नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद बोले डॉ. संतोष कुमार सुमन, जदयू की ओर से बनाया जा रहा था यह दबाव
डेस्क ; केन्द्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज बड़ा झटका लगा। हम पार्टी से उनके कैबिनेट में मंत्री रहे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
इधर संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। विपक्ष भाजपा इसे लेकर जहां नीतीश सरकार पर हमलावर है। वही सत्ताधारी दल के निशाने पर हम सुप्रीमो व पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आ गए है। दोनो ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
वहीं इस्तीफे के बाद संतोष सुमन ने जदयू पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल जदयू की तरफ से उनकी पार्टी हम के विलय का लगातार दबाव दिया जा रहा था। अब यह असहनीय हो गया था, इसलिए इस्तीफा देकर अलग होना ही विकल्प बचा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह महागठबंधन में बने रहना चाहते हैं। लेकिन, यह महागठबंधन के दलों को तय करना है कि हमारा साथ चाहते हैं या नहीं।
वहीं महागठबंधन के तीन वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव, ललन सिंह और विजय चौधरी ने एक सुर में कहा कि सुमन के इस्तीफे का मतलब साफ है, अब यह पार्टी महागठबंधन का हिस्सा नहीं है। उधर, ‘हम’ के एनडीए के साथ जाने की संभावना है। अटकलें हैं कि मांझी राज्यपाल बनेंगे जबकि पुत्र गया सुरक्षित सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
बताते चलें कि बीते मंगलवार सुबह 10.30 बजे पहले जीतन राम मांझी और फिर आधे घंटे बाद संतोष सुमन जदयू के वरीय नेता तथा राज्य के वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी से मिलने उनके आवास गये। करीब आधे घंटे पिता पुत्र उनके साथ रहे। इसी दौरान संतोष सुमन ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक मांझी ने चौधरी से कहा कि हमलोग अब साथ नहीं चल सकते हैं। इस मुलाकात के बाद हम के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रफुल्ल मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जदयू में हमारे दल के विलय का दबाब था जिसके लिए जीतन राम मांझी तैयार नहीं थे।
Jun 14 2023, 09:27