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आस्था: आईए जानते है झारखंड के कुछ ऐसे धार्मिक स्थल जहां होती है हर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी...


झारखंड:-भारत 64 करोड़ देवी-देवताओं की भूमि है ,जो अपने प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। भारत में कई राज्यों में कुछ ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो आज भी रहस्मयी है। आज हम आपको झारखंड के कुछ रहसमयी मंदिरों के बारे में बताएंगे जहा भक्तों की होती हर मनोकामनाएं पूरी।

झारखंड तो ऐसे पर्यटन स्थल और मंदिरों के लिए चर्चा में रहा है।झारखंड में कई ऐसे रहस्यमय मंदिर जहा लोग पूजा कर मन्नत मांगते और उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती है| 

झारखंड के इन्हीं धार्मिक स्थल और इन्हीं मंदिरों में से कई ऐसे रहस्य में मंदिर है, जिनका इतिहास काफी पुराना है।

आज हम ऐसे ही झारखंड के कई रहस्यमयी और अदभूत मंदिरों के बारे में जानेंगे जिसकी चर्चा झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में होती है।

धर्म और रहस्य में दृष्टि से देखा जाए तो भारत में कई ऐसे मंदिर है, जिनमें कई राज छुपे है। ऐसे ही कुछ मंदिर झारखंड में भी स्थित है| जिनका पुराना इतिहास रहा है। जिसे जानकर आपको हैरानी होगी. तो चलिए जानते है, झारखंड के इन मंदिरों के बारे में..!

झारखण्ड का प्रसिद्ध मंदिर बैद्यनाथ मंदिर

झारखण्ड के 5 सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर में से एक बैद्यनाथ मंदिर है. भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है| ऐसा माना जाता है, कि यहाँ आने वाले हर भक्तों की मनोकामना भोलेनाथ पूरी करते है, यही कारन है की भक्तगण यहां के शिवलिंग को कामना-शिवलिंग भी कहते है| यह भारत के 12 शिव ज्योतिर्लिंग में से एक है।

आमतौर पर भारत के सभी मंदिरों पर मंदिरों के शीर्ष पर देखेंगे तो आपको त्रिशूल लगा दिखता है| लेकिन यहां के बैजनाथ परिसर के सभी मंदिरों पर त्रिशूल के बदले पंचशील लगे है|

हिंदू धर्म में पंचशील को सुरक्षा कवच भी कहा जाता है| ऐसा माना जाता है, कि इसी पंचशील के कारण आज तक मंदिर पर किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा का प्रभाव नहीं पड़ा है।

यहां के मंदिर में 72 फीट ऊंचे शिव मंदिर के अलावा 22 मंदिरों की स्थापन भी की गई है| हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि माता सती का ह्रदय इसी स्थान पर गिरा था. यह भारत का एकमात्र ऐसा स्थान है। जहां ज्योतिर्लिंग के साथ शक्तिपीठ भी है| यही कारण है, कि इस स्थान की महिमा और भी ज्यादा बढ़ जाती है| यहाँ हर वर्ष श्रद्धालु अपनी श्रद्धा दिखाने के लिए उमड़ पड़ते है। शायद इन्ही कारणों से इसे भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में एक भी कह सकते है.

श्रद्धा का केंद्र झारखण्ड का प्रसिद्ध माँ छिन्नमस्तिका मंदिर

रामगढ़ स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से 80 किलोमीटर दूर है| यह मंदिर अपने आप में कई संस्कृति और श्रद्धा को समेटे हुए है|  

मां छिन्नमस्तिका मंदिर को कामनाओं का मंदिर माना जाता है| ऐसा कहा जाता है, कि इस मंदिर का इतिहास 600 वर्ष पुराना है| यह मंदिर जितना अद्भुत है, उतना ही विस्मयकारी भी है| यहां बिना सिर वाली मां की पूजा होती है| इनके अगल बगल में डाकिनी और शकिणी खड़ी है। जिन्हें वे अपना रक्त पान करा रही है। और स्वयं भी रक्तदान कर रही है| उनकी प्रतिमा में देखें तो इनके कटे हुए सर से तीन रक्त की धाराएं निकल रही है।

