महिलाएं-बच्चे भी शामिल थे।

वहीं, कांग्रेस पार्टी के नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री बीआर पाटिल तो यहाँ तक कह चुके हैं कि, 'भाजपा राम मंदिर पर बमबारी करवाएगी और उसका दोष मुसलमानों पर डाल देगी, ताकि उसे चुनाव में फायदा मिले।' हालाँकि, कांग्रेस शुरू से ही राम मंदिर के विरोध में रही है, लेकिन पार्टी नेता का बयान शाहनवाज़ जैसे आतंकियों को 'ताकत' और 'क्लीन चिट' देने वाला है। आतंकी निश्चिन्त हैं और अपनी नापाक साजिश रचने में लगे हुए हैं, वे भी खबरें देखते ही होंगे, उन्हें पता है कि, यदि वे हमला करते भी हैं, तो भारत में ऐसे नेता बैठे हैं, जो इसका दोष सीधे भारत सरकार पर डाल देंगे और वे बच जाएंगे। ठीक ऐसा ही 26/11 मुंबई आतंकी हमले के दौरान भी हुआ था, जब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने '26/11 हमला- RSS की साजिश' नाम से किताब लॉन्च कर दी थी, वास्तव में हमला करने वाले आतंकी और साजिश रचने वाला पाकिस्तान बिलकुल पाक-साफ़ साबित हो गए थे। लेकिन, मुंबई में खून की नदियाँ बहाने वाले 10 आतंकियों में से एक अजमल कसाब को मुंबई पुलिस के कर्मी तुकाराम ओम्ब्ले ने 20 से अधिक गोलियां खाकर भी जिन्दा दबोच लिया था। इसी अजमल कसाब ने बाद में कबूला कि उसे पाकिस्तान ने 'हूरों' की लालच देकर 'जिहाद' करने के लिए भेजा था। अगर आतंकी कसाब न पकड़ा जाता, तो पूरी दुनिया 26/11 हमले को 'हिन्दू आतंकवाद' के नाम से जानती, क्योंकि किताब तो जांच से पहले ही छप चुकी थी, अब निशाने पर अयोध्या है, सतर्क रहिए।

जातिगत जनगणना पर पीएम मोदी का विपक्ष को जवाब, बोले-मेरे लिए तो गरीब ही सबसे बड़ी आबादी

#pmmodiattack_congress

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो राज्यों के दौरे पर हैं। पीएम मोदी आज पहले छत्तीसगढ़ के जगदलपुर पहुंचे।जहां उन्होंने शासकीय कार्यक्रम में 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।लोकार्पण व शिलान्यास के कार्यक्रम के साथ ही जगदलपुर में पीएम मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनता को सौगात की बधाई देते हुए कहा कि बस्तर में तैयार हुआ स्टील सेना को सशक्त बनाएगी। मंच से बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत का सपना तब सिद्ध होगा जब हर प्रदेश, हर जिला, हर गांव विकसित हो। विकसित भारत के लिए फिजिकल, डिजिटल और सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर भी भविष्य की जरूरतों के अनुरूप होना चाहिए। यही वजह है कि हमारी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्चे को बढ़ाकर इस साल 10 लाख करोड़ कर दिया है।

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में भाजपा की परिवर्तन महासंकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, अगर छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने कुछ दिया है तो केवल घोटालेबाज की सरकार दी है। कांग्रेस ने झूठा प्रचार किया। छत्तीसगढ़ में अपराध का बोलबाला बढ़ रहा है। इसलिए छत्तीसगढ़ बदलाव की बात कह रहा है।

सीएम या किसी भी मंत्री के ना पहुंचने पर कसा तंज

लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का कोई भी मंत्री, मुख्यमंत्री और ना ही उप मुख्यमंत्री पहुंचे। इस बात पर पीएम मोदी ने जगदलपुर के लालबाग में आयोजित परिवर्तन महासंकल्प रैली को संबोधित करते हुए बघेल सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ का एक मंत्री नहीं आया, सीएम नहीं आया, डिप्टी सीएम नहीं आया। ये आपका भला ताहते हैं तो कार्यक्रम में बैठना चाहिए की नहीं। सरकार बचान में लगे हुए हैं। अगर मोदी के सामने जाना है तो कोई भ्रष्टाचारी आंख नहीं मिला सकता है, इसलिए वो आने से डरते हैं।

