*उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए डीजीपी हुए सख्त*
लखनऊ । डीपीजी विजय कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में यूपी पुलिस द्वारा अपराध, अपराधियों एवं माफियाओं के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत वर्ष 2017 से लगातार कार्रवाई की जा रही है। उत्तर प्रदेश शासन के निदेर्शानुसार जघन्य अपराधों में लिप्त अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध वैज्ञानिक विधि से साक्ष्य संकलन एवं गुणवत्तापूर्ण विवेचनात्मक कार्रवाई करते हुए पुलिस एवं अभियोजन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से न्यायालय में प्रभावी पैरवी कराकर न्यूनतम समय में कठोर सजा दिलायी जा रही है ।
आॅपरेशन कन्विक्शन के नाम से नई कार्ययोजना शुरू करने के दिये निर्देश
इस पर और बल देते हुए मिशन मोड में कार्रवाई किये जाने के उद्देश्य से एक नई कार्ययोजना तैयार की गयी है जिसे आपरेशन कन्विक्शन का नाम दिया गया है। इस कार्ययोजना के अन्तर्गत पाक्सो एक्ट के समस्त अभियोगों के अतिरिक्त बलात्कार, हत्या, लूट, डकैती, धर्मपरिवर्तन, गौकशी के अपराध को सम्मिलित किया गया है। प्रत्येक कमिश्नरेट व जनपद पाक्सो एक्ट के समस्त अपराध के अतिरिक्त उपरोक्त श्रेणी के 20-20 अपराधों को चिन्हित करेगा। डीजीपी ने बताया कि चिन्हित अपराधों से सम्बन्धित अभियोगों में उत्कृष्ट एवं समयबद्ध विवेचना सम्पादित कराकर आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया जायेगा।आरोप पत्र प्रेषित किये जाने के उपरांत तीन दिवस के अन्दर चार्ज फ्रेम करवाकर 30 दिवस के अन्दर ट्रायल की कार्रवाई सम्पन्न करायी जायेगा। गवाहों एवं माल मुकदमाती को समय से न्यायालय में प्रस्तुत करने का दायित्व सम्बन्धित थाना प्रभारी एवं कमिश्नरेट व जनपद प्रभारी का होगा।
अभियोगों की सुनवायी दिन-प्रतिदिन फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराये जाने का प्रयास करेंगे
जनपद प्रभारी अपने कमिश्नरेट व जनपद की मॉनीटरिंग सेल की बैठक में जनपद न्यायाधीश से समन्वय स्थापित कर चिन्हित अभियोगों की सुनवायी दिन-प्रतिदिन फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराये जाने का प्रयास करेंगे। सम्बन्धित कमिश्नरेट व जनपद प्रभारी द्वारा चिन्हित अभियोगों में परीक्षण रिपोर्ट को एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराये जाने हेतु स्वयं एफएसएल समन्वय स्थापित किया जायेगा। चिन्हित अभियोगों में की जाने वाली पैरवी की मॉनीटरिंग हेतु प्रत्येक कमिश्नरेट व जनपद प्रभारी कार्यालय में एक राजपत्रित अधिकारी के पर्यवेक्षण में मॉनीटरिंग सेल गठित किया जायेगा। मॉनीटरिंग सेल के द्वारा अभियोगों की दिन-प्रतिदिन की कार्यवाही की समीक्षा कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करायी जायेगी। चिन्हित किये गये अभियोगों की साप्ताहिक समीक्षा के लिए पुलिस मुख्यालय पर एक वेबपोर्टल विकसित किया जा रहा है, जिससे मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कृत कार्रवाई का नियमित अनुश्रवण किया जायेगा।
Jun 27 2023, 10:00