इतना ही नहीं इनके मंदिर के सामने बली स्थान भी है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यहां हर दिन 150-200 बकरों की बलि चढ़ती है| सबसे अद्भुत बात यह है की, बलि चढ़ने के स्थान पर एक भी मक्खी देखने को नहीं मिलती है| यह एक ऐसा चमत्कार है जिसे जानकर लोग हैरान हो जाते है।

ऐसा कहा जाता है, मां छिन्नमस्तिका मंदिर महाभारत के काल से भी ज्यादा पुरानी है।और यह मंदिर भी झारखंड पांच प्रमुख मंदिरों में शामिल है।

झारखंड के प्रमुख मंदिर देवड़ी मंदिर के बारे में जानकारी

झारखंड के धार्मिक स्थल में से प्रमुख देवड़ी मंदिर भी है, यह मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की आस्था इस मंदिर पर काफी हद तक है| वे जब भी अपने पिछले समय में क्रिकेट खेलने जाते थे, या क्रिकेट खेल कर आते थे, तब वह इस मंदिर में दर्शन करने अवश्य ही आते थे. धोनी के इस मंदिर में बार बार दर्शन करने आने के कारण इस मंदिर को काफी प्रसिद्धि मिली है। वर्ष 2011 में संपन्न हुए वर्ल्ड कप जीतने के बाद महेंद्र सिंह धोनी सबसे पहले देवड़ी मंदिर के दर्शन करने आए थे

इस मंदिर के निर्माण को लेकर यह कहा जाता है, कि मंदिर का निर्माण युद्ध से हार कर लौटते समय केरा नाम के एक मुंडा राजा ने करवाई थी ऐसा कहा जाता है| कि केरा नाम के उस मुंडा राजा ने जब इस मंदिर का निर्माण करवाया तब उसे अपना खोया हुआ राज्य वापस मिल गया था. भारत के अन्य दूसरे मंदिरों की तुलना में देवड़ी मंदिर की अलग ही विशेषता और खासियत है। 

इस मंदिर की पूजा आदिवासी पुजारियों के द्वारा किया जाता है| इस मंदिर की प्रतिमा की सबसे विचित्र बात यह है| कि अन्य मंदिरों में मां दुर्गा के 8 भुजा वाले मूर्ति देखने को मिलती है।लेकिन इस मंदिर में 16 भुजाओं वाली माता का मूर्ति है| इस मूर्ति की ऊंचाई साढ़े तीन फीट की है।

राष्ट्रीय ध्वज फ़हराया जाने वाला रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर

रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर समुंद्र तल से 2140 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. पहाड़ी मंदिर को पहले फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, भारत के स्वतंत्रता के पहले इस मंदिर के क्षेत्र पर अंग्रेजों का अधिकार था. अंग्रेज इस स्थान पर स्वतंत्रता सेनानी को फांसी दिया करते थे, इसलिए इस पहाड़ी को फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की, यह भारत का पहला ऐसा मंदिर है, जहां भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए आपको 468 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती है| और जब आप इस मंदिर के ऊपर जाएंगे तो रांची का पूरा नजारा देख सकते है|

हजारो वर्ष पुराना मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखण्ड

मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखंड के लातेहार जिले में स्थित है. इस मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है| शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध इस मंदिर में देवियों की मूर्तियां है| ऐसा कहा जाता है, कि जब कोई भक्त इस मंदिर में आकर अपनी मन्नत मांगता है| और उसकी मन्नत पूरी हो जाती है| तो वह भक्त इस मंदिर के परिसर में पांच झंडे गाड़ता है| यह मंदिर हजारों और लाखों श्रद्धालुओं की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है| लेकिन इसकी मान्यता सभी मंदिरों से अलग है।यह देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां नवरात्र की पूजा 16 दिनों तक होती है।मां उग्रतारा के इस मंदिर की पूजा पद्धति कालिका मार्कण्डेय पुराण से ली गई है।

इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना भी है, इतिहास के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में टोरी राज्य के तत्कालीन शासक पीतांबर नाथ शाही ने अपने महल के परिसर में कराया था।

झारखण्ड के प्रसिद्ध मंदिरों में हर वर्ष लाखो श्रद्धालु आते है, इन मंदिरों में इतनी आस्था है की बाहरी राज्य के लोग भी अपनी मनोकामनाए लेकर आते है।

धनबाद गोधर मोड़ स्थित स्वस्तिक जेनरल स्टोर नामक दुकान के दीवार में सेंधमारी कर चोरों ने की हजारों रुपये की चोरी


धनबाद :धनबाद में चोरों के हौसले बुलंद हैं. जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात गोधर मोड़ स्थित स्वस्तिक जेनरल स्टोर नामक दुकान के पिछले हिस्से के दीवार में सेंधमारी कर चोरों ने गल्ला में रखे एक से डेढ़ हजार नगदी, हार्लिक्स, शैम्पू सहित अन्य समान(कुल मिलाकर नगदी समेत दस से बारह हजार रुपये) की चोरी कर ली. 

मामला केंदुआडीह थानाक्षेत्र का है. घटना के बारे में पीड़ित दुकानदार दीपू विश्वकर्मा ने बताया कि गुरुवार की रात नौ बजे दुकान बंद कर अपने घर गये. शुक्रवार की सुबह लोगों ने दुकान में सेंधमारी होने की जानकारी दिया. जिसके बाद दुकान पहुंच ताला खोल देखा तो पीछे के दीवार में लगभग एक से सवा फिट का हिस्सा सेंधमारी किया हुआ है व दुकान में समान अस्त व्यस्त है. गल्ला खुला हुआ है. जिसमें रखा लगभग एक से डेढ़ हजार रुपये गायब थे.

 छह माह पूर्व में भी दुकान में चोरी की घटना को चोरों ने अंजाम दिया था.

संकल्प यात्रा के दौरान बाबू लाल मरांडी साहिबगंज में किया गंगा स्नान,उसके बाद किया स्थानीय नर्मदेश्वर मंदिर में पूजा


साहिबगंज में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी शुक्रवार सुबह 9:00 बजे गंगा स्नान कर स्थानीय बिजली घाट में किए संकल्प यात्रा में पहुंचे. 

बाबूलाल मरांडी ने गंगा स्नान कर पूजा अर्चना स्थानीय नर्मदेश्वर मंदिर में की. मौके पर विधायक अनंत ओझा, रामानंद साह, चंद्रभान शर्मा, बालमुकुंद सहाय सहित दर्जनों भाजपा नेता उपस्थित थे.

गढ़वा के के एक स्कूल में मिला दो मुख वाला सांप,छात्रों एवं शिक्षकों में दहशत


गढ़वा : गढ़वा जिला के केतार प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय चेचरिया स्कूल में दो मुहा सांप निकलने से हड़कंप मच गया. 

शुक्रवार की सुबह विद्यालय के बच्चों के लिये खाना बनाने आई रसोईया एवं शिक्षक के द्वारा जब राशन निकालने के लिये अनाज गोदाम को खोला गया तो देखा गया कि चावल से भरे बोरे के बगल में ही दो मुहा सांप है. इसके बाद उक्त सांप को शिक्षकों एवं आसपास के ग्रामीणों की मदद से बड़ी मशक्कत से बाहर निकाला गया.

केंद्रीय विवि झारखंड (सीयूजे) के पीजी नामांकन का आज अंतिम दिन

रांची. केंद्रीय विवि झारखंड (सीयूजे) में सीयूइटी पीजी-2023 के माध्यम से शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए विभिन्न स्नातकोत्तर विषय में 851 सीटों पर नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 18 अगस्त है. 