मेरे लिए तो गरीब ही सबसे बड़ी आबादी

बीजेपी और केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का बखान और विपक्ष पर हमले के साथ ही अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने जाति जनगणना पर बड़ा दांव चला। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, उसमें भी मुसलमानों का है। अब कांग्रेस कह रही है आबादी तय करेगी कि पहला हक किसका होगा। क्या अब अल्पसंख्यकों का हक कांग्रेस गप करना चाहती है। मेरे लिए तो गरीब ही सबसे बड़ी आबादी है। पीएम मोदी ने कहा कि कल से कांग्रेस ने एक अलग राग अलापना शुरू कर दिया है। कांग्रेसी कहते हैं कि जितनी आबादी, उतना हक। मैं कहता हूं इस देश में अगर सबसे बड़ी कोई आबादी है तो वह गरीब है इसलिए गरीब क्लायण ही मेरा मकसद है।

न्यूज क्लिक के दफ्तरों और पत्रकारों के घर छापे, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस- मोबाइल जब्त, यूएपीए के तहत केस दर्ज

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डिजिटल न्यूज वेबसाइट न्यूज क्लिक और उससे जुड़े कुछ पत्रकारों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस दर्ज करते हुए मंगलवार तड़के उनके घरों पर छापेमारी की।दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद सहित 30 जगहों पर छापेमारी की गई। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की 30 से ज्यादा टीमें मंगलवार तड़के एक साथ अलग-अलग लोकेशंस के लिए निकलीं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूज क्लिक के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन को जब्त कर डंप डाटा रिकवर किया है।ये पूरा मामला विदेशी फंडिंग से जुड़ा हुआ है।

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशन पर रेड की है। पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है। इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश और परंजॉय गुहा ठाकुरता शामिल हैं। एंकर अभिसार शर्मा ने सुबह 8 बजे ही ट्वीट कर बताया था कि दिल्ली पुलिस की टीम उनके घर पहुंची और उनका लैपटॉप और फोन लेकर चली गई। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसीज की सर्विलांस चल रही थी।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस मामले में जिन पत्रकारों के घर छापेमारी की गई, उनमें औनिंद्यो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा, सोहेल हाशमी, भाषा सिंह, प्रबीर पुरकायस्थ और उर्मिलेश शामिल हैं। इन पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए धन स्वीकार करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रेड के दौरान लैपटॉप, कंप्यूटर, हार्डडिस्क और मोबाइल जब्त किए गए हैं।

5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था। वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत समेत दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग करते हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ यूएपीए के सेक्शन 153(a) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 120(b) (आपराधिक षड्यंत्र में भागीदारी) समेत कई अन्य सेक्शन के तहत एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

क्यूज क्लिक के ठिकानों पर छापेमारी के बीच सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पर भी पुलिस पहुंची। तीस्ता न्यूजक्लिक वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखती रही हैं। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस केस से तीस्ता के कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा है। तीस्ता को गुजरात दंगों से जुड़े एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जमानत दी थी। उन्हें पिछले साल 25 जून को गिरफ्तार किया गया था

महाराष्ट्रः नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में नहीं रूक रहा मौत का सिलसिला, 36 घंटे में 31 मरीजों ने तोड़ा दम

#more_patients_die_at_maharashtra_hospital_31_deaths

महाराष्ट्र में नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में मरीजों की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। अस्पताल में पिछले 48 घंटों में मृतकों की संख्या 24 से बढ़कर 31 पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में जिन 7 मरीजों की मौत हुई है उसमें 4 नवजात शिशु भी शामिल हैं।यह मामला नांदेड़ के शंकरराव चव्हाण शासकीय वैद्यकीय अस्पताल का है।

कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स (ट्विटर) पर दावा करते हुए लिखा, ‘मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। क्योंकि कल से अस्पताल में सात और मरीजों की मौत हो गई है। कल से सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दुर्भाग्यवश 7 और मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में 4 बच्चे भी शामिल हैं। राज्य सरकार को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए।’

वहीं, मौतों के बाद मरीजों के परिजनों का गुस्सा अस्पताल प्रशासन पर फूट पड़ा। परिजनों ने जमकर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि दवाइयों और डॉक्टरों की किल्लत से मरीजों का इलाज समय पर नहीं हुआ।

वहीं, इस मामले में मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने कहा है कि इस क्षेत्र का यह सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। 70 से 80 किलोमीटर दूर से लोग यहां इलाज के लिए आते हैं। कई बार दूसरे अस्पतालों से रेफर होकर भी मरीज यहां आते है। जो लोग भर्ती हुए थे उनमें 12 बच्चे शामिल हैं, इनमें 6 लड़के और 6 लड़कियां हैं। वहींअन्य वयस्क लोगों की अलग-अलग वजहों से मौतें हुई हैं।मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने कहा कि अस्पताल आए हर मरीजों की उचित देखभाल की जाती है। अस्पताल की जितनी क्षमता है, उस हिसाब से यहां काफी संख्या में मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। ऐसा कहना कि मरीजों के इलाज में कोई लापरवाही हुई है, वह उचित नहीं है।

अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि जिन 31 लोगों की मौत हुई है, उनमें कुछ पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। जिन 12 वयस्क मरीजों की मौत हुई है, उनमें चार को हार्ट से जुड़ी बीमारियां थीं। एक शख्स ने जहर खाया था। वहीं दो गैस्ट्रो और दो गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे। एक महिला मरीज प्रेग्नेंसी संबंधी जटिलओां से जूझ रही थी। वहीं, तीन अन्य लोग अलग-अलग दुर्घटनाओं में जख्मी हुए थे।

कनाडा के खिलाफ भारत की बड़ा एक्शन, ट्रूडो सरकार से 40 राजनयिकों को वापस बुलाने को कहा

#indiatellscanadatowithdrawdozensofdiplomaticstaff

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडा के बेबुनियाद आरोपों के बाद भारत सरकार सख्त बनी हुई है।इसी बीच के खिलाफ अब भारत ने बड़ा पलटवार किया है। भारत ने कनाडा से कहा है कि वह अपने 40 राजनयिकों को 10 अक्‍टूबर तक वापस बुला ले।भारत ने यह भी कहा है कि अगर कनाडा ऐसा नहीं करता है तो इन राजनयिकों को भारत में राजनयिक छूट भी नहीं मिलेगी।

 ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने अभी तक इस ताजा घटना के बारे में एक बयान जारी नहीं किया है। अखबार के मुताबिक कनाडा के भारत में 62 राजनयिक हैं और भारत ने कहा था कि इसमें से कुल 41 लोगों को कम किया जाना चाहिए।बता दें कि भारत सरकार ने कनाडा पर इस एक्शन को लेकर पहले ही संकेत दिए थे। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत में कनाडा के ज्यादा राजनयिक तैनात हैं और उनकी संख्या कम किए जाने की जरूरत है।

कनाडा के खिलाफ भारत का तीसरा एक्शन

कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दावे के बाद कनाडा के खिलाफ भारत सरकार का यह तीसरा एक्शन है। भारत सरकार ने सबसे पहले कनाडा के एक खुफिया अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया था। इसके बाद भारत सरकार ने कनाडा के नागरिकों की भारत में एंट्री पर रोक लगाते हुए वीजा सेवाओं को बंद कर दिया था। इसके साथ ही भारत सरकार ने कनाडा में रहने वाले और वहां यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की थी।

क्या कहा था ट्रूडो ने

बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में आरोप लगाए थे कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है। इसके बाद से नई दिल्ली और ओटावा के बीच राजनयिक संबंध अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। भारत में नामित आतंकवादी निज्जर की 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर पार्किंग की जगह पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बहरहाल भारत ने कनाडा के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे बेतुका और प्रेरित बताया है। भारत सरकार ने कहा है कि कनाडा ने निज्जर की हत्या के दावे के समर्थन में अभी तक कोई सार्वजनिक सबूत उपलब्ध नहीं कराया है।

पीएम मोदी का आज छत्तीसगढ़ और तेलंगाना दौरा, दोनों राज्यों पर होगी करोड़ों के सौगात की बौछार

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इस साल के आखिरी में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक ही है। बीजेपी की ओर से खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कमान संभाल रखीहै। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आजछत्तीसगढ़ और तेलंगाना का दौरा करेंगे और इस दौरान वह करोड़ों रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ)से मिली जानकारी के मुताबिक ‘‘प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ में 26,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की अनेक विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।इसके अलावा तेलंगाना के निजामाबाद में 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

पीएमओ के मुताबिक पीएम मोदी लगभग 11 बजे जगदलपुर पहुंचेंगे और छत्तीसगढ़ में 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसमें बस्तर जिले के नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड के इस्पात संयंत्र का लोकार्पण भी शामिल है। यह संयंत्र 23,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ है। यह ग्रीनफील्ड परियोजना का संयंत्र है, जहां उच्च गुणवत्ता वाला इस्पात निर्मित होगा।

