*अधिवक्ता आजाद और चिकित्सक के हत्या में लापरवाही मामले में कोतवाल हुए निलंबित,हत्यारोपियों के घरों पर चला बाबा का बुलडोजर*
रिपोर्ट:लालजी
सुल्तानपुर में घनश्याम तिवारी हत्याकांड मामले में जिला प्रशासन ने कार्यवाही शुरू कर दी है। नगर कोतवाल को राम अशीष उपाध्याय को अधिवक्ता आजाद अहमद और Dr घनश्याम तिवारी की हत्या में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड करने के साथ साथ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही मुख्य आरोपी अजय नारायण पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया है। वहीं पीड़ित परिवार द्वारा आरोपियों के खिलाफ एक अन्य तहरीर भी जिला प्रशासन को सौंपी गई है। जिसमें अजय नारायण के पिता जगदीश नारायण सिंह,उनके चाचा एवं पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह,चचेरे भाई एवं मौजूदा भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह, विजय नारायण सिंह सहित कई अज्ञात लोगों को आरोपी बताया गया था। इसी आधार इन लोगों का नाम मुकदमें में शामिल कर अजय नारायण सिंह के पिता जगदीश नारायण सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब हो कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी अजय नारायण सिंह नगर के नारायणपुर का रहने वाला है। लिहाजा उसके और उसके परिवारवालों द्वारा कब्जा की जमीन और अवैध निर्माण को चिन्हित किया गया जहां तीन अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चला कर उसे कब्जा मुक्त करवा दिया गया। जिलाधिकारी सुल्तानपुर की माने तो इसकी कीमत करीब 4 करोड़ रुपए है। वहीं एसडीएम और सीओ की टीम के नेतृत्व में नारायणपुर सहित आस पास के क्षेत्र में इनके द्वारा अवैध कब्जों को चिन्हित किया जा रहा है। इसके साथ ही जिस जमीन को लेकर विवाद हुआ था उस जमीन पर राजस्व और पुलिस टीम भेज कर उसका चिन्हांकन किया गया, साथ ही Dr घनश्याम तिवारी के परिवार वालों को कब्जा दिला दिया गया है।
जिलाधिकारी जसजीत कौर की माने तो पीड़ित परिवार की आर्थिक सहायता, नौकरी सहित तमाम मांगों के लिए शासन को पत्र भेज दिया गया है। वहीं कार्यों में लापरवाही एवं शिथिलता बरतने पर नगर कोतवाल राम अशीष उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है।
Sep 26 2023, 13:57