विवि में एमटेक एनजी इंजीनियरिंग कंप्यूटर साइंस, नैनोटेक्नोलॉजी, जलसंसाधन इंजीनीयरिंग, परिवहन इंजीनियरिंग, एमएससी जीवन विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, भौतिकी, पर्यावरण विज्ञान, भू-सूचना विज्ञान, सांख्यिकी, एमए हिंदी, अंग्रेजी, वोकल म्यूजिक थियेटर, लोक प्रशासन, इंटरनेशनल रिलेशन में विशेषज्ञता के साथ राजनीतिक विज्ञान, सोशल वर्क, तिब्बती भाषा एवं संस्कृति, एंथ्रोपोलॉजी, मास कम्यूनिकेशन, भूगोल, एमकॉम, एमबीए और बीएड कोर्स संचालित हैं.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोल्हान प्रमंडल के चाईबासा में आज 10200 युवाओं को ऑफर लेटर सौंपेंगे

रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोल्हान प्रमंडल के चाईबासा में 18 अगस्त को 10200 युवाओं को ऑफर लेटर सौंपेंगे. श्रम विभाग द्वारा आयोजित कोल्हान प्रमंडलीय रोजगार मेला में वह ऑफर लेटर वितरण समारोह में शामिल होंगे. 

समारोह में मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, चंपई सोरेन, जोबा मांझी, बन्ना गुप्ता समेत कई विधायक भी शामिल होंगे. 

इस दौरान श्रम विभाग के नियोजनालयों में निबंधित बेरोजगारों और कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षित युवाओं को ऑफर लेटर दिया जायेगा.

अंतरिक्ष जगत में भारत अगले एक सप्ताह के अंदर रच सकता है इतिहास, सफलतापूर्वक लैंडर विक्रम प्रपल्शन मॉड्यूल से हुआ अलग, 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह

अंतरिक्ष जगत में भारत अगले एक सप्ताह के अंदर इतिहास रच सकता है। गुरुवार को लैंडर विक्रम प्रपल्शन मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलग हो गया। अब विक्रम लैंडर 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। यह लैंडिंग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर होगी, जिसके लिए लैंडर विक्रम ने अपना सफर शुरू कर दिया है।

चंद्रयान- 3 की सफल लैंडिंग से भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा और संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन की बराबरी में कतार में शामिल हो जाएगा। हालाँकि, किसी अन्य देश ने अभी तक चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव को नहीं छुआ है। ऐसा करने वाला भारत पहला देश होगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कहा कि गुरुवार दोपहर को चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को उसके लैंडर मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया, जिससे चंद्रमा पर भारत की यात्रा का आखिरी चरण शुरू हो गया है। 

इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, "चंद्रयान-3 मिशन: 'यात्रा के लिए धन्यवाद, दोस्त! लैंडर मॉड्यूल (LM) ने ये कहा। LM को प्रोपल्शन मॉड्यूल (PM) से सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया है, LM कल लगभग 1600 बजे, IST के लिए नियोजित डीबूस्टिंग पर थोड़ी निचली कक्षा में उतरने के लिए तैयार है। अब,भारत के पास के आसपास तीन हैं।"

प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद, अंतरिक्ष यान का लैंडिंग चरण शुरू होगा। इस चरण में अब 18 और 20 अगस्त को होने वाले डीऑर्बिटिंग के जरिए विक्रम लैंडर को 30 किलोमीटर वाले पेरील्यून और 100 किलोमीटर वाले एपोल्यून ऑर्बिट में डाला जाएगा। प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद विक्रम लैंडर गोलाकार ऑर्बिट में नहीं घूमेगा। वह 30 KM x 100KM की अंडाकार ऑर्बिट में चक्कर लगाने के लिए दो बार डीऑर्बिटिंग करेगा।

चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 का फॉलोअप मिशन है, जिसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने में एंड-टू-एंड क्षमता का प्रदर्शन करना है। लैंडिंग के बाद, रोवर लैंडर से बाहर निकलेगा और अगले 14 दिनों (एक चंद्र दिवस) के लिए चंद्र क्षेत्र का पता लगाएगा। अंतरिक्ष यान में एक लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन शामिल है, जिसे 100 किमी चंद्र कक्षा तक एक प्रोपल्शन मॉड्यूल द्वारा ले जाया जा रहा है।

रांची के सर्किट हाउस में लगी आग परिसर में मची अफरा तफरी

राजधानी रांची के कचहरी रोड स्थित सर्किट हाउस में अचानक आग लगने से परिसर में अफरा-तफरी मच गई। कड़ी मशक्कत के बाद आनन फानन में ठहरे हुए अतिथियों को बाहर निकाला गया।

सर्किट हाउस में आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। आग लगते ही कुछ कर्मचारियों ने आग बुझाने का प्रयास किया। आग लगने की सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।

आग की सूचना मिलने के बाद डीसी, टाउन सीओ, सिटी डीएसपी लालपुर थाना प्रभारी सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।

आग ग्राउंड फ्लोर के कमरा नंबर 112 में लगी। गेस्ट हाउस में डेकोरेशन का काम लकड़ी का किया गया है, इस वजह से आग काफी तेजी फैल गया। इस दौरान पूरे गेस्ट हाउस परिसर में धुआं भर गया था।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं

#vasundhara_raje_name_missing_from_bjp_election_committee_and_manifesto_committe_for_rajasthan

राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजस्थान बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर संकल्प पत्र और प्रबंधन समिति की घोषणा कर दी है। यह घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर हुई है। इसमें बड़ी बात यह है कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम शामिल नहीं किया गया है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति और संकल्प पत्र समिति की घोषणा की। इन दोनों समितियों में कुल 46 नेताओं को जगह दी गई। चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक पूर्व सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया को बनाया गया है। वहीं संकल्प पत्र समिति के संयोजन का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को दिया गया। 

प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह

प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव प्रबंधन समिति में 21 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 1 संयोजक, 6 सह संयोजक औऱ 14 सदस्य बनाए गए हैं। इसमें नारायण पंचारिया को संयोजक, पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, सांसद राज्यवर्द्धन राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व राज्य सूचना आयुक्त सीएम मीणा और कन्हैयालाल बैरवाल को सह संयोजक बनाया गया है।

प्रदेश संकल्प पत्र समिति में 25 नेताओं को किया शामिल

विधानसभा चुनाव के लिए तैयार होने वाले घोषणा पत्र के लिए बीजेपी ने प्रदेश संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) समिति का गठन किया है। इस कमेटी में 1 संयोजक, 7 सह संयोजक और 17 सदस्य बनाए गए हैं। इस कमेटी की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे। उन्हें संयोजक बनाया गया है।

वहीं, उनके साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अल्का सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मेहरिया, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभुलाल सैनी और पार्षद राखी राठौड़ को कमेटी में सह-संयोजक बनाया गया है।

क्या तीसरी कमेटी में मिलेगी जगह?

दोनों ही अहम समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं शामिल किया गया। प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल वसुंधरा के नाम को शामिल नहीं किए जाने पर अब सियासी हलकों में चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। वसुंधरा राजे की चुनाव में भूमिका के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। अभी कैंपेन कमेटी के संयोजक और उसके सदस्यों की घोषणा होना बाकी है।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वर्तमान में पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पिछले महीने ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की नई टीम में भी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया था। हालांकि तब भी चर्चाएं हो रही थी कि चुनावी साल में वसुंधरा को केंद्रीय टीम की बजाय प्रदेश में भूमिका क्यों नहीं दी जा रही?

ईडी सीएम हेमंत सोरेन को दूसरा समन जल्द भेज सकती है,समन के खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अदालत की शरण में जा सकते हैं

रांची. जमीन-खरीद बिक्री मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दूसरा समन जल्द ही जारी किया जा सकता है. 14 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर होने के बदले सीएम की ओर से कानूनी रास्ता अपनाने से संबंधित पत्र इडी को भेजा गया था.

इस पत्र के आलोक में इडी के वरीय अधिकारी विचार-विमर्श कर रहे हैं. इडी की ओर से सीएम को पूछताछ के लिए दूसरी बार जल्द ही समन जारी किये जाने की संभावना है.

इस बीच समन के खिलाफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अदालत की शरण में जा सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हाइकोर्ट अथवा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने को लेकर उच्चस्तर पर मंथन जारी है.