पीएमओ के मुताबिक नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड का इस्पात प्लांट हजारों लोगों को रोजगार के अवसर देगा तथा इलाके के सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी लाकर यह प्लांट बस्तर को दुनिया के इस्पात मानचित्र में दर्ज करेगा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री कुछ रेल परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे। प्रधानमंत्री अंतागढ़ व तारोकी के बीच नई रेल लाइन और जगदलपुर और दंतेवाड़ा के बीच डबल रेल लाइन परियोजना का लोकार्पण करेंगे। वे बोरीडांड - सूरजपुर रेल लाइन को दो-तरफा बनाने की परियोजना तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जगदलपुर स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे और तारोकी-रायपुर डेमू रेल सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

बिलासपुर के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री तेलंगाना के निजामाबाद पहुंचेंगे, जहां वे बिजली, रेल व स्वास्थ्य जैसे महत्त्वपूर्ण सेक्टरों की लगभग 8000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री एनटीपीसी की तेलंगाना सुपर थर्मल पॉवर परियोजना के पहले 800 मेगावॉट संयंत्र के चरण-एक का लोकार्पण करेंगे। पीएमओ ने कहा, इसके जरिये तेलंगाना को सस्ती बिजली मिलेगी और राज्य के आर्थिक विकास में तेजी आयेगी। यह देश में पर्यावरण हित के सभी मानदंडों को पूरा करने वाले बिजली स्टेशनों में शामिल हो जायेगा।

चीनी सेना की हर हरकत पर होगी भारत की पैनी नजर, लद्दाख से अरुणाचल तक एलएसी पर बनेंगी नई चौकियां

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भारत-चीन सीमा पूरी तरह से निर्धारित नहीं है। ऐसे में अक्सर सीमा पर चीन की बढ़ती गतिविधियों और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अतिक्रमण की खबरें आती रहती हैं। ऐसे में भारत सरकार लगातार अपनी सीमाओं को मजबूत करने में जुटी हुई है। एक तरफ सीमाओं पर वायुसेना और थल सेना को मजबूत करने के लिए 150 से ज्यादा और हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर 'प्रचंड' खरीदने की तैयारी चल रही है। इसी कड़ी में अब मोदी सरकार लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की चौकियों पर निगरानी और जानकारी जुटाने के लिए खुफिया अधिकारियों की एक अडिशनल टीम तैनात करने की तैयारी में है।

एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि केंद्र सरकार ने चौकियों की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसे बॉर्डर इंटेलिजेंस पोस्ट (बीआईपी) के नाम से जाना जाएगा। सीमा पर बढ़ती चीनी गतिविधियों और चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सीमा उल्लंघन को देखते हुए यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि प्रत्येक बीआईपी की सुरक्षा खुफिया ब्यूरो के चार-पांच अधिकारी करेंगे और उनकी सुरक्षा आईटीबीपी के जवान करेंगे। बीआईपी में तैनात किए जाने वाले कर्मी सीमा पार की गतिविधियों पर नजर रखेंगे और उच्च अधिकारियों और सरकार के साथ अपडेट साझा करेंगे। 

इस प्रोजेक्ट की शुरुआत मागो से होगी। यह अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के चुना सेक्टर में चीन की सीमा के करीब पहला गांव है। इस गांव में 2020 में ही एक ऑल-टेरेन मोटर रोड बनाई गई थी। यानी यह सड़क हर मौसम में खुली रहती है।

भारत-चीन सीमा पर फिलहाल 180 चौकियां हैं

भारत और चीन करीब 3,500 किलोमीटर लंबी सीमा शेयर करते हैं। इसे एलएसी कहते हैं। ये सीमा 3 सेक्टरों में बंटी हुई है। पश्चिमी सेक्टर यानी लद्दाख जो 1,597 किलोमीटर लंबी है। मध्य सेक्टर यानी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जो 545 किलोमीटर लंबी है। पूर्वी सेक्टर यानी सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जो 1,346 किलोमीटर लंबी है। भारत-चीन सीमा पर आईटीबीपी की लगभग 180 सीमा चौकियां हैं। 45 और नई चौकियां बनाए जाने की मंजूरी कुछ समय पहले ही दी गई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने फरवरी में 7 नई बटालियन और बॉर्डर बेस बनाने की मंजूरी दी थी, जिससे आईटीबीपी फोर्स में 9400 कर्मियों की बढ़ोतरी हुई है। इन 7 में से 4 तैनाती के लिए तैयार हैं। बाकी 3 बटालियन को 2025 तक तैयार कर लिया जाएगा।

दोनों देशों के बीच लगातार विवाद जारी

भारत-चीन सीमा पूरी तरह से निर्धारित नहीं है, इसलिए दोनों पक्षों की वास्तविक नियंत्रण रेखा के बारे में अलग-अलग धारणाएं हैं। चीनी सैनिक अक्सर विवादित क्षेत्रों में घुसपैठ करते रहते हैं। भारतीय सेना और पीएलए के बीच जून 2020 से लद्दाख में गतिरोध जारी है। जून 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में पीएलए के साथ झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। पिछले साल नौ दिसंबर को पीएलए सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के यांगस्टे में सीमा का उल्लंघन किया था, जिसके कारण दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई और दोनों पक्षों के सैनिक घायल हुए।

दिल्ली से गिरफ्तार शाहनवाज समेत तीनों आतंकियों की कुंडली, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कहा- पैन इंडिया मॉड्यूल का हुआ भंडाफोड़

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज आतंकियों के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। स्पेशल सेल ने शहनवाज नाम के तीन लाख के इनामी समेत तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है।इन तीनों का आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के साथ कथित संबंध हैं।ये तीनों का देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए ब्लास्ट के मामले में शामिल रहे हैं।दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन तीनों की गिफ्तारी से आईएसआईएस के पैन इंडिया मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है।

तीन आतंकियों की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा, स्पेशल सेल लंबे समय से इंडियन मुजाहिदीन और ईएसआईएस सरगना पर नजर रख रही है। इसके परिणाम स्वरूप ऐसे कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। वहीं एजेंसी को यह भी पता चला कि गिरोह ने कोल्हापुर, सांगली और सतारा में स्थानों का दौरा किया था।

इन तीनों आरोपियों में से एक था मोहम्मद शहनवाज, जिसे सोमवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। शहनवाज के दोनों साथियों के नाम मोहम्मद रिजवान अशरफ और मोहम्मद अरशद वारसी है। मोहम्मद रिजवान अशरफ पेशे से मौलाना है। पुलिस के मुताबिक मोहम्मद रिजवान अशरफ को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। मोहम्मद अरशद वारसी को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया है। आज सुबह इन तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनकी 7 दिन की पुलिस रिमांड ले ली गई है। पुलिस के मुताबिक, जब इन लोगों के ठिकाने पर रेड हुई तो शहनवाज के ठिकाने से काफी तादाद में बम बनाने का सामान बरामद हुआ, जिसमें अलग–अलग तरह के कैमिकल , आयरन पाइप, टाइमिंग डिवाइस और पिस्टल शामिल है।

तीनों आतंकी अच्छे पढ़े लिखे 

शाहनवाज पेशे से इंजीनियर है। वह पुणे के आईएसआईएस से जुड़े एक केस में शामिल हैं। पुणे पुलिस की कस्टडी से फरार होने के बाद से दिल्ली में छिपकर रह रहा था। पुलिस ने बताया कि शाहनवाज झारखंड के हजारीबाग का रहने वाला है। उसने माइनिंग इंजीनियरिंग की है। उसे ब्लास्ट करने की जानकारी है। उसकी पत्नी जन्म से हिंदू है लेकिन शादी से पहले उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया था। वह अभी फरार है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मोहम्मद अरशद वारसी को यूपी के मुरादाबाद से गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि मोहम्मद अरशद वारसी भी झारखंड का ही रहने वाला है। उसने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की है। अरशद फिलहाल जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहा है। अरशद लगातार आईएसआईएस के हैंडलर के संपर्क में था। वह उनके साथ रेगुलर रिपोर्ट शेयर कर रहा था।

मोहम्मद रिजवान अशरफ ने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। रिजवान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया। रिजवान ने मौलवी के रूप में भी ट्रेनिंग ली है।

बम बनाने में हैं माहिर

पुलिस के मुताबिक इनके पास से बम बनाने के लिटरेचर भी बरामद हुए हैं जो पाकिस्तान में बैठे इनके आकाओं ने इन्हें भेजे हुए थे।इन लोगों को कैसे बम बनाते हैं उसके तरीकों के बारे में बखूबी पता था। इनके पास से लिटरेचर भी बरामद किया गया है, जिसमें बम बनाने से लेकर कैसे उसे एसेम्बल करना है, कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मौत हो उस बारे में पूरी जानकारी है। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने जंगलों के अंदर कई तरह के बम एक्सपेरिमेंट भी किए थेय़। हर एक्सपेरिमेंट के बाद ये लोग आगे अपने आकाओं को जानकारी देते थे और फिर इनको बताया जाता था कि बम की पोटेंसी बढ़ने के लिए इनको आगे क्या करना होगा। ये लोग इंटरनेट के माध्यम से अलग-अलग तरीके से पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे।